312 आज आपने सवाल है कि एक आम इंसान के लिए फैशन क्या है इंसान के लिए फैशन मतलब बहुत बड़ी बात होती है क्योंकि हर एक चीज खरीदना फिर पता होना और करना कि किस तरह से कैसे उसको यूज करना है कब कहां पर किस तरह के मेकअप किस तरह से शासन को लेकर चलना है अजय जी की बहुत बड़ी क्या-क्या होता है इस फंक्शन में आपको इस तरह की स्टाइल के चलते कभी उस तरह के स्टाइलिश और आजकल इतना मतलब है अगर आप कोई भी चीज अगर इलेक्ट्रिक स्टीयरिंग के भी बारे में सोचेंगे तो आजकल वह बहुत महंगा हो गया तो इतना सजना सवरना और टीवी में जिस तरह से देखना है कि लोग कितने फैशनेबल है उस तरह से बना आम आदमी के लिए बहुत बड़ी बात होती है और हर एक इंसान नहीं कर पाता है
राधा कृष्ण एक आम इंसान के लिए फैशन क्या है तो देखिए यहां पर जिस समाज में हम रहते हैं तो ऐसे समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको ठीक से कपड़े भी पहनना नसीब नहीं होता है कुछ इतने अंदर पहले लोग होते हैं कि उनको यहां पर अगर जो मिल जाए वही पहन लेते हैं ऐसे में एक आम इंसान की अगर बात की जाए तो वह फैशन में बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देता है वह सिर्फ अपने कपड़े पहनने पर ही ध्यान देता है क्या उसको कपड़े मिलते रहे बस वो पहनता रहे जब आप अपने को लेकर बहुत ज्यादा कंसर्न होते हैं अपनी पर्सनैलिटी को इंप्रोवाइज करना चाहते हैं प्रूफ करना चाहते हैं तब अपने परिधानों की ओर आपका ध्यान आता है और आप उसको और बैटर करने की कोशिश करते हैं अच्छे कंट्रास्ट कलर पहनना पसंद करते हैं तब यह सारी चीजें आती हैं आप ही कह रहे हैं इस बारे में कमेंट सेक्शन अपनी राय जरुर व्यक्त करें मैं आपके साथ है धन्यवाद
मैं एक आम इंसान के लिए फैशन क्या है फ्रेंड क्या है कि आम इंसान के लिए बस यही होता है कि हम अपने शरीर को ढकने की बात करें वही हमारा फैशन होता है हमारा अगर शरीर अच्छी तरीके से ढका हुआ है हम एक सुंदर अच्छे कपड़े पहने हुए हैं तू ही लगता है कि हमारा एक फैशन है उन्हें बहुत ज्यादा अट्रैक्टिव बहुत ज्यादा फैशन वाले बहुत ज्यादा कलरफुल वाले कपड़े नहीं आते हैं आम इंसान को बस सिंपल्स का सिंपल सा कपड़ा होता है जो साफ हो सुंदर हो और क्या हो कि वह कपड़े अपने शरीर को ढकने के काम में इस्तेमाल करते हैं ना कि वह फैशन के रूप में इस्तेमाल करते हैं तो हर एक आम इंसान होता है बस अपने शरीर को ढकने के लिए वह कपड़ा पहनता है और फैशन की बात करें तो ज्यादा फैशन नहीं करता है और अपनी दिनचर्या में एकदम सिंपल लाइफ जीने की कोशिश करता है जैसे कि किसी प्रकार की उसे दिक्कत है आप कोई समाज में उसकी बुराई ना कर सके
वाले कामना के लिए फैशन क्या है भाई की मेहरबानी है जो हमारे पहनावे हैं तब में जो तरीके अपनाते हैं जो मैंने फैशन के जैसे कपड़े पहने नए फैशन के आगे जो भी चीजें आती है उसे खरीदना तो इसी फैशन समझ लेते हैं लेकिन कम होता है जो कि हर एक चीज में बदलाव आ रहा है जो मैंने आप चाहे वह कोई भी चीज हो गया टेक्निकल से लेकर के खान-पान से लेकर रहन-सहन तक हर एक चीज फैशन ही है तो मिलते हैं सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग खुश रहिए दूसरों को भी खुश रखो
