आज आप का सवाल है कि क्या करूं ना पर राजनीति होनी चाहिए तो देखिए मेरे साथ किसी चीज पर राजनीति होती है तो हमें उस चीज का पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों चीज पता चलता दोनों साइड पता चलता है लेकिन यहां पर है लोगों की सुरक्षा की बात है तो मेरे हिसाब से यहां पर को लेकर राजनीति होनी चाहिए हम लोग इतना बेवकूफ नहीं है हम लोगों को पता चलता है कि मतलब डब्ल्यूएचओ ने या फिर बाकी सब जगह से मंजूरी मिली है या नहीं या फिर कोई भी इंसान बिना मंजूरी कैसे खिलवाड़ नहीं करेगा ऐसे झूठ मूठ में किसी को भी व्यक्ति नहीं लगा देगा तो मेरे हिसाब से हेल्थ को लेकर और इतना कुछ महामारी चल रहा है यह सब में जितना राजनीति चलेगा उतना क्लब दिल्ली होगा हर एक काम तो मेरे हिसाब से सही नहीं होना चाहिए हम कुछ बिल जब आते हैं तो मेरे हिसाब से वहां पर अगर राजनीति चलता है तो बहुत अच्छा होता क्योंकि जब कोई भी नहीं आता है तुम सोते नहीं अच्छा ही होगा लेकिन जब राजनीति चलता तुम्हें पता चलता है कि इसके गलत साइड और एक्सरसाइज दोनों क्या है लेकिन जब हेल्थ की बात आती है लोगों की सुरक्षा की बात आती है तो मेरे हिसाब से अगर यहां पर राजनीति चलेगा तुम्हारे काम बहुत लेट होगा मतलब और ज्यादा कैसे बन रहे हैं हमें पता है तो यहां पर ठीक करना और दिमाग से काम लेना जरूरी है ना की राजनीति खेलना जरूरत मेरे साथ यहां पर राजनीति नहीं होना चाहिए
Kisan,Journalist,Marathi Writer, Social Worker,Political Leader.
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कोरोनावायरस वैक्सीन और राजनीति होनी चाहिए तो आप किस आधार पर सरकार या हेल्थ सेंटर उस पर विश्वास रखते हैं या विश्वास रखने के लायक है या नहीं और जो सट्टा में वह जो विरोध में खेतों में क्या किया था हर एक सरकार के निर्णय के विरुद्ध में बेबी राजनीति कर रहे हो राजनीति में जो लोग होते हैं उनका काम ही राजनीति करना होता है राहुल गांधी क्रिकेट में क्या करूं विराट कोहली के साथ शॉपिंग के लिए बैटिंग करने नहीं जाएंगे तुम तो उनका क्षेत्र में ही है वैसे ही राजनीति में राजनीति होगी अरे कोरोनावायरस वैक्सीन हो चाहे महायुद्ध अब दूसरी भी एक बात महत्वपूर्ण है करुणा की शुरुआत से अर्थ स्पष्ट रूप से कोई भी चीज साबित नहीं हुए कई संत कांटेक्ट स्टोरी चीजें सामने आई है अलग अलग सिद्धांत जैसे न्यू वर्कआउट की चर्चा भी विदेशों में चिड़िया और पूरी दुनिया के मीडिया ने इस को दबाया भारत की बिरयानी मीडिया जी तो बिल्कुल सरकारी मीडिया बन गई थी और अभी भी बन गई है शुक्रिया पुरुष भरोसा लोगों का फोटो है अभी हम पर कोई ज्यादा भरोसा नहीं करना है इसका जो पिक है कि बिना दिक्कत डिपो जगहों पर लोग इकट्ठे हो अगर आपने अपने काम अपने अपने घर में रखी है जिले के प्रयासों में लगी हुई और वह कौन से नहीं मार रहे हैं झूठ इतना बड़ा चरखा कैसे बताए गए और करुणा से लोग बचकर भी निकल आते लोगों में कोरोना कर भी गया है और कारण बताया जाता है कि इंडिविजिबिलिटी की मीटिंग है कुछ लोगों को बता बचा सकती है कुछ लोगों को नहीं बचा सकती यह बातें और वैक्सीन आखिर क्या होता है एक सिम में भी उसी वायरस को कुचल दिया जाता है तो बताया जा रहा है कि वैक्सीन लगाने के बाद उसमें से एक व्यक्ति को गुरु नाम से होगा और मैक्सी लगाने के बाद ऐसी कोई गारंटी नहीं है कि उसके बाद कभी पूरा नहीं होगा तो इतना यह मोबाइल किस लिए और दुनिया की सारी सरकारी ऐसा क्यों बर्ताव करके फिर किस कारपोरेशन के पास बढ़िया यह किस चीज के लिए एक आपस में मिले हुए हैं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन सुनाई देती है और देश में फर्क होता है वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन विश्व बैंक की एक पॉकेट संगठन माना जाता है अभी सीमेंट सुरेश दुनिया का दुनिया को चलाती है उसको चलाने वाले चंद्र हमें दुनिया के सबसे अमीर जैसे बिल गेट्स ब्लू फिल्म सूरत सिटी का बताई जाते हैं वह पूरी दुनिया को जला के रचाईया किसिंजर सबसे अमीर लोग हैं दुनिया के पास सोना इकट्ठा है ऐसी बातें बताई गई है इसमें राजनीति होना आश्चर्य की बात नहीं अगर दुनिया की स्थिति ऐसी है तो भारत की स्थिति में 20 वर्ष की तुलना में बहुत ठीक है अभी तक
