आपका सवाल है क्या मानव शरीर में आत्मा का वास होता है यदि हां तो क्या करने की एक स्वस्थ शरीर आत्मा शरीर को आत्महत्या कर देती है और इनके आपका सवाल है कि हां कारण मिल चुकी हो जाती है दुर्घटना में जख्मी सही स्वस्थ रहता है तो आप यह सवाल है तो मैं आपको बता दूं इसका जवाब है शरीर आत्मा आत्मा के बारे में बता दो हम सभी कमी है अगर आप अपने आप को सही मानते हो तो आप गलतफहमी में हो आप अपने आपको जानू हम सभी कौन हैं हम सभी का आत्मा है और आत्मा शरीर के मस्तिष्क के मध्य में स्थित होती है नेकी मस्तक के मध्य में आप गूगल पर सर्च कर सकते हो उसके बारे में ठीक है साइंटिफिक ए प्रूवन है कि आत्मा होती है ठीक है विज्ञान भी मानता है अध्यात्म में तो है ही कि हम सभी का हाथ में हैं और हमारे जो पीता है परमपिता परमात्मा भगवान है ठीक है तो आत्मा ज्योति बिंदु पॉइंट ऑफ लाइट होती है एनर्जी बोल सकते हो आप इसे तो आत्मा अजर अविनाशी आत्मा ना ही मरती है ना ही ना लिरिक्स उसे कोई मार सकता है जरा नहीं चला सकता है कि नहीं भाई सुखा सकते आपने पढ़ाई होगा इसके बारे में संस्कृत में श्लोक है गीता में हर चीज के बारे में बता क्या तुम्हें कोई नहीं मार सकता अजर अमर अविनाशी है ठीक है सिर्फ शरीर धारण करती है एक जन्म लेकर फिर अलग अगले जन्म में फिर नया शरीर धारण करती है तो आप बोल रहे हो क्या कारण मृत्यु हो जाती है तो दुर्घटना होती है ना तो उस टाइम आप देखना की मौत क्यों होती है दुर्घटना में यह तो याद दिल की धड़कन ए का रुक जाती है आखिर बहुत सारे कारण होती है दुर्घटना में बहुत सारे लोग जाते हैं और कई लोग नहीं बच पाते तो उसका कारण आप डॉक्टर को पूछ सकते हो कि शरीर में ऐसा कौन सा पार्ट है जिसे कारण दुर्घटना होती लेकिन मैं तो यही बोलूंगा वह सारी चीजें लिखी लिख कर आती है कि कौन कैसे मारेगा किस जगह मिलेगा यह सारी चीजें निश्चित होती है ठीक है और जैसा हम कर्म करते हैं वैसा ही हमें फल भुगतना पड़ता है और आप बोल दो किसी की मौत हो जाती है ना तो वह संयोगवश नहीं है वह लिखा हुआ है उसके भाग्य में लिखा था कि उसे इसकी मौत किस तरह होगी आने किस तरह से होगी दुर्घटना में मौत हो जिसकी और कितने बजे इतने समय इस जगह यह सारी चीजें निर्धारित होती है ठीक है मौत और सिर्फ मौत ही होता है भाई शरीर बदलती है बस ऐसे ही धारण करती है फिर से तो इसमें कोई यह नहीं बोल रहे हो कि स्वस्थ शरीर स्वस्थ शरीर नहीं दुर्घटना होते ना तो तरीके अलग-अलग भाग काम करना बंद कर देते दुर्घटना में किसके कारण आत्मा शरीर को छोड़कर चली जाती है आने की मौत हो जाती है लेकिन आत्मा अजर अमर अविनाशी है फिर से वह निर्धन करती अगले जन्म लेती है पर अपना पाठ बजाती है हम सभी का हाथ में ही है और हमने पिछले ना में कोई ना कोई कर्म किए होंगे इसी कारण आज आप अभी इस समय हो यानी कि हम जो भी कर्म करते हैं उसका फल में इस जन्म में भुगतना पड़ता है और जो हमारे माता-पिता है यह इन सभी का संबंध पिछले जन्म में भी था इसी कारण हम हम किसी के घर में जन्म लेते हैं ना तो उसका जो भी संबंध था पिछले दिन
