आ जाना चाहते हैं कि शनिवार की शाम को हमें राहत का अनुभव क्यों होता है तो देखिए अगर हम पूरे हफ्ते की बात करें तो पूरे 1 हफ्ते में 7 दिन होते हैं और सामान्य तौर पर हमें 6 दिन हफ्ते में काम करना होता है वह 1 दिन हमें छुट्टी मिलती है तो शनिवार तो होता क्या है कि जो सोमवार से शनिवार है वह 6 दिन काम करते हैं और 1 दिन यानी कि रविवार को हमें छुट्टी मिलती है तो शनिवार की शाम की बेटी रात का अनुभव है इसलिए करता है ताकि उसको अगले पूरे दिन की छुट्टी के लिए मिल जाता है जिसमें वह अपना जो मन करे वह कर सकता है उस पर का काम करने का कोई जवाब नहीं देता तो इसलिए वह शाम को रात में करता है उसी प्रकार इस प्रकार है कि सुबह काम करने के बाद नमाज इशा शाम को रात को महसूस करते कि चलो आज का काम हो गया इसी प्रकार पूरे 6 दिन काम करने के बाद छठे दिन यानी कि शनिवार की रात को कि हमें ऐसा महसूस होता है चलो चलते काम हो गया अब एक दिन मिला है तो मौज करेंगे इसलिए व्यक्ति शनिवार की शाम को रात का अनुभव करता है अच्छा करता हूं आपको मेरा जवाब समझ में आया ऐसे सवालों के जवाब पाने के लिए मुझे सब्सक्राइब करें धन्यवाद
हेलो डियर यह तो बहुत ही मजेदार प्रश्न है कि शनिवार की शाम को हमें राहत का अनुभव क्यों होता है इसी के साथ कॉलेज कल है और यह बहुत बड़ी सच्चाई है सभी को क्योंकि हमारे देश में यह दूसरे देशों में भी रविवार का दिन छुट्टी का दिन माना जाता है एक छुट्टी का दिन डिक्लेअर होता है तो शनिवार को हमें इससे राहत महसूस होती है कि अगले दिन छुट्टी है 120 कोई फॉर्मल नहीं है कुछ भी औपचारिक नहीं है तो हम शनिवार को हम फ्री होते हैं बड़े ही आराम से रिलैक्स महसूस करते हैं कि हम हमें रविवार को कहीं नहीं जाना कुछ ऐसा नहीं कुछ ड्यूटी का टाइम नहीं है कोई हमें उसके लिए कोई तैयारी नहीं करनी है अब हम जैसे मर्जी बैठे हैं हालांकि हमारा खाना पीना उठना बैठना वैसे यह लेकिन थोड़ा टाइम में ऊपर नीचे हो जाता है तो हमारा दिन है हम आराम से अब उसे हम बातें करें गप्पे मारे जैसे मर्जी खाएं जो मर्जी करो तो शनिवार को वहीं रविवार देखूं तो उल्टा हो जाता है रविवार की शाम को हमें फिर तनाव थोड़ा सा हो जाता है कि आप सुबह सोमवार यानी वर्किंग डे काम वाला दिन है सोम से शनिवार काम के दिन होते तो रविवार की रात के साथ हम इतनी राहत महसूस नहीं होती क्योंकि हमें पता है फिर सुबह से फिर हमारा वही दौड़-धूप शुरू हो जानी है तो मेरे हाथ में सोच नहीं होती है अब छुट्टी वाले दिन बुधवार होता तो शनिवार की बजाय हमें मंगलवार शाम को राहत महसूस होनी शुरू हो जाती है कि कल बुधवार की छुट्टी वाले दिन है तो हम फ्री हैं कुछ भी औपचारिक नहीं है सब कुछ अनौपचारिक है मतलब कुछ भी फॉर्मल कुछ भी नहीं है तो हम रिलैक्स होकर रह सकते हैं तो जो भी हो लेटी हो क्या क्या नहीं छुट्टी वाले दिन होगा जिस दिन आपने अपना कुछ भी मतलब टाइम नियम बद होकर ऐसा नहीं करना है आप फ्री रह सकते हो आप जैसे मर्जी करो पहन सकते हो आप नाइट सूट में भी रह सकते हो सारा दिन खाना खाया खाया नहीं खाया नहीं खाया अगर आप बेड पर लेटे हैं तो भी ठीक है आप शेयर करें या तो भी ठीक है तो छुट्टी वाले दिन से 1 दिन पहले शाम को जब आप अपने काम से घर आते हैं तो अब रिलेक्सवैल करते हैं तो यह साइकोलॉजिकल है नैचुरल है हर किसी के साथ है मेरे साथ भी है और डेफिनेटली आपके साथ भी होगा धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों भारत बायोटेक के कंसेंट फॉर्म में क्या लिखा है तो जैसे कोरोनावायरस के टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है भारत की दो वैक्सीनस