नमस्कार श्रोताओं जैसे ही वैक्सीन के अप्रूवल मिला तभी से राजनीति शुरू हो गई है कुछ दल है जो कह रहे हैं कि हम मिश्रा एक्शन को नहीं लगाएं क्योंकि सरकार की है कुछ ऐसे भी तल है तो थोड़ी देर बात कर रहे हो पूछ रहे हैं कि एक जो वैक्सीन है भारत बायोटेक कि उसका डेट अब तक मिला नहीं है उसका अब तक क्लियर नहीं हुआ है इसे डांटा तभी उसको प्रूफ कर दी तो यह तो गलत बात है तो इस प्रकार की क्रिटिसिज्म आ रहे हैं एक प्रकार का तो सही है क्रिटिसिज्म की वैक्सीन सही से हम टेस्ट की जाए तो ग्रुप भारत बायोटेक वाली उसके अप्रैल खत्म नहीं हुए हैं और ऐसे में इमरजेंसी उस देना तो वह थोड़ा अटपटा लग रहा है पर अलबत्ता मेरा मानना है कि राजनीति ऐसी किसी भी विषय पर नहीं होनी चाहिए जिससे किसी मासूम व्यक्ति या मांस पर असर पड़े यानी बहुत से लोगों पर वैक्सीन की बात है वैक्सीन पर राजनीति नहीं होनी चाहिए ना कि ऐसा कहना चाहिए कि इस पार्टी की वैक्सीन या मुझ पर भरोसा नहीं करेंगे ना हम कभी इसकी वैक्सीन लगाएंगे इस पार्टी की वैक्सीन तुझे कहना गलत है खासकर हेल्थ के ऊपर ही साइंटिस्ट बना रहे हैं साइंटिस्ट गेम रेस्पेक्ट करनी चाहिए जितनी जल्दी बना भी रहे हैं वरना 10 सालों तक बनती रहती है वैक्सीन उन्होंने 1 साल में बनाती है तो रास्ते करनी चाहिए और अगर किसी को कोई डाउट है कोई क्वेश्चन है तो उसे तरीके से पूछना चाहिए ऐसा पूरी सीधे तरीके से राजधानी कर देना चाहिए कि इस पार्टी की व्यक्ति ने तो हम से नहीं लिख पाएंगे इक्वेशनल पर मेक समझदारी के तरीके से अपने क्वेश्चन पुट अप करनी चाहिए ताकि जो लोग हैं उनको भ्रमित ना करें हम हम यह ना कहे कि वैक्सीन लगभग आपके साथ ही हो जाएगा वह काफी लोग करते हैं जो ब्राज़ील प्रेसिडेंट बोलसोनारो प्राइम मिनिस्टर जो भी है वह आ जाएंगे तो आप के साथ यह साइड इफ़ेक्ट होगा वह साइड इफ़ेक्ट होगा भ्रमित नहीं करना चाहिए हमें अपने रिचार्ज करते समय लोगों को धन्यवाद
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका दोस्त आप पर सवाल है क्या करो ना बैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए नहीं दोस्तों कोरोनावायरस इन पर राजनीति बिल्कुल भी गलत बात है ऐसा नहीं करना चाहिए बहुत मुश्किलों से तो हमें करो ना मिल पाई है अब वह हमें एक 2 महीने के अंदर सबको धीरे-धीरे लगना चालू हो जाएगी और उस पर राजनीतिक कुछ लोग कर रहे हैं जो बहुत गलत कर रहे हैं कोरोनावायरस इन सब को लग जाएगी तेरे को रोना महामारी से हम लोग जीत पाएंगे और इसमें तो खुशी होना चाहिए कि कोरोनावायरस इन बन गई है इसकी उल्टी बातें नहीं करना चाहिए तो धन्यवाद
नमस्कार आपका सवाल है क्या करना वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए देखो इतना कहना चाहूंगा कि मैंने इतने जीवन में जब तक कमेटी बनाई थी चाहे कोई अच्छा काम करके प्यार कर दे क्या करें कोई पार्टी का काम करती है लेकिन कभी उसे अच्छा नहीं उसे हमेशा गलती बताता चलो गलत काम हो तो गलत है यह किसके रिजल्ट करता है लेकिन किसी की रिजल्ट अच्छे आते हैं लेकिन उसकी भी उनको जो है बिना बनाई करनी है उस पर आरोप प्रत्यारोप लगाने यह भारत की राजनीति जो है भारत खोखला कर रही है 100 घंटे करना नहीं होनी चाहिए क्योंकि एक दवाई है औषधि है और आप सभी को तो जैसे लंका में रावण था उसने भी लक्ष्मण जी को वोट दिया के निस्वार्थ भाव से दुश्मन के यहां रहता है वह वैसा ही है जो है रोगी को सही करने वाली दवाई है उसको पर राजनीति नहीं होनी चाहिए यहां तक कि करते हैं कि छोटी बात को भी लेकर बहुत बड़ा आडंबर बना देते हैं अपने घर नहीं जाते हैं राजनीति करने वाले हमने अक्सर देखा वह अपने गले में जाते हैं तो उसे कैसे गिरे बहुत पैसे कमाए और कुछ नहीं है बहुत कम लोग हैं जयपुर से और अपने कोठियां बताएं तो यह तो है वैसे तो करेंगे नहीं करने के लिए आतंकवादी
नमस्कार अगर आपको लगता है कि कोरोना वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए या राजनीति हो रही है तो अगर आपको पूरी तरह से ज्ञान ना हो तो मैं थोड़ा सा मेरी तरफ से कुछ बातें आपके साथ बताना चाहता हूं अगर आपको सही लगे तो इस पर सर्च कीजिए इसका मुझे ऐसा लगता कि 10 एक लाख लोगों की मांग पीछे एक या दो लोगों को ही पता होगा इसकी सच्चाई वैक्सीन कोरोना वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए आपको यह पता है क्या कि राजनीति के कारण ही कोरोनावायरस अगर आपको ऐसा लगता है कि मैं क्या बोल रहा हूं कोरोनावायरस नहीं है ना ही कोई महामारी है यह सिर्फ देश के गिने-चुने लोग हैं जिनका कई बार में हम नाम नहीं ले सकते सोशल मीडिया पर तो उनके कारण यह सब हो रहा है गिने-चुने 5 से 10 लोग हैं वह सब दुनिया पर राज करना चाहते हैं उनके घर नहीं सब हो रहा है जब-जब जिस जिस ने इस पर आवाज उठाने की कोशिश की है तब तो उन लोगों ने उसको उठाई दिया है
