हेलो विवान तो आज आपका नाराज है कि जीवन में ज्यादा मनवा किसका है मंजिल का यह सफर का तो देखिए मेरे हिसाब से दोनों बहुत ही महत्वपूर्ण है लेकिन ज्यादा बात करें तो मेरे हिसाब से सफर का क्योंकि देखे जिंदगी को भी एक सफर है और एक जर्नी ही कहा जाता है आप जिंदगी में और इस जर्नी में जितना अच्छा तरीके से मतलब जिएंगे अच्छे काम करेंगे मेहनत करेंगे परिश्रम करेंगे तो उस हिसाब से आपको रिजल्ट भी मिलता है तो मेरे हिसाब से आप बाबू लगते हो या फिर जीवन अगर आप उस मंजिल को पाना चाहते हैं और सफर कोई अच्छे से मेहनत मेहनत के करके और मेहनती से आप अपने बलबूते से बहुत परिश्रम करके आप अपना लगाना अपनी जुनून दिखाकर अगर आप उस चीज को मतलब अपने सफर को अच्छे से कामयाब बनाते हैं और अच्छे से जीते हैं तो मंजिल भी आपको आपको सच्चाई मिलेगा विकी सफर जाते एग्जांपल दीजिए जैसे कि एग्जाम है एग्जाम अभी बोला कि आपको 20 दिन के बाद एग्जाम है 20 दिन का जो एक सफर और इज्जत जर्नी है आपका घर भी 20 दिन आप जितना मेहनत करेंगे जितना आपके अंदर लगन जुनून होगा जितना परेशान करेंगे उस हिसाब से आपको आपकी मंजिल और आपका रिजल्ट आपको अच्छा दिखेगा तो सफर को ही अच्छा बनाना चाहिए मेहनत करना चाहिए ताकि मंजिल आपको अच्छा ही मिले
मुस्कान बहुत ही रोचक प्रश्न किया है आपने के मंदिर या सफेद इसका ज्यादा महत्व ताजी में मंदिर जो है वह स्थाई है आप कभी ना कभी उस चीज को हासिल कर देंगे लेकिन सफल के साथ जो अनुभव होते हैं वह अस्थाई होते वह दोबारा नहीं आते जब आप किसी यात्रा पर निकलते हैं तो जिन चीजों का अनुभव करते हैं जो चीजें आपसे पीछे छूट ही जाते हैं वह जिंदगी में दोबारा आपके पास नहीं आएंगे इसलिए हमें इस चीज का जरूर ध्यान रखना चाहिए जो पल हम बिता रहे हैं उस चीज का संपूर्ण आनंद लेना चाहिए संपूर्ण उपयोग करना चाहिए पूरी तरह और होता अक्सर यह है कि हम मंजिल पाने की होड़ में इतने व्यस्त हो जाते हैं यह हमारे आसपास क्या चल रहा है कौन हमारी परवाह करता है कौन हमारी फिक्र करता है हां हम उन चीजों को बिल्कुल ही लग लेट कर देते अनदेखा करते थे कि कहीं ना कहीं अगर आपको चीज हासिल करना चाहते हैं उसके साथ-साथ आपको आशीर्वाद की आवश्यकता पड़ती है आप तभी हासिल कर सकते हैं जब आप किसी चीज को अपने आसपास की चीजों को महत्व देंगे क्योंकि जवाब मंजिल पर चढ़ते हैं तो आप पीढ़ी दर पीढ़ी करते करते थे के चलते अब डायरेक्ट नहीं चल पाता अगर कोई आपसे कहे 5 चिड़िया एक साथ झड़ जाएंगे तो कोई है मुश्किल है और उसका आप अपने आप को छोड़ भी पहुंचा देंगे तो आपका ध्यान हर एक सीडी पर होना चाहिए ताकि आपका बैलेंस बना रहे आप लड़का है ना ठीक है अगर आप लड़का है के नीचे गिर जाए फिर आपको दिक्कत भी होगी और फिर आप और ज्यादा मेहनत करना पड़ेगा इसलिए शुरू से ही अपना ध्यान उन चीजों पर इन छोटी-छोटी चीजों पर रखकर जो के जीवन में आ रही है चल रही है पर इससे क्या होगा आप बहुत जल्दी अपनी मंजिल तक पहुंच जाएंगे और आपको बिल्कुल भी हताशा निराशा है थकान महसूस नहीं होगी और आपको मजा आएगा जैसे हम किसी चंडी पर निकलते तो हमें जो दृष्टि मिलते हैं जो अनुभव होते हैं वह बहुत ही ज्यादा वेअर होते हैं जो लोग हमसे मिलते हैं उस सफर में के दौरान बहुत ज्यादा गैर होते क्योंकि हमने उनकी कल्पना भी नहीं की होती कि ऐसे ऐसे लोग में मिलेंगे फिर से अनुभव होंगे तो यह चीज और भेजो दिखा देते हैं जिससे कि हमारी मंजिल को पाना बहुत आसान हो जाता है अगर हम उन चीजों को नजरअंदाज करेंगे जब हम निकलते हैं तो हमारे को बहुत सारे साइन बोर्ड दिखाई देते रहते हैं
जीवन में ज्यादा महत्व सफर का होता है यदि हम सफर करेंगे ना नए वातावरण देखेंगे नए-नए खूबसूरती लाख के देखेंगे तो इस आधार से हम मंजिल को भी पा सकते हैं तथा हमें जीवन में सफर का सफर को ज्यादा महत्व देना चाहिए ना कि मंजिल जब हम सफर करेंगे तभी हम अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं अचानक से हम मंजिल पर नहीं पहुंच सकते हैं जैसे कि धारण की पहली क्लास में पढ़ने वाला व्यक्ति सीधा दसवीं क्लास में नहीं बैठ सकता इसलिए कठिन ना कठिन परिस्थितियों से गुजर का होकर जाना ही पड़ता है तथा सुख में जीवन से भी जाना पड़ता है तो इसलिए हमें कर्म के अनुसार हम सफर करना तो यह सफर के माध्यम से मतलब कि आप अपना कर्म करके ही आग अभी हमें मंजिल तक पहुंचने में कामयाबी मिल सकती है
नमस्कार दोस्तों प्रश्न है कि जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का यह सफर का तो दोस्तों दोनों का ही अपना महत्व है अगर आपने सफर कष्ट से भूखा है और मंजिल आपको प्राप्त कर दी और कर दी गई है तो आपको खुशी होगी लेकिन आपका सफल जीवन का सफर अच्छा बीता और हो सकता है कि मंजिल में थोड़ी कष्ट भी हो तो सफर क्योंकि लंबा होता है मंजिल का जो हमें सुख होता है या आभास होता है हो सकता है उठाने की भी कई बार होता है तो दोनों ही जरूरी है लेकिन आपका जो जीवन का चक्कर है यार सफर है आपका वह अच्छा पीटना चाहिए क्योंकि उसके साथ यादगार जुड़ी होती है कि मंजिल पर पहुंच जाएंगे और आपका सफर सही नहीं रहा तो आपको बार-बार वह बातें का छुट्टी रहेगी इसके अंदर जो आपने सफर में परेशानियां झेली हैं तो सफर अच्छा कट जाए मंजिल की आप करीब भी पहुंचाया मंजिल प्राप्त भी हो जाए तो आपको एक संतोष मिलता रहेगा धन्यवाद