शास्त्रीय संगीत के दृष्टि से बात करें तो राग भूपाली ठाट कल्याण के अंतर्गत आता है इसका वादी को और संवाद सीधा होता है जाति की बात करें तो औरों औरों होता है वह इस बार इसमें गौर नहीं है और गायन का समय अपराधी का प्रथम पहर में गा सकते हैं इसका आरोह और अवरोह और पकड़ में इस प्रकार बता रहा हूं मारो है सा रे गा मा पा धा धा धा पा गा रे सा सा रे गा मा गा रे सा धंधा नेता माना माना गणनायक चरण अमिता बिहार जाति ब्राह्मण प्रार्थना नगर नायक आचरण गीता शास्त्र पढ़ना चाहता हूं तुम्हारे ही सर्वप्रथम आना माना गणनायक आचरण अमिताभ ने आरोपी ब्राम्हण प्रार्थना नगर सा रे गा मा पा धा पा मा गा रे सा रे गा मा पा धा पा धा पा धा पा धा पा मा गा रे गा मा रे गा मा गा रे सा राग भूपाली के तान थे
घरवाले जो सुनील कुमार चौधरी के द्वारा पूछने के लिए जीता है या फिर जीने के लिए खाता है खाता है ठीक है बाबू खाने के लिए तूने किसी काम से मतलब ही नहीं होगा कि क्या करना है मैं क्या करना चाहिए इसलिए धरती पर आए हैं क्योंकि जो भी उनका दिल का काम होगा कि क्या हमें खाना है क्या सुबह में खाना है तो मैं समझती हूं कि मनुष्य जीने के लिए खाता है बात है कि हमें नीचे कोई चीज पसंद है खाने के लिए और कोई हमारा मन करता है तो खाने के ऊपर प्लीज थोड़ा बहुत खा लेते हैं तो चले गए लेकिन जहां तक मनुष्य जीने के लिए धरती पर आए हैं और हमें अच्छे कर्म करके और सपने में उसे पूरा करना है क्योंकि हमारे माता-पिता के जैसे कुछ सपने होते हैं कि हमारे बच्चे ही करेंगे यह बनेंगे तो हमें वही करना है और जो हमारे सपने हैं जो भी हमारा उद्देश्य है उसे प्राप्त करना है तो इसलिए मैं समझती मनुष्य जीने के लिए खाता है तो मिस करते हैं सवाल का जवाब पसंद आया और आप हमेशा खुश रहिए
दरअसल हम जब सर्दी के मौसम में खाना खाते हैं तो यह तो खाना गर्म रहता है तो उस समय हमें बहुत कम मात्रा में ठंड लगती है लेकिन अगर आप थोड़ा सा कम ठंडा भोजन करते हैं तो उसमें ठंडी लगती है दरअसल होता है कि हमारे शरीर में बहुत सारे कोशिकाएं होती है जैसे लाल रक्त कोशिका के बारे में अपने सुना होगा जिसमें विटामिन ए 12 रहता है जिसके नाम से भी जाना जाता है किस विटामिन की कमी से जो है लाल रक्त कोशिकाएं जो है पूरे शरीर में ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पाती है तो जिसके वजह से क्या होता है कि हमें ठंडी लगने लगती है और यही मुख्य कारण भी होता है