क्या कोरोना वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए देखिए जहां पर पूरा विश्व इस covid-19 की वजह से त्राहि-त्राहि कर रहा हूं और पूरे विश्व के अधिकतर देश कोविड-19 की रोकथाम के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं वहां पर जहां हमारे देश के वैज्ञानिक कौन है इतनी तत्परता के साथ वैक्सीन का निर्माण किया उस पर गर्व करने की बजाय कुछ लोग वैक्सीन पर राजनीति कर रहे हैं या बेहद शर्मनाक कांग्रेस के कुछ लोग वामपंथ के कुछ लोग और कुछ दिशाहीन लोग अपने देश की इस उपलब्धि पर गर्व करने की बजाय अपने ही देश के वैज्ञानिकों पर अंगुली उठा रहे हैं अपने ही देश की वैक्सीन पर उंगली उठा रहे हैं जबकि कई सारे हमारे पड़ोसी देश हमारे देश की वैक्सीन की मांग कर रहे हैं यह कितना शर्मनाक है जहां पर हमारा पड़ोसी देश हमारी वैक्सीन पर विश्वास कर रहा है वहां पर हमारे ही लोग भ्रमित लोग राजनीति कर रहे लोग इस व्यक्ति पर सवाल था और यह बेहद दर्दनाक है कि ऐसे लोग राजनीति का हिस्सा है ऐसे लोगों को भी हम राजनीति में स्थान देते हैं और ऐसे लोगों को भी वोट देते हैं आज जहां पर एक व्यक्ति जो मर रहा है इस कोविड-19 की वजह से उसको व्यक्ति की जरूरत है उसकी जगह आप उसको इस चीज के लिए भड़का रहे हैं कि वैक्सीन खराब है जबकि उस वैक्सीन के लिए वैज्ञानिकों ने अपना दिन-रात उस पर लगा दिया और देश के लिए इतनी जल्दी इतनी अच्छी वैक्सीन का निर्माण किया उस पर इस तरह की राजनीति करना बेहद गंदा है बेच शर्मनाक है मैं इसे कतई सहमत नहीं हूं हमें हमारे वैज्ञानिकों पर विश्वास होना चाहिए हमारे वैज्ञानिक हमारे देश के लोगों के नुकसान करने के लिए कम से कम कम से कम कोई व्यक्ति का निर्माण नहीं करने वाले और पूरे बोर्ड ने और पूरे वैज्ञानिक लोगों ने पूरी उसकी जानकारी और जांच करने के बाद इस वैक्सीन को अप्रूव किया इसलिए इस तरह के लोग जो इस पर सवाल उठा रहे हैं मैं मानता हूं उनके दिमाग में भूसा भरा पड़ता है मैं यही कह सकता हूं कि राजनीति बिल्कुल नहीं होनी धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप ने सवाल किया है क्या कोरोनावायरस इन पर आज नहीं होनी चाहिए तो जब किसी भी चीज का राजनीत होनी चाहिए तो हर चीज पर राजनीत होनी चाहिए तो मेरे जमाने में आपको बता रहा हूं बिल्कुल होनी चाहिए क्योंकि मानव के जीवन से जुड़ा हुआ चीज है अमेरिकी राजनीति नहीं होगी तो मानव जीवन संकट और खतरे में पड़ सकता है जहां तक मेरा मानना है और रही बात वैक्सीन की या किसी भी चीज की उसके ट्रायल चलते हैं जानवरों के ऊपर होते पहले देखिए कितने जानवर पशु पंछी शहीद हो रहे हैं हम इतना विकास करती है 50 तरह की बीमारियों को हमने पाल रखा है और बढ़ाते जा रहे टेक्नोलॉजी बढ़ गई है और हम डिजिटल हो गए ऐसा मानव अपने वातावरण की हो रही है जितने उसी सबसे उतनी बीमारियां इतनी सारी कुछ बढ़ती जा रही है मेरे को ऐसा लग रहा है मैं अपनी जवाब आप लोगों से बता रहा हूं और यहां तक राजनीति है तो हर चीज का राजनीति चाहिए इसके लिए मैं पूरा समर्थन करता हूं और किसी भी चीज़ में नहीं रहेगी या किसी चीज में कुछ नहीं रहेगा भैया यह तो दिक्कत वाली बात नहीं है क्यों है दोनों चीज होना चाहिए रजनी नंदनी की पूरी की पूरी रैली मैं जानता हूं कि ज्यादा से ज्यादा रिप्लाई भी मिले ताकि मैं समझ सकूं और आप लोग से 30 लोगों की क्या मैंने सही बोला अच्छा लगा नहीं लगा आपको क्या पता जब तक आप नहीं बताओगे और तू धीरे धीरे क्या होता है कि किसी का मनोबल टूटने लगता है और वह भी पीछे हो जाता है इसलिए हर किसी को सहयोग की जरूरत होती है और बिना सहयोगी कोई कुछ नहीं कर सकता है तो मेरे जवाब कैसा लगे हैं आप लोग जरूर मुझे बताएं धन्यवाद आभार जय हिंद जय भारत शुभ रात्रि
वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए देखे कोरोना वैक्सीन जो दोस्तों एक व्यक्ति को लगती है जो कार्य होगा वह बताएंगे तो यही कारण है कि जो काम आने वाली नागरिकों की सुरक्षा के लिए तैयार की जा रही है और इसके ऊपर राजनीति करना मेरे हिसाब से सबसे गंदी और शर्मनाक बातें होंगी क्योंकि यदि कोई व्यक्ति के ऊपर राजनीति होना शुरू हो जाएगी नहीं तो राजनेता जो है वह किस व्यक्ति से वोट मांगे किसके लिए कर रहे हैं तो उनको यह मत समझना चाहिए धन्यवाद
क्या करो ना की वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए देखिए तो करने वालों के सोचना चाहिए क्योंकि सबसे पहला जो सोता है वह यही था कि इसकी वैक्सीन कब आएगी कैसे आएगी और जब भारत में कुल ने ऐसा नहीं है बाहर से मंगा रहे खुले निर्मित करिए अब उस पर आप यह राजनीति कर रहे हो कि पहले इस लेना चाहिए उसे लेना चाहिए और यह सच्चाई है कि अगर जो बोल रहे हैं अगर उसी को होगा ना सबसे पहले मूवी लग जाएगा कोई नहीं सोचेगा क्योंकि जान से बढ़कर तो कुछ भी नहीं है तो फिर यह नहीं बोलेगा कि इसकी जांच की और इतने बेवकूफ लोग हैं कि बीजेपी और इसका क्या मतलब है सीधी सीधी वैक्सीन तो कोई भी बनाएगा इतनी सारी दवाई चल रही है अभी निमोनिया का टीका आया है वह को थोड़ा बीजेपी ने भारत में वैज्ञानिकों ने तो निर्मित किया है तो क्या उसे नहीं लगाएंगे क्या
