सवाल है कि सूरज पूरब में ही क्यों होता है और पश्चिम में क्यों नहीं सूर्य पूर्व दिशा से नहीं निकलता बता पश्चिम में अस्त नहीं होता दरअसल धरती का रोटेशन इस कारण है कि धरती 24 घंटे में अपना एक चक्र पूरा करती है वैसे ही सूर्य एक ही जगह पर रहता है धरती के रोटेशन से ही हमें लगता है कि सूर्य पूर्व से निकल रहा है और पश्चिम में अस्त हो रहा है साइंटिस्ट की रिसर्च में यह पता चला है कि सूर्य पूर्व से नहीं दक्षिण पूर्व से निकलना शुरू हो चुका है यह दल यह साल दर साल अपनी जगह बदल रहा है और इस जगह के बदलने से धरती पर 5 डिग्री सेंटीग्रेड प्रतिवर्ष का तापमान बढ़ रहा है
नमस्कार भ्रष्ट है सूरज पूर्व से ही क्यों होता है और पश्चिम में क्यों नहीं होता पूर्व दिशा से नहीं निकलता है पश्चिम में अस्त नहीं होता है दरअसल धरती का रोटेशन इसका कारण है धरती 24 घंटे में अपना एक चक्कर पूरा करती है वैसे ही पूरे एक ही जगह पर रहता है धरती के रोटेशन से ही हमें लगता है कि सूर्य पूर्व से निकल रहा है और पश्चिम में अस्त हो रहा है शुक्रिया
हाय फ्रेंड्स क्वेश्चन पूछा गया कि वह कौन सी 200 है मोबाइल एप्लीकेशन है जिसे हम मोबाइल चलाने वाले को जानना जरूरी होता है तो अभी के समय में अगर हम कोई भी मोबाइल खरीदते हैं तो उसमें जो होता है ज्यादा से ज्यादा प्लीकेशन ऑटोमेटिक जो होता है उसमें 100 करने लगता है अतः कि उसका जो होता है शेयर मार्केट वह अपने मोबाइल के साथ रखता है यानी क्या आप ओप्पो का खरीदे या किसी भी ब्रांड का तो उसमें आप अक्सर देखते हैं कि उसमें गूगल से लेकर यूट्यूब ब्राउज़र ओपन एप्लीकेशन के रूप में पहले से ही उपस्थित रहता है लेकिन इसके अलावा और मोबाइल एप्लीकेशन करेजा हमारे मोबाइल के लिए जरूरी है तो ऐसा एप्लीकेशन बहुत है और हर क्षेत्र के लिए अलग-अलग रिप्लिकेशन है यानी कि अगर कोई स्टूडेंट है तो उसके मोबाइल में जो है अलग-अलग एप्लीकेशन होना जरूरी है और कोई स्टूडेंट नहीं है बल्कि वह है जो है दूसरे क्षेत्र का आज है कार्य कर रहा है तो उसके लिए जो है मोबाइल का एप्लीकेशन जो है ना वो रखना जरूरी नहीं होता है जो एक स्टूडेंट रखता है और मोबाइल एप्लीकेशन की बात करें तो पहले तो ऐसे ठीक है संजय मोबाइल की नेट के साथ आते हैं यह तो हो गए और बाकी जो नहीं होते हैं जिस अगर कोई स्टूडेंट हो तो उसके लिए जो है कई अप्लीकेशन है जैसे टेस्ट बुक हो गया फिर क्रिएट ऑफ हो गया फिर गूगल ट्रांसलेट एनी के गूगल से अगर हम देखे तो गूगल ने अपना कई जो एप्लीकेशन रिलीज किया है जो कि गूगल के नए नाम नाम पर है वैसे एप्लीकेशन को रखना जो होता है हमारे लिए फायदे होते हैं तो फिर ऐसे एप्लीकेशन जो होते हैं रियल होते हैं जिसे हम अगर गूगल ट्रांसलेशन की बात करें तो वह हमारे लिए जो होता है काफी फायदा पहुंचाते हैं हम डायरेक्टरी किसी भी इंग्लिश पैराग्राफ कौन डायरेक्टली हिंदी में देख सकते हैं और हिंदी के प्रोग्राम को अंग्रेजी में हम बना सकते हैं ज्योति एप्लीकेशन होते हैं जिससे क्या होता है कि हम अपने मोबाइल के डाटा को या फिर अपने मोबाइल की किसी भी स्टार्ट हो जाएगा किसी भी चीज को हम दूसरे मोबाइल में भेजना हो तो इसके लिए जो होता है हम एक एप्लीकेशन करते हैं तो किसी अच्छे थे फिर भी याद नहीं है इसके अलावा गूगल का जोड़ता है फाइल में मिलता है इसे डाउनलोड करने के बाद हम अपने मोबाइल के डाटा को दूसरे मोबाइल में ट्रांसफर कर सकते हैं अभी क्या मोबाइल में जो होता है एक कानून और भी ज्योति एप्लीकेशन रखना जरूरी होता है जो कि मनोरंजन के उद्देश्य से होती हैं जिसे हम ग्रुप में जानते हैं अब क्या बताएं कि सभी मूर्ख व्यक्ति जो थे गेम खेलना
