आज आपके सवाल है कि मोदी सरकार द्वारा मंजूर की गई कोरोनावायरस वैक्सीन पर इतने सवाल क्यों उठा रहे हैं तो मैंने पहले भी बताया कि कोई भी व्यक्ति ने इतनी जल्दी नहीं बनती है और इस साल के अंदर ऐसा नहीं कि हां यही सामग्री हमले और बना रही है उसके प्राइस भी बहुत सारे होते ट्रांस में भी देखना पड़ता जब करना पड़ता है क्या रिजल्ट आया क्योंकि वह सब रिजल्ट दो-चार दिन में आपको देखने के लिए नहीं मिलता महीना महीना लग जाता है तो इस वजह से ही हम लोग मतलब सोच रही थी वैसे वैसे हर एक इंसान चाहता भी है कि उसे व्यक्ति मिले जल्दी से जल्दी सब कुछ ठीक हो जाए लेकिन थोड़ा थोड़ा अपने मतलब के लिए इंसान सोच रहा है कि वैक्सीन इफेक्टिव के साथ-साथ आसिफ और सुरक्षित भी है या नहीं है जिस वजह से इतने सवाल उठ रहे हैं कि पता नहीं हम लगाएंगे तो सही होगा या नहीं या फिर एजुकेटेगर्ल्स किया गया है कि पहले यह इंसान लगाएगा फिर वह इंसान लगाएगा ऐसा क्यों किया जा रहा है यह सब चीजों की वजह से कुछ सवाल उठ रहे हैं इन लोगों को इतना कुछ पता नहीं है जानकारी या नहीं है कि सही है या क्या है नहीं है कब ट्रायल शुरू होंगे कब किसको लगेगा पता नहीं है इससे क्या होगा जिस वजह से लोगों के मन में बहुत सारे सवाल मतलब आ रहे हैं जिससे लोगों को लग रहा है कि कुछ नुकसान तो नहीं हो जाएगा बहुत सारे मैंने डॉक्टर के बीच और वीडियोस वगैरा मैंने देखा है उन्होंने भी यही कहा है कि नहीं है वैक्सीन का ऑफिस एक और सुरक्षित है और अगर जब यह लगेगा कुछ भी जो नॉर्मल से जो माइनर साइड इफेक्ट हो गई है कि सर दर्द थोड़ा होगा थोड़ा बहुत ठीक है आएगा वह भी बहुत कम दो इसमें अभी जितना भी पता चला कुछ नुकसान नहीं है तो मेरे हिसाब से 1 लोगों को अवेयर होना चाहिए किसी की बात सुनकर नहीं मतलब कि हां अपने-अपने सोचने लगे वह इंसान मुझे यह बोला है कि खराब है तो खराब आप जा कर देखिए आप हर जगह से नॉलेज हर जगह से इंफॉर्मेशन निधिवन हम लोग भी गलत होता हमें भी कमेंट करके बताइए हमें भी ऐसे कुछ आंसर दीजिए जहां से जिस जगह से आपको पता चले कि अगर अच्छा है या फिर खराब है तो जितना पबेर रहेंगे जितना आप हर जगह से नॉलेज कलेक्ट करेंगे आप लोगों के मतलब बात सुनेंगे आप आसपास के लोगों के लिए जो भी डॉक्टर के लोगों साइंटिस्ट के लोगों के बाद सुनेंगे तो आपको पता चलेगा कि अच्छा है या फिर बुरा है तब जाकर आप डिसाइड कि जैसे किसी इंसान की बात सुनेंगे तो आपको डर ही लगेगा तो मेरे साथ ही सब कारण इस वजह से इतना मतलब सवाल उठाए सरक्षण को लेकर
तो सवाल क्या क्या मोदी सरकार द्वारा मंजूर की गई कोरोनावायरस वैक्सीन पर इतने सवाल क्यों हट रहे हैं दोस्तों आज बिलाल में हमने देखा था कोरोनावायरस और पर हमने पूरे वर्ल्ड के अंदर दिखा भारत और पूरा अमेरिका और चाइना और उस दिन तो नहीं थी परंतु तेरी बात की जाए कि डूबते को तिनके का सहारा भी करती है यही है कि हमने वैक्सीन का नाम तो लिया परंतु क्या वह बेकार नहीं होगी कोई जो है चलना शुरू हो गई और उसमें जो है दीपक तो मोदी सरकार को टारगेट करना है सरकार या जो व्यक्ति बनाने वाली कंपनी है उनकी तरफ से अपने को पर अडिग में रहना चाहिए और यह देखना चाहिए क्योंकि हमें ऐसा लग रहा है कि हमें कुछ दिन का मिल रहा है क्या पता उस दिन के सारे हम ठीक हो जाए
मोदी सरकार द्वारा मंजूर की गई कोरोनावायरस वैक्सीन पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि वैक्सीन पर भी दोस्तों राजनीति हो रही है राजनीति इस वजह से हो रही है कि इन लोगों की वैक्सीन सही नहीं बनी है कुछ लोगों का दावा यह है पर दोस्तों असल बात क्या है वह अभी तक सामने नहीं आई है इसीलिए अभी जांच चल रही है और धीरे-धीरे काम स्पेस चल रहा है और जल्दी से हमें व्यक्ति लगना शुरू भी हो जाएंगी तो दोस्तों अगर आपको जवाब सही लगा हो तो लाइक के बटन को दबा दीजिएगा धन्यवाद