नमस्कार दोस्तों user-centered प्राइवेसी क्या है उसकी जरूरत क्यों है लेकिन अक्सर होता क्या हम जाने-अनजाने में अपने अकाउंट लॉगइन करते हैं और जो देता है वह सांझा करते हैं इंटरनेट पर उसे हम अपने या अपने जो भी हमारा ब्राउज़र है उसमें शेयर कर देते हैं और कुछ ऐसी साइट समथिंग करते हैं तो जिनके बारे में हमारा इंटरेस्ट होता है क्या हम उसकी जरूरत होती है तो होता क्या है कि एक तो वह सब ठीक है ना बेटा तो आप कैसे बोतल में शेर रहता था क्या तुम समझ कर सके और आपको दोबारा से भी चीजें डालने की जरूरत ना पड़े लेकिन इसमें सबसे बड़ा बनता है कि कुछ हरकत से कुछ ऐसे होते हैं जो आपके दोनों की खुशी और उसी को कॉपी कर ले तेरा शादी का कार्ड है फिर बेटा से दिल है अच्छे से हो आपकी मेल आईडी आपके डाटा का मिस यूज कर सकते हैं तो हमें इंटरनेट पर प्राइवेसी की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है तो कभी भी ऐसे अकाउंट लॉगइन ना करें और अपना डाटा बिना वजह किसी दूसरे के सिस्टम से सेव ना करें और कोशिश करें कि अपना डाटा हमेशा अपने पास रखें उसे सेव करने की जरूरत ना पड़े क्योंकि उसी का गलत इस्तेमाल से आपको परेशानी हो सकती है जो आपको 1 इंच भी आपको शुद्ध का झटका लग सकता है आपका कोई डाटा चुरा कर आप भी कुछ सेंड कर सकता है और उसे पैसे कमा सकता है नहीं तो कुछ हैकर सॉफ्टवेयर क्रेडिट कार्ड की डिटेल और कार्तिक दिल लेकर यूज कर सकते हैं तो हमारा हम बहुत सारी चीजें हैं इंटरनेट पर यूज करते हैं जो हम नहीं चाहते कि किसी और दूसरे के साथ सांझा हो तो कभी भी ब्राउज़र को यूज करें तो उसकी हिस्ट्री तो क्लियर करके जाएंगे और जो भी सेंड हमको प्लेयर करके जाएं आशा करता हूं आपको कुछ सवाल की जरूरत नहीं जवाब मिल गया होगा लाइक और शेयर करें धन्यवाद
वंदे मातरम बहुत ही मस्त सवाल है कि सरदार बल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष क्यों कहा जाता है तो जो देखी रे हाय सकते हैं जो हमारी स्वतंत्र भारत की पहली उपलब्धि थी और निर्विवाद रूप से पटेल साहब का विशेष योगदान था आप यहां पटेल साहब मैं सरदार वल्लभ भाई पटेल को बोल रही हूं तो नीतिगत जड़ता के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार कुल्लू की उपाधि दी थी और बल्लभ भाई पटेल ने आजाद भारत में कितने साल राज्य बनाने में उल्लेखनीय योगदान दिया था इनका जो योगदान है कभी भुलाया नहीं जा सकता है आजादी के संघर्ष में उन्होंने जितना योगदान दिया से ज्यादा योगदान स्वतंत्र भारत को एक करने के लिए वहीं भारत के निर्माता का राष्ट्रीय एकता के बेजोड़ सरदार बल्लभ भाई पटेल के महत्व को सदैव याद रखा जाएगा भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को एक नई दिशा देने के कारण सरदार पटेल ने राजनीति याद में गोरखपुर व्यक्तिगत में संगठन को संसार राजनीति सत्ता तथा राष्ट्रीय एकता के प्रति असीम शक्ति से उन्होंने नवजात गणराज्य की प्रारंभिक कहानियों का समाधान किया और यह गृह मंत्री ज्योति बन गई और उनकी जिम्मेदारियां दी हुई शॉपिंग की शादी के लिए गई है तो मेरे कहने का यह मतलब था धनी
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
