आपका सवाल है हिंदू और बौद्ध धर्म है समानताएं क्या देखिए हिंदू धर्म और बौद्ध दोनों ही प्राचीन धर्म और दोनों ही भारत भूमि से उपजे हिंदू धर्म के वैष्णव संप्रदाय में गौतम बुध को दसवां अवतार माना गया कला की बहुत-बहुत खूबसूरत नहीं सकता बहुत धर्म भारतीय विचारधारा के सर्वाधिक विकसित रूपों में से एक और हिंदू मात्र से शाम यात्रा हो सकता है विश्वास से आपको आपके सवाल का सिलसिला होगा और आपको अच्छा लगा होगा धन्यवाद
सवाल है योग करने के लिए सबसे अच्छी उम्र कौन सी है तो जवाब है योग करने के लिए हर एक उम्र में आप लोग कर सकते हो योग योग का मतलब आजकल तो सिर्फ योगासन के नाम हो गया तो मैं आपको बताना चाहूंगा योग का अर्थ क्या होता है योग का अर्थ होता है जुड़ना जुड़ना जुड़ना आप ज्ञान करोगे आसन करो तो उसमें तो आप जोड़ नहीं सकते ना असली में अर्थ है मैं आपको बता दूं योग का अर्थ होता है मेडिटेशन आफ मेडिटेशन बोल सकते हो मेडिटेशन क्या होता है आत्मा का परमात्मा के साथ कनेक्शन योग इसलिए हम उसे योग कहते हैं तो अभियोग हर कोई कर सकता है छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोग भी कर सकते हैं मेडिटेशन की आत्मा का परमात्मा से मिलन आप जो कहते हैं आजकल तो आज्ञा दो स्वामी रामदेव जी वह योगकारक बोलते हैं कि आसन वगैरा यह प्रणाम आसानी यह सब करो वह शारीरिक व्यायाम हो गया नहीं सारी स्वास्थ्य के लिए आपको राम प्रणाम यह सब आसन आपको करना चाहिए सारी स्वास्थ्य के लिए लेकिन मानसिक स्वास्थ्य के लिए आपको मेडिटेशन करते मेडिटेशन योग और योग और व्यायाम को आप भूल सकते हो लेकिन दोनों में कंफ्यूजन हो रहा है क्योंकि तू आजकल तो जो को ग्राम समझ लेते हैं तो आप स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य बहुत बहुत आवश्यकता है समय की मांग है शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञानी बीमारियां बढ़ रही आप देखो अभी कोरोनावायरस आ गया ड्यूटी अच्छी होनी चाहिए इसके लिए सारे साथी किला प्रोग्राम योगा करना है ठीक है हर दिन और मेडिटेशन क्यों करना है मानसिक स्वास्थ्य के लिए है क्योंकि आजकल आप देखोगे डिप्रेशन अनिद्रा की शिकायत अन इंद्र किसी को नींद अच्छा नहीं है तुम्हें क्वालिटी नहीं अच्छी क्वालिटी की नींद नहीं आती या फिर मोबाइल में दिनभर लगे रहते हैं तो फिर जब मन डिस्टर्ब होता है चारों तरफ आप देखोगे तो टीवी है मोबाइल से आप धीरे हो दूसरे आस पास इतने सारे विज्ञान में बना कर रख दिया कि हम सुबह से लेकर रात तक बिस्तर भी होते तो मन में इतने सारे इंफॉर्मेशन लिए वह लगभग सभी चीजें मन में आती है तो इन सभी को दूर करने की लाखों में टेशन इस समय की बहुत बड़ी मांग है मेडिटेशन तो आप को कम से कम 15 मिनट तो हर दिन आपको मेडिटेशन करना ही चाहिए अभ्यास अगर आप मेरी टेंशन नहीं आता आपको दिमाग को यह बता दो कि आप गूगल पर यूट्यूब पर आप चार्ज कर सकते मेडिसिन का शिकार होते तो फ्री में 7 दिन का कोर्स उतरा जो मेडिटेशन कोर्स आप अपने नजदीकी ब्रह्माकुमारी सेंटर में अदाकारी है राजयोग मेडिटेशन कोर्स सीख सकते हो वहां पर आप कंप्यूटर इंफॉर्मेशन मिल जाएगी योग कैसे कर सकते मूवी दर्शन कैसे करने के बारे में कंप्लीट इंफॉर्मेशन ठीक है और आप कीजिए सभी लोग कर सकते हैं और कोई मनाही नहीं आप कभी भी कोई भी टाइप कर सकते हो योगा मेडिटेशन मेडिटेशन कभी कर सकते हो