नमस्कार श्रोताओं तो मोदी सरकार ने दो वैक्सीन रूप की है एक है ऑक्सफर्ड की और एक है भारत बायोटेक की हॉस्पिटल जाने का जो वैक्सीन है उसमें तो कोई विवाद नहीं है उसके से ट्रायल हो गए हैं सारे राज हो चुके हैं सब अच्छा रिजल्ट आया है एफिशिएंसी भी सही है तो उसमें कोई दिक्कत नहीं लेकिन दूसरी अब भारत बायोटेक की वैक्सीन जो है उस पर दिक्कत है आ रही हूं उसमें एक सवाल उठ रहे हैं कि अभी इसका आखिरी टाइम पर चल रहा है इसका अभी ट्राई चल रहा है उसका कोड डाटा भी शेयर नहीं किया गया की कितनी पर्सेंट है और इसके क्या साइड इफेक्ट चाहिए क्या होगा कोई डांट शेरनी किया गया है पता भी इसको अप्रूव कर दिया गया है इमरजेंसी उसके लिए तो उस पर सवाल उठ रहे हैं कि अभी तक इसका ट्रायल खत्म नहीं हो कम से कम इसका डाटा जान देते देख लेते इसके क्या साइड इफेक्ट्स अब इसको ऊपर तो यही एक मुद्दा है जो भारत पर एक वैक्सीन पर उठना है धन्यवाद
देखिए यह वही लोग सवाल उठा रहे हैं जो आपने कुछ दिन पहले देखा होगा सवाल उठा रहे थे कि कोरोना वैक्सीन जब विदेशों में आ गए हमारे यहां क्यों नहीं आ रही है क्या हमारे यहां इसके काम नहीं हो रहा है क्या परेशानी आ रही है उन्होंने चालू कर दी वजह बन गई है अब जब चालू होने वाले ट्रायल तभी तो कह रहे हैं कि अरे यह क्या बना दिया है हम इसे नहीं लाएंगे इसका पहले ही होना चाहिए इसका पहले वह होना चाहिए इतना समय क्यों लगा था अब समय नहीं लगाया उन्होंने निकाल दिया तो थे कि क्या है ना कोई भी व्यक्ति होगा मेरा भी कोई जरिया होगा तो मैं उसका विरोध करूंगा करूंगा परंतु इस चीज में विरोध करना थोड़ा गलत कि क्योंकि यह एक ऐसा इशू है फॉर सेंसिटिव ईश्वर कितने लोग अपनी जान गवां चुके हैं कितने लोग रोजगार खो बैठे हैं तो इसको तो जल्दी से जल्दी करना चाहिए
उसने बजे कि मुझे सर का तारा मंजूर की गई कोरोनावायरस इन पर इतने सवाल क्यों टाइम देखिए सवाल क्यों उठ रहे हैं यह आजकल जो सोशल मीडिया है एक तो न्यूज़ चैनल का टीवी देखते हैं और एक न्यूज चैनल को यूट्यूब धोनी चालू हो गए इस समय सच्चाई क्या है यह तो किसी को मालूम नहीं अगर बागी बन गए तो फिर उसको बदनाम करें कोशिश भी की जाती आने कंपनी में द्वारा किस को बदनाम करो ताकि कोई लगवाना फिर हमारी कंपनी के पैसे निकाल लेंगे फिर वह लोग उसको रोक लगवा आएंगे पैसा कमाने के लिए तो पैसे के का सफल बिजनेसमैन अपना में रोटी सेक रहे हैं और निजी सरकार ने गब्बर सिंह लाई है तो हमें लगाना चाहिए हमें उस पर सवाल नहीं उठाना चाहिए हम बहुत स्टेट से हो गई वर्जिन आती है बहुत तगड़ी मार कर के हमारे देश के डॉक्टरों ने इस बच्ची को निकाला है
आज के मशीनी युग में इंसान अपना काफी समय मशीनों के साथ में व्यतीत करते हैं तो मशीनों के साथ में काम करते वक्त एक व्यक्ति को कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है इसके लिए एक अलग सा विज्ञानिक जैसे हमें अंग्रेजी में एरदोनॉमिक्स कहते हैं तब उन्होंने यह बताता है कि किसी मशीन के साथ में काम करते वक्त आपको किन बातों का ध्यान रखना है उदाहरण के तौर पर जब आप कंप्यूटर में काम करते हुए एल्बम मिर्जापुर यह बताता है कि आप कंप्यूटर से या मॉनिटर से कितनी दूरी पर बैठे आप के बैठने की व्यवस्था कैसी होनी चाहिए आप किस तरह की कुर्सी का इस्तेमाल करेंगे आपको बाजार में ऐसे ही कई अवश्य मिल जाएंगे जिसका लिखा होता है यह दोनों में अकेली फिट है यानी आपके शरीर पर जाइए कम से कम प्रभाव डालेगा तो कीबोर्ड भी अंकल के जो कीबोर्ड है वह ई डब्ल्यू ई आर टी वाई से स्टार्ट होता है यानी कोटि कीबोर्ड चलाते हैं इसे एचडीएफसी स्टार्ट होते थे तो इनकी बोर्ड के ज्योतिष का अरेंजमेंट इस तरीके से किया गया है कि आपकी उंगलियों पर यहां तो कर कम से कम असर डालते हुए आपकी जो टाइपिंग की स्पीड है वो काफी जहां काफी तेजी से बढ़ा सकें और साथ ही साथ आपकी उंगलियों पर किसी भी तरह के दबाव न पड़े तो यह काफी रिसर्च के बाद में जो है कीबोर्ड के जो गीत है उनको अरेंज किया गया है ताकि आपको भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी उठानी ना पड़े शायद आपको पता ना हो अगर आप कीबोर्ड में जहां साड़ी कंप्यूटर में जब आप काम करते वक्त आपको बैठे हो क्या तरीका सही ना तो भविष्य में हो सकता है कि आप कमर दर्द या फिर आंखों की कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है धन्यवाद
सबसे पहले आप सोने लगा आपको पेन कीजिए से रजिस्ट्रेशन करने के लिए केबीसी लिंक पर क्लिक करें वापस करने वाले रजिस्ट्रेशन प्रश्न का उत्तर दे अब जो आपको फॉर्म दिखाई दे रहा है उसने पूरी जानकारी भरे फिर सबमिट पर क्लिक करें समय होने के बाद अगर स्क्रीन पर कोई संदेश दिख रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि केबीसी रजिस्ट्रेशन पूरा करने के लिए धन्यवाद तो आप समझ जाइए कि आपकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है
