हम तो आज आप का सवाल है कि कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या उनकी यह आदत सही है तू देखिए उनकी भी कोई गलती हम नहीं कह सकते क्योंकि जो इंसान जिस सराउंडिंग में रहता है जिस तरह के आवारा वरण में रहता है उस तरह की सोच विचार भी उस इंसान के आते हैं और उसी तरह की हर एक चीज जो उनका असर पड़ता है दिमाग तुझे सबूत सोचते हैं कि हां पुराने समय जमाने में जैसे हर एक चीज होता था जैसे नियम थे जैसे लोग रहते थे जैसे लोगों का सोच विचार था वह अच्छा था कि उन्होंने वही सब चीज देखा है आपके बारे में उनको तजुर्बा है उसके सामने रहा है तो उनको वह सब चीज ही अच्छा लगता है लेकिन मेरे हिसाब से अभी के जमाने में बहुत कुछ एडवांस हो गया है तो अगर कोई इंसान उज्जैन रेशम से इस जनरेशन तक आया है तो यहां की चीजों को भी समझना चाहिए टाइम लगेगा इसका मतलब यह नहीं कि बुजुर्गों को पूरा ही नेगलेक्ट कर दे क्योंकि हमारी बात ही नहीं सुनते हैं फिर हमारे साथ मिलजुल कर कुछ नहीं करता तुम पूरा परिवार से अलग कर दें या फिर उनके कोई भी और सोच विचार को हम इतनी इंपॉर्टेंस नहीं दे ऐसा भी नहीं है उनके उनको भी टाइम लगेगा यह सोसाइटी यह समाज के तौर तरीके में समझने के लिए लेकिन ऐसा ही डायरेक्ट नहीं कह सकते कि पॉइंट उनकी सोच विचार पूरा ही बनाते हैं वह अपने हिसाब से सोचते हैं और हम लोग अपने हिसाब से सोचते हैं
जी हां बुजुर्गों को नए जमाने की बात कुछ कुछ गलत लगते हैं और कुछ-कुछ सही लगती हैं क्योंकि पुराने जमाने में पहनावा रिती रिवाज और बोलचाल कुछ अलग था और अब कुछ अलग या पहले परिवार सदस्य एक साथ रहते थे लेकिन आप परिवार यानी रिश्ते टूट रहे हैं जो दूर जा रहे हैं कोई किसी को छोड़कर और कोई किसी को छोड़कर जा रहा हूं पहले सब का मान सम्मान होता था लेकिन आजकल नहीं होता तथा वाले लोग कैसे भी कपड़े पहन लेते थे तो चल जाता था लेकिन आजकल वह जो नया बन रहा था तुम्हारी शादी नया पहन लूंगा आपसे करते हैं हम दोस्त एक-दूसरे को देखकर जोड़ते हैं और काले निभाना का मोदी का नाम आता है तो कोई बात नहीं हम भी फटे पन्ने में फटे कपड़े तथा पहला का प्रेम और आपका प्रेम में बहुत अंतर है पहले प्रेम करते थे लेकिन पहले शांत स्वभाव के थे लोग और आजकल प्रेम करते हैं तो पैसे के लिए करते हैं आप और कुछ लड़ाई दंगे के लिए करते हैं और कुछ और छल कपट के माध्यम से करते हैं लेकिन आज के समय में बुजुर्गों की कोई बात नहीं सुनते कोई भी लोग क्योंकि आज के लोग 3 को देखकर मीडिया को देखकर मोबाइल को देखकर बिगड़ चुके हैं लेकिन समझने वाले समझ सकते हैं ना समझने वाले नहीं समझ सकते
हेलो सर नमस्कार जैसा कि आपका प्रश्न है कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या उनकी यह आदत सही है सिर्फ अपनी रुचि बातें हो सकती है हो सकता है जो आपके यह बुजुर्ग है जो बाबा है इन्हें जो है अपने इस लाइफ ही जो है दुनिया है यहां की जो बातें हैं यह जो बात अगर है वह पसंद ना आता हो उनके यहां की जो वातावरण पहले थी वही पसंद आता हो आजकल दिखते हैं फ्रेंड्स सब कुछ बदल सा गया है मोबाइल आ गई है टीवी आ गया है लोग एक दूसरे से कितनी भी दूर है लेकिन आपस में मिल लेते हैं लेकिन पहले के लोग इन सब में विश्वास नहीं कर सकती थी फ्रेंड्स मैं आपको बताऊं फ्रेंड की आज कल की जो बुजुर्ग लोग हैं जो पहले की अपेक्षा वाले हैं वह जब एक दूसरे से मिलते हैं तो वह फोन में आप हमको वीडियो कॉलिंग करा दीजिए फिर बात जीतू उनका जो मन है वह नहीं भरता जब तक कि वह आपस में देखना ले एक दूसरे से भेजना कल ले गले ना मिले दो चार बातें करना ले तब तक उनका जो हृदय है वह मानता नहीं जैसे कि उनकी एक नेचर ही हो गया है कि हम इस तरीके से इस परिवेश को सहन नहीं कर पाएंगे या फिर ऐसा बोलेगी नहीं कर पाते एक दूसरे को बिना मिले जो है उनको विश्वास नहीं होता किसी प्रकार की तसल्ली नहीं होती किसी प्रकार का जो है उनका मन भरता नहीं है और जब यह दोनों लोग मिल जाते हैं तो उनकी जो समस्याएं रहती हैं वह दूर हो जाती हैं मिल लेते हैं और आज कल देखते हैं सब कुछ है ऑनलाइन हो रहा है सब घर पर बैठे हैं क्रिकेट में भी बदलाव आ गया है और हंस के मारे समाज में बदलाव आ गया हमारे उठने बैठने रहने खाने-पीने का सभी में देखिए कुछ न कुछ कहीं न कहीं बदलाव आ गया है तो यह बदलाव जो है कहीं ना कहीं जो पहले के लोग हैं उनको एक सुई की तरह चुभन सी होती है क्योंकि वह इस वातावरण में अली नहीं हुए फ्रेंड जैसे कि हम आप जो है इस वातावरण में पल रहे हैं इस वातावरण में इसका यूज कर रहे हैं लाभ उठा रहे हैं तो हमें यह टेक्नॉलाजी यह दुनिया अच्छी लगती है लेकिन आप कल्पना करिए कि जो लोग इसका उपयोग नहीं किए हैं वह लोग इसके बारे में नहीं जानते उनके लिए यह सब चीज है जो है एक बकवास के सिवा और कुछ भी नहीं लगती फ्रेंड आशा है कि आप सभी को यह जवाब पसंद आया होगा
सवाल पूछा गया कि कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है तो क्या यह उनकी आदत जो है वह सही है या नहीं बहुत ही उत्तम प्रश्न है और उम्मीद करता हूं यह जो मेरा जवाब रहेगा कई बुजुर्गों को भी एक राह दिखाएगा या फिर उनको सोच करने पर मजबूर कर देगा तो वैसे यह आदत सही नहीं होती है क्योंकि उस वक्त जो होता है वह किसी के लिए रुकता नहीं है परिस्थितियों जो होती है सेतु एशियन होता है जमाना जमाना जो जिस नजर से देख रहा है जमाना बदल रहा है तो जमाने को नजर देखने का जो नजरिया होता है वह भी बदल रहा है तू अगर वह लोग एक चीज पर अटक अटक गए हैं कि यह चीज पहले ही सही थी अभी सही नहीं है अब क्या किया जा सकता है पहला वाला जमानत वापस लाया नहीं जा सकता इसलिए इसका एक इलाज है जो उस हर बुरे इंसान को हराने वाले इंसान को हर बच्चे को भी करनी चाहिए कोई इलाज क्या है इलाज यह है कि आप किसी भी उम्र में