का सवाल है क्या 37 की उम्र में सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू करना उचित है यदि हम वेट कर रहे हैं और किसी प्राइवेट नौकरी में है इसका जवाब अगर आपको भी ग्राम करते हो दिलाते आने की तैयारी कर रहे हो बड़े जानकी सरकारी नौकरी की बौछार एग्जाम होते हैं तो आप सबसे पहले रीजन ढूंढो कि आप करना क्यों चाहते हो एक ठोस रीजन बहुत बड़ा वजह वजह वजह क्या है आप सरकारी नौकरी क्यों करना चाहते हो आप अच्छा एक बार बैटरी आप शांत जगह बैठी है पेपर और पहन लीजिए और अपना वजह लिखे सबसे बड़ी वजह कि आप क्यों करना चाहती सरकारी नौकरी क्या आप कर सकते हो हां या ना यह भी आप लिखो अगर आपके पास कोई ठोस वजह है जिसके कारण आपको सरकारी नौकरी करना है ठीक है और आप करना है मतलब करना ही ऐसा आपको आपके अंदर है कि मुझे सरकारी नौकरी करना ही है करना ही है मैं लग सकता हूं मैं कर सकता हूं बिना डाउट के अपने आप अपने ऊपर आपको कोई डाउट है कि मैं करूंगा नहीं करूंगा ऐसा कोई डाउट नहीं है ना कि करूंगा मतलब करूंगा ऐसा डाउट और एक बहुत बड़ा रीजन है आपके पास या को सरकारी जॉब क्यों करना है इसके लिए नौकरी ढूंढ लिया तो आप बड़ी से बड़ी एग्जाम को भी आप करा कर सकते हो आप देखो ना जो लोग सफल है बड़े अपने-अपने फील्ड में कोई क्रिकेटर है इस फोटो में जो भी लोग सफल है या फिर जो भी एग्जाम फिराक करते हैं आप सरकारी नौकरी में सरकारी जॉब क्या करते हो नहीं आप देखो उनके जीवन को आप देखो कि वह क्यों पास हुए उनके पास एक कोई ठोस रीजन हुआ तभी वह लोग सरकारी नौकरी पाने की लगे हैं उसमें उसने बड़े-बड़े एग्जाम होते लाखों लोग उसे फार्म भरते हैं क्यों चुप है कुछ लोग काले होते हैं क्योंकि उनके पास एक ठो सृजन होता है बिना असरगंज ढूंढो कि आपको वह रीजन आपको सुबह को जल्दी उठने को मजबूर कर दिया ऐसा रीजन ढूंढो को आप वह काम करने को मजबूर कर दे पढ़ाई करने को मजबूर कर दिखाई नौकरी करने को मजबूर कर दे और आपको अपने ऊपर विश्वास होना चाहिए कि हां मैं कर पाऊंगा हां मतलब हां कोई डाउट ही होना चाहिए अपने ऊपर अगर आप ऐसा है तो आप सरकारी नौकरी की तैयारी करो वरना मत करो टाइम वेस्ट होगा अगर आपके पास रीजन नहीं है कुछ भी अपने आप लोड करते हो तो टाइम वेस्ट हुआ और मनी का बेस्ट हुआ क्योंकि वहां पर एग्जाम के लिए आप खरीदना होगा कोचिंग अगर आप करते हो तो उसके लिए पैसा लेकर आपके पास तू मेरी जान है कोई अपने ऊपर आत्मविश्वास है ऊपर विश्वास है तभी आप कीजिए वरना आप फालतू टाइम वेस्ट या फिर अपने मनी वेस्ट मत कीजिए मैं तो यही बोल रहा हूं क्योंकि बहुत सारे लोग आए सेक्स बिना रीजन की तैयारी करते हैं बिना रीजन के तो कुछ होने वाला नहीं है कई लोग बोलते पढ़ाई में मन नहीं लगता पढ़ाई में मन लगेगा जब आपको पता होगा कि आप पढ़ाई क्यों कर रहे हो आप का रीजन पता होना चाहिए ना कि आप पढ़ाई क्यों कर रहे हो पढ़ाई का रीजन पता चल गया तो आप पढ़ाई में भी मन लगेगा और अच्छा आप नंबर से पास भी हो सकते हो तो रीजन पहले ढूंढो रीजन आपको मिल जाए तो आप अब आगे से कहना भी तैयारी कर सकते हो और उसमें सफल भी हो सकते हो जो भी क्षेत्र नाम जानता हूं सबसे पहले आपको रिजन ढूंढना है कि आप क्यों करना चाहती ठीक है रीजन मिल जाए तो आप कर सकते हो आप ठीक है धन्य