पीटी सबसे पहले फेसबुक शब्द की परिभाषा नोट करें फैशन एक तरीका है चाहे वह पहनावे में हो जाए तो देश में हो क्या बे जो आम लोगों से हटकर क्यों होता है फैशन इसलिए किया जाता है जिससे कि दूसरे लोग अट्रैक्टिव और उसके प्रति आकर्षण बड़े उसको परेशान कहते हैं दूसरी परिभाषा में हम कहें जो समाज की अन्य तौर तरीकों से एकदम भिन्न नोहटा हूं उसे इंप्रेशन कहते हैं यह सारे पैसों की जितने भी देना भी क्यों हूं एक्टिविटीज क्यों हो इस सारे हमारी फिल्म इंडस्ट्री से चलते हैं यूटीवी संस्कृति के द्वारा चलते हैं क्योंकि आज की जो हमारी युवा पीढ़ी है वह हमेशा फिल्मी एक्टर्स के प्रति आकर्षित रही है आपने देखा होगा कि पहले अमिताभ बच्चन जी ने लंबे कॉलर चलाई थी फिर विभिन्न राजेश खन्ना ने अलग बालों की कटिंग निकाली अमिताभ बच्चन ने अखबारों की कटिंग निकाली उनको देख देख कर के लड़के भी ऐसी चालू हो गई आज स्थिति यह है कि चाय बूढ़ा हो चुका है बालों को चमक पुरुषों की आदत फैशन में तुलना में 80 परसेंट लोकेशन में विशेष तौर से गांव में तो अभी उतना पैसा नहीं है काम कर लो वही सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांतों में अपनी पालन करते लेकिन शहरों में तू 80 पर सेंट आफ फैशन में रंगे हुए पाएंगे चाहे वह बुड्ढा हो जवान हो बालक को जब महिला हो या पुरुष कल परसों में जयपुर गया था मैं तो जयपुर में देखा तो सज्जन जो करीब में सोच उनकी अश्लील पिक्चर 3 साल की एज होगी लाल टीशर्ट और नीले रंग का यह तुम सोचो कि जो आदमी के पैर मृत्यु की खबर की ओर जा रहे हैं मृत्यु की ओर जा रहे हैं उनको इन पैसों से क्या लेना देना दर्शनिक युवावस्था तक आपके फैशन किए ठीक है उस समय तक आप विश्वास रखते थे दुनिया में थे लेकिन जैसे ही आप बांध भक्तों की उम्र को प्राप्त कर चुके हैं 50 को क्रॉस कर चुके हैं उसके बाद केवल आपको दिन दुनिया में से कोई मतलब नहीं होना चाहिए सिर्फ समाज सुधार के कार्य कीजिए पर आपका परिवार समाज के हित में कार्य कीजिए परोपकार के कार्य कीजिए और ईश्वर का ध्यान कीजिए उसके तक और कुछ नहीं है लेकिन आज स्थिति यह है कि आप इन पिक्चरों में इतना गंदा बात अमन कर दिया चार लड़कियां मुंह से बोल लड़की हूं उनके नेत्रों के अटपटे कपड़े अटपटे व्यवहार अटपटे आचरण देखने को मिलते हैं और टेंशन के नाम पर सब कुछ हो रहा है सब कुछ बिक रहा है
आम आदमी के लिए फैशन क्या यह प्रश्न का उत्तर बैठाई है कि समाज जैसे-जैसे आगे बढ़ता है और सकता के अनुसार पुराने प्रचलन नवीन स्वरूप धारण कर लेते जैसे पहले लो अंगवस्त्रम के रूप में हो ऊपर एक कपड़ा लपेट लेते थे नीचे लपेट लेते थे यादव वस्त्रों और दोस्त धीरे-धीरे सिले कपड़े पहनने लगे तो मुसलमानों के संपर्क से कुर्ता पायजामा या उससे पहले कुर्ता धोती इस तरह के कपड़े आए जिन्हें बांधने लगे और फिर अंग्रेजों के संपर्क से पेंट शर्ट इसी तरह स्त्रियां साड़ी से सूट में आई और अब जींस और जींस के बनियान और पैंट में आ गए हैं हेलो अरोरा पर और धीरे-धीरे अब इसमें भी आप देखें तो इस साथ में चलने लगे हैं तो आम आदमी के लिए फैशन क्या है देखिए एक तो एक दिखावा भी बन चुका है आधुनिक बनने का और दूसरा सुविधाएं भी है जैसे ब्याज दरों में सूट पहनना इसलिए पसंद करती हैं किस से उन्हें काम करने में आसानी होती है या किसी महिला जिसे ज्यादा पर्दा नहीं करना है अगर उसके बच्चे पैदा होते हैं तो जिसे बनियान पहनना पसंद करती क्योंकि बनियान से बच्चों की फीडिंग थोड़ी आसान होती है लेकिन यह भी सच है कि कुछ दिखावे के तौर पर भी से पहनते हैं जितनी जरूरत नहीं होती है समझे आप आज महिलाओं का दुपट्टा जो है वह हटता जा रहा है या कपड़े उनके साथ होते जा रहे हैं एक प्रकार का फैशन है और यह धीरे-धीरे गरीबों तक पहुंच रहा है आम आदमी तक पहुंच रहा है गांव तक पहुंच रहा है और गांव में मैं भी दिखा भी की प्रवृत्ति जो है बढ़ती जा रही है शादी ब्याह के अलावा अब तो हर रोज एक फंक्शन ऐसा ही होता है पहले आदमी महीने 2 महीने में अपने परिवार को कभी बाजार लेकर जाता था अब हर गांव जो है वह बाजार से जुड़ चुका इतने संसाधन है मोटरसाइकिल एम ओ पर ऐसी थ्री व्हीलर सरकारें हैं बसें चलने लगी है तो लोग शहरों तक खूब जा रहे हैं और बन ठन करके जानते ब्यूटी पार्लर अब केवल शहर की लड़कियां महिलाएं नहीं गांव की बच्ची हमें कर रही है तो आम आदमी के लिए फैशन मेरे विचार से एक दिखावा है और शायद मॉडर्न जिंदगी जीने की एक लड़का है हर कोई मारने जिंदगी को एक स्तर बहुत का पैमाना समझने लगा थैंक यू