1 हेक्टेयर में 10000 वर्ग मीटर होते हैं तथा 1 बीघा 2530 वर्ग मीटर का होता है तो 1 मिनट पर 10000 में 82 एमपी क्या मतलब 2530 इसका संख्या में भाग देना उसका 2530 का प्रचार में भाग देने पर 3 पॉइंट नोट 5 बीघा होती है मतलब कितने की आती क्या के करीब होती है
जाहिर सी बात है कि जो लड़की कभी घर से बाहर ना गई हो तो उसका हैबिटेशन अन्य लड़कियों की तुलना में काफी ज्यादा होती है खासकर या देखा जाता है कि लड़कों के मुकाबले लड़कियां अपने दिल की बात ज्यादा सुनती है वह उनके अंदर फिलिंग्स ज्यादा होता है अगर कोई डांट देता है या बोल देता है तो लड़के सुनकर उसे एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल सकते हैं परंतु लड़कियां उसे दिल पर लगा लेती है और वह रोती है अब हम बात करते हैं इंटरव्यू की तो कोई भी इंसान कितना भी क्वालिफाइड हो कितना भी नॉलेज रखता हो परंतु उसे इंटरव्यू या कोई परफॉर्मेंस करने के लिए जब बताया जाता है तो वह अंदर ही अंदर डरता है घबराता है जगता है तो वैसे ही जब आपको इंटरव्यू देने जाना है तो आपके मन में जो है घबराहट तो हो गए लेकिन एक बात हमेशा याद रखिए कि जब बच्चा जन्म लेता है तो जन्म लेते तो नहीं ना दौड़ता सबसे पहले वह कुछ महीनों बाद किसी सहारे अपने दोनों पैरों पर खड़ा होता है फिर गिर जाता है फिर उठता है फिर गिरता है ऐसा करते करते एक पल आता है जब वह एक दो कदम चल के गिर जाता है फिर उसके बाद एक ऐसा भी पल आता है जब वह तोड़ने लगता है तो बिना प्रयास के बिना संघर्ष के आदमी सफलता पर सफलता के एक कदम नहीं सुन सकता उसी तरह आप यह सोचिए कि वक्त बीत जाएगा चाहे वह संघर्ष का वक्त हो या सुख का वक्त हो या दुख का वक्त है जो भी वक्त है वह बिक जाएगा और पीटी रहा है अभी मैं बोल रहा हूं यह भी एक वक्त है इसके बाद में सोने जाऊंगा या अभी यह वक्त है तो सब वक्त बीत ही जाएगा ठीक है इंटरव्यू देने जा रहे हैं हम चाहेंगे हमारा इंटरव्यू अच्छा होगा हम पॉजिटिव थिंकिंग रखते हुए जाएंगे अगर इंटरव्यू में अगर हम डिसेलेक्ट भी हो गए अगर हम फिल्मी हो गए तो क्या फर्क पड़ता है जिंदगी है ना मौका तो फिर आते रहेंगे अब इसको सोच सोच के घबराने से क्या फायदा धन्यवाद
खबर आई है कि दिल्ली की संजय झील में जिन बातों को और जल मुर्गियों की चाल अकादमी देखने लोग आते थे उनके संक्रमित होने के शक पर पलक झपकते ही उन्हें मार डाला गया बीते 10 दिनों से देश में कहीं भी किसी भी पक्षी को संक्रमित होने के शक होने पर आसपास के सभी पक्षी निर्माता से मार दिए जा रहे हैं और इस बार पक्षियों को मारने की शुरुआत कब से हुई है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता सबसे सशक्त मानी जाती है और मध्यप्रदेश के मालवा के मंदसौर नेम चांद बाबू से सटे राजस्थान के झालावाड़ जिले में हुए मरे मिले हैं जबकि इस क्षेत्र में प्रवासी पक्षी कम ही आते हैं इसके बाद हिमाचल प्रदेश के 5 जिले में प्रवासी पक्षी मारे गए हैं और फिर केरल में पालतू मुर्गी और बत्तख ज्ञात है कि देश में बीते कई वर्षों से इस मौसम में बर्ड फ्लू का शोर मच रहा है पर अब किसी मनुष्य ने इसे मारे जाने का समाचार नहीं मिला है अलबत्ता इसे मुर्गी पालन में लगे लोगों की भारी नुकसान अवश्य होता है इस मौसम में पक्षियों को मारने के कारण हजारों किलोमीटर दूर से जीवन की उम्मीद के साथ आने वाले विपक्षी होते हैं जिनकी कई पोस्ट सदियों से इस मौसम में यहां आती रही है लेकिन इन्ना विचारों की मौत का सिलसिला कुछ दशक पहले से शुरू हुआ है ऐसे में मौत का असली कारण उनके प्राकृतिक पर्यावरण में लगातार हो रही छेड़छाड़ छेड़छाड़ व जलवायु परिवर्तन भी हो सकता है और आठ की छात्रा और उत्तरी ध्रुव में तब तापमान शून्य से 40 डिग्री तक नीचे चला जाता है तब यह पक्षी भारत का रुख करते हैं ऐसा हजारों वर्षों से होता आ रहा है इन पक्षियों के यहां आने का मुख्य उद्देश्य भोजन की तलाश तथा गर्मी और सर्दी से बच ना होता है तो इस तरह के पक्षियों को मारा जा रहा है और भारत में पक्षियों की स्थिति 2020 रिपोर्ट के अनुसार पक्षियों को लगता है संख्या घट रही है जो हमारे लिए चिंता का विषय भी है और बीते 25 वर्षों से हमारे पक्षी भी भेजता पर बड़ा हमला हुआ है सरकार को चाहिए कि इस पर एक जांच बैठा है इसकी जांच पड़ताल करें और अफवाह में और यही पक्षियों को ना मारे
