उसका दोस्तों प्रश्न है कि क्या आप जानते हो कि मंदिर में घंटी का उपयोग क्यों किया जाता है तो दोस्तों मैं आपको बताना चाहता हूं कि जो हमारे पुराने वंशज हैं ऋषि मुनि है उन्होंने जो भी काम की चीजें हैं उसको एक प्रकार से धर्म से जोड़ दिया कि लोग उसकी महत्ता को समझते रहे और उसको बिल्कुल समाप्त ना कर दें लेकिन हम आजकल वर्ल्ड एंटी में हम यह बता रहे हैं कि यह तो पिछड़ापन की निशानी है यह तो अंधविश्वास है और बहुत सारी चीजें खत्म करते जा रहे हैं लेकिन कोरोनावायरस इन ए सारी चीजें बता दी कि जो पहले की चीजें हमारे बड़े बुजुर्गों ने बताई हुई थी अनुभव के आधार पर क्योंकि उन्होंने काफी समस्याओं को झेला भी हुआ था तो उसी पटरी पर फिर हम लोग आ गए तो ध्यान रखना है कि मंदिर में जो घंटी बजाई जाती है उसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं उससे क्या होता है कि आसपास के छोटे कीटाणु उसकी आवाज से मूर्छित हो जाते हैं या मर जाते हैं इसके अंदर मैंने कहीं से विज्ञान में पड़ा था इसके अंदर इस पर रिसर्च हो रखी है ऐसी शंखनाद से भी होता है हार्ट की बीमारी नहीं होती है और उससे भी कीटाणु आवाज से मर जाते हैं इसके अंदर इसीलिए मंदिर में घंटी का प्रयोग किया जाता है और यह तो एक वैज्ञानिक कारण है चलो और घंटी से एक या ड्रम वगैरह देखे राजा वगैरह बजे आते थे अपने आप से एक आत्मविश्वास भी बढ़ता है एक जोश आता है भगवान लोग मंदिर में शांति के लिए जाते हैं निराशा में कई लोग भरे होते हैं तो उसमें आशा की किरण एक भगवान में तो आस्था से आती ही है साथ में यह ध्वनि से भी गोसाई की है उसमें सकारात्मक शक्तियां जागृत होती हैं धन्यवाद
क्या आप जानते हैं कि मंदिर में घंटी का उपयोग क्यों किया जाता है मंदिर में घंटी बजाने के कई कारण हो सकते हैं क्या जाता है कि जब हम मंदिर में प्रवेश करते हैं तो निश्चित तौर पर हमें घंटी बजा करके उस भगवान से अनुमति लेते हैं और कहते हैं कि प्रभु अब आपके दरवाजे में प्रवेश कर रहे हैं मुझे प्रवेश करने की इजाजत दीजिए और निश्चित तौर पर हम जोर से किस करके घंटी बजाते हैं और उस देवता को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश करते हैं दूसरे भी कहा जाता है कि भाई देवता जो है सुप्त अवस्था में होते हैं तो निश्चित तौर पर जब हम मंदिर में प्रवेश करते हैं तो भगवान को कहते हैं कि भैया हम आ गए हैं आप की शरण में आ गए हैं निश्चित तौर पर आप हमारी सेवा सुविचार करें और हम अनुमति दें और आप जाग जाए और हमारे प्रश्न और इसके अलावा भी हम कभी-कभी आप देखें मंदिरो में घंटा बजाते हैं शंखनाद करते हैं और भी अलग-अलग ढंग की तो कहेंगे हम वह देवता के प्रति अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हैं और यह कहते हैं कि भाई हमने शंखनाद किया है या घंटा बजाया है निश्चित तौर पर हमारी मनोकामना को पूर्ण करें और इसी को लेकर के हम मंदिर में जब भी प्रवेश करते हैं तो घंटा बजाते हैं या जब मंदिर से बाहर निकलते हैं तब भी हम हो जाते हैं और यह हमारी परंपराएं हैं निश्चित तौर पर यह सनातन धर्म है क्योंकि हम इन सब चीजों को मानते हैं और यह परंपरागत कई हजारों सालों से चलती आ रही है जबसे मंदिर निर्माण के सड़े हुए तो वही एक प्रतीक है कि हम अपने आराध्य देव व्यक्त करते हैं या उनसे इजाजत मानते हैं क्या मा प्रवेश कर रहे हैं इस कारण से हम घंटी बजाते हैं
प्रदीप त्रिपाठी आपका प्रश्न है कि क्या आप जानते हो कि मंदिर में घंटी का उपयोग क्यों किया जाता है तो जी हां मंदिर में घंटी के प्रयोग होने के दो कारण एक धार्मिक और दूसरा वैज्ञानिक धार्मिक या है घंटी बजाते हैं भगवान जागते हैं और हमारी प्रार्थना को स्वीकार करते हैं और दूसरा इसके घंटी बजाने से वातावरण शुद्ध हो जाता है जी हां विज्ञान कहता है कि हम घंटी बजाते हैं एक कंपन उत्पन्न होता है जोकि भात भरण में काफी दूर तक चलता है इस कंपनी से और वातावरण में मौजूद जीवाणु विषाणु आदि छोटे-छोटे की नष्ट हो जाते हैं और वातावरण शुद्ध हो जाता है तो यही दो घंटी बजाने के मुख्य कारण है जो आपको पसंद आए हो तुम इसे लाइक जरुर करें धन्यवाद