यह प्रश्न काफी अच्छा है और इस समय में काफी ज्यादा मैंने यूट्यूब को मैं सर्च कर रहा था काफी सारी मैं अपॉर्चुनिटी जो है यूट्यूब में तलाशने की कोशिश कर रहा था और मुझे कुछ चीजें मिली है जो कि मैं इस माध्यम से आपको बताना चाहूंगा सबसे पहली चीज जो मुझे यह देखकर मिली पूरे यूट्यूब में जो मैंने इस समय जो मैंने ट्रेन जो मैंने आपसे किया उसमें यह तय किया कि लगभग आपको हर कैटेगरी में कांटेक्ट जो है मिल जाएगा तो अगर आप यह सोच रहे हैं कि कोई आप पार्टी कूलर विषय पर आप पर कांटेक्ट बनाना चाहते हैं तो यह एक बेड चॉइस है उस पार्टी कूलर विषय पर जिस पर अभी कांटेक्ट नहीं प्रेजेंट है यह गलत तरीका है यूट्यूब को अप्रोच करने का यूट्यूब को अप्रोच करने का सही तरीका क्या है कि आप किस में आते हैं समझदारी आपको बात आप किस में अच्छे हैं हो सकता है आप पॉलिटिक्स में अच्छे हो हो सकता टेक्नोलॉजी में हूं लेकिन अगर आप टेक्नोलॉजी मछली और अगर आप पॉलिटिक्स जिस पर मान लीजिए कॉन्टेंट की कमी उस पर अगर आप कांटेक्ट बनाएंगे तो कभी आप पापुलैरिटी नहीं खेल कर पाएंगे क्यों क्योंकि आप उसमें प्रोफिशिएंसी नहीं है तो मेरे कहने का संदर बहुत इतना सा है कि यहां पर आपको विषय वह चुनना चाहिए जिसमें आप बहुत अच्छे हैं पहली चीज दूसरी चीज जो विषय जो हो वह बहुत ब्रॉड नहीं होना चाहिए बहुत ही छोटा सा ऑडियंस पकड़ी है जैसे एक बहुत छोटा सा ऑडियंस पकड़ने की बात यह है कि मान लीजिए अगर आप टेक्नोलॉजी के वीडियो बना रहे हैं हर तरीके की टेक्नोलॉजी की बात करने के बजाय सिर्फ आप मोबाइल ऐप्स की बात करिए कि मेरा चैनल सिर्फ मोबाइल एप्स के बारे में इंफॉर्मेशन अच्छी-अच्छी देगा ठीक है ऐसे ही अगर आप मान लीजिए पढ़ाई लिखाई हमारी एजुकेशन में कुछ करना चाहते हैं तो उसमें कितनी पकड़ी है माली जी आप बस दसवीं के बायोलॉजी के लेसन डालिए आर्मी के या 12वीं के सिर बायोलॉजी के डाली है सनम क्या बायोलॉजी भी डाल रहे मैच में डालने फिजिक्स में डाल रहा है तो उसमें आप इतने अच्छे से नहीं गुरु कर पाएंगे यूट्यूब पूरा इसी मॉडल पर्वत करता है कि आप इतनी ऑडियंस पकड़ी है आप भी तो पकड़ी है जिसमें आप बहुत अच्छे हो और बहुत कोरोनावायरस में आप की क्वालिटी होनी चाहिए उसमें आपको कांटेक्ट कोडिक करते चले जाना है इसके साथ-साथ एक जो मैंने खास चीज अभी मैंने अप्रैल की है यूट्यूब जो है शॉर्ट्स को बहुत ज्यादा प्रमोट कर रहा है और साथ-साथ ऐसे वीडियोस को प्रमोट कर रहा है जो भी लैस दिन 1 मिनट के हैं और मेरे फील्ड में ऐसे बहुत सारे वीडियो जाएं और मैंने ऐसे बहुत सारे क्रिएटर्स देखे हैं जिनके 5050 की सब्सक्राइबर हो गए जो रात और रात वायरल हो गए हैं ऐसे मैंने देखे जिनका चैनल कुछ नहीं है उनसे बहुत अच्छा कांटेक्ट अवेलेबल है यूट्यूब पर लेकिन वह चुकी हूं वीडियो शॉट है छोटे हैं तो यूट्यूब उसको बहुत ज्यादा प्रमोट कर रहा है और लोग उसे देख भी रहे और वहां कांटेक्ट भी बहुत ज्यादा कम है फिर से एक आऊंगा कॉन्टेंट कम है इसका मतलब यह नहीं है कि आप वह कैटेगरी चुने जहां पर यूट्यूब के पास कॉन्टेंट कम है आप वह चुने जहां पर आप अच्छे हैं क्योंकि जहां पर आप अच्छे होंगे वह आपका मन भी लगेगा और बहुत तेजी से गुरु कर पाएंगे धन्यवाद