कुछ भी नया सीखना बंद ना करें आजकल लोग देखा गया है देखा गया है कि 2022 या 25 के बाद लोग पढ़ाई करना बंद कर देते हैं क्यों नहीं ऐसा नहीं करना चाहिए हर नई चीज को सीखने सीखने की आदत डाल दीजिए ताकि आपका दिमाग कहीं पर भी ब्लॉक ना हो जाए जी हां आप को हर बार कुछ नया सीखने की आदत डालनी है आप कुछ पढ़ो कुछ करो कुछ सीखो हमेशा अगर यह चीज यह एटीट्यूड हमेशा रहेगा कि मुझे सीखना है अभी तो मुझे सीखना है तू यह चीज कभी भी प्रॉब्लम लाएगी ही नहीं ऐसी कोई भी प्रॉब्लम नहीं है कि कि उनका रिमाइंड ब्लॉक हो गया है तो अगर बुजुर्ग ऐसे कर रहे हैं तो शायद उनका माइंड बहुत साल पहले ही ब्लॉक हो गया है कि उनको कुछ नहीं सीखना है जितना सीखना था वह सीखता है बस और कुछ नया सीखने का बाकी रहा नहीं है तो यह एक छोटी सी प्रॉब्लम है जिससे हर कोई बहुत ज्यादा लोग जूझ रहे हैं परंतु यह चीज ठीक की जा सकती है अगर आपका दिमाग खुला हुआ है नई चीजों को सीखने के लिए अगर उत्तर पसंद आया हो तो साले सवाल के साथ जरुर जुड़े धन्यवाद
कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है यह सही नहीं है जो समय के साथ हमें भी डालना चाहिए पुराने जमाने में आवागमन के साधन नहीं थे और इंसानों को काफी परेशानियां होती थी घोड़ा गाड़ी से चलते थे रोड नहीं थे तो अब परिवर्तन होना बहुत अच्छी बात है लेकिन हमें अपने पुराने संस्कारों को भी नहीं भूलना चाहिए हमें अपने बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए आजकल बच्चे क्या है बुजुर्गों को अनाथालय भेज देते हैं यह सही बात नहीं है और सभी बुजुर्गों को नए जमाने की याद में बुरी नहीं लगती हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी भी बुजुर्ग गई है जो कि टेक्नोलॉजी पर बहुत जोर दे रहा है तो इस प्रकार हमें समय के साथ बदलना चाहिए और हमारे बच्चों को भी अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए धन्यवाद
आपका चलाने की जी की कुछ बुजुर्गों को नहीं जमाने की बातें बुरी लगती है क्या उनकी ज्यादा आदत सही है तो मेरे ख्याल से उन्हें अपनी लाइफ में बहुत ही अच्छी जिंदगी जी होगी और उनके पास वर्षी में बहुत ही अनुभव है इसलिए मेरे ख्याल से इन गुर्जरों की बात एकदम सही है
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
0:59
आपको अपने कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या उनकी आदत सही है बात देखी बात आपकी सही है बुजुर्ग जो है उसके पास जीवन के अनुभव बहुत होते हैं तो उसको मालूम है किस चीज में जहां पर लाभ है और किस चीज पर कहां पर हानि है तू जहां पर लाभ वाली बात होगी तो आप खुद देखिएगा जहां पर लाभ होगा वहां पर आपको कर रही बुजुर्ग नहीं दोगे क्योंकि आप उनके बच्चे हैं इसलिए जीवन में आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए आप उस में सक्षम है कि नहीं उठ जाऊंगा आपको बता देंगे क्योंकि उनको उस चीज का अनुभव है पूजन कंटक वाले मार्गों पर चल चुके हैं उनसे आप आगे ना चलें आपको कोई दिक्कत ना हो इसलिए आपको सलाह मशवरा करके अगर आप उनकी बात बुरी लगती है तो फिर कोई बात नहीं लेकिन कभी भी बुजुर्ग जो है अपने बच्चों के लिए कोई गलत रास्ता नहीं बताएंगे और यही कहेंगे वही कम खर्च करो और अच्छा सोचो हर निर्माण करो कल के लिए कुछ बचाओ यही सब बातें हैं ज्यादा पैसा नेशन के लिए भी थोड़ा सा रोकते हैं लेकिन अपने अनुभव की बात जरूर करते हैं
नमस्कार सोता हूं कि हर बात बुरी लगती है कि उनकी आदत सही है तो सही है जैसे एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी है उसको लेकर भी ज्यादातर लोग एक्सेप्टेबल नहीं है नरम नहीं है जो यंगस्टर हैं या जो काम 20 से 30 साल की उम्र में है उनमें भी ऐसे लोग हैं जो उनका पोस्ट करते हैं उनको नहीं मानते तो चेंज जो है जो बदलाव है उसको एक्सेप्ट कर पाना इतना आसान नहीं होता लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उस को सीए से निकाल निकाल निकाल दे और जो चेंज है वह काफी जरूरी है एक सुमन कांड में क्योंकि समय के साथ-साथ हमारी जो शुरू पर हैं वह बदलती हैं और इसी कारण हमें समय के साथ-साथ अपनी सोच और अपनी आदतें भी बदल ले नीचे उस में बदलाव लाना चाहिए
नाका बस में कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या उनकी यह आदत सही है तो आपको बताए जाएंगे देखिए कुछ जो बुजुर्ग लोग हैं वह बहुत ही रूढ़िवादी सोच वाले होते हैं ऑर्थोडॉक्स जिसको आप कहते हैं ऐसे में उनको बदलाव पसंद नहीं होते हो जहां भी बदलाव की बातें आती हैं या नए समाज नए जमाने की बात आती है तो उनको बुरी लगती है इसी कारण जो जनेशन गैस होता है वह और बढ़ता जाता है आप ही कह रहा है इस बारे में कम सेक्शन अपनी राय जरुर व्यक्त करें मैं शुभकामनाएं आपके साथ हैं धन्यवाद
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका आपका प्रश्न कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या उनकी आदत सही है नहीं ऐसा नहीं होना चाहिए बुजुर्गों को अपने आदत बदलना चाहिए नए जमाने के साथ-साथ उनको भी बदलना होगा नए जमाने के साथ अगर भी नहीं बदलेंगे तो घर में लड़ाई झगड़े चालू हो जाएंगे बुजुर्गों के समय जो जमाना था उसे सबसे भी जिंदगी ठीक थी लेकिन नए जमाने में लोग अपने हिसाब से जिंदगी जीते हैं तो उन्हें भी कुछ अर्जेस्ट करना होगा और अपनी आदतों को बदलना होगा हर बात को बुरा नहीं मानना होगा नए जमाने में नए नए ढंग से जैसे हर बदलाव आ रहे हैं उन्हें भी बदलाव को स्वीकार करना होगा तो जवाब पसंद आए तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद
अपना स्नेह कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या या उनकी आदत सही है भैया उनकी आदत है और आपने आदेश शब्द का प्रयोग किया है तो एक जुबली असली होता है कि रूढ़िवादी होते हैं समय के परिवर्तन को बुजुर्ग को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और कुछ उम्र का भी प्रभाव बहुत जिद्दी हो जाते हैं और अपने बड़े होने के प्रभाव का भी उपयोग करना चाहते हैं इसलिए नई पीढ़ी के द्वारा जो कुछ गतिविधियां की जाती हैं उनके संस्कारों के विपरीत होती हैं उनकी सोच के विपरीत होती बुजुर्गों की इसलिए उन्हें बुरा लगता है लेकिन हर बुजुर्ग ऐसा नहीं होता है बहुत से बुजुर्ग ऐसे होते मध्यम मार्ग ई होते हैं और वह समझौता कर बैठते हैं और बहुत से ऐसे होते हैं कि हर परिवर्तन को स्वीकार कर लेते हैं तो निश्चित रूप से बिल्कुल ही रूठ के बाद ही लोग हैं वह अपने परिवार और अपने समाज के लिए अगर ऐसी सोच रखते हैं तो वह बहुत सही नहीं है थैंक यू
देखी एवं बुजुर्गों को हर बात नहीं बाद में पूरी लगना सिर में बताना चाहूंगा कि इन किसी की आदत नहीं है बट हां वेक्टर एडिशन में चल के आ चुके हैं वह से थोड़ी जानते लाइटमैन टंकी है तो आप अगर उनके सामने कुछ छोटे कपड़े पहने के दो उनको कहीं ना कहीं चुके कि कि हम तो इतना छुपा कर चलते थे यह लोग इतना दिखाओ दिखाओ करके चल रहे हैं हमारे खान-पान इतना सिंपल पहले तरह के लोग कैसे-कैसे क्या-क्या खा रहे हैं तो यह कहीं ना कहीं तो जनसंख्या पैसे की वजह से
बेटे बुजुर्ग लोगों को इस नए जमाने की हर बात बुरी नहीं लगती है मैं आपसे सहमत नहीं हूं क्योंकि मैं बुजुर्ग दिखाई प्रथम प्रतिनिधित्व कर रहा हूं मैं यह नहीं कहता कि हर पुरानी बात अच्छी है और मैं यह भी नहीं मानता कि नहीं जमाने की हर बात बुरी है कुछ अच्छाइयां पुराने जमाने में भी थी और कुछ अच्छा-अच्छा या नहीं जमाने में भी है हमको अच्छा ही अच्छा ही होना चाहिए दोनों को शिकार करना चाहिए यह दुराग्रह कदापि नहीं पड़ना चाहिए कि पुराना ही सब कुछ अच्छा था नया सब कुछ बेकार है अपितु जय पुरानी बहू चेन्नई में हूं अच्छाइयों को लेना चाहिए और युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने का अवसर देना चाहिए उल्टी को तो केवल का ऐड करना चाहिए बाकी करने का कार्य युवा पीढ़ी पर छोड़ना चाहिए और युवा को युवाओं को आगे बढ़ाना चाहिए क्योंकि युवाओं के कंधों पर ही हमारे देश का भविष्य है
जानना चाहते हैं कि कुछ गुजर होकर नए जमाने की हर बात बुरी लगती है क्या उनकी है आदत सही है तो सबसे पहले हम यह समझते हैं कि कुछ बुजुर्गों को दे जमाने की हर बात बुरी नहीं लगती है कि कोई भी बदलाव परिवर्तन परिवर्तन ही संसार का नियम है इसलिए इस बदलाव को एक्सेप्ट करते हैं कि जैसे नया जमाना आ रहा है वैसे-वैसे नए बदलाव आ रहे हैं सारे लोग नहीं कर पाते अपने आप को समय के अनुसार नहीं बदल पाते इसलिए उनको नए जमाने की बात बुरी लगती हो कि उनके जैसी नहीं है जैसा वह अपने जमाने में देखा करते थे अपने आप को इस नहीं जापानी कैसा नहीं बदल करें उनको यह उनको नहीं जमाने की बात बुरी लगती है अगर आप मुझसे पूछे तो क्या उनकी आदत सही है नहीं कि मैं तो यही कहूंगा कि नहीं याद दिलाना कि उनकी आदत हो गई जमाने से सब नए जमाने में खुश होने से रोक रही हो कि तुम नया जमाना आ चुका है हम उसको वापस पुराने जमाने में नहीं बदल सकते ऐसे वक्त में हमारे लिए नहीं चाहिए होता है क्या पूछ रहे हैं जमाने के अंदर जितने भी परिवर्तन आ रहे हैं उन सभी परिवर्तनों को एक्सेप्ट करें स्वीकार करें और हमेशा खुश रहे की आदत होती है आदत हमें नए जमाने में कोई सोने नहीं देती तो उसके लिए हमें अपनी इस आदत को छोड़कर नहीं जमाने की जो भी अच्छी बात है सबसे पहले उसको एक्सेप्ट करना पड़ेगा और तभी आदत हमारी बदमाशी करता हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा हम उसे सवालों के जवाब पाने के लिए सब्सक्राइब करें धन्यवाद
प्रश्न पूछा गया है कुछ बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती क्या उनकी यह आदत से यदि की बिल्कुल भी सही नहीं है लेकिन मैं आपको बता दूं कि हर जवानी में कुछ बातें देखी गलत होती है और कुछ बातें देखिए सही नए जमाने ने बहुत गुस्से की दी है हमें देखिए अपनी सोच बदलने की जरूरत है जैसे कि प्रश्न भी पूछा गया कि हर बात बुरी लगती तो हर बात बुरी नहीं लगनी चाहिए तो इस चोर को दिखे बदलना चाहिए जमाने में आपको सही गलत हर जमाने में मिलेगा तो आपने कुछ बुजुर्गों की बात बोली है हर बुजुर्गों की बात नहीं बोली तो मैं यही बोलना चाहता हूं कि जो कुछ बुजुर्ग हैं उन्हें के पुराने तरीके से जीने की आदत पड़ी हुई है और इस नए जमाने के तरीके और सोच को अपने आप को ना तो वह डाल पा रहे हैं और ना ही दिखे समझ पा रहे हैं और ना ही दिखी वह स्वीकार कर पा रहे इसलिए दी कि उन्हें इस जमाने की बात बुरी लगती है उन्हें देखिए उनके हाल पर छोड़ देना क्योंकि दिखे ना आप इस जमाने को देखकर बदल सकते हो और ना ही दिखे उनकी सोच को बेहतर है उनकी बातों को सहनशीलता के साथ ले ताकि देखिए उन्हें बुरा भी ना लगे जय हिंद जय भारत
एक अनुरोध के सवाल नहीं आ रहे हैं तब दिमाग खराब होता है तब कैसे सॉल्व करें क्वेश्चन को को स्ट्रेट कैसे करें उसके कमाल की बात करें तो मैं तो आज तक नहीं आता है तब तक अच्छा नहीं लगता लेकिन जब मैं समझने लगते हैं और हमारा पूरा होगा उसी पर हो तो बहुत अच्छा लगता है कि जब तक जिस चीज से भागते वह चीज में उतना ही दौड़ आती है जैसे कि अगर मैं यह कहे कि मैं नहीं आ रहा और छोड़ने का मन करे तो बार-बार कितना कठिन होता नहीं है बताने की कोशिश करें और उस पर अपना पूरा फोकस करें तो जैसी मैथ मैथ के सवालों का बहुत ही अच्छा लगता है प्रभारी अच्छी फीलिंग के सवालों को पूरा करें भंगी सब्जेक्ट होते हुए भी होता है बट कुछ बात में डिफिकल्ट लगता है क्वेश्चन करना स्टार्ट करना चाहिए बड़े क्वेश्चन बोलेगा तभी भी बहुत अच्छा लगने लगता है उनका जवाब बताए