मैं समझता हूं यह जो सवाल है बहुत ही अध्यात्मिक है यह सवाल है यह बहुत से युवाओं के अंदर आता हुआ कि जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का एक सफल रही मेरे अनुसार जहां तक मैं समझता हूं मैंने चीज को बार किया है जीवन में सबसे ज्यादा महत्व मंजिल का है सफर खानी सफर तो आज अच्छा है कल खराब होगा अगर आज खराब है तो कल अच्छा हुआ लेकिन अगर आपने अपने मन के अंदर एक दिन एक संकल्प ले लिया है कि मुझे उस मंजिल तक पहुंचना है चाहे रास्ते में कई ऐसे भी रोड जाएं रास्ता कितना भी खराब होता है रास्ते में इतनी खुशियां आए तो दुख है लेकिन मैं अपनी मंजिल तक पहुंचकर रहूंगा तो वह आप उस मंजिल तक पहुंच जाएंगे और उस मंजिल को जो आपने पूछा है उसको हासिल कर लेंगे अपने आस-पड़ोस में टीवी में अखबारों में मौसी से कहानियां सुनी होंगी कि गरीब का लड़का है कक्षा अधिकारी बन गया उसे मंजिल तय करनी थी कि अधिकारी बनना है सफर में कितनी परेशानी है लेकर आऊंगी कि कभी उस पर पैसे नहीं होंगे कभी वो रात में भूखा सो गया होगा तो मैं आपको शब्दों से आ जाओ जीवन में आपको कुछ भी निश्चित करना तो अपनी मंजिल तय कर लीजिए कि हां मुझे अब तक जाना है और अपने सफर पर चलिए आपके सफर कभी आपके अनुसार चलेगा कहां पर सबर कभी आप के विपरीत चलेगा लेकिन आपको अपनी मंजिल को तय करना ही पड़ेगा अब करना ही चाहिए ताकि आप भी समाज में एक सबके सामने एक अपने एग्जांपल साबित कर सकूं
सफर का जीवन में सफर का बहुत ज्यादा मस्त है लेकिन मंजिला क्या है ना कि मंजिल लाइफ में बहुत बढ़ चेंज होता है किसी को कभी डॉक्टर बनना होता है फिर इंजीनियर फिर आर्किटेक्ट वीर एक्टर सुमन जी बहुत सारा चेंज होता है मंजिल को प्राप्त करने के लिए आदमी जो सफर करता है ना उससे ज्यादा खूबसूरत हो खूबसूरत कुछ भी नहीं होता यह सब फ्री आदमी को मेमोरी देता खट्टा मीठा फल देता है को आदमी अपना एक बुढ़ापा हमें अपने लाइफ पार्टनर के साथ एंजॉय करता है तो यह सफर मजेदार होना चाहिए थैंक यू
हेलो फ्रेंड्स आप का प्रश्न जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का यह सफर का तो वैसे तो जीवन में दोनों चीजों का बहुत महत्व मंजिल और सफर का लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है मंजिल का आप पहले अपनी मंजिल निर्धारित कर लिया कि हमें यह मंजिल हासिल करना है हमें इस मंजिल पर पहुंचने के लिए क्या करना है क्या नहीं करना है पहले अपनी मंजिल बनाई है कि हम यह चीज करना चाहते हैं जैसे कि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं आपकी मंजिले डॉक्टर बनना तो आप उससे संबंधित जो पढ़ाई हैं जो भी काम है वह आपको करना है पर आपका सफर है तो पहले आप को मंजिल बनाना है आप अपनी मंजिल निर्धारित कर लीजिए उसके बाद आप अपना सफर निर्धारित कीजिए सफर मतलब आपको क्या करना है उस हिसाब से आप अपना प्लान बनाइए पढ़ाई कीजिए बिजनेस कीजिए जो चीज का आपने मंजिल बनाया है उस चीज के बारे में आप अपना काम निर्धारित कर लीजिए फिर धीरे-धीरे उसी कार्य को करिए फिर आपके जो मंजिल है आप अपने मन से लगन से अच्छे से कार्य करते रहेंगे तो आपको हंड्रेड परसेंट आपकी मन मिलेगी बस आप पहले अपनी मंजिल बना लीजिए फिर आप अपने रास्ते पर काम कीजिए आप को सफलता जरूर मिलेगी तो मिस करती हूं कि आपको जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
का सवाल है कि जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंत्री का यह सफर का मेरे हिसाब से दोनों ही लाइफ में इंपोर्टेंट होते हैं यदि आपने कभी यह डिसाइड ही नहीं किया है कि आपको क्या चीज अचीव करनी है आपके लिए लाइफ में टारगेट है ही नहीं मंजिल है ही नहीं तो क्या करेंगे जीवनभर आप एक बेहतर पानी की तरह बेहतर रहेंगे और आपको कुछ भी नहीं पता होगा कि आप किस ओर जा रहे हैं किस दिशा में जा रहे हैं क्या करना चाहते हैं क्या छुपाना चाहते हैं लेकिन अगर मंजिल हो गई तो निश्चित तौर पर आप उसे पाने का प्रयास करेंगे उसी तरीके से जब महिलाओं की तरह होगी आपको पता होगा तो आपको भी यह भी तय करना बहुत जरूरी होगा कि उस तक पहुंचने के लिए समय तक पढ़ने के लिए कैसे सफर तय करना है क्या सफर तय करना है जिसे कि जल्द से जल्द आप अपने टारगेट को अचीव कर पाए आपका दिन शुभ रहे धन्यवाद
Kisan,Journalist,Marathi Writer, Social Worker,Political Leader.
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जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का यह सफर का इतना अच्छा सवाल मैंने अभी तक इससे पाया नहीं इस प्लेटफार्म पर मुझे बहुत अच्छा सबसे अच्छा लगा सा सवाल है तुम मेरा जवाब इस पर ऐसा है कि मंजू जो होती है वह एक सपने की तरह होती है वह वास्तव में नहीं होती उसकी कल्पना होती है उसकी प्रतिमाएं होती है हमारी मन लेकिन वह वास्तव में नहीं होती और सफर जो होता है वह वर्तमान में होता है और वर्तमान में जीना है और जीना है ऐसा भारत के सभी और दुनिया के 900 प्लस बताते हैं दूध कल भी एक स्मृतियों का 17 होता है उसकी इमेजेस ब्रेन में बनी हुई होती और उनको हम एहसास कर सकते हैं लेकिन बाद में भाग जा नहीं सकते तो भूतकाल का सफर भी वैसे नहीं होता है सफर तो वर्तमान में होता है तो वर्तमान का सफर जो है वही मंजिल बन जाए मंजिल तो आखिर आनंद है मंजिल ज्यादा से ज्यादा क्या है आनंद और आनंद पाने के जो मार्ग है जो यार जो इंसान को लगते हैं वैसे वह समझता है कि इस मार्ग से मैं चला जाऊंगा तो मुझे मंजिल प्राप्त होगी लेकिन वह मंजिल के सपनों में ही आकर अटक अटक जाता है और वास्तविकता को भूल जाता है वर्तमान को भूल जाता है और जीना तो हमेशा वर्तमान में होता है तो सफर भी सफर ही आनंद से भरपूर हो हो जाए खुशियों से भरपूर हो जाएगा सार्थकता से भरपूर हो जाए पुण्य कर्मों से भरपूर हो जाए तो वही मंजिल है धन्यवाद अगर आपको मेरा यह जवाब अच्छा लगा तो कृपया इसे लाइक भी करें