और आपका पोस्टिंग नेता सुभाष चंद्र बोस जी के बचपन का नाम क्या था नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हिंदू परिवार में हुआ था उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का नाम प्रभाव प्रभावती था जानकीनाथ बोस कटक शहर के मशहूर वकील थे पहले भी सरकारी वकील थे मगर बाद में उन्होंने निजी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी शुक्रिया
बेस्ट है दुनिया का सबसे पहला पुल कहां पर बना बोगीबील पुल इस मायने में खास है कि इस पर ट्रेन भी चलेगी और इस पर बने हाईवे पर कार भी और ट्रक भी दौड़ सकेंगे 4.94 किलोमीटर की लंबाई वाले होगी बिल्कुल की खासियत है कि यह वेल्डिंग कर बनाया गया है इस तरह का और इतना लंबा रेल और रोड पुल भारत में पहला है शुक्रिया
यह सवाल अशोक जी के द्वारा पूछा गया कि दोस्तों जिस तरह की तरह किसान फसल उगाना जानता है और फसल काटना भी ठीक उसी प्रकार जानता है उसी तरह देश की सत्ता सौंपना भी जानता है और सत्ता लेना भी जानता है हकीकत बात है क्योंकि इस देश की किसानों के साथ-साथ देश के हर एक लो इस किसान भाइयों से जुड़े हैं क्योंकि हमारे देश की 70 परसेंट जनसंख्या गया है किसानों पर निर्भर है किसानों की उपजाऊ हुई चीजों को खाकर हम अपनी जीवन जीवन को चलाने का काम करते हैं तो कहीं ना कहीं हम कहा जाता है कि भारत में लोकतांत्रिक देश है और लोगों के हिसाब से ही हम श्रद्धा को चुनते हैं तू एक किसान जिस तरह से सत्ता चुनते हैं उसी तरह से गिराने का भी काम करते हैं मतलब अगर एक समय मेहनत करें तो एक अच्छी से अच्छी फसल उगा सकते हैं और मेहनत करते हुए भी चाहेंगे कि कम से कम फसल भी हुआ सकते हैं क्योंकि उनकी डिपेंड होते कितना मेहनत करें कितना लगन करेंगे थोड़ा सा कम मेहनत करेंगे तो कम उपज होती है लेकिन मैं आपको बता दूं की सबसे अच्छी बात यह है कि जो भी किसान है अगर सत्ता में लाना चाहते हैं तो लाना जानते हैं तो सत्ता से गिराना भी जानते हैं मैं बस यही कहूंगा दोस्तों की फसल जितना भी किसान मेहनत करते हैं और इसका रिजल्ट हमें मिलता है कि हमें सस्ते से सस्ते अनाज मिलता है उसी तरह इस देश का जो आंदोलन चल रहा है किसान भाइयों का ही नहीं इस पूरे देश का किसान आंदोलन है और उसका आने वाले समय में इसका रिजल्ट सभी को देखने को मिलेगा और मुझे विश्वास है और मैं ही कहूंगा कि इसका रिजल्ट बखूबी सबके सामने आएगा जो लोग नहीं जानते हो वह भी जान जाएंगे
प्रश्न है क्या भारत के प्रधानमंत्री किसान कानूनों को वापस लेने का कोई बहाना ढूंढ रहे हैं ताकि करोड़ भी वापस हो जाए और किसी तरह का कोई दिक्कत भी ना हो तो दिखे फ्रेंड्स क्या अभी भी सरकार और किसान के बीच मतभेद बना हुआ है और अभी कानूनों को लेकर अभी भी सरकार अपने वादों पर अड़ी हुई है किसान भाई लोगों अपने बातों पर लड़ाई हुई तो देखिए शायद कल ऐसा कुछ निर्णय आए जो लगे कि 25 जनवरी को शायद किसानों के हित में कुछ बातें हो सकती हो तो कल का दिन देखने को रहेगा कि हां कैसा समय रहता है किसके पक्ष में क्या बात है आती है और तो अभी देखा जाए तो भी दोनों लोग अपनी अपनी बातों पर अड़े हुए हैं और देखा जाए तो कल का दिन बहुत खास रहेगा धन्यवाद