सभी को पता है करो ना काम है क्या सब समय आया जिसने हमें इस दलदल में फंसा दिया जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता दिखाइए उस समय नहीं दे रहा था कोरोनावायरस हमारा 1 साल बर्बाद हुआ है चाहे वह अमीर इंसान हो या गरीब चाहे वह नेता हो प्रधानमंत्री सबका साथ घाटे में ही करें अपनी बात करें अधिक देश की देश को भी स्कूल के कारण बहुत नुकसान झेलना पड़ा और हमें तो उससे भी ज्यादा कोई देश तभी आगे बढ़ पाता है तब वह जब वहां के लोग मिलकर उसके सरकार का साथ दे गोरा काले कैसे समय था जहां हम सभी ने अपना कर्तव्य निभाया हम सभी ने देश की सरकार का साथ दिया था दलदल से बाहर निकल चुकी अब कोरोनावायरस किस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि कोरोनावायरस इन सभी के जिंदगी से जुड़ा हुआ है इन लोगों का काम ठप पड़ गया उसको रोना के कारण वह तो यही आस लगाकर बैठे हैं ना कभी कोरोनावायरस अपडेट काम पर लग जाए बहुत लोगों का रोजगार चला गया उसको होने के कारण अभी तुरंत लगने का भी कोई उपाय नहीं दिख रहा पर यह कैसी लग जाएगा तब लोगों को फिर से उनके रोजगार मिलने का और ज्यादा उम्मीद तो मैं सभी राजनीति नेताओं से हाथ जोड़कर प्रार्थना करना चाहती हूं प्लीज कोरोनावायरस इन पर किसी तरह की राजनीति ना करें क्योंकि कोरोनावायरस इन लोगों की पूरी हुई है लोगों क्या हुआ है लोगों का जो समय का खाना जुड़ा हुआ है लोगों की खुशी जुड़ी हुई है लोगों की खुशी हुई हुई इसके ऊपर राजनीति आप लोग नहीं करना चाहिए एक इंसानियत के खातिर में आपको इसके बारे में सोचना चाहिए
हाय फ्रेंड्स क्वेश्चन पूछा गया कि क्या कोरोनावायरस इन पर राजनीति होनी चाहिए या नहीं तो आज के समय में जो है हर एक छोटी सी चीज और बड़ी सी चीज पर जाएं राजनीति छोड़ जाते हम सभी जानते हैं वह चाहे छोटे स्थान पर ही हो या बड़े स्थान पर अगर हमको रोना की बात करें तो खिलौना फिक्सिंग भी जो है राजनीतिक मुद्दा जो है हो सकता है दुनिया जो है पूरे जो है भारत के सांसद पूरे विश्व के लिए जाएं आज के समय में कोरोनावायरस में कितना महत्वपूर्ण है यह भलीभांति जानते हैं अगर इस देश में अगर कोई देश कोरोनावायरस इनको बना लेता है तू आ कहीं ना कहीं तो है कि राजनीति मुद्दा बन जाएगा जिससे क्या होगा कि वह कोरोनावायरस उनके लिए जो है अलग-अलग देश जो है अलग-अलग मांगे करेगी और फिर जो है अपने अपने अंदर जितने भी राजनीति से जुड़े परिपेक्ष में होते हैं कोरोनावायरस के कारण हो सकता है
सोनम ने क्या है क्या करना वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए जी नहीं बिल्कुल नहीं कौन है वैक्सीन पड़ जाएगा जल्दी नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह काफी जरूरतमंद चीज होती है और हर इंसान की जरूरत होती है और यही कारण है कि इस पर राजनीति शहर करना कहीं ना कहीं चाहे वह गलत होगा क्योंकि राजनीति से हो सकता है कि किसी वर्ग के लोगों को ही साहब उनका फायदा मिले और किसी बात को नहीं जो कि हो सकता है कि जरूरतमंद को चैन ना मिले तो वह मतलब गलत हो सकते होंगे नहीं तो मेरे किसी सवाल का जवाब
आपका सवाल है कि क्या करूं ना वैक्सीन पर राजनीति होनी चाहिए जी नहीं बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए रात 3:00 पर राजनीति करने का कोई मतलब नहीं बनता है यह एक ऐसी इलाज है एक ऐसा इलाज है जिस संक्रमण से पूरे साल से सभी लोग गए थे बहुत लंबे समय से सब इंतजार कर रहे थे कैसे सजाया जाए और जो व्यक्ति आ चुकी है इसका एक इलाज संभव हो पाया है ऐसे समय में राजनीति करना सबसे ज्यादा खराब मानसिकता को दर्शाता है आपका दिन शुभ रहे धन्यवाद
हमारी राजनीति कहां रितेश की राजनीति का बंदा कितना रूप है जो आप और हम सबके सामने आया हुआ है चिंता की बात की राजनीति इतनी गंदी कितने चली जितनी राजनीति है कि यहां के जो नेता करने पॉलीटिकल पार्टीज की बुक मिल सकता की जोड़-तोड़ में रहते हैं सत्ता से प्राप्त करना हो सकता का लाभ उठाना मैं मेरी की करना भाई भतीजावाद फैलाना यह सब यहां के नेताओं की कार्य है और यह कोरोना वैक्सीन पर भी जो राजनीति कर रहे हैं वह अत्यंत अत्यंत ही गंदी और इन सब के चरित्र को उजागर करने वाली है
है क्या आने वाले वर्षों में कुछ और बीमारियां पहनना संभव है तो दोस्तों देखिए बीमारी कभी भी अपने हिसाब से ना तो अपने आप फैलती है और ना ही प्राकृतिक रूप से कोई बीमारी होती है हर 10 से 20 साल में एक नई बीमारी जन्म लेती है उसके पीछे का कारण है यह बीमारी बनाई जाती है यानी इन बीमारियों को तैयार किया जाता लैब में सवाल ये की बीमारी को लाइफ में तैयार क्योंकि तो दोस्त देखिए जब भी मेडिकल फील्ड और डॉक्टरी लाइन में जब भी मतदान जाता है तो जो डॉक्टर और मेडिकल की जोर दुनिया की जो बड़ी-बड़ी कंपनियां मिलकर कोई ऐसे वायरस को तैयार करती हैं जिससे कि जो है लोगों का मेडिकल की तरफ ध्यान आकर्षित प्रोसेस है मेडिकल और फील्ड और डॉक्टरी लाइन में जो है काफी हद तक सुधार आता है इनमें से देश शामिल है वह चाइना अमेरिका भी शामिल हो सकता है क्योंकि सन 2009 में अमेरिका से स्वाइन फ्लू निकला था दोनों ने जांच नहीं होने दी थी अपनी ऐसे ही कोरोनावायरस चाइना से निकला तो उन्होंने अपने लैब की जांच नहीं करवाई आने वाले समय में बीमारियां खेलेंगे नहीं खेलेंगे यह डिपेंड करता है कि मेडिकल लाइन को कितना