आपका प्रश्न शायर और गीतकार में क्या अंतर है तो देखें शायद जो है वह अरबी फारसी उर्दू भाषा के रचनाकार को करते कभी को कहते हैं समझा अपना जो शेर लिख करके गजल को पूरा करता है उससे कहा जाता है और हिंदी भाषा में उसको कभी कहते हैं उन कवियों में भी गीत जो है तो गाना गीत और गीती तीन शब्द है गाना गीत और गीत तो गाना तो उसे कहते हैं जो सर क्या रो रो रो के साथ प्रस्तुत हो गीत उसे कहते हैं जिसे भूखे के सत्य के साथ गाया जाए और गीती उसे कहते हैं जो दोगे हुए सत्य के साथ लिखा जाए और वह भी सत्य के साथ गाया भी जाए तो मैं नंतर आपकी दी मित्र यह की उर्दू का कभी जो है उस शायर है और हिंदी का जो रचनाकार है कभी है गीतकार है थैंक यू
बोल कर आप को कैसे आता है जोकि बोलकर है पर हम बहुत करते हैं किसी भी सवाल का जवाब देना किसी भी सवालों के ऊपर जाना बहुत आसान है बोलकर है पर अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो इस बार 32 बार डाल दीजिए और उसका अर्थ और आपको जरूर मिलेगा दवा लेते हो तो कैसे मिलते हैं पर भी जरूरी है और बहुत अनुभवी लोगों पर आधारित सवाल भी पूछ सकते हैं अनुरोध भी कर सकते हैं यह सारे कष्ट दूर करें बहुत ही पसंद है और इनसे फोन करके आप जवाब देना और बोल कर के प्रश्न पूछ सकते हैं लिख कर के प्रश्न पूछ सकते हैं जो किसी खास डिस्टर्ब है अगर आपको कोई दिक्कत है बोलकर आप में तो तुरंत का समाधान होता है बोलकर तो है इस बात के लिए बहुत एक्टिव रहते हो कोई समस्या आ रही है दिखाते थे जैसे कि हिंदी लैंग्वेज को ज्यादा महत्व देना और भारत में नंबर वन पर बहुत सारी खासियत है जो कि समय-समय पर अपडेट होना मैं तुम्हें छोड़ते हैं उनका स्वागत करना तुम्हारे हर बार प्रतियोगिता का नाम को कैसे खाता बनाता है बिना कुछ किए उनके पिता का हिसाब जाड़ा लगता है और मुझे उम्मीद है कि आप को भी बोलकर पसंद होगा और जिन को नहीं पसंद होगा उनको भी कुछ समय में पसंद आ जाएगा चलाने लगे और इतने भारत का सबसे नंबर वन पंचायतों में सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग को शुरू हो चुकी है
GM - Finance & Company Secretary (Finance professional )
2:21
नमस्कार दोस्त क्रेडिट कार्ड आलोक क्यों पसंद करते हैं उसके बारे में आप जानना चाहते हैं मैं यह बताना चाहूंगा कि क्रेडिट कार्ड जो है वह आपको यह एक सुविधा माया करता है जिसमें कि आपके बैंक अकाउंट में पैसा नहीं होने के बावजूद भी आप को सामान खरीद सकते हैं मान ले आपको कुछ सामान खरीदना है किस दुकान में आ गए हैं किस मार्केट में गए हैं और आपके पास और सामान को पसंद आ गया कि आपकी खुशी फैमिली मेंबर तो कोई सामान पसंद आ गया तो आप अगर खरीदना चाहते हैं तो वह आपके बैंक अकाउंट में पैसा नहीं है लेकिन आपके पास पैसा आने वाला है आने वाला टाइम में अगले महीने में कब आने वाला है तो आप क्रेडिट कार्ड में बिना कुछ एडिशनल पेमेंट करें आप क्रेडिट कार्ड में कमेंट कर सकते हैं और उसको आप करीब करीब 30 से बचा ले दिन के बाद भी आप पेमेंट कर सकते हैं क्योंकि क्रेडिट कार्ड कंपनी है जितने भी है सारे 30 दिन 40 दिन का आपको क्रेडिट देते हैं तो उसको अगर आप पेमेंट कर सकते हैं तो क्रेडिट कार्ड सबसे बेस्ट है क्रेडिट कार्ड के माध्यम से पेमेंट करना सबसे बेस्ट है क्रेडिट कार्ड में पेमेंट करने में एक और फायदा भी है कि आपको कुछ कुछ रीवार्ड प्वाइंट्स मिलता रहता है उसमें तो वो क्रेडिट कार्ड को इसलिए लोग काफी ज्यादा लाइक करते हैं और काफी सहूलियत है तो बस क्रेडिट कार्ड को अगर आप बहुत डिसिप्लिन तरीके से आकर एयरपोर्ट को यूज करेंगे तो जैसे कि आपने मैडम बोल देना चाहूंगा कि 1 तारीख से लेकर 30 तारीख तक आपने क्रेडिट कार्ड को यूज किया अलग अलग टाइप के पेमेंट करने के लिए और उसका जो फिर दिलाएगा अगले महीने करीब दस तारीख 1 तारीख को गरीबी लाएगा और आपका पेमेंट करने के लिए बोलेगा तो आपको पेमेंट चेक जल्दी टाइम ले कर देना चाहिए पूरा का पूरा पेमेंट पार्ट पेमेंट मत कीजिए और पेमेंट पूरा कर दीजिए तो एक दूसरे से फैसिलिटी है और काफी सारे रिवॉर्ड पॉइंट से मिलता है क्रेडिट कार्ड जब पेमेंट करने से तो इसी वजह से है जो लोग क्रेडिट कार्ड को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि डेबिट कार्ड में जो है वह आपके जो बैंक अकाउंट से लिंक होता है डेबिट कार्ड मटका ड्रेस फॉर एटीएम कार्ड बोलते हैं तो उसमें से आपका पैसा जो आपके बैंक अकाउंट से इमीडीएटली चला जाता है तो यही है जो क्रेडिट कार्ड का खास खासियत है जिसके लिए लोग ज्यादा पसंद करते हैं क्रेडिट कार्ड पेमेंट करने के आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा तो आप प्लीज इसको लाइक कीजिए और मेरे को सब्सक्राइब कीजिए धन्यवाद थैंक यू
डिलीवरी आचरण मेरा साथ दिनों से आर्डर नहीं मेरा पहुंचा तो क्या करूं उसको सजा दिला सकूं मैं बताएं आप इसमें सजा वैसा कुछ नहीं दिला सकते हैं आप उनको कॉल करके पूछ सकते हैं क्या वजह रही है और अगर 5 दिन में उन्होंने आपको बोला था कि 7 दिन के अंदर अंदर आपको डिलीवरी हो जाएगी और अब तक नहीं हुई है तो इस केस में आप जो है ना उनको चार्जेस जो है वह नहीं दे दो कि ऐसा रोल होता है कि जो आपको टाइम बताया गया है अगर उस टाइम के अंदर अंदर डिलीवरी ना हो तो आप उसके लिए पैसे नहीं देते
संस्कृतप्रचारक, संस्कृतभारती जयपुरमहानगर प्रचारप्रमुख और सन्देशप्रमुख
1:53