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आपका प्रश्न है कभी ने ऐसा क्यों कहा कि संसार बौरा गया है आपने कभी किया पंक्ति नहीं लिखी पूरी देखिए जीवन दो तरह चलता है एक लौकिक और अलौकिक अलौकिक मैंने जो सांसारिक था में जो लगा हुआ है वह लौकिक जीवन है और जो ईश्वर पर जो अपने मन मस्तिष्क को लगाता है वह लव के अलौकिक माने जो गैर सांसारिक एक ऐसा संसार जो इस संसार से परे है जिसमें केवल ईश्वरी सत्ता का वास है तो जब मनुष्य केवल अपने ही उदर पूर्ति के लिए परिवार के लिए स्वार्थ पूर्ति के लिए सारे काम करता रहता है और वह अपने जीवन को नष्ट करके भगवानपुर से बिल्कुल अपने आपको ब्लॉक मार लेता है ऐसी स्थिति में यह कहा जाता है कि यह केवल स्वार्थी जीवन जी रहा है जिसे कहते हैं ना कि आत्मा में परमात्मा का वास है इस प्रभु ने आपके अंदर एक परमात्मा रूपी अपना एक प्रतिनिधि एक आत्मा आपके अंदर दे दी है उस आत्मा की बात को ना मानकर के केवल आप क्यों जीवन चलाने के लिए आप कुछ करते हैं यहां कुछ आए हैं आया है तो जाएगा राजा रंक फकीर कोई सिंहासन चढ़ चले कोई मदन जी तोमर ना सबको है क्या वह स्वार्थ में रख कर के मरे चाहे मानवी सेवा से मरे चाहिए स्वर में भक्ति करके बड़े अपने निजी कर्म को जो दिल्ली वाले कर उनको कीजिए और इस पर को भी अपने मन में स्थायित्व बनाए रखिए नहीं तो यही कहेंगे कि संसार बौरा गया है केवल अपने स्वार्थ के लिए जी रहा है ईश्वर के लिए कुछ नहीं कर रहा है जिसके लिए ईश्वर ने को भेजा है कि कर्म कीजिए कर्मण्ए वाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन
नमस्कार आपका सवाल है जब भगवान की भक्ति करके शांत हो जाए और कोई हल ना निकले तो क्या करना चाहिए ताकि वैसे भगवान की भक्ति करने से कोई इंसान थकता नहीं है जब इंसान कुछ अपनी जान लेकर या फिर कोई उनकी इच्छा होती है जिसको लेकर कि वह भगवान की भक्ति करते हैं और भगवान की भक्ति करते समय जब उनके इच्छा और चाह पूरी नहीं होती है तब तब उनको ऐसा लगता है क्या तुम्हें भगवान की भक्ति छोड़ देनी चाहिए जबकि भक्ति करने से वह हमारी इच्छा ही नहीं पूरी हो रही है तब इंसान थक जाते हैं लेकिन भगवान की भक्ति करने से कोई भी इंसान को थकान नहीं होगी और ना ही होती है केवल जब उनकी इच्छा पूरी नहीं होती है और जो वह मनोकामना किए रहते हैं जब वह मनोकामना पूरी नहीं होती है तब इंसान को ऐसा लगता है कि अब हम थक गए हैं भगवान की भक्ति करते करते तो भगवान की भक्ति करने से कोई थकान नहीं होती जहां तक मैं जानती हूं और समझती हूं सुमित करते हैं सवाल का जवाब पसंद आएगा आपको चाहिए दोस्तों को शनिवार
पूजा के कोहरे से हमें क्या सीख मिलती है कोहरे से एक अच्छी बात यह दिखे सीख सकते हैं कि जीवन में जब कोई रास्ता ना देखिए तब भी हमें धीरे धीरे चलना चाहिए जहर बनाए रखेंगे तो रास्ता भी देखिए मिल जाएगा तो कोहरे से मुझे देख एक शायरी याद आ गई मैं आपको सुनाना चाहता हूं कि अच्छा हुआ जो आप कोहरा पड़ने लगा तुम्हारे इंतजार में नजर दूर तक ना जाएगी जय हिंद जय भारत