उत्तर दोस्तों आपका प्रश्न सूरज पूर्व में ही क्यों और पश्चिम में अस्त क्यों होता है दोस्तों उसके पीछे ले हमारी पृथ्वी इसके पीछे जो कारण है वह हमारी पृथ्वी का उसके विपरीत की तरफ होना दोस्तों सूर्य भाई है टिका हुआ है लेकिन जो पृथ्वी है तो उसकी तरफ घूम रही है उसके विपरीत दिशा में घूम रही है दोस्तों पृथ्वीपुर की ओर हिंदी यासमीन करती है और यही कारण है कि सूर्य चंद्रमा ग्रह और सितारे सभी पूर्व में उगते हैं और आकाश में पश्चिम की तरफ अपना रास्ता बनाते हैं यानी वह पश्चिम की तरफ रास्ता तय कर लेते हैं दोस्तों आप माली जी की पूर्व की तरफ जा रहे हैं किधर जा रहे हैं तो जो भी चीजें आपको सामने दिखाई देगी वह पश्चिम की ओर जाती हुई या पश्चिम की ओर घमंड करती हुई प्रति ऐसा आपने कभी मार्ग में चलते हुए देखा होगा हम किसी भी दिशा में यदि आगे बढ़ते हैं तो उस मार्ग में आने वाले जो भी पेड़ पौधे हैं ऑफिस से जाते हुए दिखाई देते हैं आप के विपरीत दिशा में गमन करते हुए दिखाई देते हैं बस ऐसी कौन सी चीज है जो ऊपर की ओर स्पिन कर रही है और इसी वजह से दूसरी है वह पश्चिम दिशा की ओर यानी खून की उल्टी दिशा की ओर गमन करता हुआ प्रतीत होता है
जिसने सूरज पूरब में ही क्यों होता है इसका यही जवाब है कि क्योंकि हम जानते हैं कि हमारी जो पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है हम सभी जानते हैं कि हमारी पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है सूर्य क्या है ब्रह्मांड में एक जगह स्थित है एक जगह फिक्स है और क्या करते पृथ्वी क्या करती है पृथ्वी जो हमारी है वह पश्चिम से पूरब की ओर चक्कर लगाती पश्चिम से पूरब की ओर चक्कर लगाती है और उसके बाद क्या होता है सूरज की जो रोशनी होती है रोशनी पृथ्वी के जिस भाग पर पहले पहुंचती है वह हमारा जो होता है वह पूर्व का हिस्सा होता है पूर्व का हिस्सा होता है और यही कारण होता है कि सूरज जो हमारा हमेशा पूरब से ही निकलता हुआ प्रतीत होता है और हम ही जानते हैं कि सूरज हमारी जो पहली किरण होती है सूरज की पूर्व में होती पूरी हमारी पृथ्वी पर तो यही होता है पश्चिम से इसलिए नहीं बताया कि हमारी जो पृथ्वी होती है एक जगह पश्चिम सुनती है तब जाकर जब पूरी पृथ्वी एक बार घूमती है तो जाकर पश्चिम प्रतीत होता है और पश्चिम में ही हमारा सूरज व्यस्त होता है
हां तो आपने पूछा है कि सूरज पूर्व से उदय क्या होता है एवं पश्चिम में अस्त क्यों होता है तो मैं आपको बता दूं कि सूर्य पूर्व से उदय इसलिए होता है क्योंकि हमारे जपत पृथ्वी है साडे 27 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है इस कारण हम जिस देश में रहते हैं वह भारत है एवं उसके सामने की ओर हम जिस दिशा को देखते हैं वह पूर्व दिशा है हलवाई गुरुदेव से डिसा के कारण आपको ऐसा लगता है कि सूरज पूर्व से उदय और पूर्व से उदय हुआ है धन्यवाद
पूरन नहीं क्यों होता है पश्चिम में क्यों नहीं होता वास्तव में सूरज जो है उसका खुदा जो होता है पृथ्वी की परिक्रमा का प्रथम चरण जो है वह पूरब की दिशा की तरफ होता है जब सूर्य उदय होता है सब पर चिंता और खास करके भारत का जो मुखाग्नि होता है जो खास होता है वह पूरब की तरह होता है पूरब की तरफ होने के कारण हम यह मानते हैं कि सूरज का उदय पूरा में हुआ है और जब पृथ्वी परिक्रमा करते हुए शाम को पश्चिम दिशा की तरफ वह होती है उसने चोरी जो है तस्वीर के सामने से जो है अध्यक्ष हो जाता है या यह तो यह तो लिया सो जा
बिल्कुल सही क्यों होता है पश्चिम से क्यों लिया था क्योंकि यह बहुत पहले से ही हो रहा है और उसी हिसाब से दिशाओं का ज्ञान है वह पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण दिखाइए वीडियो सहित का पूरा परिचय बता दो हम लोग कहते थे कि पश्चिम से पूरब साइड बोली गई है और कुछ चीजें ऐसी होती है जो पश्चिम में अस्त होता है
Kisan,Journalist,Marathi Writer, Social Worker,Political Leader.