नमस्कार मित्र आपने प्रश्न किया है कि हम दूसरों के संस्कृति को अपनाते हैं क्या हमारी संस्कृति को यूरोप अमेरिका अपनाते हैं क्या मित्र भारत देश है सभी की संस्कृति को स्वीकार करता है सभी को मानता है परंतु हमारे जो संस्कृति है भारत देश की जो संस्कृति है उसे ना तो कोई यूरोप अपनाता है ना कोई अमेरिका और ना ही कोई देश उसे अपना था है केवल भारत ही एक ऐसा देश है जो सभी की संस्कृति को भी स्वीकार करता है जैसे कि भारत के जो लोग हैं वह भारत देश की संस्कृति को छोड़ कर के और पाश्चात्य संस्कृति अर्थात विदेशी संस्कृति को अपना रहे हैं स्वीकार कर रहे हैं आज की तरह टेंशन हो रहा है उनका परंतु और विदेशी जो लोग हैं वह हमारी संस्कृति को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करते हैं वैसे बिल्कुल भी नहीं अपनाते हैं वह जब यहां आते हैं तो खुद की संस्कृति का प्रदर्शन यहां पर करते हैं का प्रभाव हमारे भारत देश के लोगों के ऊपर देखने को मिलता है कि वे लोग धीरे-धीरे उनकी ही संस्कृति को अपनाने लगते हैं परंतु जब विदेशी लोग यहां घूमने आते हैं तब भी वह यहां की संस्कृति को अपनाते नहीं है इसका मतलब यही है कि केवल भारत देश के लोग हैं दूसरों की संस्कृति को अपना रहे हैं बाकी दूसरे लोग जो है विदेशी लोग जो है वह भारत के संस्कृति को अपनाते नहीं है धन्यवाद
ट्रस्ट है मेरा एक सवाल है जो लड़कियां टीशर्ट जींस पैंट पहनते हैं क्या वह अगले पर मानी जाती है लड़कियां साड़ी पर भी हो तो पिछड़ा बनवाना चाहता है ऐसा कुछ नहीं है आजकल क्योंकि आजकल आप उन तक जो मॉडर्न गर्ल एजुकेटेड गलत है मैं कहूंगी तो शहर की लड़कियां हैं बेसिकली यहां पर मैं कुछ गलत नहीं बोलना चाह रही हूं पर मैं एक आपको क्लियर बात करने के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल कर रही हूं तो जो शहर की लड़कियां हैं वह भी आजकल साड़ी पहनना बहुत प्रेशर करते हैं इंसाफ साड़ी एक बहुत ही अच्छा स्टाइल स्टेटमेंट बन चुका है तो ऐसा कुछ नहीं है कि जो जींस पहनती है वह आगे मानी जाती है सादा और जो साड़ी पहन के पिछड़ेपन में मानी जाती हैं मेरा यह मानना है कि पहरा वैसे हम जो है किसी का भी किसी को भी जज जो है हम नहीं कर सकते हैं
जैकी चतुर्भुज के चारों कोणों का योग 360 डिग्री होता है इसको ग्रुप करने का सिंपल सा है अपना प्लीज आप जहां भी चतुर्भुज ड्रॉ है चाहे वह आप ही के बुक में है यह आपके सामने कोई मटेरियल पढ़ा हुआ जो चतुर्भुज का सारी वुडन मैटेरियल है या प्लास्टिक का मैटेरियल है आप उसको ना प्लीज सारे कौन आपको 90 डिग्री से मिलेंगे अगर ए बी सी और डी चारो कुल मिलाकर आपको 360 डिग्री है तो अपने आप हो गया ना
प्रश्न है प्यार क्यों होता है देखिए हर इंसान को जिंदगी में किसी ना किसी से एक बार प्यार जरूर होता है लेकिन किसी से प्यार होने के बाद कुछ समय बाद हर कोई सोचता है कि आखिर प्यार क्यों हुआ दरअसल जब आप किसी के प्यार में पढ़ते हो तो असल में आपकी उसकी शक्ल पर्सनालिटी से उसकी लुक को देखकर प्यार कर बैठे हो और देखिए और कुछ दिमाग की केमिकल्स होते हैं जिसकी वजह से ऐसा देखा जा सकता है दर्द देखा जाए तो प्यार में केमिकल प्रोसेस होने के कारण आप अपनी इच्छाओं के चलते किसी की तरफ अट्रैक्ट हो जाते हैं कुछ रिसर्च साबित करती है कि प्यार का होना असल में ब्रेन केमिकल प्रोसेस होता है अक्सर आप जब किसी सुंदर लड़की या औरत को देखते हैं तो उसे देखते रह जाते हैं क्योंकि एक सुंदर चेहरा सुंदर आंखें आपको अच्छा ना भव करवाती है आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ दीवानी ऐसे हैं जो हीरोइन जैसी लड़कियों को देखना पसंद कर और जैसे उन्हें उस लड़की में हीरोइन की शक्ल नजर आती है वह प्यार कर बैठती है लेकिन काफी ऐसे नहीं भी होते जो केवल चेहरा देखे जिंदगी में हर कोई अपने पार्टनर को लेकर कुछ ना कुछ तो जरूर सोचता है ऐसे में जब आपको किसी ने उस तरह के गुण दिखाई देते हैं जब आपको उनसे प्यार हो जाता है कभी-कभी अच्छा बर्ताव के कारण भी कोई एक या कई लोग आपको प्यार करने लग जाते हैं यह भी एक कारण हो सकता है कि जब हम किसी में वह सारे गुण देखते हैं जो हम अपने लाइफ पार्टनर में देखना चाहते हैं तो ऐसे में भी प्यार हो जाता है धन्यवाद
नमस्ते आप का सवाल है क्या लॉकडाउन के कारण इवेंट उद्योग 80% तक घट गया है दिखती प्रचंड क्या 95% तक इवेंट घट गया था लेकिन अब जाकर धीरे-धीरे सिचुएशन कामों में आ रहा है क्योंकि अब जब आपको सोसाइटी में आदमी का मिलना जुलना हो रहा हो तब तो इवेंट्स होते हैं किसी का शादी हो किसी का सालगिरह हो कोई फंक्शन हो तो उसके लिए एक आदमी का दूसरे आदमी से समाज का एक समाज से दूसरे समाज से मिलना जरूरी होता है तू अभी जिस तरह से 2020 की सिचुएशन थी तो सारा समाज में आदमी मिल रहे थे एक दूसरे से ना पर्सनल इवेंट होता कैसे 20% तक कमी बता रहे हैं 95% तक कम हो गया था इवेंट उद्योग चाहे वह शादी से जुड़ा हुआ हो चाहे मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ इवेंट हो लेकिन हां अब धीरे-धीरे काबू में आ रहा है और ऑनलाइन हीं बैंड का सबसे ज्यादा करो ना के टाइम बेनिफिट ऑनलाइन स्टडी हो चाहे ऑनलाइन किसी कंपटीशन का तैयारी हो तो ऐसा इवेंट जो ऑनलाइन हो रहा है उसका भी चलती है और ऐसे तो दिक्कत है
आपका सवाल है कि मोदी जी की गवर्नमेंट में से कौन-कौन से कार्य की है जिससे लोगों को सच में कुछ फायदा हुआ है तो देखिए मैं इसका आंसर जैन वन देने वालों को सबसे पहला फायदा है वह हाईवे कम आप सभी को पता है आज के समय हमारे देश के अंदर तकरीबन 29 से 30 किलोमीटर पर डे के हिसाब से हाईवे बनाए जाते हैं और जब मनमोहन सिंह जी की सरकार थी उस समय 19 से 20 किलोमीटर पर डे के हिसाब से हाईवे को बनाया जा रहा था यानी कि आज किस समय काफी तेजी से हाईवे को बनाया जा रहा है जिससे आपको भी पता है सिर्फ लोगों को फायदा नहीं होता है जितनी भी कंपनीज होती है जो अपने प्रोडक्ट को एक स्टेट से दूसरे स्टेट में शिफ्ट कर दिया वहां पर भेजती है तो उन्हें काफी ज्यादा फायदा होता है क्योंकि उनकी जो टाइम की बचत होती है वह काफी ज्यादा हो जाती है हाईवे की वजह से तोमर देश के अंदर जो हाईवे की लाइन तो काफी ज्यादा बढ़ाई जा रही है जो हाईवे वह अफसरों के अंदर से नहीं को के