नमस्कार मेरे सभी बोलकर प्रिय साथियों को आप का सवाल है एक प्यार मोहब्बत की शायरी सुनाइए तो मित्रों आपको बहुत ही अच्छी प्यार भरी एक शायरी सुना रहा हूं शायरी इस प्रकार से है किसी के दीदार को तरसता है किसी के इंतजार में तड़पता है यह दिल भी क्या अजीब चीज है जो होता है खुद का मगर किसी और के लिए धड़कता है धन्यवाद दोस्तों खुश रहो
Namaskaar mere sabhee bolakar priy saathiyon ko aap ka savaal hai ek pyaar mohabbat kee shaayaree sunaie to mitron aapako bahut hee achchhee pyaar bharee ek shaayaree suna raha hoon shaayaree is prakaar se hai kisee ke deedaar ko tarasata hai kisee ke intajaar mein tadapata hai yah dil bhee kya ajeeb cheej hai jo hota hai khud ka magar kisee aur ke lie dhadakata hai dhanyavaad doston khush raho
नमस्कार मेरे नाम है वैष्णवी और आप मुझे सुन रहे हैं भारत के नंबर एक सवाल और जवाब करने वाले ऐप बोलकर पर आप ने सवाल किया है तो प्यार मोहब्बत की शायरी सुनाएं तो देखिए बात हो शायरी की और गुलजार साहब कराना है ऐसा तो नहीं हो सकता और उसके बाद जब मोहब्बत की शायरियों की हो तो गुलजार साहब को हम कैसे भूल सकते हैं तो चलिए ना आपको गुलजार साहब की एक तरफ शायरी सुनाती हूं लिखते हैं वह मोहब्बत भी तुम्हारी थी नफरत भी तुम्हारी थी हम अपनी वफा का इंसान से मांगते वक्त भी तुम्हारा था वह अदालत भी तुम्हारी थी वह शहर भी तुम्हारा था वह अदालत भी तुम्हारी थी और शेर है जो गुलजार साहब ने लिखा है और वह मुझे बेहद पसंद है वह कुछ ऐसे शुरू होता है बेशुमार मोहब्बत होगी बेशुमार मोहब्बत होगी उस बारिश की बूंद को इस जमीन से यूं ही नहीं कोई मोहब्बत में इतना गिर जाता है यूं ही नहीं कोई मोहब्बत में इतना आता है मुझे उम्मीद है आपको आपके सवाल का जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद