नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सवाल ही जीवन का सबसे कठिन शब्द के जीवन का शिकार करना पड़ता कि कहने का मतलब जिस इंसान ने जन्म लिया उसका उसकी मृत्यु निश्चित है उसे एक न एक दिन मरना निश्चित है कि आप अपनी मृत्यु से रूबरू नहीं हो सकते मतलब यह आपको सिखाना ही पड़ेगा कि आप की मृत्यु होना अनिवार्य में लोगों की मृत्यु अवश्य होगी तो मैं करता हूं सवाल का जवाब अच्छा लगे तो प्लीज लाइक करें
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
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जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई है कि हम यह जानते हैं कि हम यहां पर एक किरायेदार के रूप में इस विश्व में हमारे प्राण आत्मा हमारे अंदर जो है वह किसी भी समय रुक सकती है लेकिन फिर भी माया मोह के चक्कर में हम सब को समेट करके हम जीवो की मदद नहीं करते हैं स्वार्थपरता से आकर के लोगों को तकलीफ पहुंचाते हैं और यह भी जानते हैं कि बिल्कुल मृत्यु सत्य है और हमें मर जाना है मर के चले जाना है लेकिन फिर भी माया मा का चक्कर इतना बुरा होता है कि हर आदमी जानते भी उसे झुठला नहीं पाता यह सबसे बड़ा सत्य है जीवन का
जीवन का सबसे कठिन सत्य है सत्य को स्वीकार करना है कि व्यक्ति किसी की बात ना सूरमा कोई धारणा लड़का लड़की प्रेम करते हैं तो लड़की लड़के को शादी जल्दी से नहीं कह पाती है मैं तुमसे प्यार करती हूं ऐसा नहीं कर पाती है वह इसकी हिम्मत हो गई तो वह हिम्मत नहीं जुटा पाती है कि लड़कियां हैं वह चाहते हैं कि वह हमें कुछ खाए या कुछ बोलो या कुछ करें लड़के में भी ऐसा ऐसी हिम्मत नहीं मिल पाती है कि वह भी को कुछ खाए वह यह सोचता की वो कुछ वह किसी को कुछ ना कह दे वह लड़की है सोचिए कि वह लड़का कुछ ना कह दे इस तरह दोनों आंखों के सामने सत्य स्वीकार नहीं कर पाते हैं तथा दूसरी बात यह जब कोई लड़ाई दंगा होता जिसकी गलती होती है तो कई लोग तो क्षमा मांगते हैं तो वह सत्य स्वीकार कर रहा हूं लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो सत्य को स्वीकार ही नहीं कर रहे वह चाहते हैं कि कहीं मेरा नाम मेरी इज्जत ना डूब जाए इस गांव निवासी अपना बचाव करता है लेकिन आज के समय में सत्य का पालन करने वाले मात्र 5 पर्सेंट लोग हैं बाकी 95 पर्सेंट पूरे वर्ल्ड में झूठे व्यक्ति हैं
से कि आपका प्रश्न है जीवन का सबसे कठिन सत्य क्या है देखिए जीवन का सबसे कठिन सत्य है सत्य को स्वीकार करना और किसी को भी नहीं सुनना चाहता और एक कि उसके पास उस लड़की को यह कह रहा है कि हिम्मत नहीं है कि वह उसे पसंद करता है वह जाता है कि यह लड़की उससे कहे वह अपनी आंखों के सामने भी सच्चाई को स्वीकार नहीं करना चाहता है