जाने वाले हैं वह शहरों के बाहर से जाने वाले जो कि काफी अच्छी बात है यह कौन से मुझे काफी अच्छा लगा है प्लीज देखिए हमारे देश आपको पता है जब 2014 था उस समय हमारे देश के अंदर तकरीबन जो स्मार्टफोन सिर्फ असेंबलिंग की कंपनी यानी कि जो स्मार्टफोन नहीं बनाती थी सिर्फ असेंबल करती थी उसकी सिर्फ दो कंपनी थी लेकिन जब मोदी जी आए जब उन्होंने मेक इन इंडिया का जो कांसेप्ट है उसे इंट्रोड्यूस किया उसके 2 साल बाद में यानी कि दो हजार अट्ठारह उन्नीस के आसपास हमारे देश के अंदर तकरीबन स्मार्टफोन की 100 से भी ज्यादा असेंबलिंग कंपनी बता चुकी थी हमारे देश के अंदर वीडियो मार देश के लिए काफी अच्छा था इससे लोगों को काफी रोजगार भी मिला सभी आपको पता है मार देश के अंदर और भी बहुत सारी कंपनी जा रही है जो कि काफी अच्छा काफी अच्छी बात है क्योंकि गवर्नमेंट उन्हें काफी अच्छा है इंसेंटिव दे रही है जिससे उन कंपनियों को फायदा हो रहा है और इससे देखिए हमारे देश के अंदर रोजगार भी काफी बढ़ रहा है देखिए जो मोदी जी की गवर्नमेंट है वह फ्यूचर प्रोजेक्ट पर काफी ज्यादा फोकस कर रही है जैसा आपको पता होगा बुलेट ट्रेन का जो प्रोजेक्ट है उसके ऊपर प्लस अमर देश के अंदर जो स्मार्ट सिटी है जैसे धोलेरा ऐसा यार या फिर गिफ सिटी इनके ऊपर भी काफी फोकस कर रही है और यह दोनों जो शहर है देखिए अभी फायदा नहीं दे रहा है नो डाउट लेकिन आज से 10 15 साल बाद में जो आपको अमेरिका के अंदर न्यूयॉर्क मिलता है जो फ्रांस के अंदर पेरिस मिलता है जो इंग्लैंड के अंदर लंदन मिलता है ऐसे शहर मार देश के अंदर डिवेलप हो रहे हैं उनकी फ्यूचर में में काफी अच्छा प्रॉफिट देने वाले लोगों को काफी अच्छा एनवायरमेंट देने वाले जितने भी मल्टीनेशनल कंपनीज होती है एमएनसी होती है वह इंडिया में ऐसे शहरों के अंदर ही शिफ्ट होने वाली है इसलिए हमारे देश के अंदर ऐसे शहर को डाउनलोड किया जा रहा है तो देखिए यह जो मोदी जी की गवर्नमेंट है कि फ्यूचर अप्रोच को लेकर चल रही है जो कि काफी अच्छी बात है धन्यवाद
प्रश्न है की भाषा का जीवन में क्या महत्व है लिखिए भाषा विचारों को व्यक्त करने का एक प्रमुख साधन है भाषा विचारों को आसानी से और अच्छे से व्यक्त कर सकती हैं और साथ ही इसकी सहायता से हम काफी विशेष समाज यह देश के लोग अपने मनोगत भाव अथवा विचार एक दूसरे पर प्रकट करते हैं दुनिया में हजारों प्रकार की भाषाएं बोली जाती है हर व्यक्ति बचपन से ही अपनी मातृभाषा या देश की भाषा से तो परिचित होता है लेकिन दूसरी यह समाज की भाषा से नहीं छोड़ पाता भाषा विज्ञान के जानकारों ने यूं तो भाषा की विभिन्न वर्ग स्थापित करके उनमें से प्रत्येक के अलग-अलग शाखाएं बनाए हैं हमारी हिंदी भाषा भाषा विज्ञान की दृष्टि से भारतीय आर्य शाखा की एक भाषा है ब्रजभाषा अवधी आधी इसकी उप भाषाएं हैं 55 बोली जाने वाले अनेक भाषाओं में बहुत कुछ सामने होता है मानव समाज के साथ ही भाषा का भी बराबर विकास होता इसी विकास के कारण भाषा में सदा परिवर्तन होता रहता है सामान्यतः भाषा को वैचारिक आदान-प्रदान का माध्यम कहते हैं और यह बेहद जरूरी भी है इसके बिना इसका महत्व हमें आसानी से समझ आ जाता है जब हम सामने वाले की बात स्पष्ट रूप से समझ नहीं पाते जब तक वह भाषा का प्रयोग नहीं करता है तब तक हम यह नहीं समझ पाते कि उसके कहने का क्या उद्देश्य है वह क्या कहना चाहता है इसीलिए हमारे जीवन में जितना सांस लेना महत्वपूर्ण हो गया है उतना ही भाषा को सीखना महत्वपूर्ण है धन्यवाद
क्वेश्चन है डिस्क्राइब द टर्म प्लान हो रहा है तो बताइए पहले साथ-साथ कुछ भी उठा कर सवाल पूछना सबसे पहले खुद को समझना चाहिए कि मतलब हम क्या पूछ रहे हैं यहां पर कौन सा व्यक्ति उसका उसका जवाब देगा या नहीं देगा आपके सवाल का सीधा मतलब यह है कि सबकी योजना की वर्णन कीजिए अब कौन सा शब्द क्या है आपका क्या उसका वर्णन क्या करना है तो भाई कुछ समझ से बाहर जा रहा है इंग्लिश में तो आप सवाल कर देते समझ में आ रहा लेकिन यह नहीं समझ में आ रहा किस शब्द का वर्णन करना जिस पर हम आपको जवाब दें आप इसी सवाल को फिर से आप अप्लाई कीजिए और सही सवाल कीजिए इंग्लिश नहीं कीजिए कोई बात नहीं लेकिन ऐसा कीजिए कि उसका समझ में आया उसका जवाब सही से दिया जाए धन्यवाद
एक ही आपका सवाल बहुत लंबा है कानून के ऊपर कानून बनाना चाहिए जनता के हित में प्रजातंत्र के हित में ऐड किया है अब बनाने की कोई जरूरत नहीं जो बने हैं जितने कानून बने हमारे देश के अंदर यदि उसी का पालन कर लिया जाए तो मेरे ख्याल से और हमें कानून बनाने की कोई जरूरत नहीं है हमारे एक ऐसा देश कौन सा कानून लागू नहीं है लेकिन क्या है उसे फॉलो नहीं करता है सही करता है यही वजह है कि मतलब हमारे देश में कानून रहकर भी वे कानून लोग घूम रहे हैं और करप्शन हत्या अत्याचारी सब पुरानी बातें हमारे देश के लोकतंत्र है सब लोग सबकी अपनी आजादी है अपनी अपनी बात रखने की अपनी बात बोलने की लेकिन कहीं ना कहीं कानून का जवाब नहीं करते हैं यह बहुत गलत बात है हमारे भविष्य के लिए सरकार को बजा को दोनों को कानून के मुताबिक चलना चाहिए जय पर कानून की हत्या लोकतंत्र की हत्या सरकार द्वारा प्रशासन द्वारा ही होता है जनता के विद्यालय गरीब है उसके पति को लागू करना है पुलिस वाले क्या करें कुछ पुलिसवालों को वजह से हमारा पुलिस प्रशासन को भी बनाने उठानी पड़ती है कि पुलिस प्रशासन से पद वाले अक्सर बड़े पद वालों को भी करप्ट कर देते हैं यही सब कानून है यह सब कानून को सबसे पहले सरकार को फॉलो करना चाहिए उस को मजबूत बनाना चाहिए जनता को हमेशा सरकार को ही फॉलो करें धन्यवाद मेरा जवाब आपको अच्छा लगा धन्यवाद