आप सब लोग यह बताओ कि यह जो हमारे घर पर भीख मांगने वाले लोग आते हैं क्या वह सच में गरीब होते हैं क्या दोस्तों आपको बता दें कि कुछ लोग तो है वास्तव में गरीब होते हैं और उनके पास कुछ नहीं होता है और वह भी मांग कर अपना गुजारा करते हैं उनको ठाकुर के बेटा जा सकता है क्या वहां पर कोई महिला को जबरदस्ती करके उनको जो भी गंदे होते तो आपको इन लोगों से लोगों को अपने घर से बाहर ही रखना उचित समझिए
मैं जानता हूं कि जो हम फोन चला रहे हैं इसे साबित टाइम बंद है कभी सोच सकते हैं अब बताओ कैसे दोस्ती बात करें मोबाइल फोन को लेकर दे तो आजकल के लोगों की दिनचर्या जो मोबाइल पर किस तरीके से कट रही है उन्हें अपना जो साथी है उसकी फिक्र नहीं है वह दोस्त नहीं बना पा रही है आज का जो हम खेलने के लिए मोबाइल फोन
आजकल मुर्गे में ज्यादा बीमारी फैल रही है क्या बात है बबलू नाम का यह भी इसी का एक पार्ट है बड़े तालाब में कौवे अंशिता जो कभी डेथ हुई है और लोगों के साथ पानी पूरी खाते हैं तो आप चिकन बिल्कुल भी मत
दोस्तों आप यह तो जानते ही हैं कि पृथ्वी का 71% हिस्सा पानी से ढका हुआ है जिसमें से 1.6% पानी जमीन के नीचे है और 0.001% बॉस और बादलों के रूप में पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97% साग्रो और महासागरों में है जो कि नमकीन है और पीने के काम में नहीं आ सकता केवल 3% पानी पीने योग्य जिसमें से 2.4% ग्लेशियरों और उत्तरी दक्षिणी दुर्ग में जमा हुआ है और केवल 0.6% पानी नदियों झीलों और तालाबों में है जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर कुल 32 करोड़ 60 लाख खराब गैलन पानी है और एक रोचक बात यह भी है कि यह मात्रा घटती बढ़ती नहीं है सागर का पानी पास बनकर उड़ता है बादल बनकर बरसता है और फिर सागरों में जैसा माता है और यह चक्र चलता रहता है धन्यवाद
दोस्तों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का 55 वादे ने आज किसानों ने 23 और 24 जनवरी को किसान संसद का आयोजन करने का ऐलान किया यह आयोजन सिंधु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में किया जाएगा इसमें आंदोलन से जुड़े सभी मुद्दों के अलावा एमएसबी पर भी बात होगी सुप्रीम कोर्ट के कुछ रिटायर्ड जज कुछ पूर्व सांसद पत्रकार पी साईनाथ सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर सीनियर एडवोकेट प्रशांत भूषण इसमें शामिल होंगे इसी बीच किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने को लेकर मंगलवार को दिल्ली पुलिस के साथ मीटिंग भी की है और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने 30 जनवरी से किसानों के समर्थन में रामलीला मैदान में अनशन शुरू करने का ऐलान किया है लेकिन केंद्र सरकार के निर्देश पर भाजपा की राज्य इकाई ने पूर्व कृषि मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील को अन्ना को मनाने का जिम्मा सौंपा है देखे पाटिल का प्रभाव क्षेत्र महाराष्ट्र के अहमदनगर का पहला का माना जाता है जहां अन्ना का गांव रालेगण सिद्धि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा था कि दिल्ली में किसानों को एंट्री दी जाएगी या नहीं यह पुलिस तय करेगी क्योंकि यह कानून व्यवस्था से जुड़ा मुद्दा है इस मामले में कल बुधवार को सुनवाई होगी इसके अलावा किसान और सरकार के बीच बातचीत का 11 वा दौर है लेकिन सरकार ने सोमवार रात बताया कि मीटिंग मंगलवार की बजाय बुधवार को की जाएगी इससे पहले 10 दौर की बैठकों में से 9 वर्ड बेनतीजा रही सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी 21 जनवरी को किसानों से बातचीत के लिए मिलेगी साथी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भी बातचीत की जाएगी