है क्या आने वाले वर्षों में कुछ और बीमारियां पहनना संभव है तो दोस्तों देखिए बीमारी कभी भी अपने हिसाब से ना तो अपने आप फैलती है और ना ही प्राकृतिक रूप से कोई बीमारी होती है हर 10 से 20 साल में एक नई बीमारी जन्म लेती है उसके पीछे का कारण है यह बीमारी बनाई जाती है यानी इन बीमारियों को तैयार किया जाता लैब में सवाल ये की बीमारी को लाइफ में तैयार क्योंकि तो दोस्त देखिए जब भी मेडिकल फील्ड और डॉक्टरी लाइन में जब भी मतदान जाता है तो जो डॉक्टर और मेडिकल की जोर दुनिया की जो बड़ी-बड़ी कंपनियां मिलकर कोई ऐसे वायरस को तैयार करती हैं जिससे कि जो है लोगों का मेडिकल की तरफ ध्यान आकर्षित प्रोसेस है मेडिकल और फील्ड और डॉक्टरी लाइन में जो है काफी हद तक सुधार आता है इनमें से देश शामिल है वह चाइना अमेरिका भी शामिल हो सकता है क्योंकि सन 2009 में अमेरिका से स्वाइन फ्लू निकला था दोनों ने जांच नहीं होने दी थी अपनी ऐसे ही कोरोनावायरस चाइना से निकला तो उन्होंने अपने लैब की जांच नहीं करवाई आने वाले समय में बीमारियां खेलेंगे नहीं खेलेंगे यह डिपेंड करता है कि मेडिकल लाइन को कितना फायदा हो रहा है या नुकसान हो रहा है जो भी उसे साफ से बीमारियां तय होती है जिसमें डब्ल्यूएचओ का भी हाथ होता है भारत का एक परसेंट नागरिक भी नहीं जानता था सैनिटाइजर क्या होता है इसका प्रयोग कैसे किया जाता है कोरोनावायरस के बाद दिमाग का सेंटर कैसे देखे थे और जो है डॉक्टरों की कैसे जो है आपने देखा होगा कि ड्रीम मेडिकल फील्ड में कितना इजाफा हुआ और दूसरा कारण होता है महामारी फैलने का बनाने का किसी देश को गिराना जब कोई विकसित देश सबसे आगे होता है तो जो विकासशील देश होते हैं उनका यह होता है कि इस देश को पीछे करने के लिए कोई नई बीमारी तैयार की जाए उन विकसित ओं की बराबरी की वजह से चाइना ने अमेरिका के लिए किया था तो अमेरिका इस चीज को समझ गया हम कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि जो भी बीमारी आने वाली होती है नई बीमारी व प्राकृतिक नहीं होती है वह तो बीमारियां होती हैं वह बायोलॉजिकल जो है सिम बंद हो रहे हैं जैविक हथियार के रूप में या यूं कह सकते हैं कि किसी वैज्ञानिक को दोहरा लैब में तैयार कराई जाती है फिर उसे कहा जाता है नया नाम लिया जा सकता है और उसने नाम के साथ एक नई बीमारी बनती है और उसके जरिए लोगों का पैसा खर्च होता है फिर वह पैसा जो है डॉक्टरों की जेब में और जो है अगर कोरोनावायरस बीमारी नहीं आती तो क्या एक ₹1000 का अब सब टीवी पर लगाएंगे 1000 का सब दिखा लगाएंगे तो दोस्तों देखिए कि कितना जबरदस्त उपाय
वस्तु है भारत में सबसे अधिक चंदन के वृक्ष कहां पाए जाते हैं तो दोस्तों देखे वैसे तो पूरे जो है भारतवर्ष में कहीं कहीं चंदन के पेड़ मिलते हैं लेकिन मुख्यता सबसे ज्यादा यह कर्नाटक में पाए जाते हैं कर्नाटक के जो 900 मीटर की ऊंची जगह और मौलवी जैसे जगह पर ही इनका प्रमुख स्थान माना जाता है इसका मुख्य कारण है कर्नाटक में होने का क्योंकि इनको साल भर में 500 साडे 500 सेंटीमीटर की बारिश चाहिए जो कि केवल कर्नाटक राज्य में होती है यही एक कारण है कि चंदन से बनने वाली सामग्री जैसे चंदन की अगरबत्ती धूप बत्ती हो जाए फिर वह कैसे वह पूजा में इस्तेमाल किया जाने वाला सादा चंदन हो उसकी जब सुगंधित जितने भी चीज है वह सब कर्नाटक से ही आती है जय माता दी जय हिंदुस्तान