नमस्कार श्रोताओं मंदिर में बहुत बड़े-बड़े घंटे और घंटी आपने लड़की देखी होंगी इनके पीछे भी एक कारण है और वह कारण सेंट पर आसान शब्दों में कहें तो घंटियों से निकलने वाली आवाज होती है वह जो तरंगे होती है वह हमारे दिमाग के लिए अच्छी होती है अब इसको डिटेल में समझे तुम मंदिर में प्रवेश करने पर घंटा बजाती है हमारे दिमाग में चल रहे सभी विचार घंटे की आवाज के आगे पूरी तरह से हट जाते हैं और मन पूरे श्रद्धा भाव से प्रभु की भक्ति में लीन हो जाता है घंटे की आवाज मारे मन को एकाग्र करने करके भगवान की ओर ले जाती है तो जैसी आप घंटा बजाते हैं आपके दिमाग में जो भी चल रहा है वह कुछ समय के लिए भेजा तो केवल घंटे के बाद ही बचती है एक धार्मिक कारण भी है कि घंटी बजाने से मंदिर में स्थापित देवी देवताओं की मूर्तियों में चेतना जागृत हो जाती है जिसके बाद उनकी पूजा और आराधना अधिक फलदायक को प्रभावशाली बन जाती है तो यह कारण है कि मंदिरों में घंटे होते हैं ऐसे ही मजेदार सवाल जवाब के लिए चुड़ैल है लाइक और सब्सक्राइब करें धन्यवाद
नमस्कार श्रोताओं मंदिर में बहुत बड़े-बड़े घंटे और घंटी आपने लड़की देखी होंगी इनके पीछे भी एक कारण है और वह कारण सेंट पर आसान शब्दों में कहें तो घंटियों से निकलने वाली आवाज होती है वह जो तरंगे होती है वह हमारे दिमाग के लिए अच्छी होती है अब इसको डिटेल में समझे तुम मंदिर में प्रवेश करने पर घंटा बजाती है हमारे दिमाग में चल रहे सभी विचार घंटे की आवाज के आगे पूरी तरह से हट जाते हैं और मन पूरे श्रद्धा भाव से प्रभु की भक्ति में लीन हो जाता है घंटे की आवाज मारे मन को एकाग्र करने करके भगवान की ओर ले जाती है तो जैसी आप घंटा बजाते हैं आपके दिमाग में जो भी चल रहा है वह कुछ समय के लिए भेजा तो केवल घंटे के बाद ही बचती है एक धार्मिक कारण भी है कि घंटी बजाने से मंदिर में स्थापित देवी देवताओं की मूर्तियों में चेतना जागृत हो जाती है जिसके बाद उनकी पूजा और आराधना अधिक फलदायक को प्रभावशाली बन जाती है तो यह कारण है कि मंदिरों में घंटे होते हैं ऐसे ही मजेदार सवाल जवाब के लिए चुड़ैल है लाइक और सब्सक्राइब करें धन्यवाद
मंदिर में घंटी बजाना से मानव के जम्मू का कोई पाप नष्ट हो जाते हैं दी मंदिर में पूजा पाठ होती है या आरती होती है तब घंटी बजाते हैं और वहां के लोगों में आप मंदिर में आरती के समय मौजूद लोगों में शांति और देवी उपस्थिति का अनुभव होता है जब सृष्टि का प्रारंभ हुआ था तब ना दें गूंज उठी थी वह घंटी की आवाज़ थी
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका दोस्तों आप का सवाल है क्या आप जानते हो कि मंदिर में घंटी का उपयोग क्यों किया जाता है तो दोस्तों हमारे हिंदू धर्म में मंदिर में हम लोग जाते हैं तो घंटी बजाते यह हमारी मानता है दोस्तों और इसका एक वैज्ञानिक कारण भी होता है दोस्तों घंटी बजाने से दोस्तों जो भी हमारे आसपास बुरी शक्तियां छोटे-छोटे किसानों विषाणु जो भी होते हैं सब नष्ट हो जाते हैं दोस्तों इसलिए इसका धार्मिक के साथ-साथ एक वैज्ञानिक कारण भी है और हिंदुओं में घंटी का बजाना दोस्तों बहुत ही शुभ माना जाता है मंदिर में भी और घर में भी हम लोग घंटी बजाते हैं उसको शुभ मानते हैं दोस्तों इसलिए मंदिर में घंटी का उपयोग किया जाता है दोस्तों तो दोस्तों अगर आपको जवाब अच्छे लगे तो प्लीज लाइक जरुर कर देना धन्यवाद