लगाई जा रही है कॉक्सएक्स पर जाने का की वैक्सीन है और एक है भारत बायोटेक की वैक्सीन तो भगवान से पहले कंसेंट फॉर्म पर भी साइन करवाया जा रहा है इस फॉर्म में यह वादा किया गया है कि अगर ठीक है की वजह से किसी तरह का दुष्प्रभाव यह गंभीर प्रभाव पड़ता है तो मुआवजा दिया जाएगा उन्होंने कहा है कि अगर टीका लगवाने के बाद किसी को गंभीर प्रतिकूल प्रभाव होते हैं तो उसे कंपनी मुहावरे देगी सहमति पत्र के अनुसार अगर टीके से कम यह प्रतिकूल प्रभाव होने की बात साबित होती है तो मुआवजा बी बी आई एल द्वारा तय किया जाएगा पीवीआर मतलब भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड सहमति पत्र के फॉर्म में कहा गया है कि क्लीनिकल प्रभावशाली सम क्लिनिक्स भविष्य शीलता संबंधी तथ्य को स्थापित किया जाना अभी बाकी है और इसका अभी भी चरण 3 क्लिनिकल ट्रायल में अध्ययन किया जा रहा है इसमें कहा गया है कि इसलिए यह जान लेना महत्वपूर्ण है कि टीके की खुराक लेने का मतलब यह नहीं है कि कुल 19 से संबंधित अन्य सावधानियों का पालन नहीं किया जाना चाहिए प्रतिकूल प्रभाव के मामले में पीड़ित व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में चिकित्सीय रूप से मान्यता प्राप्त देखभाल प्रदान की जाएगी धन्यवाद
नमस्कार सोता हूं तू भारत समेत दुनिया भर में कई ऐसे देश हैं जहां पर टीकाकरण शुरू हो गया करो ना का और नॉर्वे के अलावा भी एक-दो दिशा यहां पर टीका लगने के बाद लोगों की हालत गंभीर हो रही है ज्यादा संख्या नहीं है लेकिन हो रही है कैंटीन जाने के बाद बुजुर्गों की नोट में मौत हो गई कई अन्य लोग टीकाकरण के तुरंत बाद गंभीर बीमार भी हो गए हैं सरकार ने जांच बिठा दी है मरने वाले 80 साल से ज्यादा की उम्र के बुजुर्गों ने पाई सर कंपनी का कांटेक्ट टिका लगवाया था जो भारत में नहीं है भारत वाले ऑक्सफर्ड की और भारत के खुद के बनाए टीके लगा रहे हैं आइसर कंपनी के वापस आए वहां के डॉक्टरों ने कहा है कि प्रतिकूल प्रतिक्रिया में 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में देखी गई है जो कमजोर और बीमार थी विशेषज्ञों ने कहा है कि मरने वाले थे लोगों में से 13 कितने टीके के सामान्य साइड इफेक्ट देखे गए थे जैसे डायरिया जी मचलना और बुखार हालांकि इन मौतों के बाद भी नॉर्वे ने टीकाकरण जारी रखने का फैसला किया है इन घटनाओं को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता ने कहा है कि हम घटनाओं को पूरी नजर रखे हुए हैं और वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संपर्क में है सभी मौतों को कारणों और उसकी परिस्थितियों की जांच को नजदीक से नजर रखेंगे तभी तक कारण अभी तक नहीं पता चला है जांच बिठा दी गई है और देखा जा रहा है कि क्यों उनको ऐसे साइड इफेक्ट तो यार इतनी हालत गंभीर हो गई धन्यवाद
नमस्कार दोस्तों सभी कोरोनावायरस महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हो उसी समय भारत में वापस से आगे ब्लू कितना पुराना है कहां पहली बार आया तो इसके बारे में जानते हैं कि सामान्य फ्लू की तरह ही होता है यह बीमारी एवियन इनफ्लुएंजा विषाणु भाई बहन की वजह से होती है यह विषाणु पक्षियों के अलावा इंसानों को भी शिकार बना सकता है बर्ड फ्लू का संक्रमण मुर्गा मोर और बत्तख जैसे पक्षों से तेजी से फैलता है बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है हालांकि कई बार इंसान से इंसान को भी हो जाता है यह बेकार इंसान पर मौत का खतरा भी होता है इंसान से इंसान में बर्ड फ्लू के संक्रमण का जोखिम कम है पर पक्षियों के संपर्क में आए विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलावा दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह बहुत खतरनाक बीमारी है इसमें शंकर में तो की मृत्यु दर 60 फीसद तक है यानी हर 10 में से 5 लोगों की जान जा सकती है बट्टू के अब तक 11 विषाणु का पता चला है इनमें से पांच इंसानों के लिए जानलेवा है यह ek511 h7m 3878 787 989 इनमें सबसे खतरनाक होता है h5 एनुअल विषाणु यही पहली बार बडसू विषाणु तक पहला विषाणु था यह पढ़ चुका जितने इंसानों को भी संक्रमित किया था एक पवन से पहली बार मनुष्य के संक्रमण होने की घटना ज्यादा पुरानी नहीं है इसका पहला मामला साल 1997 में हांगकांग में आया था अब तक दुनिया में चार बार बड़े पैमाने पर फैल चुका है और यह 60000 देशों में महामारी का रूप ले चुका 2003 से अब तक लगातार या किसी ना किसी देश में अपना असर दिखाता रहा है अमेरिकी हेल्थ एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ साल पहले इसके लिए टीके के प्रारूप को मंजूरी भी दे दी है लेकिन अभी वह लोगों के लोग उपलब्ध नहीं है धन्यवाद
ऐसा कार्य करने के लिए क्या क्या आवश्यकता होती है और आपका कोटा होना चाहिए हेल्थ से संबंधित जानकारी चाहिए के अंदर पता होना चाहिए जानकारियां होना चाहिए तो अब
सर्दी में नाक का बहना क्या जल्दी ठीक कर सकते हैं और कर सकते हैं तो कैसे दोस्तों यदि आपकी नाक बह रही है तो निजी तौर पर यदि आप इसको सही करना चाहते हो दो-तीन इलाज बताऊंगा आपको पहले अब गरम पानी के अंदर जो है तुलसी या नीम के पत्ते डालकर के अपने मुंह उसको चद्दर के अंदर ढक करके ऐसा कर सकते हैं दूसरी बात यह दोस्तों की आप तुलसी काली मिर्च अदरक और इत्यादि का काढ़ा बनाकर पीते हैं या फायदेमंद होगा चाय काली चाय बना कर दिया किसकी पुस्तक है तो मेरे चाचा को सर्दी से भी निजात मिलेगी और आपका भी बंद हो जाएगा
तुम्हारी बात बिल्कुल लता जैसे हो जाएंगे जैसे आप सारे साधु महात्मा को देखने के बाद बड़े-बड़े चटा जैसे बिल्कुल जाती है वैसे आपके पास आएंगे अच्छा सा बन जाएगा और लेटा बन जाएगी जैसे कि नहीं देंगे तो आप के सर में तरह तरह के लोग आएंगे निकलेंगे करने से हमारे बाल भी अच्छे होते हैं और हमारे से अच्छी रहती है सबसे अच्छी रहती है हमें ठंडक महसूस होती है ऐसे में गंदगी रहेगी दोनों में परिसर में वह सारे रोग हो सकते हैं आपको जो पसंद आए तो
है मेरा दूसरे शहर में नौकरी करना मेरे पिता को क्यों पसंद नहीं है तो दोस्तों देखिए ऐसा एक कारण हो सकता है हम भले कितने ही क्यों न सही हो कितनी भी क्यों ना मतलब अपने हिसाब से सही हो लेकिन हर माता-पिता को एक ही बात लगती है कि हमारा बच्चा बाहर जाएगा तो बिगड़ जाएगा बाहर जाएगा तो गलत जगह पर पैसा लगाएगा और यह जो बात कही जाती है वह आज के समाज में होने वाले परिवर्तन को देखकर लोग कहते हैं या जिनके माता-पिता ऐसा कहते हैं आज के समाज के परिवर्तन को देखकर ऐसी बातें कहते हैं इसलिए इसमें उन लोगों को तो नुकसान हो ही रहा है जो ऐसा काम करते हैं लेकिन जो लोग सीधे हैं जो लोग ऐसा काम नहीं करते उनको भी इस लाइन में लिया जाता है कि यह बंदा बाहर जाएगा तो गलत काम करेगा ऑफिस को बाहर क्यों भेज रहे हो तो इसीलिए इसी चक्कर में हो सकता है कि वह कह रहे हैं आपसे अगर यह प्रश्न किसी लड़की ने किया है तो लड़की के माता-पिता को भी लगता कि कहीं जो है उन्हें दर्द बना रहता है कि अगर मेरी लड़की बाहर नौकरी करेगी तो न जाने क्या हो सकता है कोई घटना आया कोई भी हर चीज का डर बना रहता है माता-पिता को अपने बच्चों का तो इसीलिए बाहर नौकरी करने के लिए अपने माता-पिता मना करते हैं दूसरी सबसे बड़ी बात यह है कि हम जब युवा अवस्था में होते हैं हम अपनी माता-पिता की बातें नहीं मानते हम अपने हिसाब से ज्यादा चाय निर्णय ले लेते हैं और कभी-कभी ऐसा निर्णय खतरनाक भी हो जाता है हमारे लिए क्या लड़की हो चाहे लड़का हो तो जो है मैं अपनी युवावस्था में आगे पीछे कुछ भी दिखाई नहीं देता है तो इसीलिए आज के इस बदलते परिवेश में और जो है और इस खराब माहौल के चक्कर में माता-पिता जो है ना करते अपने जो है संतानों को बाहर भेजने से जय माता दी जय हिंदुस्तान