हेलो एवरीवन तो आज आप का सवाल है कि क्या बिजली कड़कने पर मोबाइल के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ऋषि जी हां बिल्कुल अगर बिजली या फिर लाइटिंग या फिर बारिश हो रही है बारिश हो रही है बिजली नहीं कर सकती है तो हमें जैसी मौसम खराब हो तो हमें फोन नहीं करना चाहिए भारी सागर बोरीवली हो रहा हूं देखिए क्या होता है जब हम फोन का इस्तेमाल करते हैं तो हमारे फोन से अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन हमेशा निकलता ही रहता है तो वह बिजली को अपनी ओर आकर्षित करने में मदद करता है तो अगर आप वैसे वैसे समय पर अगर आप फोन चला रहे हैं तो बिजली का झटका आपको लग सकता है और जान तक भी बात आती है तो अच्छा यही होता है कि जैसी मौसम खराब हो बारिश या फिर लाइटिंग हो रहा है तो फोन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें
हेलो शिवांशु आज आप का सवाल है कि झूठ में नमक डालने से वह मर क्यों जाता है तो देखा कि मतलब गार्डन एरिया में या फिर खेत में अगर कुछ भी पौधा लगाते हैं या तेरे से कोई भी पानी एरिया में तू वहां से मतलब बहुत सारा झुमक दिखता है तो उसे मारने के लिए बहुत सारे लोग नमक छिड़क देते हैं तो आपने देखा होगा कि जब कि सीरिया में पानी गिरा हुआ था वहां पर नमक छिड़कने तो कैसे नमक तुरंत पानी सोख लेता है तो के ऊपर भी जब हम नमक छिड़कने हैं तो नमक सारा पानी के अंदर से सोख लेता है जिसकी वजह से आपने देखा होगा कि जो जो होता है वह बहुत ही पतला और सिकुड़ जाता है मतलब सारे पानी के कि नमक सोच लेता उसके शरीर में अब कोई भी किसी भी तरह का एक भी पानी नहीं होता जिसकी वजह से वह अपना दम तोड़ देता है
नमस्कार आपका सवाल है ज्ञान बांटने से बढ़ता है तो आजकल के लोग ज्ञान को छुपाते क्यों है अगर तभी वैज्ञानिकों ने अपने अपने ज्ञान अधिकारों को छुपाया होता तो आज कैसा होता है कि लोग अपने ज्ञान को छुपाते हैं बल्कि यह बात सच है कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है खुशियां बांटने से बढ़ती है हमें पढ़ना भी चाहिए क्योंकि आप अकेले खुश होकर के अकेले ज्ञान ले करके क्या करेंगे और जो ज्ञान बांटते हैं किसी को तुझ से प्यार बढ़ता है क्योंकि जितनी बार हम जैसे कुछ भी पढ़ते हैं अगर जितनी बार हमारे माइंड में आता है तुझे कितनी बार किसी को बताते हैं उतना ही वह हमें याद होता जाता हूं कभी नहीं बोलता है यह बात बिल्कुल सच है और जहां तक आपका सवाल है लोग अपने ज्ञान को छुपाते हैं इसलिए ऐसा नहीं है कि लोग अपने ज्ञान को छुपाते हैं जबकि वहां पर लोग कुछ बोलने से कतराते हैं जहां पर जैसे कि मान लीजिए कुछ बातें हो रही है उसे लोग अपने अपने ज्ञान को देने में लगे