फायदा हो रहा है या नुकसान हो रहा है जो भी उसे साफ से बीमारियां तय होती है जिसमें डब्ल्यूएचओ का भी हाथ होता है भारत का एक परसेंट नागरिक भी नहीं जानता था सैनिटाइजर क्या होता है इसका प्रयोग कैसे किया जाता है कोरोनावायरस के बाद दिमाग का सेंटर कैसे देखे थे और जो है डॉक्टरों की कैसे जो है आपने देखा होगा कि ड्रीम मेडिकल फील्ड में कितना इजाफा हुआ और दूसरा कारण होता है महामारी फैलने का बनाने का किसी देश को गिराना जब कोई विकसित देश सबसे आगे होता है तो जो विकासशील देश होते हैं उनका यह होता है कि इस देश को पीछे करने के लिए कोई नई बीमारी तैयार की जाए उन विकसित ओं की बराबरी की वजह से चाइना ने अमेरिका के लिए किया था तो अमेरिका इस चीज को समझ गया हम कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि जो भी बीमारी आने वाली होती है नई बीमारी व प्राकृतिक नहीं होती है वह तो बीमारियां होती हैं वह बायोलॉजिकल जो है सिम बंद हो रहे हैं जैविक हथियार के रूप में या यूं कह सकते हैं कि किसी वैज्ञानिक को दोहरा लैब में तैयार कराई जाती है फिर उसे कहा जाता है नया नाम लिया जा सकता है और उसने नाम के साथ एक नई बीमारी बनती है और उसके जरिए लोगों का पैसा खर्च होता है फिर वह पैसा जो है डॉक्टरों की जेब में और जो है अगर कोरोनावायरस बीमारी नहीं आती तो क्या एक ₹1000 का अब सब टीवी पर लगाएंगे 1000 का सब दिखा लगाएंगे तो दोस्तों देखिए कि कितना जबरदस्त उपाय
वस्तु है भारत में सबसे अधिक चंदन के वृक्ष कहां पाए जाते हैं तो दोस्तों देखे वैसे तो पूरे जो है भारतवर्ष में कहीं कहीं चंदन के पेड़ मिलते हैं लेकिन मुख्यता सबसे ज्यादा यह कर्नाटक में पाए जाते हैं कर्नाटक के जो 900 मीटर की ऊंची जगह और मौलवी जैसे जगह पर ही इनका प्रमुख स्थान माना जाता है इसका मुख्य कारण है कर्नाटक में होने का क्योंकि इनको साल भर में 500 साडे 500 सेंटीमीटर की बारिश चाहिए जो कि केवल कर्नाटक राज्य में होती है यही एक कारण है कि चंदन से बनने वाली सामग्री जैसे चंदन की अगरबत्ती धूप बत्ती हो जाए फिर वह कैसे वह पूजा में इस्तेमाल किया जाने वाला सादा चंदन हो उसकी जब सुगंधित जितने भी चीज है वह सब कर्नाटक से ही आती है जय माता दी जय हिंदुस्तान
प्रश्न है कि बिटकॉइन और प्लेक्शन में क्या अंतर है इन चीजों के बारे में आपने सुना तो होगा लेकिन कभी जानने की कोशिश ही नहीं की होगी यह दोनों ही एक-दूसरे से बिल्कुल विपरीत है यानी कि अगर बात की जाए कि ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जहां नासिर डिजिटल करंसी बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जाता है यानी ब्लैक चेंज एक डिजिटल लेज़र है वही बिटकॉइन एक डिजिटल माध्यम है जिसके जरिए हम आप या कोई अन्य कुछ चीजें भेज और खरीद सकता है हालांकि से करेंसी कहना गलत है क्योंकि असल दुनिया में कोई वैल्यू नहीं है अगर आप काफी चीजों के बारे में अगर आप सुनते हैं तो आप शायद समझ नहीं पाते होंगे लेकिन अगर आपसे उदाहरण सहित समझे जैसे कि अगर आप डेरा सच्चा सौदा से वाकिफ है तू इसे आप इस तरीके से समझे कि सच्चा सौदा में आपको कोई सामान खरीदने के लिए अलग से सिक्के दिए जाते थे जिसकी कीमत सिर्फ सच्चा सौदा के अंदर होती थी यानी कि वह सिर्फ उसमें ही इस्तेमाल होंगे अगर आपको कोई सामान खरीदना है हम बाहर बाजार में वह कूड़े का काम करते हैं या नहीं उनकी कोई वैल्यू नहीं होती कि केवल एक स्पेशल वापस जिस चीज की वैल्यू हूं उसे हम बिटकॉइन कह सकते हैं उम्मीद करती हूं कि अभी तक आपको समझ आ गया होगा कि ब्लॉकचेन क्या होता है और बिटकॉइन में मामूली सा अंतर क्या है धन्यवाद
के बारे में आप क्या जानते हैं उनकी कौन सी फॉर्म या उन्हें अलग बनाती है आप कोई क्वेश्चन था तो एलेन मत कर देना फ्री कब हुआ था और यह अपना सारा दिन अमेरिका में चलाता अमेरिका सेंड कर दो फिल्म चला दो मोटर व्हीकल की बहुत ही प्रतिष्ठित कंपनी है उसके ऑनर हैं और स्पेशल प्रोग्राम एल्बम चलाते प्रोग्राम फिल्म स्टार्टिंग में जो खेत उन्होंने अपनी गाड़ी को रिपेयर करना स्टार्ट किया और अपनी गाड़ी को रिपेयर करते हुए थे वहीं से अपना हीरोइन के नाम पर उसके बाद फैसला ऑफिस डिस्टिक लाल अंगूर में कौन सा चीज है किस नाम से अपना नाम इन्होंने एक फर्म खुली है उसका सारा हैंडल करती है पढ़ लो विमान खिलाने एरोप्लेन क्लब एयर मीडियम और रोड मीडियम के अलावा एक रुप किचन में जुड़े गी तो पूरा ही इलेक्ट्रोमैग्नेटिक से शुरू पक्की होने या पीयूके bo1 इवेंट किया वो सारी चीजें
हीलियम का प्रश्न है क्या आप बिटकॉइन को विस्तार से समझा सकते हैं जी हां बिटकॉइन एक तरह का डिजिटल करेंसी होता है बिटकॉइन बेसिकली वर्चुअल एंड क्रिप्टो करेंसी है इसका मतलब यह है कि इन है ना तो आप देख सकते हो ना आप सो सकते हो यह एक तरह का सीक्रेट पैसा है इसे आप इंटरनेट में किसी वॉलेट में सेव करके रखते हो उसकी मदद से आप किसी भी चीज को खरीद सकते हो या भेज सकते हो धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की कौन सी पुस्तक का विमोचन हाल ही में तो दोस्तों आपके सवाल का उत्तर या पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुस्तक द प्रेसिडेंट एल मेमोरियल का प्रमोशन हाल ही में हुआ धन्यवाद दोस्तों खुश रहो