सवाल है क्या आप जानते हैं कि मंदिर में घंटी उपयोग क्यों किया जाता है तो देखिए ऐसा माना जाता है कि मंदिर में घंटी बजाने से मानव के कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं सुबह और शाम जब भी मंदिर में पूजा आरती होती है तो एक और विशेष धुन के साथ घंटियां बजाए जाते हैं जिससे वहां मौजूद लोगों को शांति देवी उपस्थिति की अनुभूति होती है जब सृष्टि का प्रारंभ हुआ था तब जोना गूंजी थी कहा जाता है कि घंटी बजाने से आसपास के वातावरण में सकारात्मकता उत्पन्न होती है तथा जितनी भी नकारात्मक ऊर्जा है वह नष्ट हो जाती है
नमस्कार दोस्तों भारत बायोटेक के कंसेंट फॉर्म में क्या लिखा है तो जैसे कोरोनावायरस के टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है भारत की दो वैक्सीनस लगाई जा रही है कॉक्सएक्स पर जाने का की वैक्सीन है और एक है भारत बायोटेक की वैक्सीन तो भगवान से पहले कंसेंट फॉर्म पर भी साइन करवाया जा रहा है इस फॉर्म में यह वादा किया गया है कि अगर ठीक है की वजह से किसी तरह का दुष्प्रभाव यह गंभीर प्रभाव पड़ता है तो मुआवजा दिया जाएगा उन्होंने कहा है कि अगर टीका लगवाने के बाद किसी को गंभीर प्रतिकूल प्रभाव होते हैं तो उसे कंपनी मुहावरे देगी सहमति पत्र के अनुसार अगर टीके से कम यह प्रतिकूल प्रभाव होने की बात साबित होती है तो मुआवजा बी बी आई एल द्वारा तय किया जाएगा पीवीआर मतलब भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड सहमति पत्र के फॉर्म में कहा गया है कि क्लीनिकल प्रभावशाली सम क्लिनिक्स भविष्य शीलता संबंधी तथ्य को स्थापित किया जाना अभी बाकी है और इसका अभी भी चरण 3 क्लिनिकल ट्रायल में अध्ययन किया जा रहा है इसमें कहा गया है कि इसलिए यह जान लेना महत्वपूर्ण है कि टीके की खुराक लेने का मतलब यह नहीं है कि कुल 19 से संबंधित अन्य सावधानियों का पालन नहीं किया जाना चाहिए प्रतिकूल प्रभाव के मामले में पीड़ित व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में चिकित्सीय रूप से मान्यता प्राप्त देखभाल प्रदान की जाएगी धन्यवाद
नमस्कार सोता हूं तू भारत समेत दुनिया भर में कई ऐसे देश हैं जहां पर टीकाकरण शुरू हो गया करो ना का और नॉर्वे के अलावा भी एक-दो दिशा यहां पर टीका लगने के बाद लोगों की हालत गंभीर हो रही है ज्यादा संख्या नहीं है लेकिन हो रही है कैंटीन जाने के बाद बुजुर्गों की नोट में मौत हो गई कई अन्य लोग टीकाकरण के तुरंत बाद गंभीर बीमार भी हो गए हैं सरकार ने जांच बिठा दी है मरने वाले 80 साल से ज्यादा की उम्र के बुजुर्गों ने पाई सर कंपनी का कांटेक्ट टिका लगवाया था जो भारत में नहीं है भारत वाले ऑक्सफर्ड की और भारत के खुद के बनाए टीके लगा रहे हैं आइसर कंपनी के वापस आए वहां के डॉक्टरों ने कहा है कि प्रतिकूल प्रतिक्रिया में 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में देखी गई है जो कमजोर और बीमार थी विशेषज्ञों ने कहा है कि मरने वाले थे लोगों में से 13 कितने टीके के सामान्य साइड इफेक्ट देखे गए थे जैसे डायरिया जी मचलना और बुखार हालांकि इन मौतों के बाद भी नॉर्वे ने टीकाकरण जारी रखने का फैसला किया है इन घटनाओं को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता ने कहा है कि हम घटनाओं को पूरी नजर रखे हुए हैं और वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संपर्क में है सभी मौतों को कारणों और उसकी परिस्थितियों की जांच को नजदीक से नजर रखेंगे तभी तक कारण अभी तक नहीं पता चला है जांच बिठा दी गई है और देखा जा रहा है कि क्यों उनको ऐसे साइड इफेक्ट तो यार इतनी हालत गंभीर हो गई धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों सभी कोरोनावायरस महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हो उसी समय भारत में वापस से आगे ब्लू कितना पुराना है कहां पहली