हेलो एवरीवन तो आज आप का सवाल है कि ज्यादा ही अपना परिचय देना या बाद में दोनों में से क्या तरीका बेहतर है अपना काम किसी ऑफिस में करवाने का तो देख कर आप ऑफिस में जाते तो आप क्यों आए हैं किस लिए आए हैं क्या काम से आए हैं कहां से आए हैं तो अपना परिचय देना और अपना इंट्रोडक्शन देना बहुत जरूरी होता है बहुत टाइट करके जरूरी नहीं है आज आप अपना नाम और कहां से आए किस तरह से बस उस तरह से आप गरीब और मतलब छोटे में ही करके मतलब बता दीजिए वह सही रहता है और किसी क्या होता है कि क्लास स्टार्ट अगर हमारा हो या फिर कोई नई टीचर से आते हैं हम लोग भी नए स्कूल कॉलेज जाते तो वहां पर भी क्लास के मतलब स्टार्ट होते ही टीचर सुन से हमरा हमारा इंट्रोडक्शन लेते जबकि 1 साल 2 साल में तो पढ़ना ही हमारी नाम जान सकती लेकिन फिर भी वह मारा इंट्रोडक्शन लेती है तुझे ऑफिस और काम की बात है तो मेरे हिसाब से अगर हम स्टार्टिंग में बता देते हैं कि हां मतलब हम ऐसे क्यों आए हैं दे देते तो बार-बार उन्हें मतलब पूछने की जरूरत नहीं कि तुम्हारा नाम क्या है तुम्हारा नाम क्या है तुम कहां से आए हो और तुम नए ज्वाइन क्यों ऐसा कुछ भी उनको पूछना और आपका क्या क्यों यहां पर आया वह भी उनको थोड़ा बहुत पता चल जाएगा और थोड़ा बहुत आपकी इंट्रोडक्शन नहीं है अभी पता चल जाएगा क्या आपको इस काम में और कितना मन लग रहा है या नहीं आप इंटरेस्टेड है या नहीं यह सब छोटा-मोटा चीज है उनको इंट्रोडक्शन से पता चल जाता मेरे साथ से आपको कोई भी ऑफिस में काम करने से पहले आपको इंट्रोडक्शन दे देना चाहिए
नमस्कार दोस्तों आपका सवाल है जाते ही अपना परिचय देना या बाद में दोनों में से क्या पत्रिका बेहतर है अपना काम करो मित्रों आपके सवाल को प्रिय है अगर हमें किसी भी ऑफिस में काम करवाने का अगर सही तरीका तो रहेगा जब हम अपना परिचय देंगे सर्वप्रथम ऑफिस में जाएंगे तो आपको नमस्कार करना है और अपना जिस उद्देश्य के लिए हम जा रहे हैं आप उन्हें अपना उदित जी के बताना है और अपना परिचय को देना है कि आपका नाम क्या है कहां से हो और क्या काम करवाना चाहते हो यह सब जानकारी आपको सर्वप्रथम देना चाहिए जिनसे आप के काम को करने में अधिकारियों को आसानी होगी और आपका काम भी अच्छा होगा और अधिकारियों को भी काम करने में मदद मिलेगी और आपका काम भी सावधानी पूर्वक सही होगा इसलिए सर्वप्रथम अपना परिचय देना चाहिए जिनसे आपका ऑफिस का जो भी कार्य है वह सही हो जाएगा धन्यवाद दोस्तों दोस्तों
