कमाल है लोंग की खेती कहां पर होती है लिखिए लोंग की खेती को उष्णकटिबंधीय जलवायु में किया जाता है इसके पौधों को बारिश की जरूरत पड़ती है साथ ही इसके पौधे तेज धूप और सर्दी को सहन नहीं कर पाते हैं इससे पौधों का विकास रुक जाता है इसलिए इस के पौधों को छाया दर्जनों की जरूरत पड़ती है इसके अलावा सामान्य तापमान में प्रभु का विकास अच्छे से होता है एक सदाबहार पेड़ है खास बात यह है कि इसका पौधा एक बार लगाने के बाद कई सालों तक चलता है देश के सभी हिस्सों में लोंग की खेती होती है लेकिन इसकी खेती तटीय इलाकों में नहीं हो सकती है तो वहीं इसकी सफलता पूर्वक खेती केरल की लाल मिट्टी और पश्चिमी घाट के पर्वत वाले इलाके में हो सकती है धन्यवाद
तो प्रश्न किया गया है कि कौन सी फसल है और उनकी कौन-कौन सी किसमें होती हैं तो वरुणा एक किस्म है यह किस फसल से संबंधित है तो सरसों से 39 आम की है रस्थली नेपच्यून अकेला भीमराज प्याज की काशी हंस मूली की उपरी हिमालय आलू की है यह किस्म श्री पदमनाभा काजू और कसावा की है और उसके बाद में काशी गौरी लोबिया की है लोहिया जिसको हम बूढ़ा खाते काशी विश्वनाथ तो यह फसल है इसके लिए है मैरिज सिंधु आम है डाई का क्रम गेहूं क्रोमोसोम सेकंड चावल है सेकंड 8 सेकंड ओकरा है नीलम अलसी बत्तीसी की फसल के लिए होता है चंद्रा मूंगफली है अंतिल 406 मशहूर है धन्यवाद
हां तो आपने पूछा कि दुनिया में कितने परसेंट पौधे समुद्र में पाए जाते हैं जिसका प्रश्न का उत्तर मैंने कई महीनों पहले अपनी एनसीईआरटी की बुक में पढ़ा था उसमें लिखा हुआ था कि दुनिया में लगभग 770 परसेंट तक होते हैं शहर से 75% तक से अधिक पौधे जो है समुद्र में पाए जाते हैं इसका इनसे जो जीव होते हैं मक्खियां होती है उनको खाना मिलता है अन्यथा जो जलीय जीव है वह भूखे मर जाएंगे धन्यवाद
नमस्कार प्रश्न है समरूपता क्या है समरूपता यानी एक जैसे रूप वाली समान रूप वाली यह समान दिखने वाली एक जैसी वस्तुएं और इसको यदि मैं गणित के संदर्भ में देखो यानी मैथमेटिक्स में तो उससे मिला रेट इसका इंग्लिश अनुवाद है समरूपता सिमिलरिटी फिगर सिमिलर एप्स जो होती है वह गणित का यह विषय होता है तो इसमें यह समझने की बात होती है कि एक जैसी दिखने वाली आकृतियां कुछ आकृतियां ऐसी हैं जो सार्वभौमिक रूप से समरूप है यानी वह हमेशा समरूप ही होती है उदाहरण के तौर पर वृत्त वर्ग समबाहु त्रिभुज आकृति हैं क्योंकि आप देख लीजिए चाहे छोटा हो चाहे बड़ा हो या नहीं उसकी त्रिज्या अलग-अलग भी हो सकती है किंतु उसका जो देखने में जो रंग रूप है वृत्त कहते ही आपके मस्तिष्क में एक ही आकृति एक ही चित्र उभर पड़ेगा तो छोटा और बड़ा ही आकार मायने नहीं रखता रूप मायने रखता है तुझे रूप समान हो आकार भले ही छोटा बड़ा हो तो ऐसी दो आकृतियों को समरूप आकृतियां कहते हैं या इस स्थिति को हम समरूपता कहते हैं ऐसे ही वर्ग यानी जिसकी चारों भुजाएं बिल्कुल बराबर हो 90 डिग्री यानी समकोण उसके को ने जो है वह समकोण हो तोमर कहलाता है चार भुजाओं की बंद आकृति वह भी हमेशा आकार भले ही कुछ और देखने में समान रुप होता है दिखता एक जैसा है कोई बड़ी दीवार हो वर्गाकार हो सकती है कोई छोटी सी टाइल वर्गाकार हो सकती है कोई टुकड़ा वर्गाकार हो सकता है किसी लकड़ी का टुकड़ा या कोई धातु का टुकड़ा या कागज का टुकड़ा इसी प्रकार समबाहु त्रिभुज के कोण हमेशा तीनों कोण 60 डिग्री के हम देख पाते हैं जो अंतः को होते हैं अंदर की ओर तो वह समबाहु त्रिभुज भी हमेशा एक जैसा ही प्रतीत होता है जिसकी सभी भुजाएं और सभी कोण बराबर होते हैं समान होते हैं तो बिना आकार जी को मायने रखते हुए यानी कि आकार छोटा या बड़ा भी हो किंतु देखने में वह वस्तु या आकृति समान है स्वरूप समान है तो वह कहलाती है स्थिति कहलाती है समरूपता गणित के विषय में पढ़ा जाता है