बार आया तो इसके बारे में जानते हैं कि सामान्य फ्लू की तरह ही होता है यह बीमारी एवियन इनफ्लुएंजा विषाणु भाई बहन की वजह से होती है यह विषाणु पक्षियों के अलावा इंसानों को भी शिकार बना सकता है बर्ड फ्लू का संक्रमण मुर्गा मोर और बत्तख जैसे पक्षों से तेजी से फैलता है बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है हालांकि कई बार इंसान से इंसान को भी हो जाता है यह बेकार इंसान पर मौत का खतरा भी होता है इंसान से इंसान में बर्ड फ्लू के संक्रमण का जोखिम कम है पर पक्षियों के संपर्क में आए विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलावा दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह बहुत खतरनाक बीमारी है इसमें शंकर में तो की मृत्यु दर 60 फीसद तक है यानी हर 10 में से 5 लोगों की जान जा सकती है बट्टू के अब तक 11 विषाणु का पता चला है इनमें से पांच इंसानों के लिए जानलेवा है यह ek511 h7m 3878 787 989 इनमें सबसे खतरनाक होता है h5 एनुअल विषाणु यही पहली बार बडसू विषाणु तक पहला विषाणु था यह पढ़ चुका जितने इंसानों को भी संक्रमित किया था एक पवन से पहली बार मनुष्य के संक्रमण होने की घटना ज्यादा पुरानी नहीं है इसका पहला मामला साल 1997 में हांगकांग में आया था अब तक दुनिया में चार बार बड़े पैमाने पर फैल चुका है और यह 60000 देशों में महामारी का रूप ले चुका 2003 से अब तक लगातार या किसी ना किसी देश में अपना असर दिखाता रहा है अमेरिकी हेल्थ एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ साल पहले इसके लिए टीके के प्रारूप को मंजूरी भी दे दी है लेकिन अभी वह लोगों के लोग उपलब्ध नहीं है धन्यवाद
ऐसा कार्य करने के लिए क्या क्या आवश्यकता होती है और आपका कोटा होना चाहिए हेल्थ से संबंधित जानकारी चाहिए के अंदर पता होना चाहिए जानकारियां होना चाहिए तो अब
सर्दी में नाक का बहना क्या जल्दी ठीक कर सकते हैं और कर सकते हैं तो कैसे दोस्तों यदि आपकी नाक बह रही है तो निजी तौर पर यदि आप इसको सही करना चाहते हो दो-तीन इलाज बताऊंगा आपको पहले अब गरम पानी के अंदर जो है तुलसी या नीम के पत्ते डालकर के अपने मुंह उसको चद्दर के अंदर ढक करके ऐसा कर सकते हैं दूसरी बात यह दोस्तों की आप तुलसी काली मिर्च अदरक और इत्यादि का काढ़ा बनाकर पीते हैं या फायदेमंद होगा चाय काली चाय बना कर दिया किसकी पुस्तक है तो मेरे चाचा को सर्दी से भी निजात मिलेगी और आपका भी बंद हो जाएगा
तुम्हारी बात बिल्कुल लता जैसे हो जाएंगे जैसे आप सारे साधु महात्मा को देखने के बाद बड़े-बड़े चटा जैसे बिल्कुल जाती है वैसे आपके पास आएंगे अच्छा सा बन जाएगा और लेटा बन जाएगी जैसे कि नहीं देंगे तो आप के सर में तरह तरह के लोग आएंगे निकलेंगे करने से हमारे बाल भी अच्छे होते हैं और हमारे से अच्छी रहती है सबसे अच्छी रहती है हमें ठंडक महसूस होती है ऐसे में गंदगी रहेगी दोनों में परिसर में वह सारे रोग हो सकते हैं आपको जो पसंद आए तो
है मेरा दूसरे शहर में नौकरी करना मेरे पिता को क्यों पसंद नहीं है तो दोस्तों देखिए ऐसा एक कारण हो सकता है हम भले कितने ही क्यों न सही हो कितनी भी क्यों ना मतलब अपने हिसाब से सही हो लेकिन हर माता-पिता को एक ही बात लगती है कि हमारा बच्चा बाहर जाएगा तो बिगड़ जाएगा बाहर जाएगा तो गलत जगह पर पैसा लगाएगा और यह जो बात कही जाती है वह आज के समाज में होने वाले परिवर्तन को देखकर लोग कहते हैं या जिनके माता-पिता ऐसा कहते हैं आज के समाज के परिवर्तन को देखकर ऐसी बातें कहते हैं इसलिए इसमें उन लोगों को तो नुकसान हो ही रहा है जो ऐसा काम करते हैं लेकिन जो लोग सीधे हैं जो लोग ऐसा काम नहीं करते उनको भी इस लाइन में लिया जाता है कि यह बंदा बाहर जाएगा तो गलत काम करेगा ऑफिस को बाहर क्यों भेज रहे हो