नमस्कार सोता अगर देखा जाए तो कहां गया वहां क्या यहां क्या सुसाइड यह केवल रिजल्ट रिजल्ट क्या रहा आपकी मंजिल आपको मिली या नहीं मिली तो सही कि अगर नजर से देखा जाए तो मंजिल से मतलब है अगर आपको आईएएस बनना था तो आप बन पाए या नहीं बन पाए और अगर आप पर्सनल पर देखा जाए तो आपका सफर कि आपने कितनी मेहनत करिए कहां से कहां पहुंचे आईएस नहीं बन पाए तो थोड़ी नीचे पोस्ट पर लग गए तो वह आपका सफर है तो डिपेंड करता है आप सोसाइटी के लिए काम कर रहे हैं सोसाइटी के लिए ही रहेंगे अपनी जी धन्यवाद
जीवन में प्रकृत मतलब सबसे ज्यादा महत्व क्या है मैं आपको एक चीज बताना चाहूंगा आप 1 साल तक पूरा मतलब लगातार मेहनत की पूरा मेहनत की नदियों के किनारे में अब भागते रहे रेत के ऊपर भाग रहे धूप में बरसाने में बारिश में सर्दी में भागते रहे और लास्ट में एक दिन आया जैसा एक मोमेंट एक स्टेडियम के अंदर में आप एक-एक 100 मीटर रेस को दौड़ने के लिए खड़े और जब उस जीत जाते हैं तो आपको एक मिलता है कि 500 ग्राम की ब्रा तो आप मेरे को बताइए कि जो 500 ग्राम की जबरासर था कि जो आपको प्राइस मिलेगा उसमें 500 ग्राम की बिरादरी है ठीक है गोल्ड दिखने में लगता है लेकिन गोल्ड नहीं होता है तो आप मेरे को बताइए 17 तक आप भागे दौड़े इतना कुछ किए और बाद में आपको 500 ग्राम के गिटार मिल रहा है जो कि गोल्ड भी नहीं दिखा कीमत भेजोगे तो 500 दिन भी कोई दिखाया ना पता नहीं तो क्या आप फोटो स्नोमैन में बहुत खुश रहते होंगे ठीक है मैडम लेते वक्त आप इतना खुश हुए होंगे कि मतलब पूछ रही हो क्या 500 ग्राम की मेडल के लिए खुश है खुद को अपने आप को पूछा जो सफर आप तय किए थे 1 साल तक रेत में अकेला भागने की जो कष्ट है जो दर्द है सफर के साथ जो चीज है तू तो सफर था आपका वह जब बारिश में सर्दी में धूप में जो अपने आप को स्ट्रांग करके आप अपनी आगे बढ़ रहे थे वही सब जानता है तू ही थी स्थापित की वजह से ज्यादा खुश हो रहे हो उसका बजाओ ही था उधर सफर आप देखे थे वह उसी का ही बता दे कि मैं कभी भी मंजिल मंजिल एक वजह है सफर को लेने के लिए मंजिल एक बजा है अगर आपके पास मंजिल होगा तो मैं आप सफल ले पाएंगे लेकिन पहले खुशी वक्त सफर से मिलता है का सफर जितना पेनकुलु का जितना लगन लायक होगा उसका मंजिल इतना लीजिएगा धन्यवाद
साथियों सवाल ही जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का याद तो साथियों आप लोग इतना तो छोटी सी बात समझ ही गए होंगे कि अगर हमारी सफर मंजिल मिलने वाली बात है मंजिल ना होना तो फिर सफर में चलना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि हमें अगर पता नहीं होगा कि हमें यहां जाना है तो हम किधर जाएंगे हम तो भटक जाएंगे इसलिए आपको बहुत मंजिल पता चलना ही नहीं चाहते हो तो फिर पहुंचना मुश्किल है वैसे अगर तार्किक रूप से माने तो मंजिल का बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें ना मंजिल पता हो गई है कि हमें इस रास्ते से ऐसे ऐसे जाना है मंजिल तक तो फिर सफर आसान हो जाएगा अगर मंजिल वही मंजिल पता हो तो सफर आसान हो जाता है साथियों इसलिए मंजिल का बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है समझ में आ गया धन्यवाद
सोने की जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का यह सफर का तो जीवन में ज्यादा महत्व मंजिल का नहीं है सफर का होता है क्योंकि सफर अगर मसू खूबसूरत हो तो मंजिल भी खूबसूरत होती है इसलिए हमें मनजीत के चिंता छोड़कर जीवन के सफर का आनंद लेना चाहिए और जीवन में जितनी खूबसूरती से जीना चाहिए कि मरते वक्त एल में मरने का सोचना होता है
नमस्कार आपका प्रश्न है कि जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का यह सफर का दोस्त मेरी नजर में जीवन में सबसे ज्यादा महत्व होता सफर का क्योंकि हम सफाई नहीं करेंगे तो मंजिल तक कैसे पहुंचेंगे पहला तो हमें सफारी करना है ना पहले तो हमें रास्ते तलाश करने हैं रास्तों को पूरा करना है तभी तो हम अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे तो इसलिए हां यह बात जरूर है कि हमें अपनी मंजिल पर नजर रखनी चाहिए हमें अपना लक्ष्य पता होना चाहिए कि हमें क्या करना है कहां जाना है और हमें अपनी जिंदगी में क्या चाहिए लेकिन उस लक्ष्य को पाने के लिए सबसे पहले हमें उसके रास्ते भी तलाशने होते हैं तो वो रास्ते हमारे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं उम्मीद करता हूं आपका जवाब अच्छा लगेगा धन्यवाद
काफी अच्छा प्रश्न किया अपने जीवन में ज्यादा महत्व के कहां मंजिल का यह सफर का मंजिल सफर अगर सही रहेगा तो मंजिल जरूर मिलेगी तो क्या कहते हैं कि और आप का मतलब उस इंसान का टेस्ट हो जाएगा जब अगर आप सफर में हो तो ऐसे साथ होंगे अगर आप दुख दुखी हो या दुख में हो तो इंसान आपका साथ देगा जो आप एकदम सच्चा रहेगा वह इंसान आपका साथ देगा और कहना कि जब मंजिल मिल जाती है तो हजारों दोस्त बन जाते हैं उस इंसान को आप अपने लाइफ में कभी नहीं बोलिएगा जो जो इंसान आपका बुरे वक्त में साथ दिया है क्योंकि बुरे वक्त में तो बड़े-बड़े लोग भी साथ छोड़ देते हैं मां-बाप भी साथ छोड़ने लगते हैं तो अपने आप पर विश्वास रखो और सफर कोई सुहाना बनाओ क्योंकि सफर अगर वह इंटरेस्टिंग रहा तो मंजिल पर बहुत ज्यादा इंटरेस्ट रंग लाएगी तो कहते हैं ना कि मतलब सपने में बहुत सारे डिफिकल्टी आती है लेकिन आपको खुद को संभालना है क्योंकि आपको आप से बेहतर कोई नहीं जानता तो आप अपने हर इंसान को अपने ऊपर ध्यान रखना चाहिए बुरा वक्त आता है तो तू भी खुश रहना चाहिए कि अट लीस्ट यह तो मतलब समझ में आ गया कि कौन मेरा साथ दे रहा है और कौन नहीं और वही इंसान अगर आप बुरे वक्त में आपका साथ देता है लेकिन अगर अच्छा वक्त आता है तो फिर आपकी आंखें मिलाकर आपके पास बहुत सारा हां मैंने तो सोचा ही था कि तुम यह कर लोगे या पा लोगे लेकिन उस टाइम टेस्ट हो जाता है कि कौन इंसान आपके साथ है इंसान की यही मतलब है कि उस इंसान को देखता है जिस का रिजल्ट कितना डाउन होता मतलब पानी में डूबा हुआ था और 20% होता है तो जो सॉफ्टवेयर है मंजिल को पाने के लिए एक परसेंट है और जो 20% है वह आपकी मंजिल मिल जाएगी पिक्चर बढ़िया लगा तो मंजिल एकदम आपको अच्छी वाली मतलब जो चाहोगे वह मिलेगी क्या करना आपको उसमें वह समझ में आ जाता है कि कौन सा इंसान आपका कब छोड़ रहा है या कब आपका साथ देता है तो यही होता है लेकिन हर इंसान अपने कर्म ऐसा न्यूट्रल रखना और जाए चाहे सफर में हो या फिर मंजूरी मिलने के बाद इंसान को हमेशा न्यूट्रल रहना चाहिए और ज्यादा उसको समझ जाना चाहिए कि यह सोसाइटी है हर कोई मतलब मैक्सिमम लोग यही है कि उगते हुए सूरज को सलाम करते हैं थैंक यू