हुए हैं कोई चारा नहीं है ऐसा होता है यह बात सच है कोई गलती नहीं है बस वहां पर कुछ बुद्धिमान लोग नहीं होते हैं बल्कि सभी होते हैं बैटरी को सेवर मोड़ रहने वाले होते हैं जिनको क्वेश्चन आंसर पता है फिर भी वह नहीं बताना चाहते क्योंकि उस पर भी कमेंट हो जाएगा और उन्हें लगता है कि यहां पर कुछ कहने लायक है तू वहां पर नहीं कहते हैं क्योंकि उन्हें ऐसा नहीं है क्योंकि वहां पर की जरूरत है लोग अपनी अपनी बातों को रखते हैं और रेस्ट सब एक दूसरे से ऊपर बनने की कोशिश करते तो वहां पर कुछ लोग आते हो तेजू नहीं बताता नहीं है कि कोई अपने ज्ञान को छुपाना चाहता है कि क्या करेंगे हमारे ज्ञान से किसी को सद्बुद्धि आती है और अच्छा लगता है तो हमें भी अच्छा ही लगेगा किसी को बताते हुए कुछ भी और किसी को कुछ शेयर कहते हुए और जहां तक बात है अभी का वैज्ञानिक ने अपने अपने अधिकार को छुपाया होता है देखती होगी तो बहुत वैज्ञानिकों ने ऐसा किया और हमारे लिए किया जिनको हम जितनी बार नमन करें वह कम है क्योंकि जितनी टेक्नोलॉजी आई है जो कुछ भी मेरे समझ में ना आए हैं इस धोखाधड़ी बेचैनी को कुछ दिन है जिसकी वजह से आज हमने देख लो जी के साथ अच्छे तरीके से रहते हैं तो नीचे वालों का जवाब पसंद आएगा और जिन्होंने सवाल पूछा था उनको मेरा आभार और बहुत-बहुत धन्यवाद आपका कुछ दिन देकर मुझे अच्छा लगा मिस करते हैं सवाल का जवाब भी पसंद आएगा हमेशा खुश रहिए दूसरों को भी खुश रखें धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों किसी दूसरे के वाईफाई का पासवर्ड कैसे पता करें तो दोस्तों यह एक गलत काम है लेकिन मैं आपको बताता हूं कि कुछ तरीके अपना सकते हैं तो आपको वाईफाई का पासवर्ड पता चल जाएगा दोस्तों काफी सारी वीपीएन एप चाहते हैं जिनसे आप अगर उसका सिक्योरिटी स्ट्रांग नहीं है तो आप उसका पासवर्ड हैक करके पता कर सकते हैं पर दोस्तों आपको मैं घरेलू टिप्स बताता हूं आप जाकर मांग लीजिए वाईफाई का पासवर्ड एक बार आप चाहिए वहां पर एक बार मुझसे अगर पासवर्ड मांग लेंगे तो फिर आप कभी भी चाहे जब चाहे आप उस को कनेक्ट कर सकते हैं तो एक बार जाकर अगर वाईफाई कर लेंगे तो अब उसको हमेशा यूज कर सकते हैं जब पासवर्ड चेंज नहीं करते हैं और दोस्तों का ही तरीके हैं जैसा कि आप जाकर से मांगी जा सबसे अच्छा तरीका तो यही है और आप कंप्यूटर की मदद से भी पासवर्ड को है कर सकते हैं तो दोस्तों अगर आपको जवाब अच्छा लगा हो तो प्लीज लाइक करिए हमारे को सब्सक्राइब करें धन्यवाद
नमस्कार आप ने प्रश्न किया है रिलेटिव प्रोनाउन किसे कहते हैं उदाहरण देकर बताइए यह रिलेटिव प्रोनाउन जिसको हिंदी में संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाता है जैसा कि यह सुनने से ही प्रतीत होता है कि यह दो वाक्यों को जो आपस में जोड़ने का काम करता है इसीलिए इसको रिलेटिव प्रोनाउन कहते हैं इलेक्ट्रिक प्रोनाउन बाकी में अपने से पहले प्रयुक्त उचित इनाम अथवा