आज के दौर में वर्तमान की झलक साफ दिखाई देती थी जब उन्होंने इतने पैसे कैसे जान लिया दोस्तों की वजह से उन्होंने क्या किया जो आज के दौर में भी आप देख सकते हैं कभी-कभी प्रसिद्ध क्लास ट्वेल्थ के अंदर हिंदू अपनी करें बढ़ई का घर छोड़ दे बेटा के पायल तक सोए यह देखो हिंदू और मुसलमान के मुर्गा मुर्गी खाली बैठी सगाई सखियां मिले जीवन बैठी कदर करे बढ़ाई हिंदू की हिंदू भाई देखे तुर्की तुर्की कबीर सुनो भाई साधो साफ-साफ जाहिर करते हैं किंतु अपनी बड़ाई करते हैं परंतु किसी जाति के व्यक्ति को अपनी घागरे की मटकी को छोड़ने की इजाजत नहीं देता है वही जो है वही हिंदू बच्चों के पास जाकर सो जाता है तो मुसलमानों के ऊपर फरार करते हैं कि मुसलमान की तरफ यानी कि मुसलमानों को लेकर के धर्म की बढ़ाई करते हैं जबकि इनके जो फील हो रहा है और घर में ही शादी कर देते हैं यानी कि मासी की बेटी से विवाह कर लेते हैं और जब इनकी कोई मर जाता है तो उसके बाद भी क्या करते हैं बाहर से एक फिर से वही लेकर आते बकरा मुर्गा और उसको बनाकर खाते हैं बड़े शौक के साथ खाते से बच्चा मेरे जवान मरे कोई फर्क नहीं पड़ता उस समय भी पिछड़ा हुआ था आज ही पिछड़ा हुआ है कारण यह है कि समाज को लेकर के लोगों की धारणा गलत है धार्मिकता को लेकर केदार नहीं गलत है समाज में भेदभाव हुए और धर्म के नाम पर भेदभाव जातियों के नाम पर भेदभाव के चलते काफी सारी चीजें हम जानते हैं