ब्याव शादी के बाद लड़कियां मोटी क्यों हो जाती है इससे बचने के लिए कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए दोस्तों अक्सर देखा गया है कि शादी के बाद लड़की हो कि लड़का हो वह मोटे हो जाते हैं उनका मेन रीजन भी होता है क्या होती है उसको अपने माइंड से उस चीज को निकाल देते हैं इससे क्या होता है कि आपका जो शरीर तो पहले कमजोर होता है वह थोड़ा हेल्दी बन जाता है सब कुछ ऐसा ही कुछ लोग मोटे हो जाते हैं फिर दूसरी और किसी भी चीज को कटिंग निजात पा जाती है चुटकुले करते हैं क्या मुझको कोई टेंशन नहीं है जो भी काम करेगा हस्बैंड करेगा जिसकी मनी इत्यादि की परेशानियां होती है बाय द वे लड़कियां जो है वह घर का काम होता है पर इसमें यह बता कि लड़कियों का जो होता है दोस्तों को और को टेंशन दे वह बहुत ज्यादा कम हो जाती है शादियों के बाद दूसरे बाद उनके परिवार नया मिलता है उनके साथ वह घुलमिल जाती है मन अच्छा लगता है प्रसन्न रहते तो उनका तो दोस्तों इस कारण से भी जो है वह बैठ जाता है और यदि आप दोस्तों मोटापे से आप निजात पाना चाहते हैं तो इसका संतुलित भोजन कीजिए और लिमिट काकी जी खुश रहिए और टेंशन तो अब मुफ्त है परंतु खाना जो है वह आपको लिमिट का कर देना चाहिए
ई वांट टू आज आपका सवाल है कि एक अनुभवी लेखक एवं साधारण लेखक की लेखनी में किस प्रकार का अंतर देखा जा सकता है तो देखिए जो अनुभव होते हैं वह आपको सिम के पास बहुत ही पीरियंस होता है उनके मतलब मिस्टेक होने और गलती होने की बहुत ही कम जान से सोते हैं उनके तजुर्बे उनके एक्सपीरियंस बहुत अच्छा होता है जो इंसान डिलीट कर पाता है समझ पाता है उनको पता होता है कि उनको ज्यादा टाइम भी नहीं लगता है कुछ भी चीज लिखने में क्योंकि उनके बहुत हैबिट होते हैं लेकिन जो नया लेखक होता लेकिन को सोचना पड़ता है समझना पड़ता है जानना पड़ता है फिर भी उनके इतना ज्यादा नहीं होते हैं तो उनके थोड़ा मिस्टेक होने के चांसेस ज्यादा होता है तो वह यही सब नॉर्मल को टाइम भी ज्यादा लगता है तो यही सब दोनों अब चेंज देख सकते कि एक्सपीरियंस लेखक का और जो एक नए नए फैशन लेखक में
हम तो सवाल है कि 26 जनवरी 2021 गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकालना उचित उचित 1 जनवरी को रैली निकाली जाएगी दिवस परेड होती है जो विकार कम होते हैं तुम पर बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा अगर दिल्ली में निकालेंगे तो वहां पर परेड करते हैं दिल्ली में कितना किलो वजन होगा और हमारा गणतंत्र दिवस पर नहीं पाएगा उस दिन 26 जनवरी के दिन मनाने का दिन है इस दिन हमें भी करना चाहिए किसानों को उस दिन ट्रैक्टर रैली नहीं निकालना चाहिए समझना चाहिए 15 अगस्त 26 जनवरी हमारे राष्ट्रीय त्योहार है इन्हें अच्छे से मना कर देना चाहिए 9:00 के बीच में कोई परेशानी नहीं करनी चाहिए इसलिए 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली 9 तारीख