तो इसीलिए इसी चक्कर में हो सकता है कि वह कह रहे हैं आपसे अगर यह प्रश्न किसी लड़की ने किया है तो लड़की के माता-पिता को भी लगता कि कहीं जो है उन्हें दर्द बना रहता है कि अगर मेरी लड़की बाहर नौकरी करेगी तो न जाने क्या हो सकता है कोई घटना आया कोई भी हर चीज का डर बना रहता है माता-पिता को अपने बच्चों का तो इसीलिए बाहर नौकरी करने के लिए अपने माता-पिता मना करते हैं दूसरी सबसे बड़ी बात यह है कि हम जब युवा अवस्था में होते हैं हम अपनी माता-पिता की बातें नहीं मानते हम अपने हिसाब से ज्यादा चाय निर्णय ले लेते हैं और कभी-कभी ऐसा निर्णय खतरनाक भी हो जाता है हमारे लिए क्या लड़की हो चाहे लड़का हो तो जो है मैं अपनी युवावस्था में आगे पीछे कुछ भी दिखाई नहीं देता है तो इसीलिए आज के इस बदलते परिवेश में और जो है और इस खराब माहौल के चक्कर में माता-पिता जो है ना करते अपने जो है संतानों को बाहर भेजने से जय माता दी जय हिंदुस्तान
ब्याव शादी के बाद लड़कियां मोटी क्यों हो जाती है इससे बचने के लिए कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए दोस्तों अक्सर देखा गया है कि शादी के बाद लड़की हो कि लड़का हो वह मोटे हो जाते हैं उनका मेन रीजन भी होता है क्या होती है उसको अपने माइंड से उस चीज को निकाल देते हैं इससे क्या होता है कि आपका जो शरीर तो पहले कमजोर होता है वह थोड़ा हेल्दी बन जाता है सब कुछ ऐसा ही कुछ लोग मोटे हो जाते हैं फिर दूसरी और किसी भी चीज को कटिंग निजात पा जाती है चुटकुले करते हैं क्या मुझको कोई टेंशन नहीं है जो भी काम करेगा हस्बैंड करेगा जिसकी मनी इत्यादि की परेशानियां होती है बाय द वे लड़कियां जो है वह घर का काम होता है पर इसमें यह बता कि लड़कियों का जो होता है दोस्तों को और को टेंशन दे वह बहुत ज्यादा कम हो जाती है शादियों के बाद दूसरे बाद उनके परिवार नया मिलता है उनके साथ वह घुलमिल जाती है मन अच्छा लगता है प्रसन्न रहते तो उनका तो दोस्तों इस कारण से भी जो है वह बैठ जाता है और यदि आप दोस्तों मोटापे से आप निजात पाना चाहते हैं तो इसका संतुलित भोजन कीजिए और लिमिट काकी जी खुश रहिए और टेंशन तो अब मुफ्त है परंतु खाना जो है वह आपको लिमिट का कर देना चाहिए
ई वांट टू आज आपका सवाल है कि एक अनुभवी लेखक एवं साधारण लेखक की लेखनी में किस प्रकार का अंतर देखा जा सकता है तो देखिए जो अनुभव होते हैं वह आपको सिम के पास बहुत ही पीरियंस होता है उनके मतलब मिस्टेक होने और गलती होने की बहुत ही कम जान से सोते हैं उनके तजुर्बे उनके एक्सपीरियंस बहुत अच्छा होता है जो इंसान डिलीट कर पाता है समझ पाता है उनको पता होता है कि उनको ज्यादा टाइम भी नहीं लगता है कुछ भी चीज लिखने में क्योंकि उनके बहुत हैबिट होते हैं लेकिन जो नया लेखक होता लेकिन को सोचना पड़ता है समझना पड़ता है जानना पड़ता है फिर भी उनके इतना ज्यादा नहीं होते हैं तो उनके थोड़ा मिस्टेक होने के चांसेस ज्यादा होता है तो वह यही सब नॉर्मल को टाइम भी ज्यादा लगता है तो यही सब दोनों अब चेंज देख सकते कि एक्सपीरियंस लेखक का और जो एक नए नए फैशन लेखक में
हम तो सवाल है कि 26 जनवरी 2021 गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकालना उचित उचित 1 जनवरी को रैली निकाली जाएगी दिवस परेड होती है जो विकार कम होते हैं तुम पर बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा अगर दिल्ली में निकालेंगे तो वहां पर परेड करते हैं दिल्ली में कितना किलो वजन होगा और हमारा गणतंत्र दिवस पर नहीं पाएगा उस दिन 26 जनवरी के दिन मनाने का दिन है इस दिन हमें भी करना चाहिए किसानों को उस दिन ट्रैक्टर रैली नहीं निकालना चाहिए समझना चाहिए 15 अगस्त 26 जनवरी हमारे राष्ट्रीय त्योहार है इन्हें अच्छे से मना कर देना चाहिए 9:00 के बीच में कोई परेशानी नहीं करनी चाहिए इसलिए 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली 9 तारीख