नमस्कार होता तो मेरा मानना है कि जाते ही सबसे पहले आपको अपना परिचय देना चाहिए और अपना उद्देश्य बताना चाहिए कि आपका क्या काम है तभी इससे आप अपना काम चलाना करवाना चाहते हैं तभी वह आपकी मदद कर पाएगा वरना वह क्यों बिना किसी बात की किसी की भी मदद करेगा जब आप उसे बताएंगे कि वह भी कि आप भी उसी के ऑफिस में काम करते हैं तभी तो बाप की मदद करेगा तो अपना परिचय देना काफी जरूरी होता है और नाम बताना और क्योंकि नाम बताने से एक प्रकार से आपके रिलेशनशिप में घनिष्ठता आती है चार थोड़े समय के लिए लेकिन थोड़ा रिलैक्स रिलेशनशिप हो जाता है वो अलग बात है कि अगर आप कहीं पर सिस्टम चेक करने जा रहे हो जैसे कोई ऑफिसर है वह चेक करने जा रहा हूं कि लोग कैसे काम कर रहे हैं तो वह अपना नाम ना बताएं काम होने के बाद बताएं कि मैं मेरा नाम है मैं इस पोस्ट पर हूं मैं हाफिज चेक करने आया था तो वही कंडीशन हो सकती है
धरती अपना परिचय देना या बाद में दोनों में से क्या तरीका बेहतर है अपना काम किसी ऑफिस में करवाने का विकी भाई अगर आप किसी ऑफिस में काम करवाना चाहते हो साफ इसमें हा पब्लिकेशन लगाना चाहते हैं कोई फाइल लेना चाहते हैं या कोई हल ऑफिशियल काम करना चाहते हैं तो निश्चित तौर पर आपका पहला काम है परिचय देना कि भैया आप कहां से आए हैं और किस मकसद से आए हैं अगर आप ढंग से काम करना चाह रहे हैं तो वही उसका तो कोई भी तरीका होता है रामसर प्रथम प्रवेश कर रहे हैं वह साफ इसमें कोई काम है गणेश अथर्व अपना परिचय दें ध्यान रहे हैं अगर आप इंक्वायरी काउंटर पर सिर्फ इंक्वायरी करना चाहते हैं तो वहां पर परिचय देने की जरूरत नहीं है और किसी भी ऑफिस में अगर किसी ऑफिस से से श्रेया कहीं पर मिलना चाहते हैं तो आप सीधे बताएंगे श्रीमान मैं यहां से आया हूं मेरा नाम है तो वह तरीका बेहतर होता है और उसी के लिए ऑफिशियल वर्क बोला जाता है और इस स्तर पर इसी का अनुपालन करना चाहिए
करवा ले जाते हैं ना वैसे देना या फिर बाद में तुम मन में क्या तरीका बेहतर है अपना काम करवाने के लिए किसी और की सबसे पहले नहीं रहता है चाहे कहीं भी क्योंकि अगर आपके पीछे ऑफिस में जाते हैं काम करने के लिए जॉब करने के लिए भी किसी काम के लिए क्या बात करते हैं तो उसके क्या प्रभाव पड़े बाद में क्या बात हो गई तो क्या आप अपने पैसे दे पाएंगे या नहीं कि आगे क्या होगा कोई नहीं जानता है कि आपका परिचय पूछा जाता है तो मेरे सवाल का जवाब पसंद आएगा आपको चाहिए
सर आपका सवाल है कि जाते ही अपना परिचय देना या बाद में दोनों में से क्या तरीका बेहतर है अपना काम किसी ऑफिस में करवाने का आप किसी भी ऑफिस में काम करवाने जाते हैं तो सबसे पहले आपको अपना परिचय भी देना पड़ेगा क्योंकि जिसके पास आप गए हैं जिस बाबू के पास जिस कलर के पास आप गए हैं तो आपको नहीं जानता उसे आप की पृष्ठभूमि आपकी पारिवारिक भूमि कुछ भी नहीं पता आप कहां से हैं आपका क्या नाम है आप किस काम के सिलसिले में वहां आए तो सबसे पहले तो आप किसी से भी मिलते हैं सबसे पहले आप अपना नाम बताइए और आप कहां से हैं यह बताइए उसके बाद आप उनसे से कह सकते हैं कि मैं इस काम से यहां आया हूं क्या आप मेरी इस काम में मदद कर सकते हैं आप मेरा यह काम कर सकते हैं अगर वह करेगा तो ठीक है नहीं करेगा तो मैं आपको सलूशन बताएगा कि आप यह काम यहां से नहीं वहां से करवा सकते हैं कोई भी उपाय बता सकता है लेकिन जरूरत है सबसे पहले आप अपना परिचय देने की क्योंकि हम लोग जब दो अनजान व्यक्ति आपस में मिलते हैं तो सबसे पहले अपना एक दूसरे को नाम बताते हैं ताकि वह आगे हम जारी रखते हैं वह हम एक दूसरे को नाम से ही पुकार करके अपनी बातचीत को जारी रखते हैं धन्यवाद