ऑक्सफोर्ड कॉमर्स क्या है दोस्तों को हमारी तरफ से दिल को होता है जैसे कोई भी ऑफ वर्ड लिखते हो उसके आगे जो भी आप चल लगाए विराम चिन्ह लगाए अल्पविराम लगाएं जो भी है यह सारी की सारी कमाई है मान लीजिए आप से ही देश का नाम लिख रहे हैं भारत के और आपको मां लगाएंगे चीन फिर कोमल लगाएंगे पाकिस्तान के कोमल लगाएंगे अमेरिका चीर कुमारी लगती है इसका जवाब खत्म कर देते हैं तो फोन विराम चिन्ह लगाते हैं इत्यादि जो है यह सारी कमाई है
नमस्कार दोस्तों आपका प्रश्न है हमारे धरती पर कितने प्रतिशत पानी पीने के योग्य है दोस्तों इस प्रश्न का सही जवाब हमारे धरती पर केवल 3% पानी पीने के योग्य है 2.4 प्रतिशत ग्लेशियरों और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है और केवल 0.6 प्रतिशत पानी नदियों झीलों और तालाबों में है जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है धन्यवाद
चाय के साथ क्या हानिकारक है बताइए तो दोस्तों देखी है वैसे तो जो है चाय हमारा एक प्रमुख पेय पदार्थ है चाहे के संग हम कई सारी चीजें लेते जैसे टोस्ट बिस्कुट फाइन कई सारी चीजें हम चाहे के संग लेते हैं लेकिन दोस्तों चाहे किसी भी दोस्त आएंगे बिस्कुट लेना तो जो है नुकसानदायक नहीं है लेकिन कुछ लोग चाय के संग नमकीन लेते क्योंकि नुकसानदायक है क्योंकि चाय पहले तो गैस बनाती आपके शरीर में ठीक है अगर आप उसके संग नमकीन और लोगे तो गैस बनने के बाद जी के साथ कुछ छाती में जलन करेंगे चाय गरम होती होती है ऊपर से आप अगर चाय लेते हो साथ में नमकीन लेते हो तो दोनों मिलाकर छाती में जलन करते यही चलन हॉट हॉट पर आती है तो हार्ट अटैक का कारण भी कभी-कभी बन सकती है इसीलिए चाय के साथ कभी भी नमकीन नहीं लेनी चाहिए नार्मल या टोस्ट फैन या बिस्कुट ले सकते हो और दो कुछ हमारे मजदूर भाई लोग हैं जो काम काज करते हैं वह क्या करते हैं तुरंत गुटका थूक कर तुरंत चाय पीना स्टार्ट कर देते हैं तुरंत चाय का गिलास लेते लेकिन को तो यह बहुत ही ज्यादा खतरनाक है कि गुटके के अंदर पाए जाने वाले और तंबाकू के न पाए जाने वाले निको टॉक्सिन नामक एक तत्व यह इंसान को मुंह का कैंसर और जो है गले के कैंसर का कारण बनता है क्योंकि चाहे के अंदर चाय के अंदर कैफीन पाई जाती है कैफीन जबकि गुटखा और पान मसाले वगैरा होते हैं उसमें निकोटिन होता है यह दोनों आपस में एक दूसरे के शत्रु है यह दोनों जब मिलते हैं तो एक जिनोटॉक्सिक नाम का एसिड बनाते हैं जो आगे चलकर गले का कैंसर का भी कारण बन सकता है और दोस्त लोग चाय पीने के बाद तुरंत कुल्ला करने की सोचते हैं और यह बहुत ही गलत है क्योंकि चाहे गर्म होने पर जब हम गर्म चाय पीते और ठंडे पानी के जब कुल्ला करते हैं तो इससे हमारे जो है दातों पर वह बी नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है ऐसे व्यक्ति के दांत जल्दी गिरने लगते हैं और आंखों पर आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ता है कुछ लोग चाहे के संग चली बुरी चीज है जैसे पागल हो गया और भी कोई चीज होती है लेते हैं और यह भी खतरनाक है और क्यों की चाय आप जब पी रहे हैं चाय आपके पेट में एसिडिटी बनाती है उसके ऊपर अगर चलिबुनी कोई चीज खाई जाए साथ में तो एसिडिटी ज्यादा हो जाती है यह पेट में आपके दिमाग में भी असर डाल सकती है तो इस तरीके के कुछ चीजें नहीं खाए और सवाल दूसरे की चाय कभी वैसे भी नहीं पीनी चाहिए रोगी भी नहीं पीनी चाहिए क्योंकि क्योंकि चाय पीने से भी पेट में गैस वगैरह एसटीटीटी बनती है तो चाय कैसे में आप नॉर्मल फैंटूश बिस्कुट से वगैरा ले सकते हो जय माता दी जय हिंदुस्तान