प्रोनाउन के बदले में आकर उस नाउन प्रोनाउन की डेफिनेशन अर्थात धाराओं को रोकता है और उस नोनिया पूर्णा उनका संबंधित अपने से अपने आगे आने वाले शब्द समूह से जोड़ता है इसलिए इसको रिलेटिव प्रोनाउन कहते हैं रिलेटिव प्रोनाउन दो प्रकार के होते हैं या इनका दो प्रकार से प्रयोग किया जाता है पहला प्रयोग किया जाता है जो जैसी चीजें बॉय हेल्प मी इन स्टडी या दूसरी तरीके से प्रयोग करते हैं दिस इज ए ब्वॉय व्हो हेल्प्स मी इन स्टडी इन का जो प्रयोग किया गया है 2 वाक्यों को जोड़ने के लिए वहां पर इनको कंजक्शन कितने भी किया जाता है जैसा कि आपने पहले वाक्य में हो का प्रयोग देखा है और दूसरे में लिस्ट बाय ए जे हेल्प मी इन स्टडी ओं विच डेट होम खोज एवं भट्ट आदि रिलेटिव प्रोनाउन माने जाते हैं और इनका प्रयोग रिलेटिव प्रोनाउन के तौर पर ही किया जाता है यह जवाब अच्छा लगा हो तो कृपया सब्सक्राइब लाइक शेयर और कमेंट करके जरूर बताएं धन्यवाद
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
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अंग्रेजी में कुछ नियम बनाए गए हैं ताकि उनमें उनके शब्दों की इंपोर्टेंस को समझा जा सके यशवंतराव यू से गुड बॉय माझा अनुभव नहीं है जैसे कि इस एआईओयू है ना कि इस में एक ही प्रयोग हो तो उसमें लेकिन बहुत सारे उसने उसने बादल में एंड का ही प्रयोग किया जाता है जैसे एक उदाहरण देना चाहता हूं आपको जैसे कमल और मुझे उदाहरण है एक साथ नहीं समझ में आ रहा है लेकिन वह बगल में ए ई आई ओ यू इसमें जो है वह एंड का ही प्रयोग किया जाता है
सारा कि लेट का प्रयोग करते हैं तो इन वाक्यों में जो भी काम करने दिया जाता है चाहे वह करने का वह पढ़ने का हो या कोई काम को ऑब्जेक्ट के बाद प्रयोग किया जाता है जिसे लेट का प्रयोग मुख्य क्रिया की तरह किया जाता है घर में क्यों मैं क्यों राम जाता है तो क्या पर सब्जेक्ट है तो कल शाम के लिए हैं ऐसे शब्दों के लिए लेट का प्रयोग किया जाता है कि नहीं
जी आपका फोन है उसमें और तापमान में क्या अंतर है तो उसमें किसी पिंड या वस्तु की ऊर्जा को कहा जाता है जबकि तापमान उसी पिंड की ऊर्जा के मापन को कहते हैं पहला तो अंदर ही हो गया दूसरा अंतर होता है किसी भी वस्तु की गतिज और स्थितिज ऊर्जा के युवक को संपूर्ण रूप से उष्मा के द्वारा ही बताया जा सकता है यदि किसी पदार्थ की केवल अणुओं की गतिज ऊर्जा को ही ताप कहा जाता है अगला अंतर होता है कि उसमें का प्रभाव गर्म वस्त्र से ठंडी बस्त की तरफ होता है जबकि गर्म वस्त्र का तापमान गर्म करने पर बढ़ता है और ठंडा करने पर कम होता जाता है इसके साथ-साथ ऊष्मा द्वारा कार्य करने की क्षमता होती है जब किताब में कार्य करने की क्षमता नहीं होती है यानी की उस्मा को कार्य में रूपांतरित कर सकते हैं लेकिन हम तो आपको कार्य में रूपांतरित नहीं कर सकते हैं उसमें की मापन की इकाई जून होती है जब किताब की मांग की गई केल्विन होती है उसमें का मापन कैलोरीमीटर के द्वारा किया जाता है जबकि ताप का मापन थर्मोमीटर के द्वारा किया जाता है तुम तो यह जवाब अच्छा लगा हो तो कृपया सब्सक्राइब लाइक शेयर और कमेंट करके बताएं धन्यवाद