बेटी आज की दुनिया में आप ही सोचते हो कोई आपसे प्रभावित होगा कि आपका सोचना गलत है आप प्रभावित किसी को सकते हैं अपनी एक्टिविटी से अपने बीएफ से और अपने तौर-तरीकों से अब जाते ही आप अपना परिचय जब देंगे तो उसका मतलब यह हुआ उस पर आप इंप्रेस जमाना चाहते हैं और जो व्यक्ति इस बात को अच्छी तरह समझता है कि व्यक्ति कितना भी जो है अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है जबकि यह है कि आपकी गुड एक्टिविटीज गुड तौर तरीके अपने आप उस पर इंप्रेस डाल देते हैं वह अपने आप समझने लगता है कि जो मेरे सामने व्यक्ति बैठा हुआ है यह कोई अपार रंग का व्यक्ति है यह कोई हेयर का व्यक्ति है और यदि आप जब से हम अपना इंट्रोडक्शन स्वयं देते हैं क्योंकि हर व्यक्ति जानता है क्या हर आदमी बढ़ा चढ़ाकर के इंट्रोडक्शन देता है उसकी हकीकत कितनी है वह आपकी एक्टिविटीज आपके बीएफ तो कर देंगे क्योंकि अच्छे खानदान व्यक्ति की अच्छी शालीन व्यक्ति की जो शब्द व्यक्ति की 1 अप्रैल के व्यक्ति के एक्टिविटीज अपने आप सो कर देती है कि वह कितने बजे का है इसलिए मजा जब है कि वह सामने वाला बैठा हुआ व्यक्ति आपसे अब खुद आपका इंट्रोडक्शन मांगे तो तो है आनंद और यदि जाती ही आप अपना इंट्रोडक्शन देना प्रारंभ कर देते हैं इसका मतलब आपने एबिलिटी नहीं है आप किसी को प्रॉपर करने की क्षमता नहीं रखते आप तो केवल उस को प्रभावित करना चाहते हैं उसको दबाओ मिलाना चाहते हैं इसलिए आपने अपना परचम दिया है मैं रामलाल शर्मा आईएस डिपार्टमेंट इसका मतलब क्या हुआ इसका मतलब हुआ कि आप में अपनी एक्टिविटीज नहीं आप और तरीके नहीं है आपका कुछ जवाब नहीं है आप तो अपनी पत्नी है जल्दी नहीं समझे उसे प्रेषित करना चाहते हैं अब वहां पर कई बार ऐसे भी कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति मिल जाते हैं जो उन आईएसओ को भी तवज्जो नहीं देते वह कहते हैं मेरा काम को पर एक्टिव हूं इसलिए मैं ज्यादा आपको इसमें तो नहीं कर सकता हूं और इससे आगे मेरी खुशी में नहीं है आप मेरे ऑफिस अब से बात करें और पढ़ना भी होता है कि कई बार मैंने देखा है एक हमारे यहां पर राजस्थान में इस्लाम के मंत्री थे एक बार आया था उस समय में कलेक्टर साहब थे और उनके यहां पर वाला शब्द है उन्होंने कहा कि वह ऐसा है मुझे आपकी गाड़ी दीदी आपके यहां से मुझे में मंत्री हूं उन्होंने अपने दर्शन दिया है साहब एक बहुत ही जिम्मेदार बहुत ही कर्तव्यनिष्ठ ईमानदार कलेक्टर में रहे थे