देखी आज की समय इंटेल और एमडी दोनों के प्रोसेसर काफी ज्यादा अच्छे आ रहे हैं बल्कि देखिए मैं बोलूंगा की स्टार्टिंग में जेएमडी कंपनी आई थी तो उनकी जो प्रोसेसर थे उनमें हीटिंग इश्यू काफी ज्यादा देखने को मिल रहा था लेकिन जब से उन्होंने राइजन सीरियस को लांच किया तब से एमबी के जो प्रोसेसर है उनमें हीटिंग इश्यू काफी कम देखने को मिल रहा है प्लस कम पैसों में काफी अच्छे आपको स्पेक्स एमडीयू की प्रोसेसर प्रोवाइड करा रहे हैं और देखिए इंटेल तो आप सभी जानते ही हो वह काफी पुरानी कंपनी है और उसके प्रोसेसर काफी ज्यादा अच्छे होते ही है नो डाउट और देखिए अगर आप पूछ रहे हो इन दोनों में से बेहतर कौन से तुम्हें आपको रिकमेंड करूंगा आपका घर कम बजट है और आपको कोई लैपटॉप लैपटॉप लेना है तो आप ईएमडीके जो प्रोसेसर होते हैं उनके लैपटॉप लैपटॉप लीजिए क्योंकि वह आपको कम पैसों में काफी अच्छी स्पेक्स प्रोवाइड करा देते अगर आपके पास अच्छा बजट है आपको काफी ज्यादा पैसा इन्वेस्ट कर सकते हो लैपटॉप लैपटॉप में इंटेल के प्रोसेसर इंटेल प्रोसेसर ले सकती हूं क्योंकि उनमें आप को देखिए तो बैटरी लाइफ होती है वह काफी लंबी मिल जाती है प्लस इंटेल के प्रोसेसर आपको पता ही है वह तो काफी ज्यादा अच्छे होते हैं बस यही फर्क है देखिए प्रोसेसर दोनों ही अच्छे आते आज के समय लेकिन अगर आप एमबी का लेते हो कोई लैपटॉप डेस्कटॉप तो याद रखिए उसके अंदर प्रोसेसर की जो सीरीज होती है और राइजन होनी चाहिए धन्यवाद
हेलो डियर द क्वेश्चन इज द मीनिंग का क्या अर्थ है इन माय पॉइंट ऑफ यू एस ए हिंदी वर्ड कन्वर्ट इन इंग्लिश स्मॉल और डिटेल एम गोइंग टू गिव शॉर्ट एग्जांपल नन्ही सी गुड़िया रानी कन्वर्ट इन इंग्लिश मिंस ए टेरिबल आए हो आपको क्लियर हुआ होगा नेट सेट
अभी वर्तमान में अमेरिका के राष्ट्रपति गार्डन हैं और हम सभी जानते हैं साता में यह हाल ही में आए हैं और अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के साथ भारत के सातवें रिश्तो के वर्तमान एवं भविष्य को लेकर चल रहे चाचा स्वाभाविक भी है हम लोग जानते भी हैं किसकी पार्टी है डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में दोनों देशों के रिश्ते में इतने गहरे हुए कि एशिया प्रशांत क्षेत्र का नाम हित प्रशांत क्षेत्र हो गया था तो आशा है कि मैडम जी के साथ भी भारत और अमेरिका के बीच अच्छे संबंध होंगे तो अभी जो है अमेरिका का राष्ट्रपति कौन है
तथास्तु मित्र राहुल के राहुल जी का एक सवाल आया है कि वर दे कविता में कवि मां वीणा वादिनी से क्या वरदान चाहता है तो दोस्त मैं आपसे बताना चाहती हूं मैं आपको अपनी जानकारी के हिसाब से बताना चाहती हूं कि कविता का भावार्थ यह है कि मातृभूमि के प्रति कर्तव्य निभाने के लिए कभी ने प्रेरित किया और अपना सर्वस्व अर्पण कर देना है हर भारतवासी का कर्तव्य होता है और कभी जो है इस कविता के द्वारा मां वीणा वादिनी से प्रधान चाहता है कि बाद ही मामला बात नहीं आप तुम आप भारतवासियों के अंधकार से प्राप्त हो जाएंगे शफी बंधन को काट दो और ज्ञान का एक बड़ा स्रोत बहाकर जितनी भी पाप और दोष और अज्ञानता और मनी लेता है उनकी हृदय के अंदर उन्हें दूर करो उनको साफ कर दो और उनके हृदय को प्रकाश से जगमगाए तो कभी का बुलावा देने से ही माना है यही वरदान जाता है कि सारे देशवासियों को के अंदर घुस कर्तव्य को याद दिला दो और ऐसी गंगा बहा दो क्यों अपने कर्तव्य को अपना सर्वस्व निछावर कर हर देश का देश अपने देश के लिए अपने देश के हित में काम करें और अपने देश के लिए कुछ करें धन्यवाद मित्र आशा है कि आपको आपका जवाब मिल गया होगा धन्यवाद
तो आज आप का सवाल है कि अगर किसी एक व्यक्ति को जमाई आता है तो दूसरे व्यक्ति को जमाई क्यों आता है जब भी कोई मतलब जैसे कि आप जाते हैं या फिर भी ऐसे कोई रिस्क एरिया में अगर गाड़ी गाड़ी में जा रहे हो तो कहा जाता है कि जमाई नहीं मारने के लिए बना ड्राइवर को भी प्रॉब्लम हो सकता है तो जब भी कोई भी इंसान आपके आसपास जमाई मारता है इसका मतलब ऑक्सीजन वह बहुत ज्यादा रेट में ले लेता अमृतसर आने में जितना भी तैयार है उसमें जो ऑक्सीजन हो बहुत ज्यादा मात्रा में ले लेता है सामने वाले को भी देखी सांस लेने के लिए ऑप्शन चाहिए तो अब उसके पास ऑक्सीजन की कमी पड़ती है इस वजह से वह भी मतलब जमाई मारने लगता कि उसे व्यक्ति जन्म चाहिए फिर उसे देखकर तीसरे इंसान के पास ऑक्सीजन की कमी पड़ने लगती है वह सांसद जी से नहीं पाता तो फिर यह प्रक्रिया चलती रहती है