ऑक्सफोर्ड कॉमर्स क्या है दोस्तों को हमारी तरफ से दिल को होता है जैसे कोई भी ऑफ वर्ड लिखते हो उसके आगे जो भी आप चल लगाए विराम चिन्ह लगाए अल्पविराम लगाएं जो भी है यह सारी की सारी कमाई है मान लीजिए आप से ही देश का नाम लिख रहे हैं भारत के और आपको मां लगाएंगे चीन फिर कोमल लगाएंगे पाकिस्तान के कोमल लगाएंगे अमेरिका चीर कुमारी लगती है इसका जवाब खत्म कर देते हैं तो फोन विराम चिन्ह लगाते हैं इत्यादि जो है यह सारी कमाई है
नमस्कार दोस्तों आपका प्रश्न है हमारे धरती पर कितने प्रतिशत पानी पीने के योग्य है दोस्तों इस प्रश्न का सही जवाब हमारे धरती पर केवल 3% पानी पीने के योग्य है 2.4 प्रतिशत ग्लेशियरों और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है और केवल 0.6 प्रतिशत पानी नदियों झीलों और तालाबों में है जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है धन्यवाद
सवाल पूछा गया है वित्तीय रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है तो देखिए आज अब हम बात करते इंडियन फैमिली की इंडियन जो हमारे कल्चर है उसके कोडिंग अगर कोई स्त्री वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर नहीं है तो अगर उसको डोमेस्टिक वायलेंस का भी सामना करना पड़ रहा है या फिर कुछ ऐसी चीज उसके साथ हो रही है जो एक जोतने की मौलिक नहीं है जो एक नैतिक व्यवहार उसके साथ नहीं किया जा रहा है फिर भी उसे वह सब सहना होगा क्योंकि अब वित्तीय आत्मनिर्भर नियमित रूप से अगर बात पर निर्भर होती तो वह अपने आप को पालने में सक्षम होती अपने बच्चों को अपने परिवार वालों अब जो भी है 18 में बीती रात नहीं पड़ता है किसी के लिए बहुत ज्यादा जरूरी था कि वह इस तरीके की चीजों के खिलाफ आवाज उठा सके अगर हम बात करते हैं किसी भी स्त्री के इंडियन मैं तो डोमेस्टिक वायलेंस बहुत ही कमेंट चीज है पति आए दिन अपनी पत्नियों पर हाथ उठा देते को दोष दिया जाता है अब उसके ऊपर भी वह कुछ नहीं कर पाती क्योंकि रूप से आत्मनिर्भर नहीं है अगर वह अपने पति का घर छोड़ कर चली जाएगी तो उसके मायके वाले दो उसको एक्सेप्ट नहीं करेंगे तो फिर वह जाएगी कैसे तो एक लड़की वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होती है तो उसमें बाइक उसका जो आत्म सम्मान है उसकी रक्षा बसाने से कर सकते इस तरीके के और व्यावहारिक जो कृत्य होते रहते हैं हमारे यहां पर आए दिन लड़कियों के साथ के साथ उसमें काफी हद तक वह अपने आप को अपने तरीके से अपने हिसाब से चीजों को मैनेज करने की कोशिश करेगी और बहुत सारी समस्या उसे आसानी से छुटकारा पा लेगी इसमें बहुत सारे परिवार जरूर टूट जाएंगे पर आखिर कब तक एक औरत को ही हर चीज सहनी पड़ेगी तो मेरा यह मानना है कि कॉलेज में वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होती है तो वह अपने आत्मसम्मान की रक्षा भी बहुत अच्छी तक कैसे कर सकती है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
पूछा गया है लड़कियों के लिए आत्मनिर्भर होने के बावजूद भी कौन सी चीजें आज भी उनके लिए नहीं बदल पाए तो हमारा कल्चर है जो हमारा यहां परियों से चला आ रहा तुम्हारे हमेशा यही बताया जाता है कि लड़कियों को एडजस्ट करना चाहिए लड़कियों को सहनशील होना चाहिए सामने वाला आप पर गुस्सा भी कर रहा है तो आप को शांत रहना चाहिए क्योंकि आप लड़की हो आप को बच्चों का घर का देखभाल करना पड़ेगा क्योंकि आप लड़कियों भले ही आप इतने रूप से आत्मनिर्भर हो भले ही आप जॉब कर रहे हो भले ही आप कितना भी पैसा कमाए घर संभालना बच्चे संभालना रिश्ते सामान्य सारी जिम्मेदारी की लड़की की शादी होती है तो यह चीज आज भी और जो है हमारे समाज में