रचना है कि क्या आप मुझे चटपटा हेल्दी सैंडविच बनाने की विधि बता सकते हैं तो मैं आपको बता सकता हूं सबसे पहले कुछ आवश्यक सामग्री है जो आपको चाहिए यह तो ताजा ब्रेड आप रिप्लाई से चलेंगे 10 को नींबू का रस से एक टीस्पून लेंगे गाढ़ा दही भी आधा कब होना चाहिए उसके बाद आप टमाटर ले लेंगे एक टेबल स्पून में उसके बाद नामक चाट मसाला एवं काली मिर्च पाउडर आप पर जो नमक जो है स्वादानुसार ले सकते हैं इसके बाद से कटे शिमला मिर्च और प्याज आधा कप मिलाजुला होना चाहिए बनाने की विधि की बात करें तो दही में नींबू का रस डालकर रखें और उसे अच्छी तरह से फिट यानी मिला दे और एक कर ले और थोड़ी देर के लिए फ्रीज में आप रख दें एक कटोरी में शिमला मिर्च और प्याज नामक चाट मसाला और काली मिर्च पाउडर डालकर उसे चम्मच से मिलाते रहे अब इसमें दही वाला जो मिलावट है यानी मिश्रण है उसको अंत में कैसा पानी डालें और अच्छी तरह मिलाकर 10 मिनट फ्रीज में रखे ब्रेड के किनारों को काट ले पांच ब्रेड पर बटर की परत लगाने के बाद थोड़ा-थोड़ा टमाटर केचप लगाकर वैसे ही छोड़ दें इसके बाद जो है बाकी के 5 ब्रेड को किसी कटोरिया गोल्ड ढक्कन की सहायता से बीच में काट कर निकालने ब्रेड सेव वॉटर होने के बाद चौकोर टुकड़े को रख लें इसके बाद अब मक्खन लगा दी रेट के ऊपर कट किए हुए चाकू और ब्रेड जिसके बीच में खाली जगह बन गई है रहकर हल्के हाथों से दबाया था कि वह चिपक बीच के खाली जगह को मिलावट से भर जाए ऊपर का थोड़ा सा के चक डालकर सजा दे इस तरह आपका जो है आज ब्रेड के सैंडविच तैयार हो जाएगा अगर आप ब्रेड ओके संख्या बढ़ाना चाहते हैं तो उनके अनुसार मात्रा को भी बढ़ा सकते हैं
सच में गम भरे गाने मोड कभी कबार ठीक करते हैं कभी कबार जो ठीक होता है उसको भी पर्स में डाल देते हैं कभी बार ऐसी गाने आते हैं सोनू के मन ऐसा करता है कि यार ऐसा गलत हो गया अपने ऑटोमेटिक दूसरे अलग नेगेटिव ख्याल आते मन के अंदर और कभी-कभार ऐसी भी गाने होते हैं उनके मन होता है अपने आप ही और कुछ अलग करने का आदर होता है और कभी तो बार ऐसा भी होता है कि मूड पूरा ही आउट ऑफ हो जाता है फिर कुछ भी दिमाग में नहीं आता फिर नेट नहीं चलता है तो दिमाग के अंदर ऐसा है
रेशम की डोरी डोरी किस से बनती है और कैसे बनती है रेशम प्राकृतिक प्रोटीन से बना रखा है रेशम के कुछ प्रकार के देशों में वस्त्र बनाए जाते हैं यह प्रोटीन रेशों में मुख्यता फाइब्रॉइड होता है यह रेशे कुछ कीड़ों के लार भी द्वारा बनाया जाता है सबसे उत्तम रेशम शहतूत के पत्तों पर पलने वाले कीड़ों के लावे द्वारा बनाया जाता है प्रस्तावना रेशम कोसते कच्चे रेशम रेशम दूध बाजार में अलग-अलग डोनियर में उपलब्ध होता है रेशमी सूट में पाटनी शालू शॉपिंग साड़ी प्यारी प्रकार के रेशमी कपड़े होते हैं इसके
नमस्कार आपका सवाल है कि अगर आपके घरवाले आपको बोलनी थी आपको या काम करना है आप उस समय मैं बिजी नहीं रहते हैं तो आप दूसरे काम मेरे से होते हैं तो आप कैसे करें क्या करें मेरे कि मेरा मानना है कि अगर हमारे घर पर उसे बोलते हैं कि आप कोई काम करना है और मेरा मन नहीं है फिर भी उनकी इच्छा के मुताबिक उनका नाम रखने के लिए उस काम को करने की कोशिश करूंगी और नहीं हो पाएगा अगर बाई चांस मेरे को काम मेरे से नहीं हो पाता है बोल दूंगी काम में करने की कोशिश कर रहे हो मेरे से नहीं हो रहा है काम तो दूसरा काम जो मेरे पसंद का काम था उसको मैं बोलूंगा अगर इस तरह का काम कोई होता तो मैं अवश्य कर लेती जैसी बात है कि वह मेरे को दे दो जी को देखते हुए वह मुझसे अवश्य देंगे फिर से आंखों में काम करो क्योंकि इस तरह से देखें उनका काम तो उनकी बातों से मिलना भी नहीं कर रही और अपना काम भी कर रहे हो जो मुझ में रुचि मैं जिस में रखती हूं तो मेरा मानना है कि हर किसी को अपने घर वालों की बात माननी चाहिए आपकी मर्जी हो या ना हो उसे कोशिश करो कितनी कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती तो तुम कोशिश करेंगे तो कार्य असंभव काम भी कारण ही संभव हो तो कोई भी कार्य संभव नहीं होता है और रुचि की बात रहेगी अपनी पसंद की कोई जरूरी नहीं है कि आपकी जो रुचि का ध्यान आपके माता-पिता की घरवाली ना रखी है काम आप कर लीजिए मुझे लगता है कि हम सभी को ऐसा ही करना चाहिए धन्यवाद