हेलो फ्रेंड राधे-राधे जैसा कि आपका प्रश्न है जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंजिल का यह सफर का महत्व दोनों का है क्योंकि जब तक आप मंजिल पर पहुंचना चाहते हैं तो जब तक आप सफर नहीं करेंगे चलने का प्रयास नहीं करेंगे चलेंगे नहीं तब तक आप अपनी मंजिल को प्राप्त नहीं कर सकती तो दोनों का अपनी जगह पर महत्व है पहले जो होता है कि जो महत्व आता है वह आपके सफर का ही जाता है क्योंकि अपने नाम से रास्ते से निकलेंगे किसी मंजिल की प्राप्ति के लिए जाते हैं तू ही आपकी जो मंजिल होती है वह प्राप्ति होती है उसकी और अगर आप चलेंगे ही नहीं फ्रेंड तो आपको किसी भी मंजिल की प्राप्ति नहीं होगी फ्रेंड तो यही होता है कि वह जवाब चलेंगे तो आपको मंजिल की प्राप्ति होती है और नहीं चलेंगे तो आप कोई मस्जिद प्राप्ति नहीं होती की सर्वोत्तम तरीके से अगर आपका माना जाए तो आपका ज्यादा महत्वपूर्ण जो होता है वह होता है मुझे आप का टारगेट क्या है आपकी मंजिल क्या है आपका टारगेट कैसा है आपको उस पर कैसे पहुंचना है किस तरीके से पहुंचना है वह डिसाइड करता है फ्रेंड ही आप अगर मंजिल पर पहुंचना चाहते हैं तो आप के सफर में बहुत सारी बाधाएं आएंगी हो सकता है कभी ऐसी करनी नहीं आएगी आपको वह सफल छोड़ना तक पड़ जाए लेकिन अगर आप उस सफ़र से डटे रहते हैं आप उस शख्स को छोड़ते नहीं है तो आप यकीन मानिए से कि आपको अपनी मंजिल जो है वह बहुत जल्दी मिल जाती है और आप जो है अपनी मंजिल पर एक न एक दिन बहुत ही आसानी से जो है आपकी मर्जी जो है प्राप्त हो जाती है फ्रेंड लेकिन फ्रेंड आसानी से उनके लिए जो है होती है जो नहीं कि होते हैं जैसे कि अगर हम सक्सेसफुल हो गए तो लोगों की नजरों में लगे आप हम बहुत अच्छे हैं हमारी लाइफ बहुत अच्छी है लेकिन फ्रेंड हम वह कोई नहीं जानता कि हमारी इस लाइफ में जहां तक पहुंचने में हमारा में कितना जो है संघर्षों का सामना करना पड़ा है कितनी विपत्तियां आई है आशा है कि आप सभी को है जवाब पसंद आया होगा राधे राधे
देखिए जीवन में ज्यादा महत्व किसका है मंदिर का या सफर का तो जीवन में सबसे ज्यादा जो महत्व है वह सफर का है आपका सफर जितना अच्छा होगा कितनी कठिनाइयों से गुजरा होगा आपने जिन कठिनाइयों को चाहा होगा उसी उसी के चलते आपको मंजिल मिली होगी तो जीवन में सबसे ज्यादा महत्व पर रखता है मंदिर तो खुद हासिल हो जाती है धन्यवाद
यह प्रश्न काफी अच्छा है और इस समय में काफी ज्यादा मैंने यूट्यूब को मैं सर्च कर रहा था काफी सारी मैं अपॉर्चुनिटी जो है यूट्यूब में तलाशने की कोशिश कर रहा था और मुझे कुछ चीजें मिली है जो कि मैं इस माध्यम से आपको बताना चाहूंगा सबसे पहली चीज जो मुझे यह देखकर मिली पूरे यूट्यूब में जो मैंने इस समय जो मैंने ट्रेन जो मैंने आपसे किया उसमें यह तय किया कि लगभग आपको हर कैटेगरी में कांटेक्ट जो है मिल जाएगा तो अगर आप यह सोच रहे हैं कि कोई आप पार्टी कूलर विषय पर आप पर कांटेक्ट बनाना चाहते हैं तो यह एक बेड चॉइस है उस पार्टी कूलर विषय पर जिस पर अभी कांटेक्ट नहीं प्रेजेंट है यह गलत तरीका है यूट्यूब को अप्रोच करने का यूट्यूब को अप्रोच करने का सही तरीका क्या है कि आप किस में आते हैं समझदारी आपको बात आप किस में अच्छे हैं हो सकता है आप पॉलिटिक्स में अच्छे हो हो सकता टेक्नोलॉजी में हूं लेकिन अगर आप टेक्नोलॉजी मछली और अगर आप पॉलिटिक्स जिस पर मान लीजिए कॉन्टेंट की कमी उस पर अगर आप कांटेक्ट बनाएंगे तो कभी आप पापुलैरिटी नहीं खेल कर पाएंगे क्यों क्योंकि आप उसमें प्रोफिशिएंसी नहीं है तो मेरे कहने का संदर बहुत इतना सा है कि यहां पर आपको विषय वह चुनना चाहिए जिसमें आप बहुत अच्छे हैं पहली चीज दूसरी चीज जो विषय जो हो वह बहुत ब्रॉड नहीं होना चाहिए बहुत ही छोटा सा ऑडियंस पकड़ी है जैसे एक बहुत छोटा सा ऑडियंस पकड़ने की बात यह है कि मान लीजिए अगर आप टेक्नोलॉजी के वीडियो बना रहे हैं हर तरीके की टेक्नोलॉजी की बात करने के बजाय सिर्फ आप मोबाइल ऐप्स की बात करिए कि मेरा चैनल सिर्फ मोबाइल एप्स के बारे में इंफॉर्मेशन अच्छी-अच्छी देगा ठीक है ऐसे ही अगर आप मान लीजिए पढ़ाई लिखाई हमारी एजुकेशन में कुछ करना चाहते हैं तो उसमें कितनी पकड़ी है माली जी आप बस दसवीं के बायोलॉजी के लेसन डालिए आर्मी के या 12वीं के सिर बायोलॉजी के डाली है सनम क्या बायोलॉजी भी डाल रहे मैच में डालने फिजिक्स में डाल रहा है तो उसमें आप इतने अच्छे से नहीं गुरु कर पाएंगे यूट्यूब पूरा इसी मॉडल पर्वत करता है कि आप इतनी ऑडियंस पकड़ी है आप भी तो पकड़ी है जिसमें आप बहुत अच्छे हो और बहुत कोरोनावायरस में आप की क्वालिटी होनी चाहिए उसमें आपको कांटेक्ट कोडिक करते चले जाना है इसके साथ-साथ एक जो मैंने खास चीज अभी मैंने अप्रैल की है यूट्यूब जो है शॉर्ट्स को बहुत ज्यादा प्रमोट कर रहा है और साथ-साथ ऐसे वीडियोस को प्रमोट कर रहा है जो भी लैस दिन 1 मिनट के हैं और मेरे फील्ड में ऐसे बहुत सारे वीडियो जाएं और मैंने ऐसे बहुत सारे क्रिएटर्स देखे हैं जिनके 5050 की सब्सक्राइबर हो गए जो रात और रात वायरल हो गए हैं ऐसे मैंने देखे जिनका चैनल कुछ नहीं है उनसे बहुत अच्छा कांटेक्ट अवेलेबल है यूट्यूब पर लेकिन वह चुकी हूं वीडियो शॉट है छोटे हैं तो यूट्यूब उसको बहुत ज्यादा प्रमोट कर रहा है और लोग उसे देख भी रहे और वहां कांटेक्ट भी बहुत ज्यादा कम है फिर से एक आऊंगा कॉन्टेंट कम है इसका मतलब यह नहीं है कि आप वह कैटेगरी चुने जहां पर यूट्यूब के पास कॉन्टेंट कम है आप वह चुने जहां पर आप अच्छे हैं क्योंकि जहां पर आप अच्छे होंगे वह आपका मन भी लगेगा और बहुत तेजी से गुरु कर पाएंगे धन्यवाद