आपका सवाल है कि लोग खतरे में है या लोकतंत्र में बता दो इसमें लोकतंत्र खतरे में है लोकतंत्र से ही लोग जुड़े हुए हैं जब लोकतंत्र को खतरा होगा तो लोग लोगों को भी खतरा होगा यह लोकतंत्र है अपने देश का एकमात्र है जो लोगों के हितों के लिए बनाया गया है लोकतंत्र को जब भी खतरा पहुंचेगा तब लोगों को खतरा उसको महसूस होगा लोगों को काफी खतरा आएगा
दोस्तों मैं इस सवाल है क्लास ट्वेल्थ बायो के छात्र कौन-कौन से कोर्स कर सकते हैं तू जो ट्वेल्थ बायो लेते हैं वह मेडिकल क्षेत्र में अच्छे-अच्छे कोर्स कर सकते हैं जैसे कि बीएससी नर्सिंग डेंटल एमबीबीएस आप होम्योपैथी में भी आ सकते हैं आप आयुर्वेद के भी डॉक्टर सकते हैं आप तू मेडिकल क्षेत्र के जो अब जांच होती है डीएमएलटी वह भी आप उसका भी चुनाव कर सकते हैं और कंपाउंडर का कोर्स होता है वह भी आप कर सकते हैं तो आपके लिए कई तरह की फील्ड खुले हैं बस आपको सिलेक्शन करना होता कि आप कौन से फील्ड में जाना चाहते हैं
हेलो दोस्तों मैंने इस सवाल है नहीं मानता हूं कि यह जब से फोन आया है नेटवर्क नौली चलिए तब से हम लोगों ने एक दूसरे के साथ वक्त बिताना बहुत कम कर दिया है तो आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आपके मोबाइल की टेक्नोलॉजी है उसको किस तरीके यूज कर रहे हैं जैसे मैं जितना जरूरी होता है मोबाइल को उतना ही यूज करता हूं और आपको लगता है कि आपने वक्त बिताना बहुत कम कर दिया है तो मुझे इस टेक्नोलॉजी की मदद से कुछ नए दोस्त मिले हैं जो पूरे वर्ल्ड में ट्रैवल करते हैं और मैं अब उनके साथ भी अपना बातचीत और उनके जो अनुभव होते हैं उनको मैं जानता हूं समझता हूं तो मैंने टेक्नोलॉजी कि मेरे लिए बहुत ही हेल्प रही है तो आप तूने टेक्नोलॉजी उसका कैसा यूज करते हैं वह किस तरीके से इस्तेमाल करते हैं हैं वह आप पर निर्भर करता है कुछ लोगों के लिए टेक्नोलॉजी बुरी होती है तो कुछ लोगों के लिए वरदान भी होती है उसका सही इस्तेमाल करके जीवन अपना अच्छा बना लेते हैं
आपका सवाल है क्या मानव शरीर में आत्मा का वास होता है यदि हां तो क्या करने की एक स्वस्थ शरीर आत्मा शरीर को आत्महत्या कर देती है और इनके आपका सवाल है कि हां कारण मिल चुकी हो जाती है दुर्घटना में जख्मी सही स्वस्थ रहता है तो आप यह सवाल है तो मैं आपको बता दूं इसका जवाब है शरीर आत्मा आत्मा के बारे में बता दो हम सभी कमी है अगर आप अपने आप को सही मानते हो तो आप गलतफहमी में हो आप अपने आपको जानू हम सभी कौन हैं हम सभी का आत्मा है और आत्मा शरीर के मस्तिष्क के मध्य में स्थित होती है नेकी मस्तक के मध्य में आप गूगल पर सर्च कर सकते हो उसके बारे में ठीक है साइंटिफिक ए प्रूवन है कि आत्मा होती है ठीक है विज्ञान भी मानता है अध्यात्म में तो है ही कि हम सभी का हाथ में हैं और हमारे जो पीता है परमपिता परमात्मा भगवान है ठीक है तो आत्मा ज्योति बिंदु पॉइंट ऑफ लाइट होती है एनर्जी बोल सकते हो आप इसे तो आत्मा अजर अविनाशी आत्मा ना ही मरती है ना ही ना लिरिक्स उसे कोई मार सकता है जरा नहीं चला सकता है कि नहीं भाई सुखा सकते आपने पढ़ाई होगा इसके बारे में संस्कृत में श्लोक है गीता में हर चीज के बारे में बता क्या तुम्हें कोई नहीं मार सकता अजर अमर अविनाशी है ठीक है सिर्फ शरीर धारण करती है एक जन्म लेकर फिर अलग अगले जन्म में फिर नया शरीर धारण करती है तो आप बोल रहे हो क्या कारण मृत्यु हो जाती है तो दुर्घटना होती है ना तो उस टाइम आप देखना की मौत क्यों होती है दुर्घटना में यह तो याद दिल की धड़कन ए का रुक जाती