हरि ओम नमस्कार दोस्तों सभी सज्जनों को मेरा नमस्कार सजनवा आपका प्रश्न है सरसों का साग कैसे बनाया जाता है कि कुछ और तो सबसे सरल सब्जी है सरसों का साग और भिंडी इमली ज्यादा चटपटे की जरूरत नहीं होती है इनमें खा लिया आपने दो चम्मच तेल डाला ऑफिस में जीरे का तड़का डाला डेरा डाले उसमे आपने उसमें रचाने पति डालें और फिर आपने नमक मसाला मिर्ची वड़ा डाल कर के और सरसों का साग तैयार हो गया अभी वर्तमान में सरसों दा साग मक्के दारौंदा मक्की की रोटी रहते ही अच्छी बहुत बढ़िया है आप भी खाएं हम तो क्या खाते हैं और खेती बारी है लेकिन आपकी वजह से मैं बात करके खा सकते हैं आनंद में रहे व्यस्त रहे जय माता दी
आपका सवाल है किन कारणों से कुछ लोग कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं देखिए कोरोना वैक्सीन हमारे देश में जो है क्या पूरी दुनिया में कोरोनावायरस फैला इससे बहुत लोग पीड़ित हैं बहुत लोग लोगों की मृत्यु हो चुकी बहुत से लोग ठीक भी हो चुके हैं तो यदि यह कहा जाए करो ना का वैक्सीन फलादेश निकाला फलादेश हमारा देश निकाला तो फिर यह सरकार क्यों नहीं गारंटी लेती है वह कंपनी क्यों नहीं गारंटी लेती इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा लोगों में यह एकदम परफेक्ट है क्रोना के लिए फिर कोरोनावायरस तो यदि सूची कोरोनावायरस ना बड़ा अगर बीमारी होता तो लोग बिना वैक्सीन को कैसे ठीक होते करोड़ों करोड़ों में कैसे ठीक होते करोड़ों की संख्या में हमें सोचना समझना है निकाला उसे प्रमाणित करें प्रमाणित करेगा जब प्रकाशन करेगा तभी ना उसका लोगों के अंदर लोग अध्ययन करेंगे और उसको समझेंगे और उसको इस्तेमाल करें धन्यवाद
जी आपके सवालों की क्रिकेट में फॉलोऑन क्या होता है तू क्रिकेट में फॉलोऑन इसे कहते हैं जब किसी एक टेस्ट टीम ने पहले बैटिंग करते हुए ज्यादा रन बना लेती है और दूसरी टीम के नंबर आता है तब पहले बनाए हुए रंग नहीं बनते हैं तब उस टीम को एक बार फिर मौका देते हैं कि वह दूसरी बार वैलेंट बना पाए कि सिंह पहलवान करते हैं धन्यवाद
क्या आपका प्रश्न ही कठिन समय में अपने दिमाग को कैसे शांत करें दिखी गहरी सांस लेने का अभ्यास करें यदि पी यह सुझाव आपको अजीब प्रतीत हो रहा होगा पर गहरी सांस लेने का अभ्यास आपके मस्तिष्क को शांत रखने में असर जनक रूप से कारगर है इनका प्रतिदिन अभ्यास करें और तनाव के समय में यह उसे कम करने में मदद करेगा अपने मुंह को बंद कर नाक से गहरी सांस लें
मार्केट के अंदर देखी आजकल ऐसे टीवी मौजूद है जिनके अंदर हम इंटरनेट का यूज कर सकते हैं यानी कि हम ऑनलाइन जो वेब सीरीज होती है मूवीस होती है वह देख सकते हैं और वही आने वाले 3000 सालों में जितने भी टीवी चैनल सोते हैं यह सारे लोग टीवी पर डाटा की मदद से ही देखा करेंगे यानी कि इंटरनेट की मदद से ही देखेगी और आपने यह भी देखा होगा कि जितने भी स्मार्टफोन होते हैं उनके अंदर जो टीवी चैनल सोते हैं यानी कि जो टीवी चैनल प्रोवाइडर सोते हैं उन्होंने अपने आप बना रखे हैं जिनकी मदद से हम उन सभी टीवी चैनल को एक्सेस कर सकते हैं तो देखिए तीन-चार सालों में मुझे लगता है कि ऐसा ऐप ईटीवी के लिए भी बना दिया जाएगा ताकि लोग ऑनलाइन ही अपनी टीवी के अंदर सभी चैनल को एक्सेस कर सके तो इसमें कोई शक नहीं है कि फ्यूचर के अंदर सभी चीजें इंटरनेट की मदद से ही कनेक्टेड होगी धन्यवाद