नहीं बदली है हम आज भी यह नहीं सिखाते कि अगर आप लड़के भी है तो आपको भी घर के कामों में हाथ बटाना चाहिए क्योंकि आज किसी भी चीज में लड़कियां पीछे नहीं आप एक ऐसी लड़की के ऐसे समाज में जी रहे थे पर लड़कियां और लड़के बराबर की पढ़ाई जॉब बराबर होती है सैलरी बराबर होती है तो फिर आपको घर का काम करने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए कि हम अपने लड़कों को नहीं सिखाते और यही जो है उनके दिमाग में बचपन से ही चीज रहती कि लड़की को ही यह सब करना है और यही कारण है कि फिर लड़कियों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे जॉब करो घर आकर घर संभालो बच्चों को देखभाल करो बड़ों बड़ों की देखभाल करो एक लड़की के लिए काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है और आज भी हमारे समाज में नहीं बदली है कुछ कुछ हद तक मैंने देखा है कि लोग थोड़े लिबरल हो रहे लोग इस चीज को समझ रहे हैं तो यह काफी पॉजिटिव रिस्पांस भी उसका मिल रहा है पर अभी भी हम काफी पीछे हैं उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
प्रश्न है कि अंग्रेजी में माइक का प्रयोग कब करते हैं देखिए जो माइट है वह मॉडल सीखता एक क्रिया होती है इसे हम अंग्रेजी बोलते वक्त साइकिलिया के रूप में प्रयोग करते हैं माइक्रियम इसको हम हिंदी में कह सकते हैं कि जब किसी चीज की कम संभावना हो तो ऐसे में हम माय शब्द का प्रयोग करते हैं असल में देखा जाए तो माइक का प्रयोग हम कम संभावना वाली चीजों के लिए हम इसका आसानी से प्रयोग कर सकते हैं जैसे किसी जगह पर चोरी हुई है और हमें किसी पर संदेह है तो ऐसे में हम कह सकते हैं कि शायद उसने ऐसी चोरी की होगी जब हम किसी के बारे में भी एक निश्चित रूप से किसी भी चीज को लेकर हम जब पक्की जानकारी नहीं दे सकते तो ऐसे में हमें माइक का प्रयोग करके इस वाक्य को बोल सकते हैं धन्यवाद
एसी और डीसी करंट क्या होता है और कैसे काम करता है दोस्तों ऐसी बात करें तो इस का फुल फॉर्म अल्टरनेटिंग करंट और यह करंट एक निश्चित समय के बाद में अपनी जो बेल्ट डायरेक्शन है वह मान और उसका पता है इसलिए इसे अल्टरनेटिंग करंट कहा जाता है आपको बता दें कि हमसे बहुत ज्यादा किया जा सकता है इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ट्रांसफर की मदद चेक कर लिया ज्यादा भी किया जा सकता है और साथ ही इस करंट को ज्यादा दूरी तक भी आसानी से भेजो ट्रांसफर की मदद से कम या ज्यादा किया जा सकता है और इसी वजह से पहले इसकी वोल्टेज को बढ़ाया जाता है फिर जहां पर भी भेजना है वहां पर भेजकर इसकी वोल्टेज को कम कर दिया जाता है दूसरे की डायरेक्शन वसुरी यानी कि डायरेक्ट करंट जो है यानी कि डायरेक्ट को बिल्कुल भी नहीं बदलता है और आजकल हर जगह जो है इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि किसी भी तरह की बैटरी चार्ज करने के लिए सिर्फ देसी करण का इस्तेमाल किया जा सकता है इस वजह से डीसी करंट स्टोर किया जाता है लेकिन को नहीं किया जा सकता करंट को मापने के यंत्र जैसे कि मल्टीमीटर ट्रैक्टर में डीसी सप्लाई का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा लैपटॉप लाइटिंग के काम में भी इसी कारण का इस्तेमाल किया जाता है टीवी रेडियो कंप्यूटर और मोबाइल के सभी काम डीसी करंट से होते हैं आशा करता हूं धन्यवाद