उन्होंने कोई तवज्जो नहीं दी उन्होंने कहा पहली बात तो आपको मिले क्यों नहीं आप ठीक है आपको लेकिन आपने कोई मुझे टाइम नहीं दिया था आपने मेरे पास पिक नहीं भेजी आप डायरेक्ट मेरे पास आए हैं इसलिए मैं आप मेरे पास आज की डेट में कोई गाड़ी अपने बिल नहीं है मैं आपकी कोई सहायता नहीं कर सकता कि मैं तो हल्दिया भूल रहे हैं आप मैं मिट्ठू मियां का राजस्थान का और निश्चित रूप से आपको बाड़मेर जैसलमेर देखना पड़ जाएगा तो उन्होंने इतना सुंदर उत्तर दिया जो हर किसी को समझने लगे उन्होंने कहा मैं बाड़मेर रहूंगा तो भी कलेक्टर रहूंगा जैसलमेर रहूंगा तो भी कलेक्टर रहूंगा लेकिन आप 5 साल के हो मिटाते हैं जो सिर्फ 5 साल ट्रैक्टर कर सकते हैं उसके बाद आप कहां होंगे कहीं आप गुमनाम ना हो जाए तब चाय पानी पी के लिए बड़ा आदर्श उत्तर है
क्या आपका प्रश्न ही कठिन समय में अपने दिमाग को कैसे शांत करें दिखी गहरी सांस लेने का अभ्यास करें यदि पी यह सुझाव आपको अजीब प्रतीत हो रहा होगा पर गहरी सांस लेने का अभ्यास आपके मस्तिष्क को शांत रखने में असर जनक रूप से कारगर है इनका प्रतिदिन अभ्यास करें और तनाव के समय में यह उसे कम करने में मदद करेगा अपने मुंह को बंद कर नाक से गहरी सांस लें
मार्केट के अंदर देखी आजकल ऐसे टीवी मौजूद है जिनके अंदर हम इंटरनेट का यूज कर सकते हैं यानी कि हम ऑनलाइन जो वेब सीरीज होती है मूवीस होती है वह देख सकते हैं और वही आने वाले 3000 सालों में जितने भी टीवी चैनल सोते हैं यह सारे लोग टीवी पर डाटा की मदद से ही देखा करेंगे यानी कि इंटरनेट की मदद से ही देखेगी और आपने यह भी देखा होगा कि जितने भी स्मार्टफोन होते हैं उनके अंदर जो टीवी चैनल सोते हैं यानी कि जो टीवी चैनल प्रोवाइडर सोते हैं उन्होंने अपने आप बना रखे हैं जिनकी मदद से हम उन सभी टीवी चैनल को एक्सेस कर सकते हैं तो देखिए तीन-चार सालों में मुझे लगता है कि ऐसा ऐप ईटीवी के लिए भी बना दिया जाएगा ताकि लोग ऑनलाइन ही अपनी टीवी के अंदर सभी चैनल को एक्सेस कर सके तो इसमें कोई शक नहीं है कि फ्यूचर के अंदर सभी चीजें इंटरनेट की मदद से ही कनेक्टेड होगी धन्यवाद
सवाल है क्या शास्त्रों के अनुसार गुरु को त्याग सकते हैं देखिए आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार गुरु वही माना जाता है जो स्वयं में ज्ञान का सागर समेटे हुए हैं ऐसा गुरु जिनकी कथनी और करनी में अंतर हो अर्थात जो अपने शिष्यों को तो शिक्षा देते हो लेकिन वही सीख उनके आचरण में ना हो ऐसे गुरु का त्याग कर देने में ही आपकी भलाई है विद्या के अभाव में जी रहा व्यक्ति कभी भी अच्छा गुरु नहीं हो सकता है धन्यवाद
जी आप का सवाल है कि तांडव वेब सीरीज में के बारे में आपकी क्या राय है तो जो भी अभी वर्तमान में चर्चा में तांडव एब्सली चल रही है इसमें मेरे ख्याल से हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया गया है और साथ ही ऐसे पूरी जनता पर इसका बुरा असर पड़ता है किसी भी धर्म के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए तो मेरे ख्याल से यह जो भी फिल्म बनी है वह गलत