और आपका पोस्टिंग नेता सुभाष चंद्र बोस जी के बचपन का नाम क्या था नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हिंदू परिवार में हुआ था उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का नाम प्रभाव प्रभावती था जानकीनाथ बोस कटक शहर के मशहूर वकील थे पहले भी सरकारी वकील थे मगर बाद में उन्होंने निजी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी शुक्रिया
बेस्ट है दुनिया का सबसे पहला पुल कहां पर बना बोगीबील पुल इस मायने में खास है कि इस पर ट्रेन भी चलेगी और इस पर बने हाईवे पर कार भी और ट्रक भी दौड़ सकेंगे 4.94 किलोमीटर की लंबाई वाले होगी बिल्कुल की खासियत है कि यह वेल्डिंग कर बनाया गया है इस तरह का और इतना लंबा रेल और रोड पुल भारत में पहला है शुक्रिया
यह सवाल अशोक जी के द्वारा पूछा गया कि दोस्तों जिस तरह की तरह किसान फसल उगाना जानता है और फसल काटना भी ठीक उसी प्रकार जानता है उसी तरह देश की सत्ता सौंपना भी जानता है और सत्ता लेना भी जानता है हकीकत बात है क्योंकि इस देश की किसानों के साथ-साथ देश के हर एक लो इस किसान भाइयों से जुड़े हैं क्योंकि हमारे देश की 70 परसेंट जनसंख्या गया है किसानों पर निर्भर है किसानों की उपजाऊ हुई चीजों को खाकर हम अपनी जीवन जीवन को चलाने का काम करते हैं तो कहीं ना कहीं हम कहा जाता है कि भारत में लोकतांत्रिक देश है और लोगों के हिसाब से ही हम श्रद्धा को चुनते हैं तू एक किसान जिस तरह से सत्ता चुनते हैं उसी तरह से गिराने का भी काम करते हैं मतलब अगर एक समय मेहनत करें तो एक अच्छी से अच्छी फसल उगा सकते हैं और मेहनत करते हुए भी चाहेंगे कि कम से कम फसल भी हुआ सकते हैं क्योंकि उनकी डिपेंड होते कितना मेहनत करें कितना लगन करेंगे थोड़ा सा कम मेहनत करेंगे तो कम उपज होती है लेकिन मैं आपको बता दूं की सबसे अच्छी बात यह है कि जो भी किसान है अगर सत्ता में लाना चाहते हैं तो लाना जानते हैं तो सत्ता से गिराना भी जानते हैं मैं बस यही कहूंगा दोस्तों की फसल जितना भी किसान मेहनत करते हैं और इसका रिजल्ट हमें मिलता है कि हमें सस्ते से सस्ते अनाज मिलता है उसी तरह इस देश का जो आंदोलन चल रहा है किसान भाइयों का ही नहीं इस पूरे देश का किसान आंदोलन है और उसका आने वाले समय में इसका रिजल्ट सभी को देखने को मिलेगा और मुझे विश्वास है और मैं ही कहूंगा कि इसका रिजल्ट बखूबी सबके सामने आएगा जो लोग नहीं जानते हो वह भी जान जाएंगे
प्रश्न है क्या भारत के प्रधानमंत्री किसान कानूनों को वापस लेने का कोई बहाना ढूंढ रहे हैं ताकि करोड़ भी वापस हो जाए और किसी तरह का कोई दिक्कत भी ना हो तो दिखे फ्रेंड्स क्या अभी भी सरकार और किसान के बीच मतभेद बना हुआ है और अभी कानूनों को लेकर अभी भी सरकार अपने वादों पर अड़ी हुई है किसान भाई लोगों अपने बातों पर लड़ाई हुई तो देखिए शायद कल ऐसा कुछ निर्णय आए जो लगे कि 25 जनवरी को शायद किसानों के हित में कुछ बातें हो सकती हो तो कल का दिन देखने को रहेगा कि हां कैसा समय रहता है किसके पक्ष में क्या बात है आती है और तो अभी देखा जाए तो भी दोनों लोग अपनी अपनी बातों पर अड़े हुए हैं और देखा जाए तो कल का दिन बहुत खास रहेगा धन्यवाद
रचना है कि क्या आप मुझे चटपटा हेल्दी सैंडविच बनाने की विधि बता सकते हैं तो मैं आपको बता सकता हूं सबसे पहले कुछ आवश्यक सामग्री है जो आपको चाहिए यह तो ताजा ब्रेड आप रिप्लाई से चलेंगे 10 को नींबू का रस से एक टीस्पून लेंगे गाढ़ा दही भी आधा कब होना चाहिए उसके बाद आप टमाटर ले लेंगे एक टेबल स्पून में उसके बाद नामक चाट मसाला एवं काली मिर्च पाउडर आप पर जो नमक जो है स्वादानुसार ले सकते हैं इसके बाद से कटे शिमला मिर्च और प्याज आधा कप मिलाजुला होना चाहिए बनाने की विधि की बात करें तो दही में नींबू का रस डालकर रखें और उसे अच्छी तरह से फिट यानी मिला दे और एक कर ले और थोड़ी देर के लिए फ्रीज में आप रख दें एक कटोरी में शिमला मिर्च और प्याज नामक चाट मसाला और काली मिर्च पाउडर डालकर उसे चम्मच से मिलाते रहे अब इसमें दही वाला जो मिलावट है यानी मिश्रण है उसको अंत में कैसा पानी डालें और अच्छी तरह मिलाकर 10 मिनट फ्रीज में रखे ब्रेड के किनारों को काट ले पांच ब्रेड पर बटर की परत लगाने के बाद थोड़ा-थोड़ा टमाटर केचप लगाकर वैसे ही छोड़ दें इसके बाद जो है बाकी के 5 ब्रेड को किसी कटोरिया गोल्ड ढक्कन की सहायता से बीच में काट कर निकालने ब्रेड सेव वॉटर होने के बाद चौकोर टुकड़े को रख लें इसके बाद अब मक्खन लगा दी रेट के ऊपर कट किए हुए चाकू और ब्रेड जिसके बीच में खाली जगह बन गई है रहकर हल्के हाथों से दबाया था कि वह चिपक बीच के खाली जगह को मिलावट से भर जाए ऊपर का थोड़ा सा के चक डालकर सजा दे इस तरह आपका जो है आज ब्रेड के सैंडविच तैयार हो जाएगा अगर आप ब्रेड ओके संख्या बढ़ाना चाहते हैं तो उनके अनुसार मात्रा को भी बढ़ा सकते हैं