है आखिर बहुत सारे कारण होती है दुर्घटना में बहुत सारे लोग जाते हैं और कई लोग नहीं बच पाते तो उसका कारण आप डॉक्टर को पूछ सकते हो कि शरीर में ऐसा कौन सा पार्ट है जिसे कारण दुर्घटना होती लेकिन मैं तो यही बोलूंगा वह सारी चीजें लिखी लिख कर आती है कि कौन कैसे मारेगा किस जगह मिलेगा यह सारी चीजें निश्चित होती है ठीक है और जैसा हम कर्म करते हैं वैसा ही हमें फल भुगतना पड़ता है और आप बोल दो किसी की मौत हो जाती है ना तो वह संयोगवश नहीं है वह लिखा हुआ है उसके भाग्य में लिखा था कि उसे इसकी मौत किस तरह होगी आने किस तरह से होगी दुर्घटना में मौत हो जिसकी और कितने बजे इतने समय इस जगह यह सारी चीजें निर्धारित होती है ठीक है मौत और सिर्फ मौत ही होता है भाई शरीर बदलती है बस ऐसे ही धारण करती है फिर से तो इसमें कोई यह नहीं बोल रहे हो कि स्वस्थ शरीर स्वस्थ शरीर नहीं दुर्घटना होते ना तो तरीके अलग-अलग भाग काम करना बंद कर देते दुर्घटना में किसके कारण आत्मा शरीर को छोड़कर चली जाती है आने की मौत हो जाती है लेकिन आत्मा अजर अमर अविनाशी है फिर से वह निर्धन करती अगले जन्म लेती है पर अपना पाठ बजाती है हम सभी का हाथ में ही है और हमने पिछले ना में कोई ना कोई कर्म किए होंगे इसी कारण आज आप अभी इस समय हो यानी कि हम जो भी कर्म करते हैं उसका फल में इस जन्म में भुगतना पड़ता है और जो हमारे माता-पिता है यह इन सभी का संबंध पिछले जन्म में भी था इसी कारण हम हम किसी के घर में जन्म लेते हैं ना तो उसका जो भी संबंध था पिछले दिन
बेटा आपका प्रश्न कौन सी दौलत है जिसे कोई चुरा नहीं सकता बल्कि बांटने से बढ़ती है निश्चित रूप से यह संपत्ति जो है ज्ञान और अनुभव है आपका ध्यान जो है आपका जो ज्ञान है आपका अनुभव है इसे कोई चुरा नहीं सकता है और जब आप इसे दूसरों को देते हैं तो निश्चित रूप से आपके अंदर और भी रचना धर्मिता पैदा होती है जो आपको और भी अर्जुन के लिए प्रेरित करती है इसीलिए कहा गया है कि विद्याधन जो है वह सबसे बड़ा धन है क्योंकि यह केवल हमारी पहचान नहीं बनाता है बल्कि हमारे वजूद को स्थापित करते हुए हमें हर तरह से संतुष्टि प्रदान करती विद्या देने से विद्या दान देने से दूसरों का भला भी होता है समझे आपने आपके अंदर कोई दुर्भावना नहीं होती है विद्या का दान दे करके आप इंसान और इंसानियत की रक्षा करते हैं इसलिए यही से बड़ा धन है जिसे कोई चुरा नहीं सकता है और जितना ही आप बाटेंगे उतना ही बढ़ेगा क्योंकि आपके अंदर भी जीत गया था पैदा होगी जितने लोगों को आप अपना विद्या का दाम देंगे वह लोग भी आपके समकक्ष आ जाएंगे और इस प्रकार से सभी विद्या के धनी होंगे थैंक यू
शास्त्रीय संगीत के दृष्टि से बात करें तो राग भूपाली ठाट कल्याण के अंतर्गत आता है इसका वादी को और संवाद सीधा होता है जाति की बात करें तो औरों औरों होता है वह इस बार इसमें गौर नहीं है और गायन का समय अपराधी का प्रथम पहर में गा सकते हैं इसका आरोह और अवरोह और पकड़ में इस प्रकार बता रहा हूं मारो है सा रे गा मा पा धा धा धा पा गा रे सा सा रे गा मा गा रे सा धंधा नेता माना माना गणनायक चरण अमिता बिहार जाति ब्राह्मण प्रार्थना नगर नायक आचरण गीता शास्त्र पढ़ना चाहता हूं तुम्हारे ही सर्वप्रथम आना माना गणनायक आचरण अमिताभ ने आरोपी ब्राम्हण प्रार्थना नगर सा रे गा मा पा धा पा मा गा रे सा रे गा मा पा धा पा धा पा धा पा धा पा मा गा रे गा मा रे गा मा गा रे सा राग भूपाली के तान थे
