मैं हिंदी का विद्यार्थी हिंदी के विद्यार्थी होने के नाते मैंने महादेवी जी को खूब बड़ा वैसे तो मुझे महादेवी जी की सारी सी कविताएं बहुत ज्यादा पसंद है पर मेरी एक जोक पसंदीदा कविता है का नाम है उसका क्यों शेष कितनी रात है तो मैं आपको यह कविता सुनाकर बताता हूं पूछता क्यों चैट कितनी रात फूलों की क्रांति के संकेत पर जिनके जलातु दिन के लिए गजल दिशा में हंस चला तू परिधि बंदे रे तुझे भी उंगलियां उधार झड़ गए बहुत सारे तिम्रो माया चक्र में स्थित गए अनमोल तारे बुझ गई पवित्र