सच में गम भरे गाने मोड कभी कबार ठीक करते हैं कभी कबार जो ठीक होता है उसको भी पर्स में डाल देते हैं कभी बार ऐसी गाने आते हैं सोनू के मन ऐसा करता है कि यार ऐसा गलत हो गया अपने ऑटोमेटिक दूसरे अलग नेगेटिव ख्याल आते मन के अंदर और कभी-कभार ऐसी भी गाने होते हैं उनके मन होता है अपने आप ही और कुछ अलग करने का आदर होता है और कभी तो बार ऐसा भी होता है कि मूड पूरा ही आउट ऑफ हो जाता है फिर कुछ भी दिमाग में नहीं आता फिर नेट नहीं चलता है तो दिमाग के अंदर ऐसा है
रेशम की डोरी डोरी किस से बनती है और कैसे बनती है रेशम प्राकृतिक प्रोटीन से बना रखा है रेशम के कुछ प्रकार के देशों में वस्त्र बनाए जाते हैं यह प्रोटीन रेशों में मुख्यता फाइब्रॉइड होता है यह रेशे कुछ कीड़ों के लार भी द्वारा बनाया जाता है सबसे उत्तम रेशम शहतूत के पत्तों पर पलने वाले कीड़ों के लावे द्वारा बनाया जाता है प्रस्तावना रेशम कोसते कच्चे रेशम रेशम दूध बाजार में अलग-अलग डोनियर में उपलब्ध होता है रेशमी सूट में पाटनी शालू शॉपिंग साड़ी प्यारी प्रकार के रेशमी कपड़े होते हैं इसके
नमस्कार आपका सवाल है कि अगर आपके घरवाले आपको बोलनी थी आपको या काम करना है आप उस समय मैं बिजी नहीं रहते हैं तो आप दूसरे काम मेरे से होते हैं तो आप कैसे करें क्या करें मेरे कि मेरा मानना है कि अगर हमारे घर पर उसे बोलते हैं कि आप कोई काम करना है और मेरा मन नहीं है फिर भी उनकी इच्छा के मुताबिक उनका नाम रखने के लिए उस काम को करने की कोशिश करूंगी और नहीं हो पाएगा अगर बाई चांस मेरे को काम मेरे से नहीं हो पाता है बोल दूंगी काम में करने की कोशिश कर रहे हो मेरे से नहीं हो रहा है काम तो दूसरा काम जो मेरे पसंद का काम था उसको मैं बोलूंगा अगर इस तरह का काम कोई होता तो मैं अवश्य कर लेती जैसी बात है कि वह मेरे को दे दो जी को देखते हुए वह मुझसे अवश्य देंगे फिर से आंखों में काम करो क्योंकि इस तरह से देखें उनका काम तो उनकी बातों से मिलना भी नहीं कर रही और अपना काम भी कर रहे हो जो मुझ में रुचि मैं जिस में रखती हूं तो मेरा मानना है कि हर किसी को अपने घर वालों की बात माननी चाहिए आपकी मर्जी हो या ना हो उसे कोशिश करो कितनी कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती तो तुम कोशिश करेंगे तो कार्य असंभव काम भी कारण ही संभव हो तो कोई भी कार्य संभव नहीं होता है और रुचि की बात रहेगी अपनी पसंद की कोई जरूरी नहीं है कि आपकी जो रुचि का ध्यान आपके माता-पिता की घरवाली ना रखी है काम आप कर लीजिए मुझे लगता है कि हम सभी को ऐसा ही करना चाहिए धन्यवाद
हरि ओम नमस्कार दोस्तों सभी सज्जनों को मेरा नमस्कार सजनवा आपका प्रश्न है सरसों का साग कैसे बनाया जाता है कि कुछ और तो सबसे सरल सब्जी है सरसों का साग और भिंडी इमली ज्यादा चटपटे की जरूरत नहीं होती है इनमें खा लिया आपने दो चम्मच तेल डाला ऑफिस में जीरे का तड़का डाला डेरा डाले उसमे आपने उसमें रचाने पति डालें और फिर आपने नमक मसाला मिर्ची वड़ा डाल कर के और सरसों का साग तैयार हो गया अभी वर्तमान में सरसों दा साग मक्के दारौंदा मक्की की रोटी रहते ही अच्छी बहुत बढ़िया है आप भी खाएं हम तो क्या खाते हैं और खेती बारी है लेकिन आपकी वजह से मैं बात करके खा सकते हैं आनंद में रहे व्यस्त रहे जय माता दी
आपका सवाल है किन कारणों से कुछ लोग कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं देखिए कोरोना वैक्सीन हमारे देश में जो है क्या पूरी दुनिया में कोरोनावायरस फैला इससे बहुत लोग पीड़ित हैं बहुत लोग लोगों की मृत्यु हो चुकी बहुत से लोग ठीक भी हो चुके हैं तो यदि यह कहा जाए करो ना का वैक्सीन फलादेश निकाला फलादेश हमारा देश निकाला तो फिर यह सरकार क्यों नहीं गारंटी लेती है वह कंपनी क्यों नहीं गारंटी लेती इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा लोगों में यह एकदम परफेक्ट है क्रोना के लिए फिर कोरोनावायरस तो यदि सूची कोरोनावायरस ना बड़ा अगर बीमारी होता तो लोग बिना वैक्सीन को कैसे ठीक होते करोड़ों करोड़ों में कैसे ठीक होते करोड़ों की संख्या में हमें सोचना समझना है निकाला उसे प्रमाणित करें प्रमाणित करेगा जब प्रकाशन करेगा तभी ना उसका लोगों के अंदर लोग अध्ययन करेंगे और उसको समझेंगे और उसको इस्तेमाल करें धन्यवाद
जी आपके सवालों की क्रिकेट में फॉलोऑन क्या होता है तू क्रिकेट में फॉलोऑन इसे कहते हैं जब किसी एक टेस्ट टीम ने पहले बैटिंग करते हुए ज्यादा रन बना लेती है और दूसरी टीम के नंबर आता है तब पहले बनाए हुए रंग नहीं बनते हैं तब उस टीम को एक बार फिर मौका देते हैं कि वह दूसरी बार वैलेंट बना पाए कि सिंह पहलवान करते हैं धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों मित्रों और एक मित्र ने सवाल किया है कि मधुसूदन किसे कहा जाता है तो और दोस्त मैं आपको मधुसूदन के भगवान विष्णु के इस नाम के बारे में प्रेरित एक कहानी बताती हूं कि जब भगवान विष्णु ने मानव घोड़े के शरीर के साथ है गरीबों का रूप धारण किया और उस रूप में उन्होंने मधु और कहता हूं नामक दायित्वों को हराया और उनसे युद्ध करके उनको हराकर उनके कातिल के रूप में भगवान विष्णु का नाम मधुसूदन पड़ा और भगवान विष्णु का ही अवतार भगवान कृष्ण है तो भगवान कृष्ण के अवतार को भी मधुसूदन के नाम से बुलाया जाता है वह सर्व पाप हारी देवता है और हमारे भारतवर्ष में उनका भारतवर्ष के प्रत्येक व्यक्ति के मन में उस भगवान के प्रति बहुत ही निष्ठा और भक्ति है तो आपको शायद आपके सवाल का जवाब मिल गया होगा कि भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण को मधुसूदन के नाम से जाना जाता है धन्यवाद मित्र ऐसे ही सवाल पूछिए और लोगों का ज्ञान बढ़ाइए और दोस्तों मैं आपसे निवेदन करती हूं कि आप लोगों जो नहीं यूजर्स द्वारा रहे हैं उनको भी थोड़ा सपोर्ट करिए और देश की सुरक्षा और घर परिवार की सुरक्षा के लिए दोस्तों धन्यवाद