घरवाले जो सुनील कुमार चौधरी के द्वारा पूछने के लिए जीता है या फिर जीने के लिए खाता है खाता है ठीक है बाबू खाने के लिए तूने किसी काम से मतलब ही नहीं होगा कि क्या करना है मैं क्या करना चाहिए इसलिए धरती पर आए हैं क्योंकि जो भी उनका दिल का काम होगा कि क्या हमें खाना है क्या सुबह में खाना है तो मैं समझती हूं कि मनुष्य जीने के लिए खाता है बात है कि हमें नीचे कोई चीज पसंद है खाने के लिए और कोई हमारा मन करता है तो खाने के ऊपर प्लीज थोड़ा बहुत खा लेते हैं तो चले गए लेकिन जहां तक मनुष्य जीने के लिए धरती पर आए हैं और हमें अच्छे कर्म करके और सपने में उसे पूरा करना है क्योंकि हमारे माता-पिता के जैसे कुछ सपने होते हैं कि हमारे बच्चे ही करेंगे यह बनेंगे तो हमें वही करना है और जो हमारे सपने हैं जो भी हमारा उद्देश्य है उसे प्राप्त करना है तो इसलिए मैं समझती मनुष्य जीने के लिए खाता है तो मिस करते हैं सवाल का जवाब पसंद आया और आप हमेशा खुश रहिए
बेटा आपका प्रश्न कौन सी दौलत है जिसे कोई चुरा नहीं सकता बल्कि बांटने से बढ़ती है निश्चित रूप से यह संपत्ति जो है ज्ञान और अनुभव है आपका ध्यान जो है आपका जो ज्ञान है आपका अनुभव है इसे कोई चुरा नहीं सकता है और जब आप इसे दूसरों को देते हैं तो निश्चित रूप से आपके अंदर और भी रचना धर्मिता पैदा होती है जो आपको और भी अर्जुन के लिए प्रेरित करती है इसीलिए कहा गया है कि विद्याधन जो है वह सबसे बड़ा धन है क्योंकि यह केवल हमारी पहचान नहीं बनाता है बल्कि हमारे वजूद को स्थापित करते हुए हमें हर तरह से संतुष्टि प्रदान करती विद्या देने से विद्या दान देने से दूसरों का भला भी होता है समझे आपने आपके अंदर कोई दुर्भावना नहीं होती है विद्या का दान दे करके आप इंसान और इंसानियत की रक्षा करते हैं इसलिए यही से बड़ा धन है जिसे कोई चुरा नहीं सकता है और जितना ही आप बाटेंगे उतना ही बढ़ेगा क्योंकि आपके अंदर भी जीत गया था पैदा होगी जितने लोगों को आप अपना विद्या का दाम देंगे वह लोग भी आपके समकक्ष आ जाएंगे और इस प्रकार से सभी विद्या के धनी होंगे थैंक यू
वह कौन सा अपराध है जिसे करने के बाद स्वयं भगवान और गुरु भी अपने आप को नहीं बचा पा तो फिर भी इंसान उसे हंसी-खुशी करते हैं का जवाब है आप बोल रहे हो कि कोई अपराध लिखिए कोई अपराध भगवान नहीं करता एक बात आपको क्लियर कर दो हम सभी कौन है हम सभी की आत्मा है और आत्मा शरीर में धारण करने की सभी को शांति हम सभी रात में यही सभी को चलाने वाले आत्मा ठीक है तो हम इस शरीर के माध्यम से कर्म कर रहे हैं ठीक है और इसे ही को चला रहे हैं आप परमात्मा यानी कि भगवान तू हो ना ही जन्म लेते हैं ना ही उसकी मृत्यु होती है इसीलिए तो हम उसे परमपिता परमात्मा के परम हाथों मतलब दीदा नाथ की जन्म होती ना ही मृत्यु होती तो भगवान अपराध क्यों करेगा भाई भगवान तो मास्टर सर्वशक्तिमान है भगवान ना ही जन्म लेते हैं ना ही मृत्यु होती उसकी अपराध कैसे करेंगे आप ही बताओ आप हो जो सवाल है वह गलत लग रहा है ठीक है अभी आप बोल रहे हो कि कोई अपराधी से बचा नहीं पाता मैं आपको बता दूं इस धरती पर आप जो भी कर्म करोगे उसका फल आपको मिलेगा ही मिलेगा यह निश्चित है चाहे इस दिन में मिले उसका फल या फिर अगले जन्म में आपको भुगतना ही पड़ेगा यह संसार का नियम है जैसा कर्म करोगे वैसा आपको