प्रश्न है क्या आजकल बच्चे ज्यादा आजादी चाहते हैं देखिए घर में कैद रहना किसी भी व्यक्ति को अच्छा नहीं लगता अगर बच्चों पर हम ज्यादा रोक-टोक लगाते हैं या फिर उन्हें चीजों से मना करते हैं चाहे वह उनके अच्छे के लिए हो या फिर बुरे के लिए वह तूने वह चीजें पसंद नहीं आती और आजकल तो हर व्यक्ति खासकर कि बच्चे अपना एक प्राइवेट स्पेस चाहते हैं वह चाहते हैं कि उन पर ज्यादा रोक-टोक ना लगाई जाए उनके जीवन में ज्यादा दखलअंदाजी ना की जाए जब भी मां-बाप जो है अपने बच्चों को रोकते रोकते हैं तो उन्हें चीज से चिड चिड आहत हो जाती है और नफरत से उनके मन में पैदा होने लगती हैं वे चाहते हैं कि उनके माता-पिता किसी भी तरीके से उन्हें ज्यादा रॉकेट ओके ना उनके मन की मर्जी उन्हें करने दें क्योंकि वह चाहते हैं कि अगर वह अपने मुताबिक जो जिंदगी जिएंगे तो वह जिंदगी उनके बताए रास्ते से ज्यादा बेहतर हो सकती है जिसकी वजह से आजकल के बच्चे जैसे जैसे नई चीजों को अपना रहे हैं और इस दुनिया में घुलने मिलने लगे हैं तो वह चाहते हैं कि उन्हें हर तरीके की आजादी मिले उन्हें किसी भी चीज के लिए रोका टोका ना जाए धन्यवाद
हेलो एवरीवन आपका प्रश्न है अखबार पढ़ने के लिए क्या-क्या खत्म हो जाना इसका मनोविज्ञान क्या है जब किसी को अखबार पढ़ने की रुचि जिज्ञासा नहीं रहती तो सोचे कि उसके मन में कुछ और ही चल रहा है और उसके मन में कुछ और ही टेंशन है इसलिए वे अखबार नहीं पड़ रही है नहीं तो अखबार पढ़ना तो बहुत अच्छी चीज होती है उसे देश विदेश की जानकारी हमें प्राप्त होती और हमारे समाज में देश में क्या चल रहा है सब अखबार के माध्यम से मैं पता चल जाता है और ज्यादातर लोगों की रूचि अखबार पढ़ने में होती ही है सभी लोग सुबह सुबह अखबार जरूर पढ़ते हैं पर अगर किसी की अखबार पढ़ने में रुचि खत्म हो जाए तो समझ लीजिए कि उसके मन में दिमाग में कोई और टेंशन चल रही है कोई और परेशानी की वजह से लिख मारने ध्यान नहीं दे पा रहा है इसीलिए मुझे मारने की रुचि नहीं है तो फ्रेंड्स जवाब अच्छी लगे तो लाइक कीजिए धन्यवाद
हेलो एवरीवन आपका प्रश्न है घर पर चाय का मसाला बनाने की अच्छी सी विधि क्या है सच्चाई का मसाला घर पर बनाने की विधि तो आपको चाय का मसाला घर पर बनाना है तो उसके लिए आप अपने साथ रख लीजिए अदरक पाउडर ले लीजिए अदरक ले लीजिए उसमें काली मिर्च डाल लीजिए और ले लीजिए और आप उसमें अदरक नहीं है तो सूट भी डाल सकते हैं किसी अदरक के सूट का पाउडर लोगों काली मिर्च आती इलायची ले लीजिए छोटी वाली इलायची जिसे खुशबू बहुत अच्छी आती है छोटी इलायची ले लीजिए सब कुछ कर मिलाकर पीसकर रख लीजिए और जब भी आप चाय बनाइए तुलसी आप थोड़ी सी ले सकते हैं तुलसी का पाउडर मिला सकते हैं और जब भी आप चाय बनाई यही मसाला डालते तो आप की चाय बहुत अच्छी बनेगी धन्यवाद
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न है गुगली रेलवे स्टेशन का क्या नया नाम क्या है तो हुबली रेलवे स्टेशन कर्नाटका में है और कर्नाटका सरकार ने हुबली रेलवे स्टेशन का नया नाम क्या है और उसका नया नाम है रिश्ता सिद्धा स्वामी और उसका यही हुबली रेलवे स्टेशन का नया नाम से टिकट सिद्ध स्वामी रेलवे स्टेशन टो फ्रेंड्स अगर आपको जॉब पसंद आए तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद
हेलो फ्रेंड्स आप का प्रश्न है मेरे पति बहुत लापरवाह है और वह आदमी है रात दिन मोबाइल में व्यस्त रहते हैं ना आने वाले कल की चिंता है और ना ही आज की चिंता है तो मुझे क्या करना चाहिए तो अगर आपके पति बहुत ज्यादा मोबाइल चलाते हैं तो आप उन्हें प्रेम से समझाइए कि आपको काम करना चाहिए काम करने से हमारे आने वाला कल बहुत अच्छा होगा और और भी काफी समय बहुत अच्छा काम करेंगे पैसे आएंगे कर अच्छे से चलेगा और बच्चों के पालन-पोषण में भी मदद मिलेगी आप सब का उदाहरण देकर उनको समझाएं कि सब लोग आप हमको मोबाइल चलाने दीजिए थोड़ी देर चलाइए लेकिन टाइम पास के लिए थोड़ा एक-दो घंटे चलाइए ज्यादा फोन मत चलाइए ज्यादा फोन चलाने से आप हम को समझाइए कि आपके दिमाग में भी असर पड़ेगा आपका सर दर्द होगा और आपकी आंखें दर्द होने लगेगी आप उनसे प्यार से बात कीजिए और प्यार सिंह को समझाइए आपकी बात अवश्य मान जाएंगे धन्यवाद
हेलो एवरीवन आपका प्रश्न क्या हमारे बच्चे उन सभी खेलों को नहीं खेल पाएंगे जो हम सभी बचपन में खेलते थे तो फ्रेंडशिप अगर आप बच्चों को भी सब खेल सिखाएंगे तो जरूर खेल पाएंगे और बताएंगे कि हमारे समय में ऐसे क्यों होते थे ऐसे हम लोग खेल खेलते थे जब आप हमको मनोरंजक तरीके से बताएंगे खेल का समझाएंगे तो वह जरूर समझ जाएंगे और हमें सिखाना भी चाहिए अपने बच्चों को बताना चाहिए कि पहले के जमाने में कौन-कौन से खेल होते थे और कैसे हैं सब लोग खेलते थे उस समय तो मोबाइल नहीं था तो लोग खेल खेल कर ही अपना मन बहला देती और खेल खेलने से शरीर की बहुत सारी अच्छी भी हो जाती है तो इसलिए खेल खेलना बहुत जरूरी है उसे शारीरिक परिश्रम के लिए भी खेल खेलना चाहिए उसे हमारा शरीर उस उस उस तंदुरुस्त हो जाता है शरीर चुस्त दुरुस्त हो जाता है इसलिए खेल हिंदी रहना चाहिए बच्चों को समझाएं बताएं कि कैसे खेल अच्छे होते हैं तो बच्चे भी जरूर खेलेंगे धन्यवाद
ब्याव शादी के बाद लड़कियां मोटी क्यों हो जाती है इससे बचने के लिए कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए दोस्तों अक्सर देखा गया है कि शादी के बाद लड़की हो कि लड़का हो वह मोटे हो जाते हैं उनका मेन रीजन भी होता है क्या होती है उसको अपने माइंड से उस चीज को निकाल देते हैं इससे क्या होता है कि आपका जो शरीर तो पहले कमजोर होता है वह थोड़ा हेल्दी बन जाता है सब कुछ ऐसा ही कुछ लोग मोटे हो जाते हैं फिर दूसरी और किसी भी चीज को कटिंग निजात पा जाती है चुटकुले करते हैं क्या मुझको कोई टेंशन नहीं है जो भी काम करेगा हस्बैंड करेगा जिसकी मनी इत्यादि की परेशानियां होती है बाय द वे लड़कियां जो है वह घर का काम होता है पर इसमें यह बता कि लड़कियों का जो होता है दोस्तों को और को टेंशन दे वह बहुत ज्यादा कम हो जाती है शादियों के बाद दूसरे बाद उनके परिवार नया मिलता है उनके साथ वह घुलमिल जाती है मन अच्छा लगता है प्रसन्न रहते तो उनका तो दोस्तों इस कारण से भी जो है वह बैठ जाता है और यदि आप दोस्तों मोटापे से आप निजात पाना चाहते हैं तो इसका संतुलित भोजन कीजिए और लिमिट काकी जी खुश रहिए और टेंशन तो अब मुफ्त है परंतु खाना जो है वह आपको लिमिट का कर देना चाहिए