सवाल है क्या शास्त्रों के अनुसार गुरु को त्याग सकते हैं देखिए आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार गुरु वही माना जाता है जो स्वयं में ज्ञान का सागर समेटे हुए हैं ऐसा गुरु जिनकी कथनी और करनी में अंतर हो अर्थात जो अपने शिष्यों को तो शिक्षा देते हो लेकिन वही सीख उनके आचरण में ना हो ऐसे गुरु का त्याग कर देने में ही आपकी भलाई है विद्या के अभाव में जी रहा व्यक्ति कभी भी अच्छा गुरु नहीं हो सकता है धन्यवाद
जी आप का सवाल है कि तांडव वेब सीरीज में के बारे में आपकी क्या राय है तो जो भी अभी वर्तमान में चर्चा में तांडव एब्सली चल रही है इसमें मेरे ख्याल से हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया गया है और साथ ही ऐसे पूरी जनता पर इसका बुरा असर पड़ता है किसी भी धर्म के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए तो मेरे ख्याल से यह जो भी फिल्म बनी है वह गलत
सुनील कुमार चौधरी जी के माध्यम से यह अनुरोध इस प्रश्न आया है कि पहाड़ पर चढ़ते समय मनुष्य आगे की तरफ क्यों झुक जाता है पीछे तरफ क्यों नहीं छुपता देखिए आपने फिजिक्स से यानी बहुत तेजी से यह प्रार्थना किया है हम लोग पढ़ते हैं पहाड़ हो या सीढ़ी हो वहां भी हम आगे झुकते हैं और इसका मुख्य कारण है कि ग्रेविटेशनल फोर्स काम करता है जिसको हिंदी में गर्भवती औरत या केंद्र कहते हैं कि होता है कि आगे हम इसलिए झुकते हैं ताकि हमारा ग्रुप व केंद्र है और उनके पांव के बीच से होकर जो गुजरता है तथा जो अधिक संतुलन आती तो प्राप्त होता है इसे या नहीं आपको एक अस्तित्व प्राप्त होता है कि आप अपना बैलेंस बना रखे और हम सभी जानते हैं कि यह पृथ्वी जो है ग्रेविटेशनल फोर्स पर ही आधारित है यानी कोई भी चीज हम ऊपर फेंकते हैं तो नीचे आता है इसी प्रकार हम लोग गुरुत्वाकर्षण केंद्र के वजह से इस पृथ्वी पर बने हुए हैं नहीं तो हम ऊपर उड़ जाते और शायद ऐसा होता लेकिन इसके वजह से जो है हम लोग पृथ्वी पर बने हुए हैं यही मुख्य कारण है कि जब हम सभी पर या जो भी उचित स्थान होते हैं वहां चढ़ने के लिए हमें आगे के झोका करना होता है और पीसा की झुकी हुई मीनार इसी पर काम करता है जैसे आप देखे हो ना कि पीसा की झुकी मीनार जो है झुका हुआ रहता है तो उसके बीच बीच में ₹1 स्थाई के अंदर जो है काम करता है जिसकी वजह से वह गीता नहीं है जबकि झुका हुआ दिखाई देता है ठीक उसी प्रकार जो है शिर्डी या पहाड़ पर चढ़ते समय हमारे साथ ऐसा होता है मुझे लगता है कि आपके प्रश्नों के जवाब दे दिया है धन्यवाद
सिवान तो आज आप का सवाल है कि क्या पूजा करने के लिए भी कोई नियम होते हैं तो देख मेरे हिसाब से अगर आपको मतलब कभी कदार होता है क्यों देर से उठते हैं या फिर रात में कोई काम पड़ जाता है जिसकी वजह से नींद नहीं खुल पाती है तो ऐसा नहीं कि आपको सुबह 7:00 बजे से मेरे बहुत सारे दोस्त हैं क्या मतलब उनको अगर उसके मम्मी पापा अगर बोलते हैं की पूजा करनी चाहिए और वह लेट उठते हैं या फिर खेलने घूमने चले जाते तो ऐसा नहीं कि वह गलत समय पर नहीं कर पाते पूजा तो दोपहर में या फिर उसके बाद में करते कर ले तेरे हिसाब से अगर ऐसा कोई सलूशन कभी हो जाता है तो आप लेट ही कर सकते हैं लेकिन कुछ नहीं है मैं जैसे की चप्पल पहन कर रही क्योंकि एक तरह का डिस्टेंस वेक्टर और एक तरफ अच्छा चीज नहीं है क्योंकि जब भी हम किसी चीज को बहुत ही दिल से और अच्छे से मानते हैं तो वहां पर चप्पल और फिर ऐसे हंसना खिलखिलाना ध्यान के समय जानबूझकर ऐसे में जबरदस्त शीला है मन नहीं कर रहा है सब करके नहीं करना चाहिए सबसे इंपॉर्टेंट जो मुझे लगता है कि चप्पल पहन चली जाना चाहे तो यह कुछ नहीं है मेरा और टाइम का अगर आपके पास अगर टाइम में इधर-उधर हो जा रहा है तब भी खराब ध्यान करना चाहे पूजा करना चाहे तो जिस समय आपको इतना टाइम मिला आंख खुली उसमें भी आप कर सकते हैं