सुनील कुमार चौधरी जी के माध्यम से यह अनुरोध इस प्रश्न आया है कि पहाड़ पर चढ़ते समय मनुष्य आगे की तरफ क्यों झुक जाता है पीछे तरफ क्यों नहीं छुपता देखिए आपने फिजिक्स से यानी बहुत तेजी से यह प्रार्थना किया है हम लोग पढ़ते हैं पहाड़ हो या सीढ़ी हो वहां भी हम आगे झुकते हैं और इसका मुख्य कारण है कि ग्रेविटेशनल फोर्स काम करता है जिसको हिंदी में गर्भवती औरत या केंद्र कहते हैं कि होता है कि आगे हम इसलिए झुकते हैं ताकि हमारा ग्रुप व केंद्र है और उनके पांव के बीच से होकर जो गुजरता है तथा जो अधिक संतुलन आती तो प्राप्त होता है इसे या नहीं आपको एक अस्तित्व प्राप्त होता है कि आप अपना बैलेंस बना रखे और हम सभी जानते हैं कि यह पृथ्वी जो है ग्रेविटेशनल फोर्स पर ही आधारित है यानी कोई भी चीज हम ऊपर फेंकते हैं तो नीचे आता है इसी प्रकार हम लोग गुरुत्वाकर्षण केंद्र के वजह से इस पृथ्वी पर बने हुए हैं नहीं तो हम ऊपर उड़ जाते और शायद ऐसा होता लेकिन इसके वजह से जो है हम लोग पृथ्वी पर बने हुए हैं यही मुख्य कारण है कि जब हम सभी पर या जो भी उचित स्थान होते हैं वहां चढ़ने के लिए हमें आगे के झोका करना होता है और पीसा की झुकी हुई मीनार इसी पर काम करता है जैसे आप देखे हो ना कि पीसा की झुकी मीनार जो है झुका हुआ रहता है तो उसके बीच बीच में ₹1 स्थाई के अंदर जो है काम करता है जिसकी वजह से वह गीता नहीं है जबकि झुका हुआ दिखाई देता है ठीक उसी प्रकार जो है शिर्डी या पहाड़ पर चढ़ते समय हमारे साथ ऐसा होता है मुझे लगता है कि आपके प्रश्नों के जवाब दे दिया है धन्यवाद
सिवान तो आज आप का सवाल है कि क्या पूजा करने के लिए भी कोई नियम होते हैं तो देख मेरे हिसाब से अगर आपको मतलब कभी कदार होता है क्यों देर से उठते हैं या फिर रात में कोई काम पड़ जाता है जिसकी वजह से नींद नहीं खुल पाती है तो ऐसा नहीं कि आपको सुबह 7:00 बजे से मेरे बहुत सारे दोस्त हैं क्या मतलब उनको अगर उसके मम्मी पापा अगर बोलते हैं की पूजा करनी चाहिए और वह लेट उठते हैं या फिर खेलने घूमने चले जाते तो ऐसा नहीं कि वह गलत समय पर नहीं कर पाते पूजा तो दोपहर में या फिर उसके बाद में करते कर ले तेरे हिसाब से अगर ऐसा कोई सलूशन कभी हो जाता है तो आप लेट ही कर सकते हैं लेकिन कुछ नहीं है मैं जैसे की चप्पल पहन कर रही क्योंकि एक तरह का डिस्टेंस वेक्टर और एक तरफ अच्छा चीज नहीं है क्योंकि जब भी हम किसी चीज को बहुत ही दिल से और अच्छे से मानते हैं तो वहां पर चप्पल और फिर ऐसे हंसना खिलखिलाना ध्यान के समय जानबूझकर ऐसे में जबरदस्त शीला है मन नहीं कर रहा है सब करके नहीं करना चाहिए सबसे इंपॉर्टेंट जो मुझे लगता है कि चप्पल पहन चली जाना चाहे तो यह कुछ नहीं है मेरा और टाइम का अगर आपके पास अगर टाइम में इधर-उधर हो जा रहा है तब भी खराब ध्यान करना चाहे पूजा करना चाहे तो जिस समय आपको इतना टाइम मिला आंख खुली उसमें भी आप कर सकते हैं