बस वाले की ऐसा कौन सा रोग है जो व्यक्ति को तड़पा का भजन MP3 गान करते हैं तो वैसे भी वैसे भी हर लोग जो शारीरिक दर्द और यादें भी होते हैं पर इतना तड़प-तड़प के मरने की कोई आवश्यकता नहीं है लेकिन 5 लोग ऐसे हैं जो तड़प तड़प तड़प तड़प के मरते हैं एक स्वस्थ शरीर में गैस की मृत्यु के बजाय जो लोग आत्महत्या करते हैं सिर्फ वही जानते हैं कि धड़कना क्या होता है इंसान तो जल्दी नहीं जाती पर मरते भी जल्दी नहीं तो बीच में कुछ भी हैं तड़प तड़प ना ही रखना है ऐसे लोग जिसको जान ने खुद ने अपनी गलतियों के कारण मिल गया जैसे बीड़ी सिगरेट दारू के कारण टीवी फेफड़ों का सेल अनाज के अंदर अंदर फोन बिना मुंह से बाहर निकलना लोगों के नाटक बदनापुर ते यकीन नहीं होता बस किसी टीवी के मरीज के बाद जाकर से पूछो कि ये हंसी के दौरान ऐसे कैसे लगता है कैंसर और एड्स वालों को अभी हाल में अज्ञात या हादसे का शिकार व्यक्ति जो मरा तो नहीं है लेकिन आधा शरीर टूट फूट मौत के दरवाजे पर खड़े हैं बस करना क्या होता है इससे अच्छा कोई नहीं जानता है प्रेम रोग इंसान जितना भी तड़प तड़प कर मर ता है वह मरता जी ने इतनी मेहनत से लिखा और आप को वोट नहीं लाते हुए दिखने वाला जब तक एयरपोर्ट चेक करा जाता है और खाली हाथ लौटना है सही मालूम है कि तब तक कितना सर दर्द के मरना होता है
नमस्कार दोस्तों प्रश्नों की बाइक स्कूटर पर लगने वाली ठंड से बचने का सबसे अच्छा शहर कौन सा है तो दोस्तों मैं बताना चाहता हूं कि अगर आप गाड़ी बाइक ड्राइव कर रहे हैं स्कूटी बाइक ड्राइव कर रहे हैं इस पर तो सबसे ज्यादा ठंड जो ड्राइव कर रहा होता है उसको लगती है तो और सीधे शादी में ठंड लगती है मैं भी बीच में भी कहीं ड्राइव कर रहा था तो लग रही थी तो मैंने उसका जुगाड़ जुड़ा स्वेटर तो पहने हुए थे जो पहनते हैं उसके पर मोटा सा एक जैकेट मैंने पहन लिया ऊपर बिल्कुल गलाबंद में तो ठंड ना के बराबर लग रही थी ऐसी इसके विंडचीटर खाते हैं पहनने वाले जो हवा को रोकते हैं वह ले सकते नहीं तो घर में कोई बड़ा जैकेट जो गले तक हो मोटे वाले जो जैकेट आता उसको पहन सकते हैं और जो पीछे बैठने वाला व्यक्ति है उसको भी ठंड लगती है ऐसा नहीं है कि उसको नहीं लगती कम लगती है क्योंकि वह आगे ड्राइवर 2 हवा आती है उसको एक तरह से रोक लेता है तो पीछे बैठने वाले को भी जैकेट पहनने या शॉल और अच्छी तरह से वह ले और कान को अवश्य देखें क्योंकि साल में तो कहना होता है कई लोगों ने लेकिन पूरा कान ढकने वाला हेलमेट नहीं पहना अदा करूं पूरा मुंह वाला हेलमेट जिसमें काम भी थक जाते हो पहनेंगे तो उसमें हवा नहीं लगेगी नहीं पहनते तो पिया मफलर से पूरा कान और मुंह को बांध के रखे निश्चित रूप से ठंड नहीं लगेगी धन्यवाद