आपने पूछा कि सौरमंडल के बारे में बताइए तोरा मंडल सभी ग्रह उपग्रह खगोलीय पिंड उल्कापिंड सब मिलकर प्रमंडल का निर्माण करते हैं अंतर मंडल में कुल वर्तमान में 8 ग्रह है पहले नौ ग्रह थे 2008 में प्लॉट एग्रो का हटा दिया गया था क्योंकि वह हमारे बहुत दूर है और जिसकी वजह से बर्फ से ढक गया है इतने लॉट्रो का हटा दिया गया 2008 में अभी हमारे नवग्रह नवग्रह का नाम का पहला अबोध शुक्र मंगल पृथ्वी पृथ्वी से बृहस्पति अरुण वर्मा यूरेनस नेप्चून और सभी का उपग्रह है लेकिन शुक्रवार और बुध का शायद उपग्रह नहीं है नहीं तो सब सभी ग्रह का उपग्रह है पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा एक ही है और मंगल का 215 है बृहस्पति का शासक पगला है और बृहस्पति और शनि के बीच बहुत सारे उल्कापिंड पाए गए हैं थैंक यू मुझे बस इतना ही पता था थैंक यू
सवाल पूछा गया है वित्तीय रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है तो देखिए आज अब हम बात करते इंडियन फैमिली की इंडियन जो हमारे कल्चर है उसके कोडिंग अगर कोई स्त्री वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर नहीं है तो अगर उसको डोमेस्टिक वायलेंस का भी सामना करना पड़ रहा है या फिर कुछ ऐसी चीज उसके साथ हो रही है जो एक जोतने की मौलिक नहीं है जो एक नैतिक व्यवहार उसके साथ नहीं किया जा रहा है फिर भी उसे वह सब सहना होगा क्योंकि अब वित्तीय आत्मनिर्भर नियमित रूप से अगर बात पर निर्भर होती तो वह अपने आप को पालने में सक्षम होती अपने बच्चों को अपने परिवार वालों अब जो भी है 18 में बीती रात नहीं पड़ता है किसी के लिए बहुत ज्यादा जरूरी था कि वह इस तरीके की चीजों के खिलाफ आवाज उठा सके अगर हम बात करते हैं किसी भी स्त्री के इंडियन मैं तो डोमेस्टिक वायलेंस बहुत ही कमेंट चीज है पति आए दिन अपनी पत्नियों पर हाथ उठा देते को दोष दिया जाता है अब उसके ऊपर भी वह कुछ नहीं कर पाती क्योंकि रूप से आत्मनिर्भर नहीं है अगर वह अपने पति का घर छोड़ कर चली जाएगी तो उसके मायके वाले दो उसको एक्सेप्ट नहीं करेंगे तो फिर वह जाएगी कैसे तो एक लड़की वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होती है तो उसमें बाइक उसका जो आत्म सम्मान है उसकी रक्षा बसाने से कर सकते इस तरीके के और व्यावहारिक जो कृत्य होते रहते हैं हमारे यहां पर आए दिन लड़कियों के साथ के साथ उसमें काफी हद तक वह अपने आप को अपने तरीके से अपने हिसाब से चीजों को मैनेज करने की कोशिश करेगी और बहुत सारी समस्या उसे आसानी से छुटकारा पा लेगी इसमें बहुत सारे परिवार जरूर टूट जाएंगे पर आखिर कब तक एक औरत को ही हर चीज सहनी पड़ेगी तो मेरा यह मानना है कि कॉलेज में वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होती है तो वह अपने आत्मसम्मान की रक्षा भी बहुत अच्छी तक कैसे कर सकती है उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
पूछा गया है लड़कियों के लिए आत्मनिर्भर होने के बावजूद भी कौन सी चीजें आज भी उनके लिए नहीं बदल पाए तो हमारा कल्चर है जो हमारा यहां परियों से चला आ रहा तुम्हारे हमेशा यही बताया जाता है कि लड़कियों को एडजस्ट करना चाहिए लड़कियों को सहनशील होना चाहिए सामने वाला आप पर गुस्सा भी कर रहा है तो आप को शांत रहना चाहिए क्योंकि आप लड़की हो आप को बच्चों का घर का देखभाल करना पड़ेगा क्योंकि आप लड़कियों भले ही आप इतने रूप से आत्मनिर्भर हो भले ही आप जॉब कर रहे हो भले ही आप कितना भी पैसा कमाए घर संभालना बच्चे संभालना रिश्ते सामान्य सारी जिम्मेदारी की लड़की की शादी होती है तो यह चीज आज भी और जो है हमारे समाज में नहीं बदली है हम आज भी यह नहीं सिखाते कि अगर आप लड़के भी है तो आपको भी घर के कामों में हाथ बटाना चाहिए क्योंकि आज किसी भी चीज में लड़कियां पीछे नहीं आप एक ऐसी लड़की के ऐसे समाज में जी रहे थे पर लड़कियां और लड़के बराबर की पढ़ाई जॉब बराबर