तो यह जाना जाता है कि किसी भी बंद आकृति कि यदि कौन समान हो तो भले ही उसकी भुजाएं इतनी लंबी चोटी हो उनका अनुपात समान होगा उनका अनुपात समान होगा लेकिन उनके जो कौन है वह बराबर होंगे और उनकी संगत भुजाओं का अनुपात सदैव सम्मान होगा यानी जैसे कि कोई वर्ग है उसकी सभी भुजाएं 200 सेंटीमीटर की है और एक अन्य वर्ग है जिसकी भुजाएं 8 सेंटीमीटर है तो दो अनुपात 8:01 अनुपात चार हम इसको कह सकते हैं यह होगा तो हम इसको कहेंगे एक अनुपात 4 में भुजाएं हैं तो संगत भुजा यानी सभी भुजाओं में यही अनुपात होगा छोटे वर्ग और बड़े वर्ग का यदि हम तुलना करें तो इस प्रकार का अनुपात त्रिभुज में वर्ग में षट्भुज में पंचभुज में हमें देखने को मिलेगा तो ऐसी स्थिति जहां पर आकार बड़ा छोटा हो सकता है किंतु रुप समान दिखने में व्यवस्थित कहलाती है धन्यवाद
नमस्कार मेरा नाम है वैष्णवी और आप मुझे सुन रहे हैं भारत के नंबर एक सवाल और जवाब करने वाले आप बोलकर पर आप ने सवाल किया है समरूप त्रिभुज किसे कहते हैं देखिए समरूप त्रिभुज नाम से ही यह जान सकते हैं कि जिन दो या अधिक त्रिभुजों का कार्य स्वरूप समान हो तो वे त्रिभुज समरूप त्रिभुज खिलाते हैं कि नहीं समरूप त्रिभुजों की संगत भुजाएं समान या समानुपाती होती है समरूप त्रिभुजों के सभी संगठन जो है वह बराबर हुआ करते हैं मुझे उम्मीद है आपको आपके प्रश्न का जवाब मिल गया होगा रात से संतुष्ट हुए होंगे धन्यवाद
दोस्तों नमस्कार गुड मॉर्निंग राधे राधे आप सभी दोस्तों को हमारा प्यार भरा नमस्कार और सभी दोस्तों का बोलकर है पर बोलकर परिवार में स्वागत है दोस्तों आज एक मित्र ने सवाल किया है कि अजीत लाल चड्डी क्यों पहनता है बहुत ही गजब का सवाल है इस सवाल से पढ़कर बहुत ही खुशी महसूस हो रही है यदि अजीब सवाल यह सवाल बहुत अजीब लग रहा है दोस्तों जो भी इस सवाल को किए हैं उनको मैं बताना चाहूंगा कि अजीत लाल जो है इंसान होंगे तभी वह चड्डी पहनते हैं और हर कोई इंसान जो है चड्डी पहनता है दोस्तों जहां तक हमको जानकारी थी इसके बारे में मैंने बताया और यदि यह जवाब पसंद आया हूं उनको तो कमेंट में अपना जवाब जरूर दीजिएगा दोस्तों धन्यवाद आपका दिन शुभ हो मस्त रहिए स्वस्थ रहिए व्यस्त रहिए और लगे रहिए
Doston namaskaar gud morning raadhe raadhe aap sabhee doston ko hamaara pyaar bhara namaskaar aur sabhee doston ka bolakar hai par bolakar parivaar mein svaagat hai doston aaj ek mitr ne savaal kiya hai ki ajeet laal chaddee kyon pahanata hai bahut hee gajab ka savaal hai is savaal se padhakar bahut hee khushee mahasoos ho rahee hai yadi ajeeb savaal yah savaal bahut ajeeb lag raha hai doston jo bhee is savaal ko kie hain unako main bataana chaahoonga ki ajeet laal jo hai insaan honge tabhee vah chaddee pahanate hain aur har koee insaan jo hai chaddee pahanata hai doston jahaan tak hamako jaanakaaree thee isake baare mein mainne bataaya aur yadi yah javaab pasand aaya hoon unako to kament mein apana javaab jaroor deejiega doston dhanyavaad aapaka din shubh ho mast rahie svasth rahie vyast rahie aur lage rahie
चश्मा एक आईना होता है जिसके वजह से अगर आपको आंखों में कोई समस्या है जैसे दूर दृष्टि दोष निकट दृष्टि दोष या धूल करते अगर आपको बचना है तो एक गिलास है जिसके एक प्रेम में मर्डर हुआ रहता है और वही चीकू हम लोग चश्मा कहते हैं और इस सदियों से इसका प्रयोग होते आ रहा है कुल मिलाकर हम काले हैं कि हमारे आंखों के सुरक्षा की दृष्टि से चश्मा बहुत महत्वपूर्ण होता है आप बाइक चला रहे हैं तो उस समय अगर हेलमेट नहीं है तो चश्मा काफी मददगार साबित होता है तो यही चश्मा होता है जिसे हम आंखों पर लगने वाली अनेकों कहते हैं