का प्रश्न है बाय ऑल बांध तक लोशन सेकंड एंड फोर्थ सैटरडे इन इंडिया बैंकिंग 2491 इंप्रूव वॉकिंग 24seven तो देखें आपको बताएं कि जुलाई 2015 से स्टार्ट हुआ था इससे पहले क्या रोल था कि सैटरडे को हाफ डे हुआ करेगा लेकिन आप फ्री हो क्या रहा था कि हाफ डे जो एंप्लाइज से बैंक को उनको वह आप डायरेक्टली मिल नहीं रहा था क्योंकि उन्होंने आधा दिन काम किया जो बाकी का आज दिन तक वह नहीं छुट्टी नहीं मिल रहा था होता क्या था जो पब्लिक की ट्रांजैक्शन है वह आधे दिन तक चलती थी उनके पास जो एंप्लॉय थे उनको तब तक काम करना पड़ता था जब तक टोटल काउंटिंग और मैचिंग जो है टोटल डाटा कि वह नहीं हो जाए तो जो कि अल्टीमेटली दादा टाइम जो है वह बड़ा रही थी काम करने का तो दो फुल सैटरडे जो है उनको रिलीफ और रिलेशन जो है वह दे दो दे कंपेयर टू जो हम हाथ सैटरडे सुन को दे रहे थे उसके अगर कंपेयर करें तो डॉग कि उनको हाफ डे जो है वह मिली है
घर में तीर्थ कर मतलब क्या होता है जैन ने पीटकर उन 24 राशियों कहते हैं जिन्होंने स्वयं तक के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त किया संसार सागर से पार लगाने वाले की रचना करते हैं उन्हें तीर्थ कर कहते हैं वह कर आते हैं जिन्होंने क्रोध अभिमान आदि पर विजय प्राप्त कर किस नाम से कहा जाता है क्योंकि 301 जैन समुदाय के संस्थापक हैं जो पाया के रूप में मानव कष्ट की नदी को पार कर आता है धन्यवाद
क्या आपका प्रश्न ही कठिन समय में अपने दिमाग को कैसे शांत करें दिखी गहरी सांस लेने का अभ्यास करें यदि पी यह सुझाव आपको अजीब प्रतीत हो रहा होगा पर गहरी सांस लेने का अभ्यास आपके मस्तिष्क को शांत रखने में असर जनक रूप से कारगर है इनका प्रतिदिन अभ्यास करें और तनाव के समय में यह उसे कम करने में मदद करेगा अपने मुंह को बंद कर नाक से गहरी सांस लें
मार्केट के अंदर देखी आजकल ऐसे टीवी मौजूद है जिनके अंदर हम इंटरनेट का यूज कर सकते हैं यानी कि हम ऑनलाइन जो वेब सीरीज होती है मूवीस होती है वह देख सकते हैं और वही आने वाले 3000 सालों में जितने भी टीवी चैनल सोते हैं यह सारे लोग टीवी पर डाटा की मदद से ही देखा करेंगे यानी कि इंटरनेट की मदद से ही देखेगी और आपने यह भी देखा होगा कि जितने भी स्मार्टफोन होते हैं उनके अंदर जो टीवी चैनल सोते हैं यानी कि जो टीवी चैनल प्रोवाइडर सोते हैं उन्होंने अपने आप बना रखे हैं जिनकी मदद से हम उन सभी टीवी चैनल को एक्सेस कर सकते हैं तो देखिए तीन-चार सालों में मुझे लगता है कि ऐसा ऐप ईटीवी के लिए भी बना दिया जाएगा ताकि लोग ऑनलाइन ही अपनी टीवी के अंदर सभी चैनल को एक्सेस कर सके तो इसमें कोई शक नहीं है कि फ्यूचर के अंदर सभी चीजें इंटरनेट की मदद से ही कनेक्टेड होगी धन्यवाद
सुनील कुमार चौधरी जी के माध्यम से यह अनुरोध इस प्रश्न आया है कि पहाड़ पर चढ़ते समय मनुष्य आगे की तरफ क्यों झुक जाता है पीछे तरफ क्यों नहीं छुपता देखिए आपने फिजिक्स से यानी बहुत तेजी से यह प्रार्थना किया है हम लोग पढ़ते हैं पहाड़ हो या सीढ़ी हो वहां भी हम आगे झुकते हैं और इसका मुख्य कारण है कि ग्रेविटेशनल फोर्स काम करता है जिसको हिंदी में गर्भवती औरत या केंद्र कहते हैं कि होता है कि आगे हम इसलिए झुकते हैं ताकि हमारा ग्रुप व केंद्र है और उनके पांव के बीच से होकर जो गुजरता है तथा जो अधिक संतुलन आती तो प्राप्त होता है इसे या नहीं आपको एक अस्तित्व प्राप्त होता है कि आप अपना बैलेंस बना रखे और हम सभी जानते हैं कि यह पृथ्वी जो है ग्रेविटेशनल फोर्स पर ही आधारित है यानी कोई भी चीज हम ऊपर फेंकते हैं तो नीचे आता है इसी प्रकार हम लोग गुरुत्वाकर्षण केंद्र के वजह से इस पृथ्वी पर बने हुए हैं नहीं तो हम ऊपर उड़ जाते और शायद ऐसा होता लेकिन इसके वजह से जो है हम लोग पृथ्वी पर बने हुए हैं यही मुख्य कारण है कि जब हम सभी पर या जो भी उचित स्थान होते हैं वहां चढ़ने के लिए हमें आगे के झोका करना होता है और पीसा की झुकी हुई मीनार इसी पर काम करता है जैसे आप देखे हो ना कि पीसा की झुकी मीनार जो है झुका हुआ रहता है तो उसके बीच बीच में ₹1 स्थाई के अंदर जो है काम करता है जिसकी वजह से वह गीता नहीं है जबकि झुका हुआ दिखाई देता है ठीक उसी प्रकार जो है शिर्डी या पहाड़ पर चढ़ते समय हमारे साथ ऐसा होता है मुझे लगता है कि आपके प्रश्नों के जवाब दे दिया है धन्यवाद
सिवान तो आज आप का सवाल है कि क्या पूजा करने के लिए भी कोई नियम होते हैं तो देख मेरे हिसाब से अगर आपको मतलब कभी कदार होता है क्यों देर से उठते हैं या फिर रात में कोई काम पड़ जाता है जिसकी वजह से नींद नहीं खुल पाती है तो ऐसा नहीं कि आपको सुबह 7:00 बजे से मेरे बहुत सारे दोस्त हैं क्या मतलब उनको अगर उसके मम्मी पापा अगर बोलते हैं की पूजा करनी चाहिए और वह लेट उठते हैं या फिर खेलने घूमने चले जाते तो ऐसा नहीं कि वह गलत समय पर नहीं कर पाते पूजा तो दोपहर में या फिर उसके बाद में करते कर ले तेरे हिसाब से अगर ऐसा कोई सलूशन कभी हो जाता है तो आप लेट ही कर सकते हैं लेकिन कुछ नहीं है मैं जैसे की चप्पल पहन कर रही क्योंकि एक तरह का डिस्टेंस वेक्टर और एक तरफ अच्छा चीज नहीं है क्योंकि जब भी हम किसी चीज को बहुत ही दिल से और अच्छे से मानते हैं तो वहां पर चप्पल और फिर ऐसे हंसना खिलखिलाना ध्यान के समय जानबूझकर ऐसे में जबरदस्त शीला है मन नहीं कर रहा है सब करके नहीं करना चाहिए सबसे इंपॉर्टेंट जो मुझे लगता है कि चप्पल पहन चली जाना चाहे तो यह कुछ नहीं है मेरा और टाइम का अगर आपके पास अगर टाइम में इधर-उधर हो जा रहा है तब भी खराब ध्यान करना चाहे पूजा करना चाहे तो जिस समय आपको इतना टाइम मिला आंख खुली उसमें भी आप कर सकते हैं