आपका सवाल है क्या मैं सरकारी नौकरी करते हुए सरकारी कॉलेज कर सकता हूं अगर मैंने पहले कॉलेज में एडमिशन लिया और पढ़ाई के साथ गैर सरकारी जॉब लग गई तो क्या होगा तो भाई मैं आपको यह बोलना चाहूंगा ऐसे आप सरकारी नौकरी कब तैयारी कर रहे हो तू इतना आसान भी नहीं है क्या आप सरकारी नौकरी में इतनी जल्दी से लेकर काफी भीड़ लाखों में होती है एक-एक पद के लिए लोग लाखों फार्म भरते हैं तो आप मेहनत की गई जिसका साथ अगर आप पढ़ाई करें वह भी अच्छी बात है लेकिन साथ में यह बोलूंगा कि आप अपनी पर्सनालिटी और क्या कहते कमीशन स्केल से इंसाफ सीखो * करो अभी आप कॉलेज स्टूडेंट में अभी पढ़ाई कर रहे हो ना तो आप अपनी स्किल्स कंपू करोगे ना तो आप सरकारी नौकरी नहीं आप प्राइवेट नौकरी में भी जाओगे ना तो वहां पर भी आपको अच्छी सैलरी मिल जाएगी तो डिग्री इंपॉर्टेंट तो है वह साथ-साथ आप अपनी पर्सनालिटी कितने स्किल्स को इंटरव्यू के हुआ है इस टाइम पर मैं यही चीज अगर आप सभी लोग कॉलेज डिग्री ले लेते हैं तो आप ही बताइए सब को जवाब देना होगा तो किसी जॉब देगी कोई कंपनी जिसकी पर्सनालिटी अच्छे हो गई इसी कम्युनिकेशन स्किल अच्छा होगा जो अच्छा यानी कि हर चीज में अच्छा होगा उसे कंपनी अपने अपने आने की जॉब मिलेगी तो आज सरकारी इंटरव्यू में जाओ जॉब के लिए कहीं भी जाओ तो ऐसा ही चीज मायने रखती थी आपकी कम्युनिकेशन स्किल कैसी आपकी पर्सनालिटी कैसी है इन सभी चीजों पर आप इंप्रूव करो पढ़ाई के साथ साथ में ही बोलूंगा और उसकी चिंता मत करो सरकारी जॉब लगी या नहीं लगी आप तैयारी करते रहो अलग भी आती सरकारी जॉब तो आप क्या कर सकते हो आप छोड़ कर सकते हो कॉलेज को या फिर उसके साथ-साथ आप पढ़ाई करने का मन है तो आप कर सकते हो ठीक है क्योंकि लोग पढ़ाई क्यों कर रहे हैं आप क्यों करोगी जान आप कुछ अपने आप से आप पढ़ाई क्यों कर रहे हो कॉलेज में उसने डिग्री क्यों हासिल कर रहे हो उससे आपको क्या क्या मिलेगा भाई बेनिफिट अपने रीजन ढूंढो डिवीजन रीजन आपको पता चल जाएगा ना कि आप कॉलेज क्यों कर रहे हो सरकारी नौकरी की तैयारी करें दिन में साफ हो आपको क्या चाहिए सरकारी जॉब चाहिए तू बियर कि आप जॉब के लिए इतना सब पढ़ाई कर रहे हो जाओ मिल जाएगी उसके बाद पढ़ाई करने से आपको और क्या क्या बेनिफिट होने वाले आप ही बताइए आप ही सोचिए कुछ कुछ ना कुछ तो रीज़न होगा फिर आप पढ़ रहे हो तो आप रिजन ढूंढना की सरकार ने क्रिकेट जॉब लग जाती तो आप पढ़ाई करके और क्या-क्या और पढ़ाई क्यों करोगे उससे रीजन क्या है आप अपने आपसे पूछो रीजन क्या क्या है आप अपने लिए निकालते हो कि आप सरकारी जॉब की तैयारी कर रहे हो और पढ़ाई क्यों कर रहे तब तक आप रीजन नहीं ढूंढ पर एक बहुत ही बड़ी रीजन होना चाहिए जिसके कारण ही आप कोई भी चीज में आप सक्सेसफुल हो सकते हो पढ़ाई में भी आपका मन लगेगा आप अच्छे डिजाइन के साथ पढ़ाई करोगे की पढ़ाई क्यों कर रहे हो कोई अच्छा रीजन होना चाहिए कि मुझे पढ़ाई इसलिए करना है मुझे लगाइए प्लीज यार इसलिए करने का अगर रिजल्ट ढूंढोगे ना यार तो सभी क्षेत्र में आप सफल लागत समय बहुत कीमती है समय का सदुपयोग कीजिए आप सभी क्षेत्र में सफल होगी ठीक है
भारत में कुल कितने राज्य हैं हेलो दोस्तों भारत की बात की जाए तो भारत में कुल 28 राज्य व 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं और 28 राज्य इस तरह से हैं कि 5 अगस्त 2019 से पहले हमारे देश में 29 राज्य हुआ करते थे यानी कि स्टेट्स हुआ करते थे लेकिन उसके बाद क्या हुआ और 7 यूनियन टेरिटरी यानी कि केंद्र शासित प्रदेश हुआ करते थे लेकिन उसके बाद में यह हुआ कि जो जम्मू कश्मीर था उसकी राज्य का दर्जा खत्म कर दिया गया तो हमारे पास कितने स्टेट में से 28 स्टेट बजे जबकि दो यूनियन टेरिटरी में जम्मू कश्मीर राज्य को बांट दिया गया लद्दाख और जम्मू कश्मीर में शासन की संख्या हो गई नो एंट्री हो गई उनकी संख्या 9 हो गई उसके बाद क्या किया गया कि दमन और दीव 1 तारीख प्रदेश था और दूसरा था दादरा और नगर हवेली इन दोनों के खातिर प्रदेशों को मर्जी कर दिया गया जिससे कि जो बड़ी हुई संख्या के शासित प्रदेशों की 9 थी वह आगे चलकर 8 में तब्दील हो गई तो वर्तमान समय में हमारे देश में 8 केंद्र शासित इसमें क्या बता सकते हैं कि शासक क्या सात केंद्र शासित प्रदेश है और एक जोरदार है उसे हम कहते हैं नेशनल कैपिटल रीजन तो एनसीआर नहीं इसके अलावा एक दूसरा वर्ड होता है वह हम यूज करते हैं लेकिन फिर भी उसे हम एक तरफ से खेल सारे प्रदेश की तरह ही ट्वीट करते हैं तो कुल मिलाकर 8 केंद्र शासित प्रदेश और 28 राज्य हैं धन्यवाद
अंग्रेजी में वह कौन सी कमी है जो आप लोग करते हैं दोस्तों वैसे देखा जाए तो अंग्रेजी के अंदर हम जैसे लोग कमियां कुछ नहीं करते बल्कि अंग्रेज एवं इसके अंदर कमियां कर देते हैं ठीक उसी तरीके से जिस तरीके से हिंदी के वर्ड बोलते हैं और उसका सामने वाला समझ जाता है परंतु हमारे नजरों के अंदर यह हम जो बोलते हैं उसमें हमला जाते हैं कुछ कमेडियम देखे तो हम जैसे फादर होता है उसका फादर नहीं बोलते बोलते हैं कि सामने वाले को सुनना चाहिए उधर है परंतु उड़ते देखा जाए तो हम नहीं हमसे ज्यादा तो अंग्रेज खुद जो है इसमें गलतियां करते हैं
सब लेकर एक विभाजन अनंत है और मुझे एक का उपयोग करने से बचना चाहिए यह सवाल देर से देख रहा हूं पर कोई जवाब नहीं दे रहा है तो कोई भी बंद नहीं होता है कोई भी चीज हो उसका अंत जरूरी है और उसका अंत होता है या फिर आपने इस सवाल को लिखा है और मुझे एक का उपयोग करने से क्यों मेरे साथ से तो आप किसी भी चीज के लिए नहीं बचना चाहिए यदि आपका सवाल जो मैथमेटिक्स हो सकते का उपयोग करने से किसी भी व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए
जाहिर सी बात है कि जो लड़की कभी घर से बाहर ना गई हो तो उसका हैबिटेशन अन्य लड़कियों की तुलना में काफी ज्यादा होती है खासकर या देखा जाता है कि लड़कों के मुकाबले लड़कियां अपने दिल की बात ज्यादा सुनती है वह उनके अंदर फिलिंग्स ज्यादा होता है अगर कोई डांट देता है या बोल देता है तो लड़के सुनकर उसे एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल सकते हैं परंतु लड़कियां उसे दिल पर लगा लेती है और वह रोती है अब हम बात करते हैं इंटरव्यू की तो कोई भी इंसान कितना भी क्वालिफाइड हो कितना भी नॉलेज रखता हो परंतु उसे इंटरव्यू या कोई परफॉर्मेंस करने के लिए जब बताया जाता है तो वह अंदर ही अंदर डरता है घबराता है जगता है तो वैसे ही जब आपको इंटरव्यू देने जाना है तो आपके मन में जो है घबराहट तो हो गए लेकिन एक बात हमेशा याद रखिए कि जब बच्चा जन्म लेता है तो जन्म लेते तो नहीं ना दौड़ता सबसे पहले वह कुछ महीनों बाद किसी सहारे अपने दोनों पैरों पर खड़ा होता है फिर गिर जाता है फिर उठता है फिर गिरता है ऐसा करते करते एक पल आता है जब वह एक दो कदम चल के गिर जाता है फिर उसके बाद एक ऐसा भी पल आता है जब वह तोड़ने लगता है तो बिना प्रयास के बिना संघर्ष के आदमी सफलता पर सफलता के एक कदम नहीं सुन सकता उसी तरह आप यह सोचिए कि वक्त बीत जाएगा चाहे वह संघर्ष का वक्त हो या सुख का वक्त हो या दुख का वक्त है जो भी वक्त है वह बिक जाएगा और पीटी रहा है अभी मैं बोल रहा हूं यह भी एक वक्त है इसके बाद में सोने जाऊंगा या अभी यह वक्त है तो सब वक्त बीत ही जाएगा ठीक है इंटरव्यू देने जा रहे हैं हम चाहेंगे हमारा इंटरव्यू अच्छा होगा हम पॉजिटिव थिंकिंग रखते हुए जाएंगे अगर इंटरव्यू में अगर हम डिसेलेक्ट भी हो गए अगर हम फिल्मी हो गए तो क्या फर्क पड़ता है जिंदगी है ना मौका तो फिर आते रहेंगे अब इसको सोच सोच के घबराने से क्या फायदा धन्यवाद
अंग्रेजी में वह कौन सी कमी है जो आप लोग करते हैं दोस्तों वैसे देखा जाए तो अंग्रेजी के अंदर हम जैसे लोग कमियां कुछ नहीं करते बल्कि अंग्रेज एवं इसके अंदर कमियां कर देते हैं ठीक उसी तरीके से जिस तरीके से हिंदी के वर्ड बोलते हैं और उसका सामने वाला समझ जाता है परंतु हमारे नजरों के अंदर यह हम जो बोलते हैं उसमें हमला जाते हैं कुछ कमेडियम देखे तो हम जैसे फादर होता है उसका फादर नहीं बोलते बोलते हैं कि सामने वाले को सुनना चाहिए उधर है परंतु उड़ते देखा जाए तो हम नहीं हमसे ज्यादा तो अंग्रेज खुद जो है इसमें गलतियां करते हैं
रहता है हमारा डीलक्स सेकंड मटक मटक नंबर 831 एक अलग पानी और नंबर पर आए सिक्स नंबर पर कोई भी सीट नंबर पर जो आता है वह चीन इंडिया ट्रेनिंग है वह भी एक अच्छा पानी अच्छा नहीं बहुत खतरनाक है मैंने बोला कि नंबर पर जो आता है वह हमारा एक दोस्ताना में 10 मीटर दौड़ में बहुत ही ज्यादा खतरनाक होता है उसके पास नंबर पर आता है वह है इनाम इनाम चिंग चांग 21 चाइनीस बन जाती है तो वह भी बहुत खतरनाक होता है ठंड में पर जो आता है वह मकड़ी इसका नाम है अलसो नो एस का अर्थ वास्तविक बहुत ज्यादा खतरनाक प्राणी है और बहुत ज्यादा खतरनाक जानवर है जो अपने थर्ड नंबर पर आता है पर नंबर नहीं चलेगा जो नंबर सेकंड नंबर पर आता है वह एक्टिविटी के भी बहुत ज्यादा खतरनाक है और गाय विलुप्त हो चुके हैं उनमें से आप ही नंबर पर जो आता है पाइथन हुआ सबसे ज्यादा खतरनाक सांप में से उचित जाना जाता है और सबसे ज्यादा बढ़ा साहब को एक मिला लोटन से 1 गुण ज्यादा बड़ा हो सकता है इतना बड़ा और सबसे बड़ा हो जाए तो बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकता था और उसे मारने के लिए डायनोसोर्स भी हद तक दूर हो गया और आखिर तक जब उपस्थित होने वाली थी मतलब उस समय की जब वह मारे गए तो यहीं थे वह द स्कूल 10 खतरनाक जानवर जो विलुप्त हो चुके धन्यवाद दोस्तों