जब किसी की मृत्यु होती है तो उस कहते हैं पढ़ लो बासी हो गया है या दिवंगत हो गया है या स्वर्गवासी हो गया है या बैकुंठ लोक गया है क्या वह शुद्ध पहुंच गया है जब पंचतत्व में विलीन हो गया है कि विभिन्न प्रकार के शब्दों के अर्थ वही है और पशु पक्षी कहने से तात्पर्य होता है कि वह हिंदू धर्म में हमेशा मानते हैं कि सब कुछ भी मृत्यु होती है तो उसके लिए हम कहते हैं कि 10 वर्ग को किया है वह बैकुंठ लोक को गया है अर्थात भगवान के पास में जाना ही हमारा परमार्थ है हमारा हमारे जन का सार्थक प्रयास है और इसी को मोक्ष कहते हैं जब मानव आवागमन से मुक्त हो जाए तो वह मुक्त कहलाता है और यही जीवन के चौथे प्रशांत है जिसे हम धर्म अर्थ काम मोक्ष कहते हैं तो यह जो है जीवन का अंतिम और शाश्वत परम प्रशांत है
बिटिया दही शब्द की परिभाषा को याद करें और उसका उत्तर दें दहेज शब्द की परिभाषा यह है प्राचीन काल में जो दही दिया जाता था उसका कारण यह था कि बेटी वाला पसंद हो करके अपनी बेटी को नया जीवन जीने के लिए उसके रिश्तेदार उसके भाई बंधु और कुछ सेम जो कुछ देता था वही चलाता है लेकिन आज जो तुम देख रहे हो वह दहेज नहीं दहेज का भयंकर रूप है यह राक्षसी करते हैं आप किसी बेटी वाले को मजबूर करें कि वह 4000000 या 50 लाख दे अपनी जमीन जायदाद भेज दें क्योंकि उसे अपनी लड़की के लिए सुयोग्य वर ढूंढो क्योंकि उसे सुयोग्य पात्र चाहिए मैं आपसे सहमत हूं आप यह कह रहे हैं कि मैं भी पढ़ा लिखा और नौकरी वाला मत ढूंढ लेकिन एक बात बताइए बेटे क्या समाज में यदि हम बिना दहेज के नहीं जी सकते हैं आप दहेज के बल पर ही यह कह रहे हो आज किसी भी लड़के की नौकरी लग जाती तो उसके बाप की लॉटरी खुल जाती है वह अनाथ धूम धूम खोल करके मांगता है यदि पहले दहेज नहीं था तो क्या वह भोजन नहीं खाते थे लिखित संतोष बढ़ती चली गई है यह कहिए मान्यता मिल चुकी है क्या विवाह करने का मतलब यह है कि उस लड़की के पैर पक्ष को पूरी तरह से मिटा देना बर्बाद कर देना उसकी जमीन जायदाद बिकवा देना जो बेटी वाला और रिश्तेदार यदि खुशी से देते हैं जीवन जीने के लिए तो मैं सोच रहा हूं अनिश्चित नहीं है लेकिन किसी को बात भी किया जाए
नमस्कार दोस्तों बोलकर आप में स्वागत है कि इन सवाल है फिल्म तांडव पर क्या विवाद जुड़ा हो तो मेरा मानना यह है कि फिल्म पांडे का विवाह देवी देवताओं अर्थात हिंदी देवताओं के प्रति मजाक बनाया जा रहा है तांडव नृत्य पर इसलिए लोगों ने यह विवाद शुरू कर दिया है कि हमारा हिंदी देवताओं के ऊपर ऐसा अपमान नहीं सहनशक्ति सहन नहीं कर सकते इसलिए लोगों ने आंदोलन विवाद उत्पन्न कर रखा है