जब किसी की मृत्यु होती है तो उस कहते हैं पढ़ लो बासी हो गया है या दिवंगत हो गया है या स्वर्गवासी हो गया है या बैकुंठ लोक गया है क्या वह शुद्ध पहुंच गया है जब पंचतत्व में विलीन हो गया है कि विभिन्न प्रकार के शब्दों के अर्थ वही है और पशु पक्षी कहने से तात्पर्य होता है कि वह हिंदू धर्म में हमेशा मानते हैं कि सब कुछ भी मृत्यु होती है तो उसके लिए हम कहते हैं कि 10 वर्ग को किया है वह बैकुंठ लोक को गया है अर्थात भगवान के पास में जाना ही हमारा परमार्थ है हमारा हमारे जन का सार्थक प्रयास है और इसी को मोक्ष कहते हैं जब मानव आवागमन से मुक्त हो जाए तो वह मुक्त कहलाता है और यही जीवन के चौथे प्रशांत है जिसे हम धर्म अर्थ काम मोक्ष कहते हैं तो यह जो है जीवन का अंतिम और शाश्वत परम प्रशांत है
बिटिया दही शब्द की परिभाषा को याद करें और उसका उत्तर दें दहेज शब्द की परिभाषा यह है प्राचीन काल में जो दही दिया जाता था उसका कारण यह था कि बेटी वाला पसंद हो करके अपनी बेटी को नया जीवन जीने के लिए उसके रिश्तेदार उसके भाई बंधु और कुछ सेम जो कुछ देता था वही चलाता है लेकिन आज जो तुम देख रहे हो वह दहेज नहीं दहेज का भयंकर रूप है यह राक्षसी करते हैं आप किसी बेटी वाले को मजबूर करें कि वह 4000000 या 50 लाख दे अपनी जमीन जायदाद भेज दें क्योंकि उसे अपनी लड़की के लिए सुयोग्य वर ढूंढो क्योंकि उसे सुयोग्य पात्र चाहिए मैं आपसे सहमत हूं आप यह कह रहे हैं कि मैं भी पढ़ा लिखा और नौकरी वाला मत ढूंढ लेकिन एक बात बताइए बेटे क्या समाज में यदि हम बिना दहेज के नहीं जी सकते हैं आप दहेज के बल पर ही यह कह रहे हो आज किसी भी लड़के की नौकरी लग जाती तो उसके बाप की लॉटरी खुल जाती है वह अनाथ धूम धूम खोल करके मांगता है यदि पहले दहेज नहीं था तो क्या वह भोजन नहीं खाते थे लिखित संतोष बढ़ती चली गई है यह कहिए मान्यता मिल चुकी है क्या विवाह करने का मतलब यह है कि उस लड़की के पैर पक्ष को पूरी तरह से मिटा देना बर्बाद कर देना उसकी जमीन जायदाद बिकवा देना जो बेटी वाला और रिश्तेदार यदि खुशी से देते हैं जीवन जीने के लिए तो मैं सोच रहा हूं अनिश्चित नहीं है लेकिन किसी को बात भी किया जाए
कल पूछा गया है क्या भावना इंसान को कम सूट बनाते हैं तो देखिए एक के दो पहलू सकते हैं जो व्यक्ति भावना प्रधान व्यक्ति होता है वह अपने से पहले दूसरों का दुख महसूस कर लेता है वह बहुत जल्दी किसी भी चीज पर पिघल जाता है और उसके अलावा जो है जो इसको कमजोरी के तौर पर देखने का भी हो सकता है कि वो व्यक्ति भावना प्रधान होता है वह कमजोर होता है वह कभी अपने मतलब अपने हित का पहले नहीं सोच पाता तो यह आपके और हमारे देश के पहलुओं का जो है परिणाम है कि हमें कह सकते कि जो भावनाएं इंसान को कमजोर बनाती है कई लोग इसी भावना प्रधानता को बहुत बड़ा जो बोल सकते नहीं की विशेषता के तौर पर देखते हैं और कई लोग इसको कमजोरी के तौर पर देखते हैं और मेरा यह मानना है कि एक भावना प्रधान व्यक्ति होना बहुत जरूरी है जहां जैसे माहौल में हर कोई सिर्फ अपने बारे में सोच रहा है अपने अहम को अपनी ईगो को नोटिस कर रहा है अपनी रुको सेटिस्फाई करने के लिए लोगों को तकलीफ पहुंचा रहा है ऐसे में भावना प्रधान व्यक्ति से कई गुना ज्यादा बेहतर होता है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
हाल पूछा गया है वर्तमान की अपेक्षा लोग पुराने जमाने को याद करते हैं पुराने जमाने को अच्छा व्यक्ति इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं तो देखिए आप पुराने जमाने में जो लोग थे वह उनको पैसों का इतना लोग नहीं था उसे इतना कमाना चाहते थे कि जिससे उनका जीवन आसानी से चल सके और कभी भी पैसों के लिए अपने परिवार को छोड़कर जाना उनकी प्राथमिकता नहीं रही है मतलब अगर कोई मजबूरी ना हो तो लोग सब साथ में मिलकर एक ही जगह पर कुछ न कुछ काम करते थे और अब आएगा संयुक्त परिवार के रूप में रहते थे इनकी जो है भावना ही ऐसी थी कि इनको अपनों से दूर होकर तकलीफ होती थी लेकिन आज का समय से की कोई साथ में नहीं रहना चाहते तो अपनी सेपरेट फैमिली चाहते हैं सिर्फ एक चीज से मतलब है क्या पैसा दो रिश्तो की कद्र है वह लोगों में धीरे-धीरे खत्म होती यह चीज लोगों को फुल मूवी रही है पर लोग उसको ठीक नहीं करना चाहते क्या हम क्यों अकेले थे इस करें परदेसी किसी न किसी को शुरुआत करनी पड़ेगी अगर आप करेंगे तो आपको देख कर कोई और सीखेगा और धीरे-धीरे असल में हम उसी स्थिति में शायद पहुंच जाए जहां से हम बाहर आए हैं और जिसको हम गांव में रहने वाले गवार कहते थे पर असल में वही जो संयुक्त परिवार है वही जो गांव का माहौल है वह चीज में हम वापस चले आए क्योंकि असल में आपने देखा होगा जैसे-जैसे शहरीकरण बढ़ते जा रहे लोगों में अवसाद और तनाव की स्थिति में बढ़ती जा रही है जबकि गांव में आज भी किसी को तनाव होते हुए आपने नहीं देखा होगा उनके लिए उनको यह बीमारी इस तरीके चीजों के मानसिक स्थिति के बारे में उनको कोई नॉलेज ही नहीं है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
जी आप का सवाल है कि स्वाभिमान क्या होता है जी ने सफलता के लिए उच्च है स्वाभिमान की क्यों जरूरत होता है चौहान साहब आतम गौरव आत्मसम्मान के लिए प्रयुक्त होता है ऐसे यह सा शब्द है जिसे हम जागृत करते हैं कि प्रत्येक प्रत्येक करते हैं और हमें कर्तव्य के प्रति आगे बढ़ने के लिए ललकारा है स्वाभिमान हमारे अपने विश्वास को जागृत करते हैं अगर अपने देश के लिए लड़ेंगे तो वह सबसे उच्च सभी महान होगा इतने लोग आपकी इज्जत करेंगे कभी भूल नहीं पाएंगे धन्यवाद
जीवन में ज्यादा महत्व किसका है
जीवन में सबसे ज्यादा महत्व