घरवाले क्यों गाली रंग को सामान्य दोस्ती है मेरी और बुराई के साथ जोड़ा जाता है जिसे जमीन काली रंग की बात करते जब अंधेरे को कहा जाता है कि केवल रोशनी ही कर सकती है एक दूरी पर थी को केवल अच्छा व्यक्ति ही अच्छा बना सकता है उसे काला काला धन जो होता है यह काला रंग बनने में जाते की बहुत में नहीं लगता है काला काला रंग बनाने के लिए अब तक 5 रन को एक में मिला देते हैं तो काले कलर का दिखाई देने लगता है उसी प्रकार एक बूढ़ा व्यक्ति बनने के लिए भी ज्यादा समय नहीं लगता है लेकिन एक अच्छा व्यक्ति बनने के लिए पूरा जीवन लग जाता है यह काले धन को हमेशा बुराई के साथ जोड़ा जाता है क्योंकि काला चोर रंग होता से स्वयं तय की थी नहीं आज का चुनाव किया है तो मिट्टी है सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग को चाहिए दोस्तों को भी खर्चा
अमीर गरीब लोगों की आदत तुम्हें क्या अंतर है अगर मैं गरीब हूं तो खुद किसी अमीर को भी आदत हो सकती है उनकी भी हेल्प कर सकती कि नहीं सुबह बैडमिंटन मिलना तो ऐसा नहीं है कि अगर जो अमीर को आदत है वह गरीब की आदत नहीं होता तो की आदत जो होती हमारी जो हेव ईट होती है वह डेली का रूटीन बन जाता है दिल्ली में एक दिनचर्या में शामिल हो जाता है वही जाती है रोज हमारी आदत है तू सुबह चाय पीना तो यह मेरी आदत हो जाती है उसे बचाए बिना हमको भी पता नहीं जो हमारी हेव ईट होती है जो हमारी आदत में होती है वह मेरी देखकर कि नहीं आती है तो मेरे सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग चाहिए दूसरों को भी कुछ चाहिए धन्यवाद
मेरे को तुम्हारे मन में नकारात्मक विचार क्यों आते रहते हैं उनके मन में दो प्रकार के विचार आते हैं नकारात्मक और सकारात्मक विचारों से बचना है जैसे कि हमारे मन में नकारात्मक विचार आते हैं तो और कोई उस समय आ करके कोई और ना करें खूब बातें करता है नेगेटिव बातें करता है तो हमारे मन पर ज्यादा प्रभाव डालता है इसलिए अगर हम ऐसे लोगों से दूर रहें और ऐसे थे जिनकी सोच अच्छी हो जाएगी विचार अच्छे हैं और जिनकी वजह से हमें कुछ अच्छी बातें सीखने को मिलती हूं विचारों से दूर रह सकते हैं लेकिन अपनों को सकारात्मक विचार हमारे मन के होते हैं लेकिन हमें तय करना होता है कि 4 को आगे बढ़ाना है या फिर कैसे हमें नकारात्मक विचारों से बच सकते हैं उन पर ही डिपेंड करता है और हमें इसके लिए अपने अंतर्मन से हैं और अपने मन के द्वारा ही संघर्ष करना पड़ता है तो मैं चाहते हैं सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग को चाहिए दूसरों को खुश रखें
प्रश्न है कि वफादार लड़की की क्या पहचान होती है तो दिखे फ्रेंड्स हर एक लड़की और की अलग अलग पहचान होती है कोई नहीं लिखा रहता है कि उसके माथे पर कुछ भी लिखा हो और आप उसे पढ़ लीजिए के वफादार है वफादार नहीं है यह हम डिपेंड करते हैं जब उनके पास रहते हैं उनके साथ रहते हैं उनसे जब हमारी बातचीत होती है तो धीरे-धीरे हम एक दूसरे के बारे में जाने लगते हैं और यह कहा जाता है कि खुद हमें डिपेंड करना पड़ता है खुद हमें यह डिसाइड करना पड़ता है कि कितनी यह हमारे प्रति वफादार है कितनी अपने घर वालों के प्रति वफादार है और कितना हमें वफादारी से अपने प्यार के साथ या अपने दोस्त के साथ निभाती है कुछ लोग इतना वफादार होते हैं कि अपनी जान तक दे देते हैं और क्या होता है कि पीछे नहीं हटते वैसे ही कुछ लोगों की यह भी मानना है कि अगर उनके हाथ कमल के समान गुलाबी हूं या तू पति के लिए बहुत ज्यादा वफादार होती है तो कुछ ऐसी बहुत सारी बातें होती है जिनके हाथों में यह रेखा होती तू क्या करती है अपने दोस्तों के प्रति बहुत ज्यादा रिस्पांसिबिलिटी रखती हैं तो यह सब अलग-अलग बातें होती है लोगों को सोचने और समझने की अलग-अलग प्रवृतियां होती हैं कुछ लोग अपने तंत्र मंत्र विद्या में विश्वास करते हैं कुछ हाथों की रेखाओं में विश्वास रखते हैं कुछ जो होते हैं वह अपने कर्म पर विश्वास रखते हैं यहां पर मुझे लगता है कि कर्म ही आपको डिसाइड करेगा क्या लड़की वफादार कितनी होती है इसमें हंड्रेड परसेंट सत्य है कि हर एक लड़की वफादार होती है बस आप के प्रति हो या ना हो लेकिन किसी और के प्रति बहुत ज्यादा वफादार होती है यह हकीकत है
काराकस वाले हम अपने अहंकार को नष्ट कैसे कर सकते हैं तो मुझे तीन कारगर उपाय क्या है तब आता है जब मैं लगता है समान कोई दूसरा नहीं या फिर मेरे पास जो चीज है दूसरे की बात नहीं है तो मैं करा जाता है जिस को नष्ट करने का उपाय जैसे कि आपको यह सोचना चाहिए कि जो चीज जो दूसरे के पास नहीं है लेकिन 20 जून के पास है क्या आपके पास कुछ नहीं है या फिर आपको यह सोचना चाहिए कि आप को कॉल करने से अपने घमंड करने से क्या तिरस्कार ही मिलता है हमें समाज में किसी एक कार चाहिए और अगर आपके अच्छे विचार होंगे आप वैसे ही नॉर्मल भी है करेंगे सबसे अच्छा कितने भी बड़े व्यक्ति हो जाए तो आपको मान सम्मान मिलेगा और व्यक्ति को चाहिए क्या होता है और मान सम्मान जो होता है इज्जत पर मांगी नहीं जाती कमाई जाती है सम्मान भी कमाया जाता है तो आप इसके लिए क्यों करते हैं आपके पास भी है वह आपके कर्मों के द्वारा या फिर या फिर आपके माता-पिता द्वारा दी गई होती है तो किस बात का हमें अगर हो जाता है अहंकार करने से व्यक्ति को केवल कार मिलता है और तिरस्कार कोई भी व्यक्ति नहीं चाहेगा तो अगर आपको सम्मान चाहिए तो इंकार कभी भी नहीं करना चाहिए और ना ही देखते हैं अगर आपके मन में कभी भी आ रहा है तो बस एक मोटिवेशनल स्पीच सुननी चाहिए कोई ऐसे व्यक्ति को अपना आदर्श बनाइए जो कि कठिन संघर्षों के द्वारा वह आ जाता सामने करके उन्होंने बहुत आगे तक का सफर उन्होंने किया है और एक बड़े व्यक्ति बने हैं उनमें कोई भी आएगा नहीं होता तो हम हम क्या चीज है कि आई कार्ड के टिप्स बात का हम और हम कर सकते हैं तो कहते हैं सवाल का जवाब पसंद आएगा आप लोग खुश रहिए दूसरों को भी खुश रखे