होती है सैलरी बराबर होती है तो फिर आपको घर का काम करने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए कि हम अपने लड़कों को नहीं सिखाते और यही जो है उनके दिमाग में बचपन से ही चीज रहती कि लड़की को ही यह सब करना है और यही कारण है कि फिर लड़कियों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे जॉब करो घर आकर घर संभालो बच्चों को देखभाल करो बड़ों बड़ों की देखभाल करो एक लड़की के लिए काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है और आज भी हमारे समाज में नहीं बदली है कुछ कुछ हद तक मैंने देखा है कि लोग थोड़े लिबरल हो रहे लोग इस चीज को समझ रहे हैं तो यह काफी पॉजिटिव रिस्पांस भी उसका मिल रहा है पर अभी भी हम काफी पीछे हैं उम्मीद करती हूं आपको मेरा जवाब पसंद आया होगा धन्यवाद
प्रश्न है कि अंग्रेजी में माइक का प्रयोग कब करते हैं देखिए जो माइट है वह मॉडल सीखता एक क्रिया होती है इसे हम अंग्रेजी बोलते वक्त साइकिलिया के रूप में प्रयोग करते हैं माइक्रियम इसको हम हिंदी में कह सकते हैं कि जब किसी चीज की कम संभावना हो तो ऐसे में हम माय शब्द का प्रयोग करते हैं असल में देखा जाए तो माइक का प्रयोग हम कम संभावना वाली चीजों के लिए हम इसका आसानी से प्रयोग कर सकते हैं जैसे किसी जगह पर चोरी हुई है और हमें किसी पर संदेह है तो ऐसे में हम कह सकते हैं कि शायद उसने ऐसी चोरी की होगी जब हम किसी के बारे में भी एक निश्चित रूप से किसी भी चीज को लेकर हम जब पक्की जानकारी नहीं दे सकते तो ऐसे में हमें माइक का प्रयोग करके इस वाक्य को बोल सकते हैं धन्यवाद
एसी और डीसी करंट क्या होता है और कैसे काम करता है दोस्तों ऐसी बात करें तो इस का फुल फॉर्म अल्टरनेटिंग करंट और यह करंट एक निश्चित समय के बाद में अपनी जो बेल्ट डायरेक्शन है वह मान और उसका पता है इसलिए इसे अल्टरनेटिंग करंट कहा जाता है आपको बता दें कि हमसे बहुत ज्यादा किया जा सकता है इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ट्रांसफर की मदद चेक कर लिया ज्यादा भी किया जा सकता है और साथ ही इस करंट को ज्यादा दूरी तक भी आसानी से भेजो ट्रांसफर की मदद से कम या ज्यादा किया जा सकता है और इसी वजह से पहले इसकी वोल्टेज को बढ़ाया जाता है फिर जहां पर भी भेजना है वहां पर भेजकर इसकी वोल्टेज को कम कर दिया जाता है दूसरे की डायरेक्शन वसुरी यानी कि डायरेक्ट करंट जो है यानी कि डायरेक्ट को बिल्कुल भी नहीं बदलता है और आजकल हर जगह जो है इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि किसी भी तरह की बैटरी चार्ज करने के लिए सिर्फ देसी करण का इस्तेमाल किया जा सकता है इस वजह से डीसी करंट स्टोर किया जाता है लेकिन को नहीं किया जा सकता करंट को मापने के यंत्र जैसे कि मल्टीमीटर ट्रैक्टर में डीसी सप्लाई का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा लैपटॉप लाइटिंग के काम में भी इसी कारण का इस्तेमाल किया जाता है टीवी रेडियो कंप्यूटर और मोबाइल के सभी काम डीसी करंट से होते हैं आशा करता हूं धन्यवाद
प्रश्न है कि क्या मैं लड़का होने के बाद भी लड़कियों के कपड़े पहन सकता हूं क्या यह सही है देखिए अगर आप समाज में रह रहे हो और अपने आसपास के लोगों को देखते हुए उनकी सोच के बारे में जानते हो तो यह शायद आपके लिए थोड़ा शर्मनाक भी हो सकता है आपने अक्सर देखा होगा कि लड़कियां अपनों से ज्यादा लड़कों की तरह दिखने वाले कपड़े ज्यादा पहनना पसंद करती है और वह काफी आक्रोशित भी लगती हैं और उन्हें काफी सराहा भी जाता है और उन पर वह कपड़े खूब पकते भी है लेकिन अगर यही सोच लड़का लड़कियों के कपड़े पहने तो वह