जी आप का सवाल है कि न्यूक्लियर पावर प्लांट की चिमनी की जोड़ी क्यों होते हैं तो दरअसल आप का मतलब है आप का मतलब इससे है कि एक गुंबद के आकार का बनाया होता है उसे आप जिम नहीं बोलते हैं इससे जीवनी नेताओ टावर कहा जाता है वह बड़े पावर प्लांट बड़ी मात्रा में गर्मी का उत्पादन उत्पन्न करता है लेकिन उसका लगभग आधा ही प्रयोग करते हैं इसलिए पर गिरने से बचने के लिए शेष कर्म को छोड़ना जरूरी है इसलिए शिव पुराण में छोड़ देते हैं यदि आसपास कोई बड़ी नदी का पानी का प्रयोग करते हैं लेकिन यदि नहीं तो उसे वाटर द्वारा गर्म छोड़ने के लिए बड़ी चिमनी जैसे टावरों का निर्माण करते हैं यहां यह चिमनी बाप छोड़ती हैं ने जमाया वितरण और इतने बड़े टावर क्यों बनाए जाते हैं टावर के नीचे मैं गर्म पानी छोड़ने से वह गरम लगने लगते हैं और टावर के अंदर ऊपर उठाना शुरू कर देते हैं इसी तरह गर्म हवा का एक बार उठता है फिर नीचे की ओर खुली जिंग जिंग वाली जगह से ताजी हवा अंदर खींच आती है और वैश्वीकरण दोबारा पानी को ठंडा करता है टावर को इतनी बड़ी मात्रा में हवा की आवश्यकता है कि जितना गर्म पानी की बड़ी मात्रा को ठंडा करने के लिए आवश्यक है पानी को पानी जितना मात्रा में टावर प्लेट में प्रयोग होता है वह सस्ता नहीं है बल्कि वह अजीत अत्यधिक शुद्ध होता है धन्यवाद
सवाल पूछा गया है वित्तीय रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है तो देखिए आज अब हम बात करते इंडियन फैमिली की इंडियन जो हमारे कल्चर है उसके कोडिंग अगर कोई स्त्री वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर नहीं है तो अगर उसको डोमेस्टिक वायलेंस का भी सामना करना पड़ रहा है या फिर कुछ ऐसी चीज उसके साथ हो रही है जो एक जोतने की मौलिक नहीं है जो एक नैतिक व्यवहार उसके साथ नहीं किया जा रहा है फिर भी उसे वह सब सहना होगा क्योंकि अब वित्तीय आत्मनिर्भर नियमित रूप से अगर बात पर निर्भर होती तो वह अपने आप को पालने में सक्षम होती अपने बच्चों को अपने परिवार वालों अब जो भी है 18 में बीती रात नहीं पड़ता है किसी के लिए बहुत ज्यादा जरूरी था कि वह इस तरीके की चीजों के खिलाफ आवाज उठा सके अगर हम बात करते हैं किसी भी स्त्री के इंडियन मैं तो डोमेस्टिक वायलेंस बहुत ही कमेंट चीज है पति आए दिन अपनी पत्नियों पर हाथ उठा देते को दोष दिया जाता है अब उसके ऊपर भी वह कुछ नहीं कर पाती क्योंकि रूप से आत्मनिर्भर नहीं है अगर वह अपने पति का घर छोड़ कर चली जाएगी तो उसके मायके वाले दो उसको एक्सेप्ट नहीं करेंगे तो फिर वह जाएगी कैसे तो एक लड़की वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होती है तो उसमें बाइक उसका जो आत्म सम्मान है उसकी रक्षा बसाने से कर सकते इस तरीके के और व्यावहारिक जो कृत्य होते रहते हैं हमारे यहां पर आए दिन लड़कियों के साथ के साथ उसमें काफी हद तक वह अपने आप को अपने तरीके से अपने हिसाब से चीजों को मैनेज करने की कोशिश करेगी और बहुत सारी समस्या उसे आसानी से छुटकारा पा लेगी इसमें बहुत सारे परिवार जरूर टूट जाएंगे पर आखिर कब तक एक औरत को ही हर चीज सहनी पड़ेगी तो मेरा यह मानना है कि कॉलेज में वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होती है तो वह अपने आत्मसम्मान की रक्षा भी बहुत अच्छी तक कैसे कर सकती है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
पूछा गया है लड़कियों के लिए आत्मनिर्भर होने के बावजूद भी कौन सी चीजें आज भी उनके लिए नहीं बदल पाए तो हमारा कल्चर है जो हमारा यहां परियों से चला आ रहा तुम्हारे हमेशा यही बताया जाता है कि लड़कियों को एडजस्ट करना चाहिए लड़कियों को सहनशील होना चाहिए सामने वाला आप पर गुस्सा भी कर रहा है तो आप को शांत रहना चाहिए क्योंकि आप लड़की हो आप को बच्चों का घर का देखभाल करना पड़ेगा क्योंकि आप लड़कियों भले ही आप इतने रूप से आत्मनिर्भर हो भले ही आप जॉब कर रहे हो भले ही आप कितना भी पैसा कमाए घर संभालना बच्चे संभालना रिश्ते सामान्य सारी जिम्मेदारी की लड़की की शादी होती है तो यह चीज आज भी और जो है हमारे समाज में नहीं बदली है हम आज भी यह नहीं सिखाते कि अगर आप लड़के भी है तो आपको भी घर के कामों में हाथ बटाना चाहिए क्योंकि आज किसी भी चीज में लड़कियां पीछे नहीं आप एक ऐसी लड़की के ऐसे समाज में जी रहे थे पर लड़कियां और लड़के बराबर की पढ़ाई जॉब बराबर होती है सैलरी बराबर होती है तो फिर आपको घर का काम करने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए कि हम अपने लड़कों को नहीं सिखाते और यही जो है उनके दिमाग में बचपन से ही चीज रहती कि लड़की को ही यह सब करना है और यही कारण है कि फिर लड़कियों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे जॉब करो घर आकर घर संभालो बच्चों को देखभाल करो बड़ों बड़ों की देखभाल करो एक लड़की के लिए काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है और आज भी हमारे समाज में नहीं बदली है कुछ कुछ हद तक मैंने देखा है कि लोग थोड़े लिबरल हो रहे लोग इस चीज को समझ रहे हैं तो यह काफी पॉजिटिव रिस्पांस भी उसका मिल रहा है पर अभी भी हम काफी पीछे हैं उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
बुजुर्गों को नए जमाने की हर बात बुरी लगती है
बुजुर्गों को नए जमाने की बात बुरी लगना