नमस्कार मित्रों आपका सवाल है बहुत ही अच्छा है जो हमारे देश के समाज के महत्व का सवाल है यह कि पूत कुंवारा डोलता है मिलती नहीं लुगाई हाथी ऊपर मुंह धो ले बेटी और जमाई इसका कोई विख्यात उदाहरण बताओ भाई तो दोस्तों आपके सवाल का उत्तर यह है कि हमारे समाज में लड़का कुंवारा डोलता है उनका रिश्ता नहीं होता है उनको लड़की नहीं मिलती है क्योंकि लड़कियों को नौकरी वाला लड़का चाहिए या सुंदर लड़का या ज्यादा धन वाला लड़का इसलिए लड़का की शादी होना मुश्किल हो जाता है लड़की का रिश्ता जल्दी हो जाता है क्योंकि लड़की को वर मिल जाता है जो बेटी और जमाई की घर में चलने लग जाती है जो बेटी जमाई घर को गाइड करने लग जाते हैं माता-पिता भाई को सब को गाइड करने लग जाते हैं क्योंकि घर में बैठे कि नहीं चलती है घर बेटी जमाई राजा हो जाते हैं यह हमारे समाज का ज्वलंत उदाहरण है धन्यवाद दोस्तों खुश रहो
हेलो एवरीवन तो आज आप का सवाल है कि क्या बिजली कड़कने पर मोबाइल के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ऋषि जी हां बिल्कुल अगर बिजली या फिर लाइटिंग या फिर बारिश हो रही है बारिश हो रही है बिजली नहीं कर सकती है तो हमें जैसी मौसम खराब हो तो हमें फोन नहीं करना चाहिए भारी सागर बोरीवली हो रहा हूं देखिए क्या होता है जब हम फोन का इस्तेमाल करते हैं तो हमारे फोन से अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन हमेशा निकलता ही रहता है तो वह बिजली को अपनी ओर आकर्षित करने में मदद करता है तो अगर आप वैसे वैसे समय पर अगर आप फोन चला रहे हैं तो बिजली का झटका आपको लग सकता है और जान तक भी बात आती है तो अच्छा यही होता है कि जैसी मौसम खराब हो बारिश या फिर लाइटिंग हो रहा है तो फोन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें
हेलो शिवांशु आज आप का सवाल है कि झूठ में नमक डालने से वह मर क्यों जाता है तो देखा कि मतलब गार्डन एरिया में या फिर खेत में अगर कुछ भी पौधा लगाते हैं या तेरे से कोई भी पानी एरिया में तू वहां से मतलब बहुत सारा झुमक दिखता है तो उसे मारने के लिए बहुत सारे लोग नमक छिड़क देते हैं तो आपने देखा होगा कि जब कि सीरिया में पानी गिरा हुआ था वहां पर नमक छिड़कने तो कैसे नमक तुरंत पानी सोख लेता है तो के ऊपर भी जब हम नमक छिड़कने हैं तो नमक सारा पानी के अंदर से सोख लेता है जिसकी वजह से आपने देखा होगा कि जो जो होता है वह बहुत ही पतला और सिकुड़ जाता है मतलब सारे पानी के कि नमक सोच लेता उसके शरीर में अब कोई भी किसी भी तरह का एक भी पानी नहीं होता जिसकी वजह से वह अपना दम तोड़ देता है
नमस्कार आपका सवाल है ज्ञान बांटने से बढ़ता है तो आजकल के लोग ज्ञान को छुपाते क्यों है अगर तभी वैज्ञानिकों ने अपने अपने ज्ञान अधिकारों को छुपाया होता तो आज कैसा होता है कि लोग अपने ज्ञान को छुपाते हैं बल्कि यह बात सच है कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है खुशियां बांटने से बढ़ती है हमें पढ़ना भी चाहिए क्योंकि आप अकेले खुश होकर के अकेले ज्ञान ले करके क्या करेंगे और जो ज्ञान बांटते हैं किसी को तुझ से प्यार बढ़ता है क्योंकि जितनी बार हम जैसे कुछ भी पढ़ते हैं अगर जितनी बार हमारे माइंड में आता है तुझे कितनी बार किसी को बताते हैं उतना ही वह हमें याद होता जाता हूं कभी नहीं बोलता है यह बात बिल्कुल सच है और जहां तक आपका सवाल है लोग अपने ज्ञान को छुपाते हैं इसलिए ऐसा नहीं है कि लोग अपने ज्ञान को छुपाते हैं जबकि वहां पर लोग कुछ बोलने से कतराते हैं जहां पर जैसे कि मान लीजिए कुछ बातें हो रही है उसे लोग अपने अपने ज्ञान को देने में लगे हुए हैं कोई चारा नहीं है ऐसा होता है यह बात सच है कोई गलती नहीं है बस वहां पर कुछ बुद्धिमान लोग नहीं होते हैं बल्कि सभी होते हैं बैटरी को सेवर मोड़ रहने वाले होते हैं जिनको क्वेश्चन आंसर पता है फिर भी वह नहीं बताना चाहते क्योंकि उस पर भी कमेंट हो जाएगा और उन्हें लगता है कि यहां पर कुछ कहने लायक है तू वहां पर नहीं कहते हैं क्योंकि उन्हें ऐसा नहीं है क्योंकि वहां पर की जरूरत है लोग अपनी अपनी बातों को रखते हैं और रेस्ट सब एक दूसरे से ऊपर बनने की कोशिश करते तो वहां पर कुछ लोग आते हो तेजू नहीं बताता नहीं है कि कोई अपने ज्ञान को छुपाना चाहता है कि क्या करेंगे हमारे ज्ञान से किसी को सद्बुद्धि आती है और अच्छा लगता है तो हमें भी अच्छा ही लगेगा किसी को बताते हुए कुछ भी और किसी को कुछ शेयर कहते हुए और जहां तक बात है अभी का वैज्ञानिक ने अपने अपने अधिकार को छुपाया होता है देखती होगी तो बहुत वैज्ञानिकों ने ऐसा किया और हमारे लिए किया जिनको हम जितनी बार नमन करें वह कम है क्योंकि जितनी टेक्नोलॉजी आई है जो कुछ भी मेरे समझ में ना आए हैं इस धोखाधड़ी बेचैनी को कुछ दिन है जिसकी वजह से आज हमने देख लो जी के साथ अच्छे तरीके से रहते हैं तो नीचे वालों का जवाब पसंद आएगा और जिन्होंने सवाल पूछा था उनको मेरा आभार और बहुत-बहुत धन्यवाद आपका कुछ दिन देकर मुझे अच्छा लगा मिस करते हैं सवाल का जवाब भी पसंद आएगा हमेशा खुश रहिए दूसरों को भी खुश रखें धन्यवाद