बड़ा ही अजीब लगता है क्योंकि यही एक फैशन है जो ट्रेंड है जो कुछ लोगों के समझ में नहीं आता लेकिन सच में यह भी फ्रेंड है कि अगर लड़कियां लड़कों के कपड़े पहनकर बाहर जाएं तो वह काफी आकर्षण का कारण बनती हैं और उन्हें काफी सराहा जाता है लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर कोई लड़कियों के कपड़े पहनकर बाहर जाएगा तो उसका मजाक बनाया जाता है क्योंकि उस जो डिजाइन में कुछ इस तरह की आकृति बनाई होती है कि जिसकी वजह से वह चीजें लड़कों पर शायद एक हंसी का पात्र बन सकते हैं तो अच्छा होगा कि केवल आप जो लड़कों के बनाए हुए कपड़े हैं या फिर जो लड़कों के लिए ही कपड़े हैं आप उन्हीं चीजों को पहने और आप उन्हीं में इतना आकर्षण लग सकते हैं आपको इस चीज की आवश्यकता नहीं है कि आप लड़कियों के कपड़े पहने अगर आप ऐसा करते हैं तो शायद आप हंसी का पात्र बन सकते हैं धन्यवाद
पहले क्या भाग्य का लिखा कर्म से मिटाया जा सकता है जी हां दोस्तों बिल्कुल यस क्योंकि भाग्य में क्या लिखा हुआ है यह आपका कर्म के ऊपर ही निर्भर करता है आपकी मेहनत के पर निर्भर करता है कि आपके भाग्य में कुछ चीजें लिखी हुई है वह चीज आपको मिलेंगे या ना मिलेगी वह आपके कर्म के ऊपर निर्भर करेगा क्योंकि आप अच्छे कर्म करते हैं तो आपके भाग्य अच्छा होगा आप मेहनत से करते हैं कर्म अच्छे करते तो भी आपका भाग्य अच्छा होगा तो जो चीज है कर्म और मेहनत यही आपका भाग्य लिखते हैं कि स्पेशली आगे से आपका भाग्य लिख करके नहीं आता है तो आप अपने कर्मों को और मेहनत को ज्यादा महत्व दे ना कि अपने भाग्य को धन्यवाद
आकाश वाले की अंग्रेजी में माइक का प्रयोग किया जाता है तो अंग्रेजी में से बॉस चाहते हैं जिसमें मैं का प्रयोग किया जाता है जिससे यू मे गो होम यू माय चुनाव मे आई कमिंग कमिंग में आई सी यू टुमारो इज़ माय रन टुडे आई आई में ग्रोथ रेट टुडे इन हिंदी वाक्य की क्रिया के अंत में सकता हूं सकते हैं चाहे सकती हैं संभावना इत्यादि हैं इस क्रिया का अनुवाद में में होता है धन्यवाद
Motivational Speaker Public Speaker Life Coach Youtuber
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पुष्कर जी हां बिल्कुल लिख लिख कर पढ़ना अच्छा होता है लिखकर पढ़ने से भी आज बहुत जल्दी होता है इसके पीछे कारण यह है कि आप लिखेंगे तो आप उसको देखेंगे आंखों से और आंखों से देखेंगे और साथ में अगर बोलेंगे तो कानों से सुनेंगे या नहीं लिखना आंखों के द्वारा मस्तिष्क में चला जाता है कानू के द्वार मस्ती स्कूल जाना जाता है इस प्रकार से वह आपके अवचेतन मस्तिष्क में बैठ जाती है वह बातें और वह ज्यादा लंबे समय तक याद रखें धन्यवाद
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न है पढ़ाई करने के बेहतरीन कार्यक्रम क्या है जो फ्रेंड्स आजकल हम लोग देख रहे हैं पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है बहुत कमी बच्चों की क्लास लग पा रही है ज्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है तो आजकल यह ऑनलाइन तरीका ही बेहतरीन है जिस समय से पूर्व नमः मारी चलिए तो ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है बच्चे मोबाइल में लैपटॉप में ऐसी पढ़ना है और पढ़ाई करने के लिए आप कोचिंग संस्थानों में भी पढ़ सकते हैं अपने टीचरों से भी मदद ले सकते हैं और अपने दोस्तों से मदद ले सकते हैं ने पढ़ाई करने के बेहतरीन तरीके हैं आप बैठ कर के सपोर्ट से बनिया पढ़ सकते हैं मोबाइल से आप जो आपको नहीं आता यूट्यूब से गूगल से निकाल कर पढ़ सकते हैं तो फ्रेंड जो पसंद आए तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद