हेलो भाई नमस्कार गुड मॉर्निंग में नीलम मिश्रा आप सभी का स्वागत करती हूं भारत के नंबर वन सवाल-जवाब पर कॉल करें अपने दोस्तों से अशोक गहलोत की राजनीतिक भविष्य क्या है क्या वह भी परिवारवाद की राजनीति करेंगे तो दोस्तों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भाई अग्रसेन की कंपनी के ऑफिस और परिसरों का प्रवर्तन निदेशालय ईडी रेट के छापे के बाद उनके परिवार को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है जोधपुर में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं आप तो बहू एक एनजीओ चलाती और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के परिवार के बारे में लोगों की देशभक्ति अचानक बढ़ गई जबकि 22 जुलाई के यह खबर आई कि आवर्तन प्रवर्तन निदेशालय ने उनके बिजनेसमैन भाई के ऑफिस और परिसरों पर छापे मारे हैं अशोक गहलोत के बाद अचानक तब चर्चा में आ गए जब उनकी फार्म कृषि के परिसरों और ऑफिस में प्रवर्तन निदेशालय के छापे पड़े तो इस तरह से उनका जो परिवार है वह राजनीति से किसी ना किसी तरह से जुड़ा हुआ है और उनका राजनीति के भविष्य क्या है इसके बारे में कहना अभी अपवाद होगा क्योंकि किसी के बारे में कैसे कर सकता है जनता किसको सर पर विधायक इसको नीचे उतारेगी यह तो जनता के हाथ में है लेकिन अशोक गलत करा देती भविष्य के बारे में कुछ नहीं कर सकते क्या वह भी परिवारवाद की राजनीति करेंगे तो जी बिल्कुल हो सकता है क्योंकि परिवार उस से जुड़ा हुआ है तो वह जरूर आगे भी कर सकते हैं तो जानकारी कैसी लगी धन्यवाद
हरदोई से सवाल किया गया अशोक गहलोत का राजनीतिक भविष्य क्या है क्या वह भी परिवारवाद की राजनीति करेंगे बात करें तो राजनीति करके हमारे राजस्थान में तो यह भी चर्चा चलती है कि अशोक गहलोत जी जो है वह मुख्यमंत्री बनने लायक नहीं है बल्कि केंद्रीय मंत्री या फिर प्रधानमंत्री जो है इसके लायक थी दोस्तों परंतु आपको यह जानकर बड़ी हैरानी होगी कि हाल ही में जो हमारे केंद्रीय चुनाव हुए जिनमें राजस्थान के अंदर कुल मिलाकर 25 सीटें होती है केंद्रीय कि यदि संसद को लेकर के 25 सीटों पर पूरी तरीके से लोकसभा की 25 सीटों पर कांग्रेस ज्योति पूरी तरह साफ हो गई एक सीट नहीं आई एम कैसे में 24 सीट है ज्योति वह कौन बीजेपी के पास और एक के एक स्थानीय निर्दल होता है उसके हाथ में गई थी दोस्तों यह कारण यह नहीं है कि अशोक गहलोत जी के कारण यह था कि अशोक गहलोत जी ने जो है अपनी परिवारवाद को ले करके अपने पुत्र की जो राजनीति थी इस को चमकाने की उन्होंने क्या किया कि पूरे क्षेत्र के ऊपर ध्यान नहीं दिया परंतु अपने पत्र की जो राजनीति क्षेत्र था उसमें विशेष तौर पर ध्यान दें यही कारण है कि उन्होंने पूरी तरीके से अपना जो राजस्थान के अंदर साफ करवा लिया कहीं ना कहीं गलती शर्मनाक बात मैं कह रहा हूं परंतु हां इतना जरूर है कि वह भी परिवारवाद की राजनीति के अंदर आ गई है क्योंकि परिवारवाद की राजनीति करना नहीं आते तो राजस्थान में अंडर 25 सीटें जो कांग्रेस के हाथों से सारी की सारी चली गई क्योंकि इसके ऊपर जो जो जो जो प्रथम रोपण हुए मैंने काफी सारी आर्टिकल जो थे इस चीज को लेकर के पड़े तो हमें पता चला कि वह तो गए उन्होंने अपने पुत्र की राजनीति चमकाने की वजह से कांग्रेस का पुरुष उत्तरी के से सूपड़ा साफ करा दिया राजस्थान के अंदर
अशोक गहलोत जी का राजनीतिक भविष्य क्या है क्या वेदी परिवार की राजनीति करेंगे अशोक गहलोत ने राजस्थान की सरकार गिराने का नाम देखा वह एक अनुभवी व्यक्ति है उन्होंने पूरी जिंदगी राजनीति में लगा दी कांग्रेश के एक स्तंभ है और राजस्थान में जनता उनके कुछ कठोर और ठोस निर्णय को पसंद नहीं करती है खास करके वह जनता जो बीजेपी भक्त है इसलिए वह सरकार गिराने के लिए प्रयासरत रहते हैं और अशोक जी ने साबित कर दिया कि उन से टक्कर लेना पहुंच आसान नहीं है चिट्टी कमल जी मध्य प्रदेश के स्तंभ थे लेकिन कमल जी धोखा खा गए संध्या के हाथ और यही कारण था कि कमल जी ने सिंधिया को बहुत बढ़ावा दिया लेकिन सिंधिया जी कमल को नहीं कमल जी को नहीं समझ पाए और वह बीजेपी की गोद में जा बैठे अशोक गहलोत का राजनीतिक भविष्य बहुत बड़ा है और बहुत उज्ज्वल है वह परिवारवाद के शिकार नहीं है उन्होंने बेटी को जरूर चुनाव लड़ाया लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि वह परिवारवाद को बढ़ावा देते हैं वह समाजवाद को वह राजनीतिक स्तर को बहुत अच्छी तरह से निभाते हैं और यही कारण है कि अगर सचिन पायलट राजस्थान के सीएम होते तो निश्चित रूप से राजस्थान की सरकार भी काम बीजेपी की भेंट चढ़ गई होती जिस तरह से मध्य प्रदेश की सरकार भेंट चढ़ गई लेकिन यह अशोक गहलोत जी की ही सूची और है पर अभी भी बीजेपी के खेल नहीं है लेकिन उस गेम में कोई गीत कोई हार इमानदारी से गहलोत जी का भविष्य बहुत उज्ज्वल है और बीजेपी का भविष्य बहुत बहुत डामाडोल की स्थिति में आकर