नमस्कार आप ने प्रश्न किया है रिलेटिव प्रोनाउन किसे कहते हैं उदाहरण देकर बताइए यह रिलेटिव प्रोनाउन जिसको हिंदी में संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाता है जैसा कि यह सुनने से ही प्रतीत होता है कि यह दो वाक्यों को जो आपस में जोड़ने का काम करता है इसीलिए इसको रिलेटिव प्रोनाउन कहते हैं इलेक्ट्रिक प्रोनाउन बाकी में अपने से पहले प्रयुक्त उचित इनाम अथवा प्रोनाउन के बदले में आकर उस नाउन प्रोनाउन की डेफिनेशन अर्थात धाराओं को रोकता है और उस नोनिया पूर्णा उनका संबंधित अपने से अपने आगे आने वाले शब्द समूह से जोड़ता है इसलिए इसको रिलेटिव प्रोनाउन कहते हैं रिलेटिव प्रोनाउन दो प्रकार के होते हैं या इनका दो प्रकार से प्रयोग किया जाता है पहला प्रयोग किया जाता है जो जैसी चीजें बॉय हेल्प मी इन स्टडी या दूसरी तरीके से प्रयोग करते हैं दिस इज ए ब्वॉय व्हो हेल्प्स मी इन स्टडी इन का जो प्रयोग किया गया है 2 वाक्यों को जोड़ने के लिए वहां पर इनको कंजक्शन कितने भी किया जाता है जैसा कि आपने पहले वाक्य में हो का प्रयोग देखा है और दूसरे में लिस्ट बाय ए जे हेल्प मी इन स्टडी ओं विच डेट होम खोज एवं भट्ट आदि रिलेटिव प्रोनाउन माने जाते हैं और इनका प्रयोग रिलेटिव प्रोनाउन के तौर पर ही किया जाता है यह जवाब अच्छा लगा हो तो कृपया सब्सक्राइब लाइक शेयर और कमेंट करके जरूर बताएं धन्यवाद
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
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अंग्रेजी में कुछ नियम बनाए गए हैं ताकि उनमें उनके शब्दों की इंपोर्टेंस को समझा जा सके यशवंतराव यू से गुड बॉय माझा अनुभव नहीं है जैसे कि इस एआईओयू है ना कि इस में एक ही प्रयोग हो तो उसमें लेकिन बहुत सारे उसने उसने बादल में एंड का ही प्रयोग किया जाता है जैसे एक उदाहरण देना चाहता हूं आपको जैसे कमल और मुझे उदाहरण है एक साथ नहीं समझ में आ रहा है लेकिन वह बगल में ए ई आई ओ यू इसमें जो है वह एंड का ही प्रयोग किया जाता है
बस वाले की ऐसा कौन सा रोग है जो व्यक्ति को तड़पा का भजन MP3 गान करते हैं तो वैसे भी वैसे भी हर लोग जो शारीरिक दर्द और यादें भी होते हैं पर इतना तड़प-तड़प के मरने की कोई आवश्यकता नहीं है लेकिन 5 लोग ऐसे हैं जो तड़प तड़प तड़प तड़प के मरते हैं एक स्वस्थ शरीर में गैस की मृत्यु के बजाय जो लोग आत्महत्या करते हैं सिर्फ वही जानते हैं कि धड़कना क्या होता है इंसान तो जल्दी नहीं जाती पर मरते भी जल्दी नहीं तो बीच में कुछ भी हैं तड़प तड़प ना ही रखना है ऐसे लोग जिसको जान ने खुद ने अपनी गलतियों के कारण मिल गया जैसे बीड़ी सिगरेट दारू के कारण टीवी फेफड़ों का सेल अनाज के अंदर अंदर फोन बिना मुंह से बाहर निकलना लोगों के नाटक बदनापुर ते यकीन नहीं होता बस किसी टीवी के मरीज के बाद जाकर से पूछो कि ये हंसी के दौरान ऐसे कैसे लगता है कैंसर और एड्स वालों को अभी हाल में अज्ञात या हादसे का शिकार व्यक्ति जो मरा तो नहीं है लेकिन आधा शरीर टूट फूट मौत के दरवाजे पर खड़े हैं बस करना क्या होता है इससे अच्छा कोई नहीं जानता है प्रेम रोग इंसान जितना भी तड़प तड़प कर मर ता है वह मरता जी ने इतनी मेहनत से लिखा और आप को वोट नहीं लाते हुए दिखने वाला जब तक एयरपोर्ट चेक करा जाता है और खाली हाथ लौटना है सही मालूम है कि तब तक कितना सर दर्द के मरना होता है
नमस्कार दोस्तों प्रश्नों की बाइक स्कूटर पर लगने वाली ठंड से बचने का सबसे अच्छा शहर कौन सा है तो दोस्तों मैं बताना चाहता हूं कि अगर आप गाड़ी बाइक ड्राइव कर रहे हैं स्कूटी बाइक ड्राइव कर रहे हैं इस पर तो सबसे ज्यादा ठंड जो ड्राइव कर रहा होता है उसको लगती है तो और सीधे शादी में ठंड लगती है मैं भी बीच में भी कहीं ड्राइव कर रहा था तो लग रही थी तो मैंने उसका जुगाड़ जुड़ा स्वेटर तो पहने हुए थे जो पहनते हैं उसके पर मोटा सा एक जैकेट मैंने पहन लिया ऊपर बिल्कुल गलाबंद में तो ठंड ना के बराबर लग रही थी ऐसी इसके विंडचीटर खाते हैं पहनने वाले जो हवा को रोकते हैं वह ले सकते नहीं तो घर में कोई बड़ा जैकेट जो गले तक हो मोटे वाले जो जैकेट आता उसको पहन सकते हैं और जो पीछे बैठने वाला व्यक्ति है उसको भी ठंड लगती है ऐसा नहीं है कि उसको नहीं लगती कम लगती है क्योंकि वह आगे ड्राइवर 2 हवा आती है उसको एक तरह से रोक लेता है तो पीछे बैठने वाले को भी जैकेट पहनने या शॉल और अच्छी तरह से वह ले और कान को अवश्य देखें क्योंकि साल में तो कहना होता है कई लोगों ने लेकिन पूरा कान ढकने वाला हेलमेट नहीं पहना अदा करूं पूरा मुंह वाला हेलमेट जिसमें काम भी थक जाते हो पहनेंगे तो उसमें हवा नहीं लगेगी नहीं पहनते तो पिया मफलर से पूरा कान और मुंह को बांध के रखे निश्चित रूप से ठंड नहीं लगेगी धन्यवाद