प्रश्न है कि क्या मैं लड़का होने के बाद भी लड़कियों के कपड़े पहन सकता हूं क्या यह सही है देखिए अगर आप समाज में रह रहे हो और अपने आसपास के लोगों को देखते हुए उनकी सोच के बारे में जानते हो तो यह शायद आपके लिए थोड़ा शर्मनाक भी हो सकता है आपने अक्सर देखा होगा कि लड़कियां अपनों से ज्यादा लड़कों की तरह दिखने वाले कपड़े ज्यादा पहनना पसंद करती है और वह काफी आक्रोशित भी लगती हैं और उन्हें काफी सराहा भी जाता है और उन पर वह कपड़े खूब पकते भी है लेकिन अगर यही सोच लड़का लड़कियों के कपड़े पहने तो वह बड़ा ही अजीब लगता है क्योंकि यही एक फैशन है जो ट्रेंड है जो कुछ लोगों के समझ में नहीं आता लेकिन सच में यह भी फ्रेंड है कि अगर लड़कियां लड़कों के कपड़े पहनकर बाहर जाएं तो वह काफी आकर्षण का कारण बनती हैं और उन्हें काफी सराहा जाता है लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर कोई लड़कियों के कपड़े पहनकर बाहर जाएगा तो उसका मजाक बनाया जाता है क्योंकि उस जो डिजाइन में कुछ इस तरह की आकृति बनाई होती है कि जिसकी वजह से वह चीजें लड़कों पर शायद एक हंसी का पात्र बन सकते हैं तो अच्छा होगा कि केवल आप जो लड़कों के बनाए हुए कपड़े हैं या फिर जो लड़कों के लिए ही कपड़े हैं आप उन्हीं चीजों को पहने और आप उन्हीं में इतना आकर्षण लग सकते हैं आपको इस चीज की आवश्यकता नहीं है कि आप लड़कियों के कपड़े पहने अगर आप ऐसा करते हैं तो शायद आप हंसी का पात्र बन सकते हैं धन्यवाद
पहले क्या भाग्य का लिखा कर्म से मिटाया जा सकता है जी हां दोस्तों बिल्कुल यस क्योंकि भाग्य में क्या लिखा हुआ है यह आपका कर्म के ऊपर ही निर्भर करता है आपकी मेहनत के पर निर्भर करता है कि आपके भाग्य में कुछ चीजें लिखी हुई है वह चीज आपको मिलेंगे या ना मिलेगी वह आपके कर्म के ऊपर निर्भर करेगा क्योंकि आप अच्छे कर्म करते हैं तो आपके भाग्य अच्छा होगा आप मेहनत से करते हैं कर्म अच्छे करते तो भी आपका भाग्य अच्छा होगा तो जो चीज है कर्म और मेहनत यही आपका भाग्य लिखते हैं कि स्पेशली आगे से आपका भाग्य लिख करके नहीं आता है तो आप अपने कर्मों को और मेहनत को ज्यादा महत्व दे ना कि अपने भाग्य को धन्यवाद
आकाश वाले की अंग्रेजी में माइक का प्रयोग किया जाता है तो अंग्रेजी में से बॉस चाहते हैं जिसमें मैं का प्रयोग किया जाता है जिससे यू मे गो होम यू माय चुनाव मे आई कमिंग कमिंग में आई सी यू टुमारो इज़ माय रन टुडे आई आई में ग्रोथ रेट टुडे इन हिंदी वाक्य की क्रिया के अंत में सकता हूं सकते हैं चाहे सकती हैं संभावना इत्यादि हैं इस क्रिया का अनुवाद में में होता है धन्यवाद
Motivational Speaker Public Speaker Life Coach Youtuber
0:34
पुष्कर जी हां बिल्कुल लिख लिख कर पढ़ना अच्छा होता है लिखकर पढ़ने से भी आज बहुत जल्दी होता है इसके पीछे कारण यह है कि आप लिखेंगे तो आप उसको देखेंगे आंखों से और आंखों से देखेंगे और साथ में अगर बोलेंगे तो कानों से सुनेंगे या नहीं लिखना आंखों के द्वारा मस्तिष्क में चला जाता है कानू के द्वार मस्ती स्कूल जाना जाता है इस प्रकार से वह आपके अवचेतन मस्तिष्क में बैठ जाती है वह बातें और वह ज्यादा लंबे समय तक याद रखें धन्यवाद
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न है पढ़ाई करने के बेहतरीन कार्यक्रम क्या है जो फ्रेंड्स आजकल हम लोग देख रहे हैं पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है बहुत कमी बच्चों की क्लास लग पा रही है ज्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है तो आजकल यह ऑनलाइन तरीका ही बेहतरीन है जिस समय से पूर्व नमः मारी चलिए तो ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है बच्चे मोबाइल में लैपटॉप में ऐसी पढ़ना है और पढ़ाई करने के लिए आप कोचिंग संस्थानों में भी पढ़ सकते हैं अपने टीचरों से भी मदद ले सकते हैं और अपने दोस्तों से मदद ले सकते हैं ने पढ़ाई करने के बेहतरीन तरीके हैं आप बैठ कर के सपोर्ट से बनिया पढ़ सकते हैं मोबाइल से आप जो आपको नहीं आता यूट्यूब से गूगल से निकाल कर पढ़ सकते हैं तो फ्रेंड जो पसंद आए तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद
मंदिर का घंटा,घंटी बजाने के फायदे,पूजा में घंटी का महत्व