जब किसी की मृत्यु होती है तो उस कहते हैं पढ़ लो बासी हो गया है या दिवंगत हो गया है या स्वर्गवासी हो गया है या बैकुंठ लोक गया है क्या वह शुद्ध पहुंच गया है जब पंचतत्व में विलीन हो गया है कि विभिन्न प्रकार के शब्दों के अर्थ वही है और पशु पक्षी कहने से तात्पर्य होता है कि वह हिंदू धर्म में हमेशा मानते हैं कि सब कुछ भी मृत्यु होती है तो उसके लिए हम कहते हैं कि 10 वर्ग को किया है वह बैकुंठ लोक को गया है अर्थात भगवान के पास में जाना ही हमारा परमार्थ है हमारा हमारे जन का सार्थक प्रयास है और इसी को मोक्ष कहते हैं जब मानव आवागमन से मुक्त हो जाए तो वह मुक्त कहलाता है और यही जीवन के चौथे प्रशांत है जिसे हम धर्म अर्थ काम मोक्ष कहते हैं तो यह जो है जीवन का अंतिम और शाश्वत परम प्रशांत है
बिटिया दही शब्द की परिभाषा को याद करें और उसका उत्तर दें दहेज शब्द की परिभाषा यह है प्राचीन काल में जो दही दिया जाता था उसका कारण यह था कि बेटी वाला पसंद हो करके अपनी बेटी को नया जीवन जीने के लिए उसके रिश्तेदार उसके भाई बंधु और कुछ सेम जो कुछ देता था वही चलाता है लेकिन आज जो तुम देख रहे हो वह दहेज नहीं दहेज का भयंकर रूप है यह राक्षसी करते हैं आप किसी बेटी वाले को मजबूर करें कि वह 4000000 या 50 लाख दे अपनी जमीन जायदाद भेज दें क्योंकि उसे अपनी लड़की के लिए सुयोग्य वर ढूंढो क्योंकि उसे सुयोग्य पात्र चाहिए मैं आपसे सहमत हूं आप यह कह रहे हैं कि मैं भी पढ़ा लिखा और नौकरी वाला मत ढूंढ लेकिन एक बात बताइए बेटे क्या समाज में यदि हम बिना दहेज के नहीं जी सकते हैं आप दहेज के बल पर ही यह कह रहे हो आज किसी भी लड़के की नौकरी लग जाती तो उसके बाप की लॉटरी खुल जाती है वह अनाथ धूम धूम खोल करके मांगता है यदि पहले दहेज नहीं था तो क्या वह भोजन नहीं खाते थे लिखित संतोष बढ़ती चली गई है यह कहिए मान्यता मिल चुकी है क्या विवाह करने का मतलब यह है कि उस लड़की के पैर पक्ष को पूरी तरह से मिटा देना बर्बाद कर देना उसकी जमीन जायदाद बिकवा देना जो बेटी वाला और रिश्तेदार यदि खुशी से देते हैं जीवन जीने के लिए तो मैं सोच रहा हूं अनिश्चित नहीं है लेकिन किसी को बात भी किया जाए
कल पूछा गया है क्या भावना इंसान को कम सूट बनाते हैं तो देखिए एक के दो पहलू सकते हैं जो व्यक्ति भावना प्रधान व्यक्ति होता है वह अपने से पहले दूसरों का दुख महसूस कर लेता है वह बहुत जल्दी किसी भी चीज पर पिघल जाता है और उसके अलावा जो है जो इसको कमजोरी के तौर पर देखने का भी हो सकता है कि वो व्यक्ति भावना प्रधान होता है वह कमजोर होता है वह कभी अपने मतलब अपने हित का पहले नहीं सोच पाता तो यह आपके और हमारे देश के पहलुओं का जो है परिणाम है कि हमें कह सकते कि जो भावनाएं इंसान को कमजोर बनाती है कई लोग इसी भावना प्रधानता को बहुत बड़ा जो बोल सकते नहीं की विशेषता के तौर पर देखते हैं और कई लोग इसको कमजोरी के तौर पर देखते हैं और मेरा यह मानना है कि एक भावना प्रधान व्यक्ति होना बहुत जरूरी है जहां जैसे माहौल में हर कोई सिर्फ अपने बारे में सोच रहा है अपने अहम को अपनी ईगो को नोटिस कर रहा है अपनी रुको सेटिस्फाई करने के लिए लोगों को तकलीफ पहुंचा रहा है ऐसे में भावना प्रधान व्यक्ति से कई गुना ज्यादा बेहतर होता है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
एक आम इंसान के लिए फैशन क्या है
आम इंसान के लिए फैशन