तुझी लोगों ने महाराणा प्रताप जो सीरियस है वह देखा है तो उनको जरूर पता होगा एक एक ऐसी महिला थी जिन्होंने बोल दिया था कि अगर अगर कभी भी इस तरह से लेकर महाराणा प्रताप के सामने जाएगा तो महाराणा प्रताप से उनकी मृत्यु निश्चित है तो यह बहुत बार गाड़ी भी दी गई है क्योंकि महाराणा प्रताप चाहते तो उन्हें पांच से छह बार में ही मार दे सकते थे या पहली बार भी मार सकते थे पर उन्होंने महारानी क्योंकि बहुत पर ऐसी कारण हुआ कि उनके पास ही रहते थे और सेकंड थे या अभी चलते जब वह नशा करते थे तब तो राजपूत एक नियम होता है कि शिवानी का सकते हैं चलो खैर कोई बात नहीं हुआ तो उसे नहीं मार सकते और यही इंसान को कभी मरते नहीं तो इस तरह से बहुत सारे कारण कुछ और ही मारता है बट अगर वह शस्त्र लेकर अगर कभी उनके सामने जाते तो महाराणा प्रताप सचमुच उनको एक बार में ढेर कर पाते इसलिए हमने कभी नहीं गए क्योंकि उन्होंने एक स्त्री जो सन्यासी होती है मैंने उसे बोला था कि अगर सामने कभी तुम्हारा प्रताप के पड़ गए तो तुम ऐसे ही मर जाओगे इसलिए महाराणा प्रताप का अकबर को महाराणा प्रताप अकबर महाराणा तब से कितना डरते थे
हेलो जुबान तो आज आप का सवाल है कि क्या चीन की वस्तुओं के बिना भारत अपना काम चला सकता है बहुत सारे ऐप्स बैंड हुए हैं जैसे की टिक टॉक हो गया आपके बहुत सारे गेम्स में आम दर्द जो है वह गेम बहुत सारे गेम सबवे मतलब बंद हुआ नहीं था तो उसके चले जाने से मुझे नहीं लगता है कि कोई भी मतलब प्रॉब्लम लेकिन हां बहुत मतलब कुछ जैसे कि ऐसे ऑनलाइन शॉपिंग कैसे बहुत सारे मतलब थे क्लब फैक्ट्री लाइक तो वह सब में बहुत सारे ऐसे प्रोडक्ट जाते थे जो आपको जनरल मतलब इंडियन आर्मी देखने के लिए नहीं बताता तो बहुत ही अच्छा प्रोडक्ट भी होता था तो 1 महीने यह नोटिस किया दूसरा मैंने ऐसे बहुत सारे मतलब लाइक जेंडर जो बंद किया गया तो वह भी फिलहाल अभी तो फोन में चल रहा है लेकिन मूवी कैप्टन आपने वह भी था और फिर ऐसे बहुत सारे ऐसे एप्स हैं और अभी भी देखे बहुत सारे ऐसे मोबाइल फोन नंबर से मोबाइल फोन को तो मन नहीं किया यह बहुत सारे से मोबाइल फोन अभी भी है जो चाइना तू मेरे हिसाब से पूरी तरह से अगर बंद कर दिया जाए और चाइना प्रोडक्ट तू मुझे नहीं लगता है कि काम चल सकता है क्योंकि कहीं ना कहीं आज भी लोग चाइना प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं जो छोटी मोटी जो आप जो भी बंद किया गया इसके जाने से मुझे नहीं लगता है कितना कोई नुकसान मतलब किसी इंसान का हुआ टिक टॉक या कोई गेम्स एक्शन क्योंकि यह जो एंटरटेनिंग के लिए था कि खेल रहे हैं या फिर टिक टॉक देख रहे हैं यह कर यार या फिर एक हिस्सा आपके मतलब ऐसा कुछ भी नहीं था जिसके चले जाने से कुछ नुकसान हो सकता है तो अगर फोन वगैरा को बंद कर दिया जाता तो बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता था तो मेरे हिसाब से आज भी हम बहुत सारे ऐसे प्रोडक्ट यूज कर रहे हैं चाइना का अगर ऐसा कुछ हुआ इन फ्यूचर भविष्य में कि हां सब चीज चाइना का प्रोडक्ट बंद कर दिया जो मेरे साथ से उस जगह पर एक बेस्ट से बेस्ट चीज भी लाना चाहिए जिसमें ऑनलाइन शॉपिंग के बारे में बात करते बहुत सारे प्रोडक्ट होते हैं जो बहुत अच्छे लगते थे मैं भी देखती थी मैं तारीफ नहीं कर रही हूं लेकिन जहां पर अफरीदी की बात आती है तो इंसान अच्छा ही चीज ही देखता है तू बहुत सारी ऐसी चीजें तुझे मुझे बहुत अच्छा लगता था तो मेरे हिसाब से जो इंडियन आए थे वहां पर भी वैसे प्रोडक्ट होनी चाहिए तभी तो इंसान मतलब खुश होगा कि हां जी बचाने के कटक बंधु आप अच्छा में इंडिया की तरफ से भी अच्छे से प्रोडक्ट तो मिले उससे भी जबकि वेस्ट में से बेस्ट और अच्छा देना पड़ता है तो मेरे हिसाब से भविष्य में अगर कुछ भी बंधु और भी ज्यादा तो कुछ अच्छा फैलाना चाहिए उसके बारे में सोचना चाहिए तब जाकर पूरी तरह से बंद कीजिए और फ़िलहाल की बात करें तो भी बहुत सारे ऐसे प्रोडक्ट है जो हम यूज करें लेकिन जो चीज बार हो चुका है मेरे साथ इतना इंपॉर्टेंट हिस्सा नहीं था