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सूरज पूरब में भी पूर्व में ही क्यों उठता है और पश्चिम में ही क्यों रुकता है तुझे जो है वह जो इंसान ने अपने काल की गणना करना या अपने हिसाब से काम के हिसाब से यह तय की है लेकिन इसमें दिशाएं नहीं है इंसान के लिए उसने कोई भी सूरज के उगने के संदर्भ में निश्चित की है ताकि वह अच्छी तरह से जो भौगोलिक स्थितियां होती है वह समझ सके लेकिन वैसे दिसावर नहीं होती ब्रह्मांड में पेश में दिशाएं नहीं होती है इसलिए कि उसका किसी भी नीचा कर छोड़ दो उसका पता नहीं है अभी तक और उसकी शुरुआत किस पॉइंट से हुई है इसकी भी इसका भी अभी तक पता नहीं है बिग बैंक के माध्यम से हुआ है लेकिन वह बिजली कहां हुआ उसका एक्चुअली लोकेशन वैसे पता नहीं है अभी तक लेकिन ब्रह्मांड फैलता जा रहा है यह पता है तू जो पृथ्वी है यह वह सूरज के इर्द-गिर्द घूमती है चक्कर लगाती है और एक ही दिशा में चक्कर लगाती है उल्टा चक्कर नहीं लगा कि कभी चक्कर लगा रहे हैं उसका स्टार्ट प्वाइंट भी निश्चित बडौदा बताया नहीं जा सकता उसका एंडप्वाइंट भी बताया नहीं जा सकता इसलिए वह भी दिशा कौन सी है यह नहीं कहा जा सकता लेकिन हमेशा मिला उसने समझने के लिए विषय निश्चित की है यह लगातार ऐसा ही होता है लाखों करोड़ों से तो इसलिए जहां पर सूरज निकलता है निकलता है मतलब हमें दिखाई देता है दिन में सबसे पहले जिसको हम सुबह होते होते हैं दिशा पूर्व दिशा निश्चित की है और उसके उल्टा जो है वह पश्चिम दिशा दिशा निश्चित किया और इसी तरीके से उत्तर दक्षिण राम ने विभीषण सुनिश्चित की है लेकिन दिशा अनंत है और जो भी आराम से तो हमने सही करने के कारण सीधी सी बात है सूरज तो पूर्व से ही दिखाई देगा पहले दिन की शुरुआत में जीना और राजगीर इस के चक्कर लगाने के कारण होते और वह भी सिर्फ शिवपुर शिवपुर होते हैं यह भी बात समझ लेनी चाहिए और उसके अगले 24 घंटे बनाए जिससे कुर्सी पर बनाए गए भ्रमण किया दूसरे स्थानों पर यह उसी तरीके से कैलकुलेशन करके या निश्चित किया जा सकता है दिन-रात अलग-अलग हो सकते हैं कई दोहे इतना बड़े हैं कि वहां का जो तारा है उसके सामने उस ग्रह का भाग कईला को चालू रहता है और कई लाखों साल के हिसाब से सूरज के विरुद्ध दिशा में रहता है लघु साल का जीना और 200000 साल की रात हो सकती है तो उस हिसाब से वहां पर कैलकुलेशन किया जाएगा कोई सवाल का जो सीधा अर्थ है कि हमें स्पेस में से देखना पड़ेगा अभी अभी लाइव चल रहा है नाश्ता 24 घंटा लाइव चल रहा है और उसमें हमें दिखाई देता है कि देश में पृथ्वी की तरफ किस तरह से देखा जा सकता है एक बहुत बढ़िया और जिंदगी में यह बहुत कम मौके ऐसे आते हैं जिसे हम देख सकते हैं शालू शालू के पीछे इंसान ने कभी नहीं ऐसी कुछ घटनाएं हमें देखने को मिल रही हमारा एक तरह से भागी है क्यों अभी जो और आशा का ज्ञान घूम रहा है और उसके वह जा रहा है और उसके बाद जो है वह जेल से बाहर आते आ रहे हैं और फिर अंदर जा रहे हैं और वहां से पृथ्वी का भाग जो भाग है पूरा देख दिखाई दिखाई दे रहा है दिखाई देता है पुत्री का समंदर दिखाई दे रहा है उसी के बाकी चीजें जो पहाड़ों और जंगली है बहुत सुंदर दिखना चाहिए
