हाय दोस्तों नमस्कार गुड मॉर्निंग का प्रश्न है कि बेल और डॉल्फिन अपना रास्ता कैसे बनाते हैं दोस्तों वैसे इनके पास देखने की क्षमता तो नहीं होती है पर यह अपने अंदर से कुछ तरंगे उत्पन्न करती हूं पराश्रव्य तरंगें ठीक है आएंगे जब छोड़ती हैं तो दूर तक जाती है जिससे उनको आभास होता है कि हां आगे कुछ है या नहीं है ठीक है अगर वह जाकर कहीं टकरा जाते हैं तरंगे फिर वापस लौट आते हैं तो उनको आवास हो जाता है कि आगे कुछ न कुछ दिक्कत है यानी उनको सूटेबल तरीके से जाने के लिए रास्ता नहीं है इसलिए वह क्या करते हैं कि अपने सर्विस तिरंगा पराश्रव्य तरंगों को छोड़कर पता लगा लेती हैं कि हमें आगे चलना चाहिए या नहीं चलना चाहिए ठीक है तो इस तरह से वह अपने रास्ता अपने आप को चुनते हैं कि मुझे किधर जाना है किधर नहीं जाना ठीक है दोस्तों धन्यवाद