हंसने के अंग्रेजी में कनेक्शन का कार्य क्या होता है तो देखिए क्या होता है कि कलेक्शन का जुगाड़ हो जाए तो पार्ट ऑफ स्पीच चाहिए पार्ट है और पार्ट आफ स्पीच इज यूज टू कनेक्ट वर्ड वर्ड वर्ड कनेक्ट करने का काम करता जैसे फ्रेश हो गया सेंटेंस हो गया तू क्या करता है कि इसमें हम कुछ वर्ड को जब कनेक्ट करते हैं तो किसके द्वारा करते हैं वही होता है हमारा कनेक्शन तो कनेक्शन क्या-क्या होते हैं एंड होता है विकास होता है बट होता है etco2 आप इन तीनों अगर देखा जाए तो एंड विकास व्हाट्सएप यूज हो तो आप को समझना चाहिए कि एक कंजक्शन है और यही क्या करते हैं जोड़ने का काम करते हैं तो घर दिखा जा तो अंग्रेजी में स्पंजेक्शन का कार्य जो होता है शब्दों को जोड़ने का कार्य
कुछ लोग अंग्रेजी भाषा सीखने के कारण दूध लाने लगते हैं ऐसा नहीं होता क्या होता है अंग्रेजी उनके लिए थोड़ा साफ हो जाती है की वजह से उसका नाम लेने में उनके पास हिचकिचाहट होती है और कहीं ना कहीं उसे ऐसा होता है कि और शुद्ध बोलते हैं और अशुद्ध की वजह से तू तुला पल उनके अंदर हो जाता है तो ऐसा नहीं होता है बस उनके अंदर एक ऐसी डर बनी रहती है और दिखा जा तू चुप हो जाते हो तो बुलाते नहीं है और कुछ लोगों जो तू बुलाते हैं तो कुछ लोग की जनरल प्रॉब्लम होती है तुतलाना तो अलग ही बात है लेकिन अंग्रेजी सीखने के कारण बहुत कम लोग क्या होता है जो डरते हैं वही क्या होते तो पिलाते हैं और क्या होता है कि उन्हें बोलने में अंग्रेजी वर्ड बोलने में थोड़ी सी दिक्कत होती है तू तू तू लाकर बोलते हैं
नई साल के शुरूआत होते ही सबसे पहले तो हार आता है लोड जो कि 13 जनवरी को मनाया जाता है अर्थात सकरात के 1 दिन पहले वह इसलिए की लोहड़ी का त्यौहार शरद ऋतु के अंत में मनाया जाता है तथा सा माना जाता है कि लड़के 3 साल की सबसे लंबी रात होती है और अगले दिन से धीरे-धीरे दिन बढ़ने लगता है लोहड़ी का त्यौहार किसानों को समर्पित था जब मैं तक रबी की फसल काट ली जाती है और की फसल बोने से पहले लोड के त्यौहार की तैयारी की जाती है अपलोड का जश्न मनाया जाता है इस दिन किसान यह प्रार्थना करते हैं कि हमें फसल आती हो इसीलिए यह 13 जनवरी को मनाया जाता है तथा चीज 13 जनवरी रात से लेकर 14 के दिन तक सूर्य उत्तरायण हो जाता है पूर्व से उतरा उतरा दिन बढ़ने लग जाता है रात छोटी होने लगती है
इन 1 सेकंड व्हाट विल टेल हाउ वास फील्ड में इसका सबसे सर्वोपरि स्थान है इससे तारपीन का तेल भी कहते हैं यह जिहादी जीवित 1 वर्षों से प्राप्त किया जाता है इसमें ट्रक पेन होता है जो कि नीचे तारपीन एवं पेट्रोलियम में काम में लिया जाता है तारपीन के तेल का उपयोग जोड़ो मांसपेशियां सुनाई भी कहां दर्द के लिए किया जाता है फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी तारपीन के तेल का उपयोग किया जाता है तथा तारपीन के तेल की भाप लेने से के कारण छाती काम होती है तो उसे हमें निजात मिलती है
यहां से ज्यादा कुमार का व्रत करना चाहिए अपनी इच्छाओं को हद से ज्यादा मार्केट बचत नहीं करना चाहिए इससे आपके अंदर एक ऐसी अभिवृत्ति पैदा होगी जो आपके परिवार के लिए बहुत ही खतरनाक हुए आपके परिवार में विद्रोह शुरू हो जाएगा आपके बच्चों में आपके फैमिली में ठीक है और आप ज्यादा इच्छाएं मार कर बात करेंगे तो दूसरों के फिर इच्छाओं को ही मारेंगे क्योंकि मेरा पैसा कमा रहे हैं तो आप से 2 लोग जुड़े हुए हैं आप कर अपनी इच्छाओं को मारना है तो फिर उनकी इच्छाओं को अब मारेंगे वैसे ही और इसका जो रिजल्ट है वह बहुत हो गए और आपको भी शांति से जी नहीं पाएंगे इसलिए बचत जो है वह आप अपनी चाय बहुत ज्यादा नहीं रखे लेकिन ऐसा रखिए कि आपका सारा काम हो जाए ठीक है और जिंदगी आराम कीजिए व्रत करना चाहिए लेकिन सभी काम हो जाने के बाद जैसे अगर आप क्या चाहिए एक घर चाहिए कपड़े लगते चाहिए और भजन चाहिए और इसके बाद हमें और क्या चाहिए ठीक है दवा चाहिए सब काम पूरा हो जाता है
वैक्सीन पर इतने सवाल क्यों उठ रहे हैं
कोरोनावायरस वैक्सीन पर सवाल