फल मिलेगा ही मिलेगा ठीक है इसमें आपको कोई नहीं बचा सकता यह हंड्रेड परसेंट शुरू है आप जो भी कर्म किए थे पूछ लेना मैं उसका फल आप इस जन्म में भुगत रहे हो और आप इस जन्म में जो भी कर्म करो उसका फल आपको मिलेगा ही मिलेगा यह हंड्रेड परसेंट ट्रू है रियल है दुनिया का नियम है आप मेरी जान लीजिए और आप बोलो कोई बचा नहीं सकता भगवान भी नहीं बचा पाए तुझे सुखी संसार का नियम है कि आप जैसा कर्म करेगा वैसा फल मिलेगा ही मिले हर चीज का फल मिलता है हम पर ठीक है दुनिया है भैया संसार है जो चलता है और आप बोलो पर अपराध अपराध जैसे कि आप दूसरों का बुरा करते हो या फिर हत्या करते हुए चोरी करते हो तो यह अगर आप दूसरों के घर में चोरी करोगे तो एक न एक दिन आपके घर में चोरी होगी यह होता ही है कि जैसा कर्म करेगा वैसा फल मिलेगा अगर आप किसी को कोई भी का अब कोई भी घटना ले लो ठीक है अगर आप किसी से कर्ज ले लेते हो या फिर किसी को धोखा दे देते हो तो कोई आपको धोखा दे देगा ऐसा होता है इस दुनिया में एक जैसा कर्म करेगा वैसा फल मिले आप यह बात याद रख लीजिए और आप राज जैसा प्राप्त करें वैसे आपको फल भुगतना पड़ेगा या रहिएगा ठीक है तू जैसा कर्म करते हैं वैसा फल मिलेगा यह बात याद रखें और भगवान अपराध नहीं करते भाई गुरु भाई गुरु मतलब आप बोलो गुरु जो आपको गाइड करते हैं
नमस्कार दोस्तों user-centered प्राइवेसी क्या है उसकी जरूरत क्यों है लेकिन अक्सर होता क्या हम जाने-अनजाने में अपने अकाउंट लॉगइन करते हैं और जो देता है वह सांझा करते हैं इंटरनेट पर उसे हम अपने या अपने जो भी हमारा ब्राउज़र है उसमें शेयर कर देते हैं और कुछ ऐसी साइट समथिंग करते हैं तो जिनके बारे में हमारा इंटरेस्ट होता है क्या हम उसकी जरूरत होती है तो होता क्या है कि एक तो वह सब ठीक है ना बेटा तो आप कैसे बोतल में शेर रहता था क्या तुम समझ कर सके और आपको दोबारा से भी चीजें डालने की जरूरत ना पड़े लेकिन इसमें सबसे बड़ा बनता है कि कुछ हरकत से कुछ ऐसे होते हैं जो आपके दोनों की खुशी और उसी को कॉपी कर ले तेरा शादी का कार्ड है फिर बेटा से दिल है अच्छे से हो आपकी मेल आईडी आपके डाटा का मिस यूज कर सकते हैं तो हमें इंटरनेट पर प्राइवेसी की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है तो कभी भी ऐसे अकाउंट लॉगइन ना करें और अपना डाटा बिना वजह किसी दूसरे के सिस्टम से सेव ना करें और कोशिश करें कि अपना डाटा हमेशा अपने पास रखें उसे सेव करने की जरूरत ना पड़े क्योंकि उसी का गलत इस्तेमाल से आपको परेशानी हो सकती है जो आपको 1 इंच भी आपको शुद्ध का झटका लग सकता है आपका कोई डाटा चुरा कर आप भी कुछ सेंड कर सकता है और उसे पैसे कमा सकता है नहीं तो कुछ हैकर सॉफ्टवेयर क्रेडिट कार्ड की डिटेल और कार्तिक दिल लेकर यूज कर सकते हैं तो हमारा हम बहुत सारी चीजें हैं इंटरनेट पर यूज करते हैं जो हम नहीं चाहते कि किसी और दूसरे के साथ सांझा हो तो कभी भी ब्राउज़र को यूज करें तो उसकी हिस्ट्री तो क्लियर करके जाएंगे और जो भी सेंड हमको प्लेयर करके जाएं आशा करता हूं आपको कुछ सवाल की जरूरत नहीं जवाब मिल गया होगा लाइक और शेयर करें धन्यवाद
मेरे घरवाले भारत की मोबाइल बाजार में चीनी उपक्रमों का बोलबाला कि वह भारतीय लोग होते हैं उन्हें हर चीज देखने में सुंदर लगती है खरीदते हैं जबकि भारत की भारत की जो समान होती है अगर भारत की चीजों को और चीनी सामानों की जगह रखा जाए तो भारतीय अर्जुन समान होते जो क्वालिटी होती है बहुत अच्छी क्वालिटी होती है अच्छी कंपनी की भी होती है लेकिन चीनी सामानों के आगे आज जो है और ऊपर से इतना आकर्षित या फिर सुंदर नहीं दिखते जितने की चीनी सामान कैसे बनाया जाता है ताकि वह देखने में सुंदर लगे और आकर्षित लगे तो यही भारतीय लोगों की पसंद होती है क्योंकि उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता है कि यह कितना दिन चलेगा या फिर इसकी क्वालिटी क्या है देखने में कितना सुंदर लग रहा है भले ही वह चले या न चले तो इसलिए जो चीनी समान होते हैं जो चीनी समान होते हैं उसको यह भारतीय लोग खरीदते हैं जो कि से भारत में ही ज्यादा चीनी समान दिखती है हम लोग खरीदते हैं उनका जवाब चाहिए बच्चों को भी खुश रखे धन्यवाद
वंदे मातरम बहुत ही मस्त सवाल है कि सरदार बल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष क्यों कहा जाता है तो जो देखी रे हाय सकते हैं जो हमारी स्वतंत्र भारत की पहली उपलब्धि थी और निर्विवाद रूप से पटेल साहब का विशेष योगदान था आप यहां पटेल साहब मैं सरदार वल्लभ भाई पटेल को बोल रही हूं तो नीतिगत जड़ता के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार कुल्लू की उपाधि दी थी और बल्लभ भाई पटेल ने आजाद भारत में कितने साल राज्य बनाने में उल्लेखनीय योगदान दिया था इनका जो योगदान है कभी भुलाया नहीं जा सकता है आजादी के संघर्ष में उन्होंने जितना योगदान दिया से ज्यादा योगदान स्वतंत्र भारत को एक करने के लिए वहीं भारत के निर्माता का राष्ट्रीय एकता के बेजोड़ सरदार बल्लभ भाई पटेल के महत्व को सदैव याद रखा जाएगा भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को एक नई दिशा देने के कारण सरदार पटेल ने राजनीति याद में गोरखपुर व्यक्तिगत में संगठन को संसार राजनीति सत्ता तथा राष्ट्रीय एकता के प्रति असीम शक्ति से उन्होंने नवजात गणराज्य की प्रारंभिक कहानियों का समाधान किया और यह गृह मंत्री ज्योति बन गई और उनकी जिम्मेदारियां दी हुई शॉपिंग की शादी के लिए गई है तो मेरे कहने का यह मतलब था धनी
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
1:33
आपका प्रश्न है कभी ने ऐसा क्यों कहा कि संसार बौरा गया है आपने कभी किया पंक्ति नहीं लिखी पूरी देखिए जीवन दो तरह चलता है एक लौकिक और अलौकिक अलौकिक मैंने जो सांसारिक था में जो लगा हुआ है वह लौकिक जीवन है और जो ईश्वर पर जो अपने मन मस्तिष्क को लगाता है वह लव के अलौकिक माने जो गैर सांसारिक एक ऐसा संसार जो इस संसार से परे है जिसमें केवल ईश्वरी सत्ता का वास है तो जब मनुष्य केवल अपने ही उदर पूर्ति के लिए परिवार के लिए स्वार्थ पूर्ति के लिए सारे काम करता रहता है और वह अपने जीवन को नष्ट करके भगवानपुर से बिल्कुल अपने आपको ब्लॉक मार लेता है ऐसी स्थिति में यह कहा जाता है कि यह केवल स्वार्थी जीवन जी रहा है जिसे कहते हैं ना कि आत्मा में परमात्मा का वास है इस प्रभु ने आपके अंदर एक परमात्मा रूपी अपना एक प्रतिनिधि एक आत्मा आपके अंदर दे दी है उस आत्मा की बात को ना मानकर के केवल आप क्यों जीवन चलाने के लिए आप कुछ करते हैं यहां कुछ आए हैं आया है तो जाएगा राजा रंक फकीर कोई सिंहासन चढ़ चले कोई मदन जी तोमर ना सबको है क्या वह स्वार्थ में रख कर के मरे चाहे मानवी सेवा से मरे चाहिए स्वर में भक्ति करके बड़े अपने निजी कर्म को जो दिल्ली वाले कर उनको कीजिए और इस पर को भी अपने मन में स्थायित्व बनाए रखिए नहीं तो यही कहेंगे कि संसार बौरा गया है केवल अपने स्वार्थ के लिए जी रहा है ईश्वर के लिए कुछ नहीं कर रहा है जिसके लिए ईश्वर ने को भेजा है कि कर्म कीजिए कर्मण्ए वाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन
नमस्कार आपका सवाल है जब भगवान की भक्ति करके शांत हो जाए और कोई हल ना निकले तो क्या करना चाहिए ताकि वैसे भगवान की भक्ति करने से कोई इंसान थकता नहीं है जब इंसान कुछ अपनी जान लेकर या फिर कोई उनकी इच्छा होती है जिसको लेकर कि वह भगवान की भक्ति करते हैं और भगवान की भक्ति करते समय जब उनके इच्छा और चाह पूरी नहीं होती है तब तब उनको ऐसा लगता है क्या तुम्हें भगवान की भक्ति छोड़ देनी चाहिए जबकि भक्ति करने से वह हमारी इच्छा ही नहीं पूरी हो रही है तब इंसान थक जाते हैं लेकिन भगवान की भक्ति करने से कोई भी इंसान को थकान नहीं होगी और ना ही होती है केवल जब उनकी इच्छा पूरी नहीं होती है और जो वह मनोकामना किए रहते हैं जब वह मनोकामना पूरी नहीं होती है तब इंसान को ऐसा लगता है कि अब हम थक गए हैं भगवान की भक्ति करते करते तो भगवान की भक्ति करने से कोई थकान नहीं होती जहां तक मैं जानती हूं और समझती हूं सुमित करते हैं सवाल का जवाब पसंद आएगा आपको चाहिए दोस्तों को शनिवार
पूजा के कोहरे से हमें क्या सीख मिलती है कोहरे से एक अच्छी बात यह दिखे सीख सकते हैं कि जीवन में जब कोई रास्ता ना देखिए तब भी हमें धीरे धीरे चलना चाहिए जहर बनाए रखेंगे तो रास्ता भी देखिए मिल जाएगा तो कोहरे से मुझे देख एक शायरी याद आ गई मैं आपको सुनाना चाहता हूं कि अच्छा हुआ जो आप कोहरा पड़ने लगा तुम्हारे इंतजार में नजर दूर तक ना जाएगी जय हिंद जय भारत
घरवाले क्यों गाली रंग को सामान्य दोस्ती है मेरी और बुराई के साथ जोड़ा जाता है जिसे जमीन काली रंग की बात करते जब अंधेरे को कहा जाता है कि केवल रोशनी ही कर सकती है एक दूरी पर थी को केवल अच्छा व्यक्ति ही अच्छा बना सकता है उसे काला काला धन जो होता है यह काला रंग बनने में जाते की बहुत में नहीं लगता है काला काला रंग बनाने के लिए अब तक 5 रन को एक में मिला देते हैं तो काले कलर का दिखाई देने लगता है उसी प्रकार एक बूढ़ा व्यक्ति बनने के लिए भी ज्यादा समय नहीं लगता है लेकिन एक अच्छा व्यक्ति बनने के लिए पूरा जीवन लग जाता है यह काले धन को हमेशा बुराई के साथ जोड़ा जाता है क्योंकि काला चोर रंग होता से स्वयं तय की थी नहीं आज का चुनाव किया है तो मिट्टी है सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग को चाहिए दोस्तों को भी खर्चा
अमीर गरीब लोगों की आदत तुम्हें क्या अंतर है अगर मैं गरीब हूं तो खुद किसी अमीर को भी आदत हो सकती है उनकी भी हेल्प कर सकती कि नहीं सुबह बैडमिंटन मिलना तो ऐसा नहीं है कि अगर जो अमीर को आदत है वह गरीब की आदत नहीं होता तो की आदत जो होती हमारी जो हेव ईट होती है वह डेली का रूटीन बन जाता है दिल्ली में एक दिनचर्या में शामिल हो जाता है वही जाती है रोज हमारी आदत है तू सुबह चाय पीना तो यह मेरी आदत हो जाती है उसे बचाए बिना हमको भी पता नहीं जो हमारी हेव ईट होती है जो हमारी आदत में होती है वह मेरी देखकर कि नहीं आती है तो मेरे सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग चाहिए दूसरों को भी कुछ चाहिए धन्यवाद