आप कभी सूरज पूरब नहीं क्यों देना और पश्चिम में क्यों नहीं तो फ्रेंड से सूरजपुर में ही उदय होता है क्योंकि वह सौरमंडल में 4 महीने दिखाई देता है इसलिए बुरा नहीं होता है और पश्चिम में डूबता है धन्यवाद
गुड इवनिंग सवाल यह है कि सूरज पूरब में ही क्यों होता है और पश्चिम में क्यों होता है देखिए इसका जवाब तो प्रकृति दे सकती है कि सूरज पूरब में ही क्यों होता है आकाश से नीला ही क्यों होता है उसका तो कुछ साइंटिफिक रीजन और इसके बाद है धरती जो है उसमें मिट्टी क्यों होती है पहाड़ में पत्थर क्यों होते हैं इन सब कुछ एक यह तो जरूरत ही कभी चीज है जो ग्राफी में भी आपको इस चीज का पढ़ाई कर सकते हैं उसमें भी दिया रहता है लेकिन यह सब कुछ प्रकृति ने बनाया है कि सूरज पूरब में उगता है उसका नाम हमने रख दिया है प्रकृति ने ऐसा नहीं किया है तो वह शांत हुआ वह खाना पश्चिम भी हो सकता था उतर भी हो सकता था और दक्षिण भी होता तो उस उस नाम नामकरण उसका हमने किया तो इसलिए उसके लिए कोई नहीं है और पृथ्वी का यह चक्र है वह घूमते रहती है उधर सूरज के चारों तरफ इसलिए वह पूरब और पश्चिम उधर से उधर दिखता है जिसे हम पूरब कहते हैं और पश्चिम करते हैं और कोई इसमें कारण नहीं है बस यह घूर्णन गति है जो कि पृथ्वी घूमती रहती है और पूरब और पश्चिम में दिखाई देता है रोज सुबह और शाम में यही हो सकता होता है यह सब कुछ प्रकृति ही है पेड़ हरे होते हैं उसमें क्योंकि क्लोरोफिल होता है और यह सब होता है और अपना हमने खुद किया हुआ लग जाते हैं लेकिन सब कुछ बना हुआ है इसलिए जिसके नाम में हमें नहीं जाना चाहिए को पूरा पश्चिम के ऊपर नाम हमने बस मैसेंजर
सवाल पूछा गया है सूरज पूरब में क्यों होता है पश्चिम में क्यों होता है देखिए मैं जहां तक आपके सवाल को समझ पा रही हूं आप यह जानना चाह रहे कि सूरज पूरब में क्यों उगता है और पश्चिम में क्यों डूबता है तो देखिए इसके पीछे का कारण है पृथ्वी का घूर्णन अब जैसा कि हम जानते कि सूर्य जो है एक केंद्र बिंदु है जिसके आसपास पृथ्वी और बाकी ग्रह चक्कर लगाते हैं पृथ्वी से सूर्य के आसपास भी चक्कर लगाती है और अपने अक्ष के परिचय भी घूमती मतलब अपने एक्सेस के सराउंडिंग में घूमती है तो जो पृथ्वी के घूमने के लिए साइबो पश्चिम से पूर्व है और अगर आप इस चीज को अच्छी तरीके से समझना चाहते हैं तो आप घर में प्रेक्टिकल करके देख एक बड़ा बोल बीच में रखिए और साइड में छोटा बालक छोटे बालकों पश्चिम से पूर्व की तरफ घूम आइए तब देखेंगे कि अगर आपने 1 पॉइंट बनाया उस छोटे बॉल पर वह पॉइंट पर जब हम नोटिस करेंगे तो उस पॉइंट पर क्या होता है पूर्व की तरफ से बड़ी बॉल का इफेक्ट पड़ता है फिर आप टॉर्च रख लीजिए तो आप रिप्लाई क्षीण होती है जल्दी समझ पाएंगे तो जब आप उस बॉल को पश्चिम से पूर्व की तरफ रोटेट करेंगे तो लाइट जो है पूर्व से पश्चिम की तरफ दिखेगी और यही कारण होता है कि सूर्य के आसपास सूर्य के सलामी में जब पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की तरफ घूमती है तब हमको सूर्य पूर्व की तरफ से उदित होता है और पश्चिम की तरफ से डूबता हुआ दिखाई देता है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद